संत रामपाल जी महाराज के सत्संग में समाज की विभिन्न बुराइयों जैसे दहेज प्रथा, भ्रष्टाचार, व्यभिचार, चोरी, जारी, शराब सेवन और अन्य कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता फैलाई जाती है। यह समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का महत्वपूर्ण साधन है।
बिहार में बाढ़ के इस संकट के समय में, संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने यह साबित किया है कि मानवता और करुणा से बड़ी कोई चीज़ नहीं है। उनका राहत कार्य उन हजारों लोगों के लिए आशा की किरण बनकर सामने आया है जो इस आपदा में फंसे हुए थे।
संत रामपाल जी के अनुयायी उनकी दी हुई शिक्षाओं पर चलकर परमार्थ के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। तभी तो वे बाढ़ ग्रस्त इलाकों में फंसे लोगों की भरपूर मदद कर रहे हैं। अपनी जान की परवाह न करते हुए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाकर प्रतिदिन बाढ़ पीड़ितों को शुद्ध भोजन, चाय, बिस्किट, साफ पानी आदि उपलब्ध करवा रहे हैं।
True Guru Sant Rampal Ji Maharaj सतभक्ति करने वाले की पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभु ही आते हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी ही एकमात्र संत हैं जिन्होंने समाज में व्याप्त तमाम कुरीतियों और बुराइयों को जड़ से खत्म करने का बीड़ा उठाया। और देखते ही देखते उन्होंने अपने तत्वज्ञान से करोड़ों लोगों को नशा मुक्त, दहेज मुक्त, चोरी, बेईमानी, रिश्वत मुक्त बनाकर एक स्वच्छ समाज का निर्माण कर रहे हैं।
भक्ति नहीं करने वाले व शास्त्रविरुद्ध भक्ति करने वाले, नकली गुरु बनाने वाले एवं पाप अपराध करने वालों को मृत्यु पश्चात् यमदूत घसीटकर ले जाते हैं और नरक में भयंकर यातनाएं देते हैं। तत्पश्चात् 84 लाख कष्टदायक योनियों में जन्म मिलता है। तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है।
सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
सतभक्ति करने से मानव जीवन सफल हो जाता है। परिवार में किसी प्रकार की बुराई नहीं रहती। परमात्मा की कृपा सदा बनी रहती है। पूर्ण सतगुरू से दीक्षा लेकर मर्यादा में रहकर भक्ति करने से शुभ संस्कारों में वृद्धि होने से दुःख का वक्त सुख में बदलने लग जाता है।
#परमात्मा_दुखीको_सुखी_करताहै ✨💫सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।💫✨ Kabir Is God
God can increase the life span of a human being and cure incurable diseases - Rigveda Mandal 10 Sukt 161 Mantra 2, 5, Sukt 162 Mantra 5, Sukt 163 Mantra 1 - 3. Take refuge in True spiritual master Saint Rampal Ji & must pray to the supreme God Kabir who is the savior of all. JagatGuru Tattvadarshi Sant Rampal Ji Maharaj
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17, 18 पूर्ण परमात्मा कविर्देव तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सत्यलोक की स्थापना करके तेजोमय मानव सदृश शरीर में आकार में सिंहासन पर विराजमान है।
JagatGuru Tattvadarshi Sant Rampal Ji Maharaj जो संत शास्त्रों के अनुसार भक्ति साधना बताता है, वही पूर्ण संत होता है। इसके विषय में गीता अध्याय 4 श्लोक 34, गीता अध्याय 15 श्लोक 1-4, और यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 10 में भी पूर्ण संत अर्थात तत्वदर्शी संत की ओर संकेत किया गया है। वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज जी एकमात्र तत्वदर्शी संत हैं जो शास्त्रोक्त भक्ति बता रहे हैं जिससे साधक का मोक्ष संभव है।
पूर्ण परमात्मा कविर्देव चारों युगों में आए हैं। सृष्टी व वेदों की रचना से पूर्व भी अनामी लोक में मानव सदृश कविर्देव नाम से विद्यमान थे। कबीर परमात्मा ने फिर सतलोक की रचना की, बाद में परब्रह्म, ब्रह्म के लोकों व वेदों की रचना की इसलिए वेदों में कविर्देव का विवरण है।
श्रीमद्भगवद गीता अध्याय 8 का श्लोक 3 में गीता ज्ञान दाता ब्रह्म भगवान ने कहा है कि वह परम अक्षर ‘ब्रह्म‘ है जो जीवात्मा के साथ सदा रहने वाला है। वह परम अक्षर ब्रह्म गीता ज्ञान दाता से अन्य है, वह कबीर परमात्मा हैं।
परमात्मा शिशु रूप में प्रकट होकर लीला करता है। तब उनकी परवरिश कंवारी गायों के दूध से होती है। ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9 यह लीला कबीर परमेश्वर ही आकर करते हैं।
परमात्मा कबीर साहेब पाप विनाशक हैं यजुर्वेद अध्याय 8 मन्त्र 13 में कहा गया है कि परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है। संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने व मर्यादा में रहने वाले भक्त के पाप नष्ट हो जाते हैं।
देवी दुर्गा बलि से नहीं, बल्कि भक्तों की सच्ची भक्ति से प्रसन्न होती हैं। कबीर जी ने कहा, "हिंसा से भगवान नहीं मिलते।" हमें अपने अंधविश्वासों से ऊपर उठकर बलि प्रथा को समाप्त करना होगा। अधिक जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें "ज्ञान गंगा" पुस्तक
True Guru Sant Rampal Ji 💠पवित्र कुरान में लिखा है कबीर अल्लाह ही पूजा के योग्य हैं। वह सर्व पापों को विनाश करने वाले हैं। उनकी पवित्र महिमा का गुणगान करो - सुरत-फुर्कानि 25:58
सतभक्ति करने वाले की पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
संत रामपाल जी महाराज जी यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32 और अध्याय 8 मंत्र 13 से प्रमाणित करके बताते हैं कि कविर्देव अर्थात कबीर परमेश्वर घोर से घोर पाप का भी नाश कर देता है तथा काल के कर्मबंधनों से मुक्त कराकर मोक्ष प्रदान करता है।
🌬️शराब में ऐसा नशा है जो अनमोल मानव जीवन को बर्बाद कर देती है। सद्भगति में ऐसा नशा है जो मर्यादा में रहकर की जाए तो जीवन को आबाद कर देती है। फैसला आपको करना है।
सतभक्ति करने वाले की पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3 बज
जै सतगुरू की संगत करते, सकल कर्म कटि जाईं। अमर पुरि पर आसन होते, जहाँ धूप न छाँइ।। सन्त गरीब दास ने परमेश्वर कबीर जी से प्राप्त सूक्ष्मवेद में आगे कहा है कि यदि सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेते तो सर्व कर्मों के कष्ट कट जाते है अधिक जानकारी हेतु अवश्य पढ़े पुस्तक "ज्ञान गंगा "
पवित्र बाइबल में भगवान का नाम कबीर है - अय्यूब 36:5 अय्यूब 36:5 (और्थोडौक्स यहूदी बाइबल - OJB) परमेश्वर कबीर (शक्तिशाली) है, किन्तु वह लोगों से घृणा नहीं करता है। परमेश्वर कबीर (सामर्थी) है और विवेकपूर्ण है। बाइबल ने भी स्पष्ट किया है की प्रभु का नाम कबीर है।
पूर्ण गुरु से नाम उपदेश लेकर सत भक्ति करने से कैंसर जैसी भयानक बीमारी भी ठीक हो जाती हैं। ऋग्वेद मंडल 9 सुक्त 86 के मंत्र 26 में स्पष्ट लिखा है कि पूर्ण परमात्मा कबीर साहिब है जो कि घोर से घोर पापों को काटकर अपने साधक को पूर्ण मोक्ष प्रदान करते हैं।
वेदों में प्रमाण है, परमात्मा साकार है। यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3 (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है)
नशा बर्बादी की शुरुवात है। सतगुरु रामपाल जी महाराज जी के सत्संग सुनें और उनसे नाम दीक्षा प्राप्त करके हमेशा के लिए नशे से छुटकारा पाएं।
जगतगुरू संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर मर्यादा में रहकर भक्ति करने से अनेकों बीमारियां ठीक हो जाती हैं
कबीर परमात्मा पाप का शत्रु है, पाप विनाशक हैं।
कबीर परमात्मा सम्पूर्ण शांति दायक है - यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32
JagatGuru Tattvadarshi Sant Rampal Ji Maharaj
Jay Ho bandi chhod satguru Rampal Ji Maharaj ji ki jaye ho 🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत अच्छा सत्संग
संत रामपाल जी महाराज के सत्संग में समाज की विभिन्न बुराइयों जैसे दहेज प्रथा, भ्रष्टाचार, व्यभिचार, चोरी, जारी, शराब सेवन और अन्य कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता फैलाई जाती है। यह समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का महत्वपूर्ण साधन है।
बिहार में बाढ़ के इस संकट के समय में, संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने यह साबित किया है कि मानवता और करुणा से बड़ी कोई चीज़ नहीं है। उनका राहत कार्य उन हजारों लोगों के लिए आशा की किरण बनकर सामने आया है जो इस आपदा में फंसे हुए थे।
संत रामपाल जी के अनुयायी उनकी दी हुई शिक्षाओं पर चलकर परमार्थ के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। तभी तो वे बाढ़ ग्रस्त इलाकों में फंसे लोगों की भरपूर मदद कर रहे हैं। अपनी जान की परवाह न करते हुए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाकर प्रतिदिन बाढ़ पीड़ितों को शुद्ध भोजन, चाय, बिस्किट, साफ पानी आदि उपलब्ध करवा रहे हैं।
Anmol satsang🙏🙏🙏
सतभक्ति करने से उजड़ा परिवार भी बस जाता है और पूरा परिवार सुख का जीवन जीता है। जीवन का सफर आसानी से तय हो जाता है क्योंकि जीवन का मार्ग साफ हो जाता है।
कबीर, झूंठे सुख को सुख कहे, मान रहा मन मोद।
सकल चबीना काल का कछु मुख मे कछु गोद।।
True Guru Sant Rampal Ji Maharaj
सतभक्ति करने वाले की पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है।
- ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
कबीर, ये काया तेरी हैं नहीं और माया कहाँ से होयें, चरण कमल में ध्यान रखों इन दोनों को खोए
sant rampalji ki di sadbhakti se srv sukh sambhav ho jate hae
जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभु ही आते हैं।
संत रामपाल जी महाराज की बताई सतभक्ति से आज लाखों परिवार रोगों से मुक्त होकर सुखी जीवन जी रहे हैं।
बंदी छोड़ सतगुरु संत रामपालजी भगवान की जय हो 🙏
Right story
Sat Sahib Ji 🙏🏻🙏🏻🙇🏻
संत रामपाल जी महाराज के द्वारा दिए जा रहे आध्यात्मिक ज्ञान को समझ कर जिसने भी संत जी से नाम दीक्षा ग्रहण की वो आज तन मन धन से सुखी और स्वस्थ हैं।
સત સાહેબ જી,
हर शाम सुनिए सत्संग संत रामपाल जी महाराज को साधना चैनल पर प्रसारित 7.30 बजे।
समाज सुधार में संत रामपाल जी का महत्व पूर्ण भूमिका है
पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा बताई गई शास्त्र प्रमाणित भक्ति को मर्यादा में रहकर करने से सर्व लाभ मिलते हैं।।
सतभक्ति करने से जीवन सुखी हो जाता है। पापों से बचाव होता है, गृह क्लेश भी समाप्त हो जाता है।
सतगुरू को क्या दीजिए, तन मन धन और शीश !
पिंड प्राण कुर्बान कर, जिन भक्ति दई बख्शीस !!
😮😮😮😮
Satsaheb🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज जी ही पूर्ण संत हैं जो शास्त्रों के अनुसार सतभकित प्रदान करते हैं इनकी शरण में आए और अपना कल्याण करांए
संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण गुरु है।
सतभक्ति से शराब छूट सकती है।
आज संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश लेकर हज़ारों व्यक्ति शराब छोड़ चुके हैं और उनके परिवार में खुशहाली आई है।
वेद बताते हैं पूर्ण परमात्मा की सतभक्ति से रोगियों के रोग नाश होते हैं और संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों को ये लाभ मिल भी रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी ही एकमात्र संत हैं जिन्होंने समाज में व्याप्त तमाम कुरीतियों और बुराइयों को जड़ से खत्म करने का बीड़ा उठाया। और देखते ही देखते उन्होंने अपने तत्वज्ञान से करोड़ों लोगों को नशा मुक्त, दहेज मुक्त, चोरी, बेईमानी, रिश्वत मुक्त बनाकर एक स्वच्छ समाज का निर्माण कर रहे हैं।
कबीर मीठा बोले नम्र रहे ,करे सबसे स्नेह ।
कितने दिन का जीवना कितने दिन की देह।।
काल हमें कुत्ते, गधे जैसी 84 लाख योनियों का कष्ट देता है, लेकिन संत रामपाल जी महाराज सतभक्ति प्रदान कर मानव को काल के बंधनों से आज़ादी दिला रहे हैं।
गरीब, काशी करोंत लेत हैं, आन कटावें शीश ।
बन-बन भटका खात हैं, पावत ना जगदीश ।।
#सत_भक्ति_संदेश #सतलोक_आश्रम_सोजत #SatlokAshramSojat #SatlokAshram #KabirIsGod #SaintRampalJiQuotes
संत रामपाल जी महाराज शास्त्र प्रमाणित ज्ञान बताते हैं।
बहुत ही अच्छा साक्षात्कार है
sant rampal ji maharaj apna anujaiosa sastra anusar sat bhakti sadhna karbata hai.sastra anusar sat bhakti sadhna sa har samasshya ka samadhan hota.
यदि बचपन से ही पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज से दीक्षा लेकर मर्यादा में रहकर भक्ति साधना की जाए तो सभी प्रश्नों का जवाब और समस्या निदान मिलता है।
बिटियां आपका ज्ञान बहुत अच्छा है। आप सही मार्ग पर है।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा दी जा रही शास्त्रानुकूल भक्ति से साधकों को मिल रही है खुशनुमा ज़िंदगी व दुखों से आज़ादी।
भक्ति नहीं करने वाले व शास्त्रविरुद्ध भक्ति करने वाले, नकली गुरु बनाने वाले एवं पाप अपराध करने वालों को मृत्यु पश्चात् यमदूत घसीटकर ले जाते हैं और नरक में भयंकर यातनाएं देते हैं। तत्पश्चात् 84 लाख कष्टदायक योनियों में जन्म मिलता है।
तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है।
डॉक्टरों ने इलाज के लिए मना कर दिया था लेकिन संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर परमात्मा की भक्ति करने से मेरा वह रोग भी समाप्त हो गया।
देखिए
सद्भाक्ति से पूर्ण लाभ 🙏🙏
सत साहेब जी।।
निरंजन धन तेरा दरबार ।
जहां पर तनिक नहीं न्याय बिचार।।
सत साहेब जी।।
❤❤Satguru ke updesh ka laya ek vichar,
jay satguru milte nhi jate narak dwar ❤❤
सत भक्ति करने से सभी रोग समाप्त होते है।
वेद बताते हैं की पूर्ण परमात्मा की सतभक्ति करने के रोग नाश होते हैं और संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों को यह लाभ मिल भी रहे हैं
Very very nice Kabir is supreme god
सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
अनंत कोटि ब्रह्मांड का , एक रत्ती नहीं भार।
सतगुरु पुरुष कबीर है , कुल के सिरजनहार।।
सतभक्ति करने से मानव जीवन सफल हो जाता है। परिवार में किसी प्रकार की बुराई नहीं रहती। परमात्मा की कृपा सदा बनी रहती है।
पूर्ण सतगुरू से दीक्षा लेकर मर्यादा में रहकर भक्ति करने से शुभ संस्कारों में वृद्धि होने से दुःख का वक्त सुख में बदलने लग जाता है।
सतभक्ति में भाग्य को बदलने की शक्ति होती है।
मेरा पापा जय गुरु देव पंथ से जुड़ा था। 18साल भक्ति किया । कोई लाभ नहीं हुआ । संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने मात्र से बहुत लाभ मिला।
#परमात्मा_दुखीको_सुखी_करताहै
✨💫सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।💫✨
Kabir Is God
कबीर, देवी देव सब ठाडे भये, हमको ठोर बताओ ।
जो मुझ "कबीर" को ना पूजे, उनको लूटो और खाओ ।।
God can increase the life span of a human being and cure incurable diseases - Rigveda Mandal 10 Sukt 161 Mantra 2, 5, Sukt 162 Mantra 5, Sukt 163 Mantra 1 - 3.
Take refuge in True spiritual master Saint Rampal Ji & must pray to the supreme God Kabir who is the savior of all.
JagatGuru Tattvadarshi Sant Rampal Ji Maharaj
गरीब, जो जन मेरी शरण है, ताका हूँ मैं दास |
गैल-गैल लागा रहूँ, जब तक धरणी आकाश ||
सद्गुरु जो चाहे सो करहीं, चौदह कोटि दूत जम डरहीं। ऊत भूत जम त्रास निवारे, चित्रगुप्त के कागज फाड़े।
गुरु बिन माला फेरते गुरु बिन देते दान,
गुरु बिन दोनों निष्फल है पूछो वेद पुराण।।
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17, 18
पूर्ण परमात्मा कविर्देव तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सत्यलोक की स्थापना करके तेजोमय मानव सदृश शरीर में आकार में सिंहासन पर विराजमान है।
JagatGuru Tattvadarshi Sant Rampal Ji Maharaj
जो संत शास्त्रों के अनुसार भक्ति साधना बताता है, वही पूर्ण संत होता है। इसके विषय में गीता अध्याय 4 श्लोक 34, गीता अध्याय 15 श्लोक 1-4, और यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 10 में भी पूर्ण संत अर्थात तत्वदर्शी संत की ओर संकेत किया गया है।
वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज जी एकमात्र तत्वदर्शी संत हैं जो शास्त्रोक्त भक्ति बता रहे हैं जिससे साधक का मोक्ष संभव है।
Kabir is god sant rampal ji Maharaj he samaj sudarak hai or sary nakli dharam guru h ❤️
पूर्ण परमात्मा कविर्देव चारों युगों में आए हैं। सृष्टी व वेदों की रचना से पूर्व भी अनामी लोक में मानव सदृश कविर्देव नाम से विद्यमान थे। कबीर परमात्मा ने फिर सतलोक की रचना की, बाद में परब्रह्म, ब्रह्म के लोकों व वेदों की रचना की इसलिए वेदों में कविर्देव का विवरण है।
True spiritual knowledge
Nice satsang
Sat saheb ji 🙏
श्रीमद्भगवद गीता अध्याय 8 का श्लोक 3 में
गीता ज्ञान दाता ब्रह्म भगवान ने कहा है कि वह परम अक्षर ‘ब्रह्म‘ है जो जीवात्मा के साथ सदा रहने वाला है।
वह परम अक्षर ब्रह्म गीता ज्ञान दाता से अन्य है, वह कबीर परमात्मा हैं।
परमात्मा शिशु रूप में प्रकट होकर लीला करता है। तब उनकी परवरिश कंवारी गायों के दूध से होती है।
ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9
यह लीला कबीर परमेश्वर ही आकर करते हैं।
वाओ 🎉🎉🎉
Sat sahib ji
Sat sahib 🙏
काया तेरी है नही तो माया कहां से होय,
चरण कमल में ध्यान रखो इन दोनों को खोए।।
सच्ची जानकारी
परमात्मा कबीर साहेब पाप विनाशक हैं
यजुर्वेद अध्याय 8 मन्त्र 13 में कहा गया है कि परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है। संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने व मर्यादा में रहने वाले भक्त के पाप नष्ट हो जाते हैं।
देवी दुर्गा बलि से नहीं, बल्कि भक्तों की सच्ची भक्ति से प्रसन्न होती हैं। कबीर जी ने कहा, "हिंसा से भगवान नहीं मिलते।" हमें अपने अंधविश्वासों से ऊपर उठकर बलि प्रथा को समाप्त करना होगा।
अधिक जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें "ज्ञान गंगा" पुस्तक
True Guru Sant Rampal Ji
💠पवित्र कुरान में लिखा है कबीर अल्लाह ही पूजा के योग्य हैं।
वह सर्व पापों को विनाश करने वाले हैं। उनकी पवित्र महिमा का गुणगान करो - सुरत-फुर्कानि 25:58
Kabir supreme God
🌟🌟🌟🙇🏼♂️🙇🏼♂️🙇🏼♂️👏👏👏👏
सतभक्ति करने वाले की पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है।
- ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
संत रामपाल जी महाराज जी यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32 और अध्याय 8 मंत्र 13 से प्रमाणित करके बताते हैं कि कविर्देव अर्थात कबीर परमेश्वर घोर से घोर पाप का भी नाश कर देता है तथा काल के कर्मबंधनों से मुक्त कराकर मोक्ष प्रदान करता है।
Kabir is supreme God
Very nice interview
Very nice knowledge 👌
🌬️शराब में ऐसा नशा है जो अनमोल मानव जीवन को बर्बाद कर देती है। सद्भगति में ऐसा नशा है जो मर्यादा में रहकर की जाए तो जीवन को आबाद कर देती है। फैसला आपको करना है।
सतभक्ति करने वाले की पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है।
- ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3 बज
True interview
The real true story
Trustable story
Nice
Wow
जै सतगुरू की संगत करते, सकल कर्म कटि जाईं।
अमर पुरि पर आसन होते, जहाँ धूप न छाँइ।।
सन्त गरीब दास ने परमेश्वर कबीर जी से प्राप्त सूक्ष्मवेद में आगे कहा है कि यदि सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेते तो सर्व कर्मों के कष्ट कट जाते है
अधिक जानकारी हेतु अवश्य पढ़े पुस्तक "ज्ञान गंगा "
Very nice
Very interesting
❤❤
पवित्र बाइबल में भगवान का नाम कबीर है - अय्यूब 36:5
अय्यूब 36:5 (और्थोडौक्स यहूदी बाइबल - OJB)
परमेश्वर कबीर (शक्तिशाली) है, किन्तु वह लोगों से घृणा नहीं करता है। परमेश्वर कबीर (सामर्थी) है और विवेकपूर्ण है।
बाइबल ने भी स्पष्ट किया है की प्रभु का नाम कबीर है।
पूर्ण गुरु से नाम उपदेश लेकर सत भक्ति करने से कैंसर जैसी भयानक बीमारी भी ठीक हो जाती हैं। ऋग्वेद मंडल 9 सुक्त 86 के मंत्र 26 में स्पष्ट लिखा है कि पूर्ण परमात्मा कबीर साहिब है जो कि घोर से घोर पापों को काटकर अपने साधक को पूर्ण मोक्ष प्रदान करते हैं।
वेदों में प्रमाण है, परमात्मा साकार है।
यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3 (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है)