सांस्कृतिक कार्यक्रम को दिखाकर बहुत अच्छा काम किये हैं। यहाँ पर मैं कहना चाहूंगा कि हमारे आदिवासी भाई लोग बहुत कम लाईक और कमेंट्स करते हैं। पता नहीं, उन्हें डर लगता है या नॉलेज नहीं है। इस डिजिटल युग में शिक्षा/नॉलेज बढ़ाने के इतने सारे साधन होने के बाद भी अगर अपना एजुकेशन नहीं बढ़ाते हैं तो दोष किसका ?
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद आपने इतना अच्छा बात कहे हैं बहुत लोगों को समाज संस्कृति सभ्यता को समझ में नहीं आता है या लोग जानना नहीं चाहते हैं इसीलिए आज के डेट में हमारा समाज बहुत पीछे में है, लेकिन मेरा मानना है की हमारे झारखंड जमशेदपुर लो नगरी जैसे राज्य की हर परंपरा संस्कृति को . दर्शना है दिखाना है और बचाना है और बनाए बरकरार रखने का मेरा कर्तव्य है। 🙏धन्यावाद 🙏
सांस्कृतिक कार्यक्रम को दिखाकर बहुत अच्छा काम किये हैं। यहाँ पर मैं कहना चाहूंगा कि हमारे आदिवासी भाई लोग बहुत कम लाईक और कमेंट्स करते हैं। पता नहीं, उन्हें डर लगता है या नॉलेज नहीं है। इस डिजिटल युग में शिक्षा/नॉलेज बढ़ाने के इतने सारे साधन होने के बाद भी अगर अपना एजुकेशन नहीं बढ़ाते हैं तो दोष किसका ?
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद आपने इतना अच्छा बात कहे हैं बहुत लोगों को समाज संस्कृति सभ्यता को समझ में नहीं आता है या लोग जानना नहीं चाहते हैं इसीलिए आज के डेट में हमारा समाज बहुत पीछे में है, लेकिन मेरा मानना है की हमारे झारखंड जमशेदपुर लो नगरी जैसे राज्य की हर परंपरा संस्कृति को . दर्शना है दिखाना है और बचाना है और बनाए बरकरार रखने का मेरा कर्तव्य है। 🙏धन्यावाद 🙏
बहुत दिन के बाद छो नाच देखने मिला बहुत अच्छा 👍👍👍
Like share subscribe कर दीजिए ,आपको और आपके परिवार को दिल की गहराइयों से बहुत-बहुत 🙏धन्यवाद🙏