हर-सैम🙏 जाग में,बजा ढोल🪘 बुरसुम का।। धर्मदास रुप दा ने नचाया🕺 सभी देवी-डागरो🧜 को।।

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 27 дек 2024

Комментарии • 114