Pahli baat Kalakar kabhi dalit nhi hota.. Dusri baat wo Sanatani hain ye har cheez me caste dekhna band karo. Sharm ani chahiye. Har baat par jai bheem. Pata bhi hai Buddh varn ashram ko kitna mante the wo khud bhi Kshatriya the tumhare jai bheem me to fit hi nhi hote. Baki Ambedkar jo caste ki itni baat karte the unhone kabhi sach bataya?? Unki Ambedkar title ek Brahman ki den hai. Unko scholarship unke Brahman siikshak ke kahne par ek zamidar ne di jisse unhone padhai ki unki dusri Patni Brahmin thi.. Agar Brahmin se itni problem thi to Brahmin se vivah kyu kiya?? Apni bahno ka vivah bhi Brahmin ladko se kyu karwaya?? Wo vishudd rup se politician the unhone ye sare nare political gain ke liye diya. Unhone kabhi freedom movement me bhi participate nhi kiya. Yahi nhi jin logo ne unki itni madad ki unhe hi fayde ke liye badnam kiya. Isiliye politicians se jyada Ummid nhi rakhni chahiye na hi aank mond kar bharosa karna chahiye. Baki itne jatiwadi khud ho dusro ko kya bologe??
कलाकारों को बहुत बहुत हार्दिक बधाई और शुभकामनायें अपनी मूर्तियों को ऑनलाइन बेचने की व्यवस्था करके बहुत अच्छा क़ीमत ले सकते हैं और पूरे विश्व में डिमांड बढ़ जाएगी l पत्रकार महोदय को इनका प्राचार करने के लिए बहुत धन्यवाद जय भीम जय संविधान
दलित समाज में छिपे हुए प्रतिभा को बेद प्रकाश जी दिखाने का जो प्रयास किए वह सराहनीय है आज हम गर्व से कहते है की हम दलित समाज किसी से कम नहीं है आप इसी प्रकार से छिपे प्रतिभाओं को दिखाते रहे जय भीम ।
इतनी अच्छी विचारधारा के लोग इस गांव में रहते हैं। इनका व्यवहार , इन लोगों की भाषा, नाता प्यार से मिलकर रहना, दूसरों को कैसे इज्जत दी जाती है। और बुद्ध विचारधारा के धनी, समाज को एक नई दिशा देने वाले,को दिल से सलाम,,।। नमो बुद्धाय, जयभीम ।। बातचीत उनकी पूरी की भाषा इनका प्यार
सभी पिछड़े वर्गों, अनुसूचित वर्गों और जनजातियों को बहुजन कहा जाना चाहिए। इसके बारे में कोई संदेह नहीं है। तथाकथित ऊंची जाति के लोग ज्योतिष, समाज के विभाजन और बलि प्रथा में विश्वास करते हैं। बहुजन कड़ी मेहनत, शिक्षा और तर्कसंगतता में विश्वास करते हैं।
तो काहे व्यापार नहीं करता दलित समाज? किसी भी शहर में दलित होटल, दलित मिठाई भण्डार, दलित दुध व खोया की दुकान, दलित चाट भण्डार, दलित ज्वैलरी स्टोर आदि नहीं देखा।
@@user-hp2yz9hp1l व्यापार में किसी का कहीं कोई कब्जा नहीं होता। हर व्यक्ति स्वतंत्र रूप से अपनी दुकान या शोरूम या शापिंग माल खोल सकता है। इसके लिए कोई किसी को नहीं रोक सकता।
@@anilsinghal2312 दलित नाम लिखकर न चलाये। हिन्दू ढाबा रेस्टोरेंट के नाम से चलाये,, शहरों में कोई जाति नही पूछकर दुकानों पर खाता, साफसुथरी हो लोग खाते है
वेद भाई बहुजन समाज के लोगो मे ही टैलेंट है लेकिन इनको अपनी मेहनत का सही मूल्य नही मिलता इसलिए इनकी गरीबी नही जाती इनकी मूर्ति की कीमत इन्हे न्यूनतम मूल्य मिलता है और इसी मूर्ति से बार्म्हण रोज कमाता है उसकी कमाई की कोई सीमा नही । यह अंतर है बनाने मे और पूजा करने मे । वेद भाई बहुत बहुत शुक्रिया ।
गांव बहुत अच्छा है, और और बिजनेस भी अच्छा है बेरोजगारी में, इनके लिए ऑनलाइन भी platform होना चाहिए ताकि ये लोग तरक्की करे और कला का प्रचार हों पूरे भारत में 😊 खुशी की ओर बात ये है की बहुजन समाज के कलाकार हैं 😊
ओबीसी यसी यसटी को अपने मूल धम्म बौद्ध धम्म को मानना जानना चाहिए जहां समानता न्याय बन्धुत्व नैतिकता मानवता वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर आधारित बौद्ध धम्म कल्चर है जो किसी राष्ट्र एव समाज के समुचित विकास के लिए आवश्यक है 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
आप हर समय दलित के दिमागमें ये बैठाते रहते है कि ये दलित है। जब तक ये खुद ये मानसिकता नही छोड़ेंगे ये इससे बाहर नही आ पाएंगे। इनके हाथ मे मा सरस्वती है। इनको आगे बढाइये न कि इनके मन मे दलित और पिछड़ा होने का सोच भरिये।।
अब अधिकार भी लीजिए। संविधान भी पढ़िये, अपने बच्चों को भी पढ़िये।न कि केवल मूर्ति ही बनाते रहिये।तभी और विकास करेंगे।बहुजन भाई।वेद जी को सलाम जिन्होंने ऐसे लोगों से मिलवाया।
आपने वीडियो बनाया थोडी मेहनत कीजिए इनको ऑनलाइन e-commerce business सीखा दीजिए, बुद्ध, कृष और विदेश में बिक्री करे तो ये लोग बिचौलियों से मुक्त हो सकते हैं, बहुत पैसा कमाकर अपने समाज को आर्थिक रूप से संपन्न हो सकते है.
Namo bhudday very good thanks lekin jab मूर्ती मंदिर मे thapit होती to sc St ओबीसी iney mandir nahi जाणे nahi देते yey kasa nay heai भाई bhrminvadi oka jumala hei
इसका मतलब यही निकलता है, भगवान को, दलित समाज हीं बनाते हैं, वहीं मूर्ति मंदिर में स्थापित करने के बाद, भगवान, बाभनो के बाप हो जातें, हैं, ऐसे भगवान पर लोग कितना अंधविश्वास में फस जातें हैं,
किसी समाज में प्राचीन काल में ऐसे ऐसे मंदिर बने हैं एससी मूर्तियां बनाई है जो आज के जमाने में मनाना नामुमकिन है बस समय और हालात में इनको इनकी कला से दूर कर दिया
ये लोग ईश्वर और महापुरुषों का प्रतिमा बना और मंदिरो में जाते ही प्रतिमा मूर्ति शुद्ध हो जाती हैं और इसको बनाने वाला अपवित्र हों जाता हैं Tanatan ki beauty
गजब विडंबना है।ये दलित बहुजन के लोग भगवान को बनाते हैं पर मंदिर में रखने के बाद छूने की इजाजत नही है।यही सनातन धर्म है जो भगवान को पत्थर से गढ़ कर बनाते है पर इन्हे ही बाद में छूने नही दिया जाता।
भाई , हम लोग ही खुद को दलित ... दलित .... कहेंगे , तो बाकी समाज के लोग सालोसाल हमे दलित ही कहेंगे और उस नजरीयेसे ही देखेंगे , वैसे देखा जाए तो हमारा इतिहास बहुत ही गौरवशाली हैं , हम बुध्दकालिन नागवंशी क्षत्रिय हैं , हमारे पूर्वज भगवान बुध्दके अनुयायी थे , फिर बताओ हमे इस बात पर गर्व होना चाहीए , तो कब तक हम खुदको दलित कहकर पुकारेंगे , अब हमे दुनिया को बताना चाहीए और खुद को नागवंशी क्षत्रिय कहना चाहीए ,
Bahut Bahut Dhanyavad Vedprakashji aap to mohanjodro.aur hadrappa ki khudai karke in mahan kalakaro ko khoj nikala hai mai aapki video hamesha dekhta hoon aap wahan pahuch jate Hain Jahan koi bhi jaldi nahi pahuch pata hai.Jai Bhim Jai Sambidhan.
Telent ko Dil se ❤ pranam krti hu m bhut Jada mehnti h hmare y sb mata or bhne bhai sbhi Hard workers h sbhi Kam k hisab se sb pesa kma ske asa sujhav dijiy en logo k bed prakash ji
दलित पिछड़े को शत शत नमन,जय भीम नमो बुद्धाय।
Mai obc se mera sanatan dharm kharab hai kya.
Bhim ke 4 Major baat btao
जय भीम जय अब्बा
@@makhantiwari8286 jite raho... Nazayad aulad. 😂
Pahli baat Kalakar kabhi dalit nhi hota.. Dusri baat wo Sanatani hain ye har cheez me caste dekhna band karo. Sharm ani chahiye. Har baat par jai bheem. Pata bhi hai Buddh varn ashram ko kitna mante the wo khud bhi Kshatriya the tumhare jai bheem me to fit hi nhi hote. Baki Ambedkar jo caste ki itni baat karte the unhone kabhi sach bataya?? Unki Ambedkar title ek Brahman ki den hai. Unko scholarship unke Brahman siikshak ke kahne par ek zamidar ne di jisse unhone padhai ki unki dusri Patni Brahmin thi.. Agar Brahmin se itni problem thi to Brahmin se vivah kyu kiya?? Apni bahno ka vivah bhi Brahmin ladko se kyu karwaya?? Wo vishudd rup se politician the unhone ye sare nare political gain ke liye diya. Unhone kabhi freedom movement me bhi participate nhi kiya. Yahi nhi jin logo ne unki itni madad ki unhe hi fayde ke liye badnam kiya. Isiliye politicians se jyada Ummid nhi rakhni chahiye na hi aank mond kar bharosa karna chahiye. Baki itne jatiwadi khud ho dusro ko kya bologe??
कलाकारों को बहुत बहुत हार्दिक बधाई और शुभकामनायें अपनी मूर्तियों को ऑनलाइन बेचने की व्यवस्था करके बहुत अच्छा क़ीमत ले सकते हैं और पूरे विश्व में डिमांड बढ़ जाएगी l पत्रकार महोदय को इनका प्राचार करने के लिए बहुत धन्यवाद जय भीम जय संविधान
Right
Right now very good thanks
दलित समाज को आगे आकर इन्हें अपना माल बेचने की तकनीक सिखाना चाहिए और भरपूर आर्थिक मदद करना चाहिए।
इन बहुजन समाज के कलाकारों को ह्रदय से नमन करता हूं। इनकी कला ये साबित करती है कि मूर्ति कला प्राचीन काल से ही बहुजन समाज बनाता आया है ।
Yes
दलित समाज में छिपे हुए प्रतिभा को बेद प्रकाश जी दिखाने का जो प्रयास किए वह सराहनीय है आज हम गर्व से कहते है की हम दलित समाज किसी से कम नहीं है आप इसी प्रकार से छिपे प्रतिभाओं को दिखाते रहे जय भीम ।
बेद, प्रकाश जी को धन्यवाद देता हूं,
बहुत मेहनत करके जनता को, मूर्ति कारों की गरिमा बढ़ा दिया है,
मूर्तिकार बहुत शिक्षित और सभ्य हैं इनके विचार भी सामाजिक हैं बहुत प्रसन्नता हुई देखकर इनको 😊😊😊
कितनी अनमोल कला है ये लोगो के पास 🙏🙏🙏
Right
दलित समाज को इनकी भरपूर आर्थिक मदद करना चाहिए।
इतनी अच्छी विचारधारा के लोग इस गांव में रहते हैं। इनका व्यवहार , इन लोगों की भाषा, नाता प्यार से मिलकर रहना, दूसरों को कैसे इज्जत दी जाती है। और बुद्ध विचारधारा के धनी, समाज को एक नई दिशा देने वाले,को दिल से सलाम,,।। नमो बुद्धाय, जयभीम ।।
बातचीत उनकी पूरी की भाषा इनका प्यार
बहुत ही अद्भुत कला है, इससे साबित होता हैं की प्राचीन काल से ही हमारे बहुजन समाज के लोग श्रमण थें, और पहले भी ऐसे शिल्पकार कलाकारी का काम करते थे 😊
Antenna walo ne gulam bana diya.
वीडियो बनाकर हम लोगों तक पहुंचाने के लिए आपका बहुत बहुत हार्दिक आभार
वेद जी कलाकारों को प्रमोटकरने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद और इन कलाकारों को बहुत सारा साधु हुआ धन्यवाद
बहुत शानदार वीडियो आपने दिखाया,वेद sir,jay bhim jay bahujan samaj
Paswan and Pasi samaj jinda baad ❤❤❤❤❤❤ Jay bhim ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
बहुत सुंदर जानकारी दी आपका शुक्रिया जय भीम नमो बुद्धाय
सभी पिछड़े वर्गों, अनुसूचित वर्गों और जनजातियों को बहुजन कहा जाना चाहिए। इसके बारे में कोई संदेह नहीं है। तथाकथित ऊंची जाति के लोग ज्योतिष, समाज के विभाजन और बलि प्रथा में विश्वास करते हैं। बहुजन कड़ी मेहनत, शिक्षा और तर्कसंगतता में विश्वास करते हैं।
भोसड़ा वाले obc वालो को तू भीम to से मत जोड़। हम obc वाले जय श्री राम के साथ हैं।
वेद भाई आपके विषय बहुत अच्छे होते हैं, बहुजन समाज के समाज की जानकारी देते हैं, देख कर बहुजन समाज को अपने समाज के लोगो के लिए काम करने की जरूरत है
व्यापार में बढ़ चढ़ के भाग लेकर ही अनुसूचित समाज आगे बढ़ सकता है।
तो काहे व्यापार नहीं करता दलित समाज? किसी भी शहर में दलित होटल, दलित मिठाई भण्डार, दलित दुध व खोया की दुकान, दलित चाट भण्डार, दलित ज्वैलरी स्टोर आदि नहीं देखा।
@@anilsinghal2312 व्यापार पर ब्राह्मण बनिया का कब्जा है और वह किसी को घुसने नहीं देंगे
@@user-hp2yz9hp1l व्यापार में किसी का कहीं कोई कब्जा नहीं होता। हर व्यक्ति स्वतंत्र रूप से अपनी दुकान या शोरूम या शापिंग माल खोल सकता है। इसके लिए कोई किसी को नहीं रोक सकता।
@@user-hp2yz9hp1l यदि किसी शहर में तुम दलित मिठाई भण्डार, दलित ज्वैलर्स, दलित दूध भण्डार खोलते हो तो कोई तुमसे मना करने नहीं आ रहा।
@@anilsinghal2312 दलित नाम लिखकर न चलाये।
हिन्दू ढाबा रेस्टोरेंट के नाम से चलाये,, शहरों में कोई जाति नही पूछकर दुकानों पर खाता, साफसुथरी हो लोग खाते है
इनलोगो के कला को राष्ट्रीय लेवल पर प्रकाशित करना चाहिए
ऑनलाइन विक्रय करने के लिए बड़े बड़े धनी लोगों को साथ देना चाहिए ताकि बिजनेस इनका पॉपुलर हों 😊😊😊
बहुत बढ़िया शानदार तथ्यपरक जानदार व्हिडिओ, जय भीम नमो बुद्धाय 🌹
वेद भाई बहुजन समाज के लोगो मे ही टैलेंट है लेकिन इनको अपनी मेहनत का सही मूल्य नही मिलता इसलिए इनकी गरीबी नही जाती इनकी मूर्ति की कीमत इन्हे न्यूनतम मूल्य मिलता है और इसी मूर्ति से बार्म्हण रोज कमाता है उसकी कमाई की कोई सीमा नही । यह अंतर है बनाने मे और पूजा करने मे । वेद भाई बहुत बहुत शुक्रिया ।
I am very proud of this village
Ap लोगो की प्रतिभा को मैं प्रणाम करता हूं
आप सभी कलाकारों का मेरा अंतःकरण का धन्य भाव आभार अभिव्यक्त करता है।
जय भीम ❤
बडी खुबसूरत है अशोका स्तंभ जयभीम वेद प्रकाश जी बहुत बहुत धन्यवाद
आज तक समझ मे नही आया भगवान आदमी को बनाया या आदमी भगवान को
गांव बहुत अच्छा है, और और बिजनेस भी अच्छा है बेरोजगारी में, इनके लिए ऑनलाइन भी platform होना चाहिए ताकि ये लोग तरक्की करे और कला का प्रचार हों पूरे भारत में 😊 खुशी की ओर बात ये है की बहुजन समाज के कलाकार हैं 😊
बहुजन अपनी ताकत को समझो
जय भीम जय संविधान
जय बहुजन समाज हम पार्टी जिंदाबाद ❤❤❤❤❤
Paswan ji ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
जय भीम नमो बुद्धाय
मूर्तिकला बौद्ध की शिल्प कला थी
Talent ko Namo Buddhay Jai Bheem.wah mere deshvashiyon. Dhanyawad Ved prakash ji
राम सरनेम वाले बहुत अच्छा जवाब दिए की हम संवैधानिक SC समाज से हैं।
Respect total respect 👍💪
वेद प्रकाश जी के गांधी के तीन बंदर नहीं गौतम बुद्ध के बंधन है जापान में जो मूर्ति लगी है उसमें तीन बंदर हैं तब गांधी पैदा भी नहीं हुए थे
१०० % सत्य है।
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤इन कलाकारों को शत शत नमन बहुत सुंदर कलाकारी 👍👍👍👍👍👍👍👍
ओबीसी यसी यसटी को अपने मूल धम्म बौद्ध धम्म को मानना जानना चाहिए जहां समानता न्याय बन्धुत्व नैतिकता मानवता वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर आधारित बौद्ध धम्म कल्चर है जो किसी राष्ट्र एव समाज के समुचित विकास के लिए आवश्यक है 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
OBC ka theka mat liya kar bhai apne tak simit raho
@@SurendraSingh-kx2qe OBC ko konsa adhikar mil raha hai unka
Obc का नाम भी मत ले, जितना मे हो उतने रहो
@@chandanverma8268 mai bhi OBC hu Mera hak kon kha Raha hai mujhe achche se pata hai
हम obc से है मुझे कुछ नहीं चाहिए,भगवान हाथ पैर दिए है कमाने के लिए!
Bahujan. Kalakaro ko bahut bahut badhayi aur naman .thanku vedprakashji p.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति आपको बहुत बहुत धन्यवाद
भारत के दलित पिछड़े लोग दुनिया के सबसे ज्यादा महान शिल्पकार थे , तभी ब्राह्मणों ने अपने वेद ग्रंथों में इन को गाली दी है।
वेद प्रकाश भाई अच्छा लगा है
वेद प्रकाश जी, आपने बहुत अच्छा दिखाया है.हमारे समाज को आगे बढ़ने के लिए यह motivation का काम करेगा.
आप हर समय दलित के दिमागमें ये बैठाते रहते है कि ये दलित है। जब तक ये खुद ये मानसिकता नही छोड़ेंगे ये इससे बाहर नही आ पाएंगे। इनके हाथ मे मा सरस्वती है। इनको आगे बढाइये न कि इनके मन मे दलित और पिछड़ा होने का सोच भरिये।।
नमो बैधदय जयभीम
अब अधिकार भी लीजिए। संविधान भी पढ़िये, अपने बच्चों को भी पढ़िये।न कि केवल मूर्ति ही बनाते रहिये।तभी और विकास करेंगे।बहुजन भाई।वेद जी को सलाम जिन्होंने ऐसे लोगों से मिलवाया।
आपने शिल्पकला - बुद्धमूर्ती का व्हिडिओ बनाकर अच्छा काम कर रहे है। धन्यवाद . नमोबुद्धाच
आपने वीडियो बनाया थोडी मेहनत कीजिए इनको ऑनलाइन e-commerce business सीखा दीजिए, बुद्ध, कृष और विदेश में बिक्री करे तो ये लोग बिचौलियों से मुक्त हो सकते हैं, बहुत पैसा कमाकर अपने समाज को आर्थिक रूप से संपन्न हो सकते है.
सहमत
Sir kalakar ka Pata mobile num
Namo bhudday very good thanks lekin jab मूर्ती मंदिर मे thapit होती to sc St ओबीसी iney mandir nahi जाणे nahi देते yey kasa nay heai भाई bhrminvadi oka jumala hei
Right sabji
बिल्कुल सही बात इन्हे ऑनलाइन आना चाहिए
बहुत सुंदर, वेदप्रकाश जी आपने बहुजन की प्रतिभा को कैमरे में कैद कर प्रशंसनीय कार्य किया है।
लाजवाब रिपोर्टिंग है आपका बेद बाबू ।
इसका मतलब यही निकलता है, भगवान को, दलित समाज हीं बनाते हैं, वहीं मूर्ति मंदिर में स्थापित करने के बाद, भगवान, बाभनो के बाप हो जातें, हैं,
ऐसे भगवान पर लोग कितना अंधविश्वास में फस जातें हैं,
दलित समाज को नहीं फंसना चाहिए और तत्काल बौध्द बन जाना चाहिए।
जय भीम नमो बुद्धाय मंसाराम बौद्ध धन्यवाद आपको महोदय जी
किसी समाज में प्राचीन काल में ऐसे ऐसे मंदिर बने हैं एससी मूर्तियां बनाई है जो आज के जमाने में मनाना नामुमकिन है बस समय और हालात में इनको इनकी कला से दूर कर दिया
ये लोग ईश्वर और महापुरुषों का प्रतिमा बना
और मंदिरो में जाते ही प्रतिमा मूर्ति शुद्ध हो जाती हैं और इसको बनाने वाला अपवित्र हों जाता हैं
Tanatan ki beauty
Very good reporting !!!
आप सभी कलाकारो को बहुत बहुत बधाई। धन्यवाद
दलित शब्द की जगह वंचित वर्ग का प्रयोग अच्छा लगेगा अथवा अनुसूचित वर्ग ही काफी है।
धनेवद.पञकार.बहूत.आछीचीज.दिखाई.जयभीम.नमोबूद्याय
JAI BHIM JAI SAMIDHAN JAI BHARAT NAMOY BUDDHA VERY NICE SPEECH THANK YOU SIR ALIGARH U P SE ❤❤❤❤❤
Thanks sabhi bhaiyon ko,namo buddhay jay bhim
गजब विडंबना है।ये दलित बहुजन के लोग भगवान को बनाते हैं पर मंदिर में रखने के बाद छूने की इजाजत नही है।यही सनातन धर्म है जो भगवान को पत्थर से गढ़ कर बनाते है पर इन्हे ही बाद में छूने नही दिया जाता।
तो एक तुमलोग बोलते हो हम भगवान को मानते नही है तो बेचैन क्यों हो
सभी को jai bhim
बहोत ही कुशाग्र बुध्दी के कलाकार है एकाग्रता ,साहस है ईन कलाकारों में.
इस जानकारी के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद महोदय,
इनके लिए आप और भी कुछ कर सकते हैं।
Congratulations to all artists
Good,may god give prosperity to all section of society
❤Jay,, bhim
बहुत अच्छा बना रहा है मूर्ति सभी समाज को भी मिलकर
Namobudhay everyone jaibheem
Ved Prakash ji aapko Dikhane ke liye bahut bahut dhanyvad Jay Bheem Namo buddhay
Dalit pichhre barg ki karigàri ko naman. Jay Bhim Namo Budhay .
इनको पता एवं मो न. भी सोसल मीडिया में डालना चाहिए 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
सर दिल खुश होगया जो लोग कह ते है दलित मै ट
टेलेंट नही होता उन लोगो के मु पर तमंचा है ये
Bhot bdhiya...proud of bhujan smaj...jai bhim
Inki kla ko aage bdhao
Inki hlat me bdlav hona jruri he
Bahujan samaj ke sabhi kalakar Bhai salute hai bhai 🙏 Jay Bheem Jay bharat ❤❤❤
Very nice ved jee
बहुत अच्छा वीडियो बनाया है। बहुत बहुत धन्यवाद और आभार
जयभीम जय संविधान
Jai Bhim 🙏
you are a great reporter❤
जय भीम जय भारत जय संविधान 💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙
भाई , हम लोग ही खुद को दलित ... दलित .... कहेंगे , तो बाकी समाज के लोग सालोसाल हमे दलित ही कहेंगे और उस नजरीयेसे ही देखेंगे , वैसे देखा जाए तो हमारा इतिहास बहुत ही गौरवशाली हैं , हम बुध्दकालिन नागवंशी क्षत्रिय हैं , हमारे पूर्वज भगवान बुध्दके अनुयायी थे , फिर बताओ हमे इस बात पर गर्व होना चाहीए , तो कब तक हम खुदको दलित कहकर पुकारेंगे , अब हमे दुनिया को बताना चाहीए और खुद को नागवंशी क्षत्रिय कहना चाहीए ,
Jai bhim namobudhay
बहुत सुन्दर रचना बहुजन समाज का मुरती बहुजन समाज के लोग बना रहे हैं
Jai Bhim 🌹Namo Buddhay 🌹🙏💐🔥💕🥀🌺💥🌾❤💪🇮🇳
Super Jai Bhim 🙏👍👍❤️👍
Very good reporter ved prakash ji
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Apka reporting bahut achha hai
गजब की कारीगरी है साहब
जियो ❤
Bahut Bahut Dhanyavad Vedprakashji aap to mohanjodro.aur hadrappa ki khudai karke in mahan kalakaro ko khoj nikala hai mai aapki video hamesha dekhta hoon aap wahan pahuch jate Hain Jahan koi bhi jaldi nahi pahuch pata hai.Jai Bhim Jai Sambidhan.
Jay ho Bihar ❤❤❤❤❤❤❤
नमो बुध्दाय, जय भिम,
बहोत भारी व हुशार मुर्ती कलाकार, कारागीर है । इनके मेहनत की सच्ची तारिफ करने लायक है ।
Ye hindu dharm ke pillar hai,....salute hai.
और यही हिंदू धर्म इन पिल्लरों को नीच मानता है।
वेद भाई साहब बहुत सुन्दर छत्तीसगढ़ से
❤️❤️❤️ must be proud of ❤️❤️❤️all these ARTISTS ❤️❤️❤️
Telent ko Dil se ❤ pranam krti hu m bhut Jada mehnti h hmare y sb mata or bhne bhai sbhi
Hard workers h sbhi Kam k hisab se sb pesa kma ske asa sujhav dijiy en logo k bed prakash ji
Bahut shundar
Aap to dil khush kar dete hai. Kabhi bhi kahi bhi ye dekhne ko nahi milta. Dhanyawwad .❤
बहुत सुंदर ❤
भईया जय भीम 🙏🙏🙏