चार्वाक दर्शन एक सामान्य परिचय। Charvaka philosophy by Niraj Sir

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  • Опубликовано: 1 дек 2024

Комментарии • 199

  • @rajsingh-dv7sp
    @rajsingh-dv7sp 3 года назад +44

    चार्वाक दर्शन महान प्राचीनतम, वैज्ञानिक, यथार्थ, और तार्किक दर्शन है.....जो पाखंड और कर्मकांड को दरकिनार करते हुए समस्त अन्धविश्वासों का सीधा सटीक खंडन करते है.....

    • @pvimaljaiswar7027
      @pvimaljaiswar7027 3 года назад +2

      excellent topic; sir aap ne liya hai .thanks sir.

    • @lsmskreative7902
      @lsmskreative7902 2 года назад +2

      ग्रेट

    • @er.vishnukumaragarwal4354
      @er.vishnukumaragarwal4354 2 года назад

      हिंदू अपनी पूजा पाठ वेदिक दर्शन कर के करते हैं और अपनी दिनचर्या और व्यापार में‌ अधिक सफलता प्राप्त करने के लिए चार्वाक दर्शन के अनुसार व्यवसाय करते हैं।
      वेदिक दर्शन काल्पनिक है और चार्वाक दर्शन वास्तवीक है। इसलिए हिन्दू धर्म, चार्वाक दर्शन को जीवन यापन करने पर जोर देते है।

    • @disappear492
      @disappear492 2 года назад

      🤣🤣🤣😂😂😂😊

    • @uncensoredhealth1453
      @uncensoredhealth1453 2 года назад

      @@disappear492 yes anpadh zahil bnaya ja rha hai desh ko

  • @RajeshSharma-yj3gc
    @RajeshSharma-yj3gc 4 года назад +28

    चार्वाक दर्शन समाज में बहुत बड़ी क्रांति ला सकता है। इसका प्रचार प्रसार होना चाहिए।पुरानी सड़ी-गली अर्थहीन परम्पराओं से मुक्ति मिलेगी ।

    • @ashishgarg1155
      @ashishgarg1155 4 года назад +5

      राजेश जी पाश्चात्य सभ्यता चार्वाक का ही अनुसरण करती है, जिसमे कोई रिस्ते नाते सामाजिक व्यवस्थाएं नही हैं केवल वर्तमान में रह कर भोग करो उसमे, माँ, मौसी चाची,बुआ,बहन में कोई फर्क नही किसी से भी कैसा भी व्यवहार करो।

    • @RajeshSharma-yj3gc
      @RajeshSharma-yj3gc 4 года назад +2

      @@ashishgarg1155 जो अच्छा लगे उसे अपना लो जो बुरा लगे उसे जाने दो।

    • @ashishgarg1155
      @ashishgarg1155 4 года назад

      @@RajeshSharma-yj3gc जी शर्मा जी ,सार सार को गहि रहे थोथा देय उड़ाय।

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb 4 года назад +1

      चार्वाक दर्शन नहीं philosophy है।
      खाओ,पियो ऐश करो। जो दिखता है बस वहीं तक सीमित है। दर्शन जो बाहर है वोह अपने अंदर भी है अंतर्दृष्टि से देखने का विज्ञान है।Life must be goal oriented not half goal
      ⚡🪐💞

    • @SandeepKumar-kg1jx
      @SandeepKumar-kg1jx 2 года назад

      Charwak darshan ko follow karne se samaj janwaron ke saman ho jayega. Trueth wahi hai jo ham mahsoos karte hai.

  • @MunnaSingh-oq5kv
    @MunnaSingh-oq5kv 3 года назад +3

    बहुत सुंदर प्रस्तुति। बधाई। कपोत कबूतर है। कबूतर में मांस बहुत कम होता है मयूर में अधिक, इसलिए हाथ में आया कबूतर उस मयूर से बेहतर है, जो अभी उपलब्ध नहीं है।

  • @arvindsable6854
    @arvindsable6854 Год назад +1

    Thanks सर आपने हमारी असली संस्कृती का परिचय करवाया. हम अभी इसके बारेमे अधिक जाणकारी जुटाने की कोशिश करेंगे.

  • @theprincechandrayan
    @theprincechandrayan 4 года назад +12

    We should neither follow extreme level of Vedic Philosophy nor the extreme level of Charwak Darshan.
    We should only follow the path of moderation.

  • @manojmandad
    @manojmandad 4 года назад +9

    यावज्जीवं सुखं जीवेतास्ति मृत्योगोचर:
    भस्मीभूतस्य देहस्य पुनरागमनं कुत:?
    भावार्थ -
    जब तक जीवन है, सुखपूर्वक जिए, ऐसा कोई नहीं जो मृत्यु को प्राप्त न हो, जब शरीर एक बार जलकर राख हो गया, जब यह दोबारा कैसे आएगा?
    अर्थात यह दोबारा आने वाला नहीं........

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb 4 года назад

      मनोज भाई
      हिटलर ने लाखों निर्दोष लोगों को तड़पा तड़पा कर मेरा था। अंत में वोह भी मारा गया। ईश्वर ऐसा तौ नहीं कि इंसाफ न करे।

    • @IrfanAli-db6kb
      @IrfanAli-db6kb 4 года назад

      हिटलर के साथ इंसाफ तब ही justified है तब उसे बार बार जिंदा कर के सजा मिले तब इंसाफ मिलेगा और यह ईश्वर के लिए आसान है स्वर्ग नरक इसीलिए तौ बने हैं

  • @bhupindersinghkanwar5681
    @bhupindersinghkanwar5681 3 года назад +6

    जो सक्ष्य है नही तो प्रश्न उठते रहै गै ।भगवान भूत प्रेत नर्क स्वर्ग की सव कोरी वकवाश दर्शन की विचारधारा निकलती है

  • @ashishgarg1155
    @ashishgarg1155 4 года назад +7

    कुलमिलाकर चार्वाक वर्तमान में इन्द्रिय भोग को सहमति प्रदान करते हैं।

    • @manojmandad
      @manojmandad 4 года назад +1

      हां भी है और नहीं भी हैं।
      चार्वाक इस जीवन को आनंद पूर्ण जीवन और सुखमय जीवन जीने के लिए बताते हैं।

    • @rizwanalisalam1057
      @rizwanalisalam1057 3 года назад

      Punjiwadi, bhautikwadi, manuwadi vichardhara ke log hi charwaki hote hain.

    • @ashishgarg1155
      @ashishgarg1155 3 года назад +1

      @@rizwanalisalam1057 मनुवादी किसे कहते होंगे??

  • @Lidili
    @Lidili Год назад

    Superb amazing wonderful fascinating interesting beautiful video. Thank you very much for your valuable video.

  • @madansinghrajput3074
    @madansinghrajput3074 Год назад +1

    बहुत सुंदर व्याख्यान

  • @Infotube76
    @Infotube76 3 года назад +2

    बहुत सुन्दर वीडियो सर जी ,,,,आगे भी ऐसे ही हमारा मार्गदर्शन करते रहे।।।।जय श्री कृष्णा।।।

  • @safarkerang9615
    @safarkerang9615 2 года назад +1

    Very good explanation. Charwak darshan shall be understood in entirety. It has elements that are relevant even today. It is based on sound reason and object knowledge rather than conceptual imagination in Vedas. It is more relevant to address day-to-day affairs of life. It appears that mostly we live charwack darshan but preach vedic way of life. A life that neither true to oneself nor others. Need to see truth deep and clear.

  • @gauravkumarverma7964
    @gauravkumarverma7964 4 года назад +5

    Your explanation style and Hindi accent is very good

  • @drkpyadav1959
    @drkpyadav1959 Год назад +2

    नैतिक मूल्यों पर आधारित चार्वाक दर्शन को नये शिरे से लिखने की जरुरत है

  • @chichaskel786
    @chichaskel786 Год назад +1

    Why you stopped making more videos on Indian philosophy?? This is by far the best ever explanation I heard on Charvak philosophy.

  • @piyushsrivastavjaipuriasch8356
    @piyushsrivastavjaipuriasch8356 2 года назад +3

    "Eat drink and be merry" is also one type of philosphy of Charwak of west.

  • @iinvizibleluv2828
    @iinvizibleluv2828 2 года назад +2

    KEEP IT UP FOR THE SAKE OF HUMANITY LOVE KINDNESS WOMEN POWER PROSPERITY DIGNITY AND HAPPINESS

  • @bipinsagar6080
    @bipinsagar6080 3 года назад +1

    Thank you sir
    Nice information 4 us

  • @rohitkambli4765
    @rohitkambli4765 Год назад

    भगवान बुध्द की जो साधना है वो बहोत प्राचीन है ऊसी साधनासे वेद बने है साधना करते समय जो संवेदना ऊठती है ऊसी पर वेद लीखे गये है

  • @dollkashyap8339
    @dollkashyap8339 5 лет назад +4

    Very useful video
    Very well explained 🙏

  • @ansarahmed4322
    @ansarahmed4322 2 года назад +1

    very nice sir I agree with you

  • @Dream_soul26
    @Dream_soul26 2 года назад +1

    उपनिषद केवल यह कहते है की हम की भी निर्णय लेते है वो बाहरी परिस्थितियों के द्वार निर्मित होता है ,यह हमारी इच्छा नहीं है । अतः अपने मन का निर्माण करना पड़ता है यही मोक्ष है।

  • @pradipbhosale9950
    @pradipbhosale9950 3 года назад +1

    Aj ke vidygan ke yug me charvak he tatva satya pratit hote he....charvak hameesha satya tha satya he or satya rahega

  • @RP125
    @RP125 4 года назад +7

    चार्वाक दर्शन को समझ लेने लिए पहले आप एक बार चार्वाक दर्शन (धर्म के धंधे की पोल खोल) नामक किताब जिसे डॉ सुरेन्द्र कुमार शर्मा ने लिखा है उसे पढ़ ले। आपके समझ में बहुत कुछ बढ़ोतरी होगी

    • @SamkhyaIAS
      @SamkhyaIAS  4 года назад +1

      आपके सुझाव के लिए धन्यवाद। आप श्रेष्ठ प्रतीत होते है

    • @shaileshjain8361
      @shaileshjain8361 3 года назад +2

      Charvak darshan pakandwad ka virodhi tha practical bat karta tha

  • @ganeshpandeyofficial
    @ganeshpandeyofficial 4 года назад +3

    वहुत शानदार सर

  • @Khushikumari-bc8wf
    @Khushikumari-bc8wf 2 года назад +1

    Sir aap bahut acha padhte hai plz sir phir se padhana start kar digiye plz sir🙏🙏🙏

  • @pankajgharde881
    @pankajgharde881 2 года назад +1

    कपोत means कबूतर in sanskrit..Good एक्सप्लनेशन सर

  • @vedicjyotishgyansangrah
    @vedicjyotishgyansangrah 8 месяцев назад

    Brihaspati ji ne Indra ko sabak sikhane ke liye Charwak Darshan diya ...kripya yah bhi sabko batayiye...sath hi Vedant darshan pr bhi kuch prakas daliye.

  • @spp8095
    @spp8095 2 года назад

    प्रबुद्ध मानव मष्तिष्क मे लौकिक अलौकिक जैसी विचार प्रारंभिक काल से ही रही,जिसके वजह से चर्वाक दर्शन अपने प्रारंभिक काल से ही विमर्श का बिषय बन गया।

  • @surendrathanwar1010
    @surendrathanwar1010 2 года назад +2

    चार्वाक दर्शन भौतिक वादी दर्शन है जिसमें भोतिकता को महत्व दिया गया है। और आज दुनिया भोतिकता पर ही टिकी हुई हैं। आत्मा परमात्मा पर विश्वास करने वाले भौतिक सुख सुविधाओं का आनंद लें रहे हैं।

  • @amitamitsahusahu6662
    @amitamitsahusahu6662 Год назад

    अति सुन्दर गुरुदेव

  • @shivvinodyadav2151
    @shivvinodyadav2151 4 года назад +4

    Thank u sir. U are best of philosophy

  • @amarkantyadav1179
    @amarkantyadav1179 4 года назад +2

    Sir, Aap ne bahut achcha explain kiya, mantramugdh ho gye. Plx poore subject k sare lectures daliye. Mein philosophy ko optional le rha hu

  • @domendrakumar3460
    @domendrakumar3460 4 года назад +1

    Bahut easy language me aapne bahut ache se samjha h sir ji

    • @SamkhyaIAS
      @SamkhyaIAS  4 года назад

      आपका आभार

  • @jitendertamta5557
    @jitendertamta5557 3 года назад +1

    बहुत बढ़िया सर 🌹

  • @priyamishra6927
    @priyamishra6927 3 года назад +1

    Thanku sir 🙏🙏🙏🙏🙏🙏bhut Acha video h

  • @beenumaurya803
    @beenumaurya803 4 года назад +3

    Sir bhut hi acha gyan mila, sir socio political philosophy pr aur video bnaye

    • @SamkhyaIAS
      @SamkhyaIAS  4 года назад +1

      धन्यवाद। जी जल्द ही वीडियो अपलोड करूँगा

  • @bhagwantambewagh9430
    @bhagwantambewagh9430 2 года назад

    अप्रतिम 🙏🙏🙏

  • @gyanprakash8929
    @gyanprakash8929 4 года назад +4

    Very clear explanation,
    Thanks

  • @rupeshbahuguna5527
    @rupeshbahuguna5527 2 года назад

    Content awesome

  • @pramodmahapatra7066
    @pramodmahapatra7066 2 года назад

    Beautiful presentation 👍

  • @ANKURSINGHVLOGGER
    @ANKURSINGHVLOGGER 5 лет назад +3

    Thankyou sir for this platform .

  • @vishuchuudhary9311
    @vishuchuudhary9311 5 лет назад +3

    Thanku so much philosophy ka hindi m you tube pr upsc ke liye pahle bar acha teacher mila h

  • @upscfansclub4736
    @upscfansclub4736 2 года назад

    Sir aap bahut bahut ache se samjate hai sir please ek video sankracharya ke upar bna dijiye na sir please

  • @vedicjyotishgyansangrah
    @vedicjyotishgyansangrah 8 месяцев назад +1

    sabhi charwak ko manege to bank se lone sab lenge fir koyi wapis nahi karega ....to zara sochiye ki GDP and Economy ka Qa hoga....

  • @sanjaykadam8083
    @sanjaykadam8083 3 года назад +1

    Nice clip

  • @lsmskreative7902
    @lsmskreative7902 2 года назад +1

    Great

  • @swatimishra728
    @swatimishra728 4 года назад

    बहुत उपयोगी विडियो, धन्यवाद महोदय 🙏🏻

  • @dr.hemantkumarsikar5402
    @dr.hemantkumarsikar5402 2 года назад

    मोछ !

  • @jawaharshetti2369
    @jawaharshetti2369 4 года назад

    Good information ,

  • @jagdeepbharat1298
    @jagdeepbharat1298 Год назад

    Bhartiya sabhi darshan badiya hai

  • @shivameher9228
    @shivameher9228 4 года назад

    Interesting class...

  • @aakashshrivastav7478
    @aakashshrivastav7478 4 года назад +2

    Nice lecture

  • @pradeepkashyap7590
    @pradeepkashyap7590 3 года назад

    No.1

  • @JOGINDERSINGH-tx8tt
    @JOGINDERSINGH-tx8tt 5 лет назад

    Good...very nice video

  • @Mr.dolandTrump-AmericaWale
    @Mr.dolandTrump-AmericaWale 2 года назад +4

    चार्वाक दर्शन ही असली दर्शन है।

  • @RanjeetKumar-bc1hv
    @RanjeetKumar-bc1hv Год назад

    जब परमात्मा नही थे.तो, इतना सटिक ग्रन्थ कौन लिखा, कैसै आज भी, सर्वमुल्य पृथ्वी को कौन चला रहा है.

  • @pranaysinha6732
    @pranaysinha6732 4 года назад +1

    great

  • @surendrayadav5314
    @surendrayadav5314 5 лет назад +2

    Puri philosophy ki class upload karenge sir...???

    • @SamkhyaIAS
      @SamkhyaIAS  5 лет назад

      Hanji complete course

    • @surendrayadav5314
      @surendrayadav5314 5 лет назад

      @@SamkhyaIAS kat tak???

    • @SamkhyaIAS
      @SamkhyaIAS  5 лет назад

      Isme samay lagega, week me 2 or 3 video upload hongi

    • @surendrayadav5314
      @surendrayadav5314 5 лет назад

      @@SamkhyaIAS good sir...... kariyega jarur

    • @manojmandad
      @manojmandad 4 года назад

      आप चार्वाक के श्लोक को आप गलत पढ़ रहे हैं

  • @lilachandsalunkhe5831
    @lilachandsalunkhe5831 2 года назад +1

    प्रत्यक्ष चार्वाक ग्रंथ नाही milata, टीका के स्वरुप मे आलोचना milati है, unake ग्रंथ nasta kiye गये, isliye हम चार्वाक को न्याय नाही दे sakate

  • @yasmeen_yn9906
    @yasmeen_yn9906 5 лет назад +1

    xcellent 👍

  • @gulabchandramandvi9402
    @gulabchandramandvi9402 3 года назад

    Thanks Sarji.

  • @ChandanKumar-rg1zl
    @ChandanKumar-rg1zl 5 лет назад

    Thank u sir charwak vichar dalne k liye .

  • @nitai8640
    @nitai8640 3 года назад

    Chatinya mahaprabhu achintya behdabehd
    Siddhant ka vistar se gyan de

  • @Somnathsomnathsom
    @Somnathsomnathsom 4 года назад

    Can prescribe a good book about charvaka.. I want know about charvaka in depth

    • @SamkhyaIAS
      @SamkhyaIAS  4 года назад

      There is no such book on charvaka which is completely unbiased. But Tattvapallavsingh and sarvadarshan sanghra are good sources of charvaka philosophy

    • @Somnathsomnathsom
      @Somnathsomnathsom 4 года назад

      @@SamkhyaIAS ty

  • @rawatsaloni3
    @rawatsaloni3 3 года назад

    Sir aur videos dijiye

  • @suchok8574
    @suchok8574 4 года назад

    খুবই ভাল-

    • @SamkhyaIAS
      @SamkhyaIAS  4 года назад

      आपका कमेंट भाषा के कारण समझ नही पाया।

  • @Ramesh3987
    @Ramesh3987 4 года назад +3

    श्रीमान लोकायत दर्शन इसलिए नहीं कहा जाता क्योंकि इसके मानने वाले लोग बहुत थे , बल्कि इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह दर्शन इस लोक और भौतिक जगत को मानता है। स्वर्ग , नर्क , मुक्ति ,पुनर्जन्म आदि को नहीं मानता।
    कुल मिलाकर ये अपने जमाने का राम रहीम, और आशाराम दर्शन है।

    • @SamkhyaIAS
      @SamkhyaIAS  4 года назад +2

      महोदय जैसे चर्वाक शब्द के अनेक अर्थ हैं वैसे ही लोकायत शब्द के अनेक अर्थ लिए जाते हैं। शाब्दिक अर्थ के अनुसार जो लोक में व्याप्त है वही लोकायत है। आज भी प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप में इसी मत का बोलबाला है।
      आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि इस दर्शन के कारण उस जमाने के कई पाखंडियो(जैसा कि अपने कुछ नाम लिए है) की पोल खोली। लोगो को तार्किक बनाया और हमारे दर्शन को भी।

    • @Ramesh3987
      @Ramesh3987 4 года назад +1

      @@SamkhyaIAS श्रीमान एक शब्द के अनेक अर्थ हो सकते हैं। परन्तु ये तर्क कि बहुसंख्यक समाज द्वारा इसका अनुसरण किया गया या वर्तमान में सभी लोग चार्वाक के सिद्धांतों का पालन करते हैं, यह मेरे समझ से परे है। क्योंकि आज तक मैंने एक भी शादी नहीं देखी जहां पंडित और मंत्रोच्चारण के बिना शादी हुई हो । अन्नप्राशन, मुंडन , यज्ञोपवित, विवाह , मृत्यु के उपरांत दाह संस्कार, ये सभी कर्मकाण्ड के विरोध में ही चार्वाक महान जी ने हमें अपना अमूल्य ज्ञान दिया।

    • @SamkhyaIAS
      @SamkhyaIAS  4 года назад +2

      @@Ramesh3987 मित्र इसीलिए मैंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष शब्द का प्रयोग किया है।प्रत्यक्ष भौतिकवादी वे हैं जो आध्यात्मिक सत्ता को स्वीकार नही करते तथा अप्रत्यक्ष भौतिकवादी वे हैं जो आध्यात्मिक सत्ताओ को इसलिए स्वीकार करते है ताकि उन्हें भौतिक सुख प्राप्त हो सके। इस दृष्टि से आप देखेंगे तो प्रत्येक युग मे इस मत के समर्थक बहुसंख्यक में ही हैं। वास्तव में जितने भी संस्कारो का उल्लेख अपने किया है वो जीवन मे भौतिक सफलताओ के लिए ही आयोजित किए जाते रहे है। इस रूप में ये सभी संस्कार तो भौतिकवाद को ही मजबूती देते हैं।

  • @abhijitdas3904
    @abhijitdas3904 5 лет назад

    Darun

  • @seemashahu378
    @seemashahu378 Год назад

    Bhut achcha sir pr aapki awaj goonjti h

  • @amarjitkumar-wo7qb
    @amarjitkumar-wo7qb 5 лет назад

    Thank you sir... plese sir or class upload kare apa philosophy acha prate hai.

  • @Dream_soul26
    @Dream_soul26 2 года назад

    उपनिषद कर्मकांडो को बढ़ावा नहीं देते

  • @einsteinwallah2
    @einsteinwallah2 4 года назад

    neeraj bhai charvak darshan ke granth ko agar aaj dhoondhnaa ho jaise brihaspaty darshan ko aaj dhoodhnaa ho tau bhaarat ke kis praant mei talash karnee chahiye? ... kaheen naa kaheen kisee khandahar mei ho saktaa hai? kyaa ye granth hamaare desh kee seema se baahar gayaa ho tau kahaan jaa saktaa hai? desh ke baahar isko destroy na kiyaa gayaa ho

  • @aniltripathi7819
    @aniltripathi7819 2 года назад +1

    Kapotah means kabootar (pigeon) not crow ( kauwa)
    Don't misguide students as they usually not read sanskrit . Myself sanskrit scholar .

  • @arjunlaljeengar4933
    @arjunlaljeengar4933 3 года назад

    nice

  • @Ramesh3987
    @Ramesh3987 4 года назад +4

    चार्वाक दर्शन इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि निकृष्ट लोग हमेशा से इस धरा पर अवतरित होते रहें हैं।

    • @swapnilpatil8441
      @swapnilpatil8441 4 года назад +1

      Ramesh Pandey - Iska matlab 'Charvaka Darshan Sahittyako' tumhare 'Purkhone' jaise 'Nalanda Baudhha Vishvavidyalay' ko jalakar nasta kar diya vaisehi jalakar nasta kar diya.

    • @SamkhyaIAS
      @SamkhyaIAS  4 года назад +1

      मित्र ,शुभ और अशुभ एक ही सिक्के के दो पहलू है। दोनों का अस्तित्व हमेशा से रहा है और प्रत्येक युग मे रहेगा। मानव लक्ष्य ही यही है कि किस सीमा तक बुराई को कम किया जा सकता है।

    • @rizwanalisalam1057
      @rizwanalisalam1057 3 года назад +1

      Punjiwadi, bhautikwadi, manuwadi hi charwak darshan ko maanne wale hote hain.
      Kyunki sansarik aur bhautik sukh ko pana, punjiwadio, bhautikwadio, manuwadio ka kaam aur maqsad hai.

  • @historicalindia4162
    @historicalindia4162 4 года назад

    बढ़िया

  • @Ramukumar-ht8zq
    @Ramukumar-ht8zq 2 года назад

    Jo insaan behos hota hai to sansar kha chala jata hai tab sukh suvidha kyu ni mangta?

  • @neelamrani1215
    @neelamrani1215 2 года назад

    Tnx sir g

  • @shaileshjain8361
    @shaileshjain8361 3 года назад +1

    Charvak ka mul sidhant tha kao pio mast raho

  • @Souryakum
    @Souryakum Год назад

    Çharwak kb aya

  • @Dream_soul26
    @Dream_soul26 2 года назад

    भौतिकवाद से पृथ्वी का क्या भला हुआ है आज तक। पश्चिम सबसे अधिक भौतिकवादी है और सबसे ज्यादा प्रकृति का शोषण उन्होंने ही किया है और अभी भी कर रहे है

  • @ajitkavi77
    @ajitkavi77 2 года назад

    Kapot ka matlab kabutar hai.kak mane kauva.

  • @rohitkambli4765
    @rohitkambli4765 Год назад

    कर्मोके फल कैसै मीलते है और क्या है जो पुनर जन्म लेता है ये अगर जानना है तो भगवान बुध्द की साधना चेक करे सब पता चल जायेगा

  • @a-learningsociety4202
    @a-learningsociety4202 4 года назад

    Very nic

  • @Dream_soul26
    @Dream_soul26 2 года назад

    उपनिषद नही कहते की मृत्यु के बाद कुछ मिलेगा । चार्वाक दर्शन उपनिषदों के कथनों के सिर्फ शाब्दिक अर्थों के विरोध में है । उपनिषद में गहरा अर्थ है naki keval शाब्दिक अर्थ।

  • @abhishukla101
    @abhishukla101 Год назад

    लोकायत मतलब इसलिए संसार तक संसार के बाहर नहीं

  • @sanjaykumar-zt5tg
    @sanjaykumar-zt5tg Год назад

    kapot means kabutar

  • @shraddhamishra8115
    @shraddhamishra8115 4 года назад

    Sir do u have phylosophy optional online course??

  • @RAJSharma-xe7ug
    @RAJSharma-xe7ug 3 года назад +1

    Kapot means kabootar hota he not crow

  • @sailendrakumar2666
    @sailendrakumar2666 2 года назад

    Anil Kumar good

  • @vinodkumar-tt6ez
    @vinodkumar-tt6ez 4 года назад

    👌👌👌

  • @dheerendrasingh3489
    @dheerendrasingh3489 5 лет назад

    Thanks sir

  • @amita9929
    @amita9929 4 года назад

    Thx sir😊

    • @SamkhyaIAS
      @SamkhyaIAS  4 года назад

      आपका आभार

  • @megatron6382
    @megatron6382 2 года назад

    Khao piyo ais karo... it's like, credit card..you enjoy using it until bill is in your hand and then you are fucked up..
    But still we live in same way...

  • @shivsingh-ye6bl
    @shivsingh-ye6bl 2 года назад

    कपोत = कबूतर (न कि कौआ)।

  • @mintusaren895
    @mintusaren895 3 года назад

    R in.
    Rin.
    Unsolved before MUDRA RAKSHASA.

  • @aashnamakrani2319
    @aashnamakrani2319 3 года назад +1

    कपोतः meaning in sanskrit कबुतर not कौआ sir

    • @SamkhyaIAS
      @SamkhyaIAS  3 года назад

      Right. Sahi pakde, thank you

  • @radhikasinghsingh186
    @radhikasinghsingh186 4 года назад

    Best explanation sir plz ap western contemporary bhi padha dijiye bhut ache se samjh Aya ..tq so much

  • @maheshgajbhiye8106
    @maheshgajbhiye8106 3 года назад

    🙏🙏🙏🙏