अक्सर पलायन को रोकने की बात वही लोग करते हैं जो खुद पलायन कर चुके हैं और अपने गांव देहातों को छोड़कर कहीं दूर बस गए हो अगर उन लोगों को इतनी ही चिंता है अपने गांव देहातों की अपने पहाड़ की तो वह लोग क्यों गांव में नहीं बसते और बात रही कि रोजगार नहीं है तो सबसे पहले वही लोग अपने गांव को छोड़ कर चले जाते हैं जिनके पास सरकारी नौकरियां और अच्छा रोजगार हो । कड़वा है लेकिन सच है
Shi kha bhai hmare ambala haryana me ek utrakhndi colony wo sab govt. Job me ha wo log bhi km hi jana cahte ha sach kha negi ji ne ki asuvidha se suvidha ki or ja rhe ha
बहुत सुंदर।जागर से तात्पर्य है ईश्वरीय शक्ति को जाग्रत करके अनिष्ट को दूर करने के लिए किया जाता है। नेगी जी आप ने पहाड़ी लोगों के गुस्से को ठंडा बताया।गीत सुनने वाले कवि की भावनाओं को इतना नहीं समझ पाते।
नेगी जी आप तो district headquarter और pauri grarhwal के सबसे बड़े शहर मै थे खाया, कमाया, सब pauri मै फिर क्यूँ doon पालायन किया। आप सबसे बड़े दोसि हो 🙏
पलायन हम सबकी जिम्मेदारी है, हम सभी को इसके ऊपर कार्य करना चाहिए, और सरकार को तो सबसे आगे होना चाहिए।। पृथक राज्य दो दशक बीत जाने के बाद भी आज पहाड़ों से पलायन बरकरार है।। जिम्मेदार कौन है?
Palayan shayad us samay jaruri tha mere father khud ek govt job m thay 99 m retire hue, gaon m 8th class tak kisi tarah pade thay uske baad bahar hotel m kam ker k, saath hi saath Delhi m study ker k job m lage, kyonki us samay pragati nam ki koi cheese nahi thi , dheere dheere Jab Uttrakhand k log bahar rahe , study ki, mahnet ki, wo log properly set hue, establish hue, per ab situation entire change hai, yeh sab vaha ki GOVT ka failure tha , nahi to jahan itne DHAM hai, itni nature k dwara di hui Inayat hai, wo undekha rahta, aaj hum bhi HP ki tarah develope hote, per abhi bhi der nahi huie hai, badi badi post m Uttrakhand ka bolbala hai, eg. Rawat sir, Dobhal sir , aise hi kitne anginat log, hum badal rahe hai hamara Uttrakhand badal raha hai and overall I am very much proud that Garhwal is my Janambhoomi, Jai Devbhoomi, Jai Uttrakhand, may live long
पहाड़ों में रहना तो सीखो सब शहरी बन गए। आदरीण नेगी का दर्द सही है। पर सब लोग अगर कभी अपने पहाड़ मे कुछ समय के लिए तो आयें। पर लोग आते नहीं सिर्फ बोलते बहुत हैं। आओ कभी पहाड़ तो पता चलेगा। कभी ता अपणा पहाड़ मा। मुख सामणी देखा पहाड़ कु दर्द। राजनीतिक पार्टी सिर्फ अपना घर बना रहे हैं पहाड़ रोजगार के लिए तरस रहे है और सिर्फ ऑफिशियल कार्यावाही की जा रही है। नमस्कार जय देवभूमि उत्तराखंड अपणा पहाड़।
क्या करे हमारी तो हालत ऐसी है न पहाड़ी समझ आती है उस लेवल तक न बोलना क्युकी कभी किसी ने बोला ही नही सिखाया नही पर आज कॉलेज के बाद local communication के लिए अपनी लोक भाषा सीखने को लालायित हु मै क्युकी लॉकडोन से बाहर के रास्ते बंद है और जो करना है अपने यहां करना है मैं नेगी जी के गानों का श्रोता गण हू जिस भी गाने की रचना उन्होंने किया है उनके तो क्या कहने परंतु आप चाहे दुःख , निराश,मिलाप जो चाहे कहे । कही कही पर मुझे खुद गाने के बोल समझ नही आते इससे ज्यादा शर्म और निराशा की बात और क्या रहेगी क्युकी जब मुझे ही नही आयेगी अपनी लोक भाषा तो मैं किसी बाहर शहर के person को कैसे inspire करू अपनी लोक भाषा के गाने सुनने को😐😅 पर फिर भी जितना भी है मैं down to earth हु मुझसे भी बहुत बड़े महानुभाव होंगे Always love you Negi ji आप सच में मेरे ideal रहेंगे आपके गीत मेंरे लिए शहद की मिठास सी मन को प्रफुल्लित करने वाली रहेगी Lots of love Negi ji 🙏🙏☺️❤️
Development in UK especially in border areas will definitely turns the table around. Negi ji, Bhartwan ji, Anuradha Nirala ji .... Gems 💖 of Uttarakhand
समस्या तो अब होगी। जब राजनीत वाले अपना खेल चालू करेंगे। बाहर का नेता क्यों कुछ करेगा जब उत्तराखंड के नेता कुछ नहीं कर सकते। जरा सोचो इनकी राजनीत केवल वोट बैंक है।
कुछ नहीं होगा ज्ञान सब देंगे लेकिन बसना सभी देहरादून ऋषिकेश मे चाहते है काम कोई करना नहीं चाहता पहाड़ में।सुविधाओं का भी अभाव है स्वास्थ्य सेवाएं शिक्षा रोजगार ये सब नहीं होगा तो आदमी भूखा थोड़ी मरेगा शहर की ओर तो जाना पड़ेगा।ज्ञान देना सरल है लेकिन करना मुश्किल
पलायन की दुर्दशा तो हमारे राजनेता जिम्मेदार है जी अगर हर गांव में होम किलनिक बना दिये होते तो अगर कृषि ब्वासाय में ध्यान दिया गया हो या तो अगर आयूरबेद ओषिधियो पर ध्यान दिया होता तो अगर पर्यटन स्थलों पर ध्यान दिया होता तो पलायन नहीं होता सबसे बड़ी बात सरकार जो पैसा गांवों के बिकास के लिए भेजती है उसका मूल्यांकन किया गया हो या तो
If UK wants health education job then promote and vote for the party who is able to do it. Give chance to new party and try. Influences should promote that party. Only political will can bring the change
Negi ji sadke banengi or har jagah banengi toh bhut ped katengy , job creation k liye factories and companies khulengi uske liye or ped katengy.....,... companies khulengi toh or jada log jayengy waha rehne ghar banaigy fir or ped katengy ........fir aap kahoge na kata toh daliyo na kata chucho ......... migration prakrati ka niyam hai ye kabhi nahi rukega
जिस प्रकार बाल पकने से कोई बुद्धिमान नही हो जाता ठीक उसी प्रकार सिर्फ पलायन पलायन जपने से पलायन रोका नहीं जा सकता।नेगी जी पहले खुद आकर गांव में रहें। गांव में न सही गांव के निकट के ही किसी कस्बे में आकर रहें तो मैं मानू।
Jai uttarakhand plssss....Mam kuch reality dekho uttrakhand key gao ke pata chal jayega sab chor hai 5 saal cong, 5 saal BJP bas yahi hai uttrakhand bikash
जो पूरी तरह से सक्षम है वो पलायन मे सबसे आगे है,हीरो,हीरोइन,गायक कलाकार सभी शहरों मे रहकर पहाडी पलायनों पर गीत गाकर सुर्खिया बटोर रहे है, ,
Shi bat
Bilkul
अक्सर पलायन को रोकने की बात वही लोग करते हैं जो खुद पलायन कर चुके हैं और अपने गांव देहातों को छोड़कर कहीं दूर बस गए हो अगर उन लोगों को इतनी ही चिंता है अपने गांव देहातों की अपने पहाड़ की तो वह लोग क्यों गांव में नहीं बसते और बात रही कि रोजगार नहीं है तो सबसे पहले वही लोग अपने गांव को छोड़ कर चले जाते हैं जिनके पास सरकारी नौकरियां और अच्छा रोजगार हो । कड़वा है लेकिन सच है
Agree bhai🙏
pauri mei b koi acha hospital ni hai so agr koi difficult case wo log b doon ke lye prfr krte hai aise mei log kya krneg
नौकरी ढूंढने के अलावा कोई रोजगार नहीं है तो पलायन ही होगा. हिमालय के सभी रोजगार ढंडे हैं, भांग भी नहीं बो सकते उत्तराखण्ड में.
Shi kha bhai hmare ambala haryana me ek utrakhndi colony wo sab govt. Job me ha wo log bhi km hi jana cahte ha sach kha negi ji ne ki asuvidha se suvidha ki or ja rhe ha
Aapki bat boht sahi ha 👍 jai gadwal jai komou jai utrakhand dev bhumi
नेगी जी द्वारा पहाडों के पलायन के बारे में बहुत सुन्दर शब्दों का प्रयोग किया गया और सरकार को उत्तराखंड के पलायन के बारे में जरूर सोचना चाहिए
नेगी भाई साहब आप को कोटि-कोटि नमन सत्य बचन जी हमारे पहाड़ का गुस्सा भी ठंडा होता है ऊषा बलोदी कोटद्वार से
परम श्रद्धेय नेगी जी को कोटी कोटी प्रणाम 🙏 बहुत सुन्दर सुझाव
Narender singh negi sahab, the legend
बहुत सुंदर।जागर से तात्पर्य है ईश्वरीय शक्ति को जाग्रत करके अनिष्ट को दूर करने के लिए किया जाता है। नेगी जी आप ने पहाड़ी लोगों के गुस्से को ठंडा बताया।गीत सुनने वाले कवि की भावनाओं को इतना नहीं समझ पाते।
नेगी जी आप तो district headquarter और pauri grarhwal के सबसे बड़े शहर मै थे खाया, कमाया, सब pauri मै फिर क्यूँ doon पालायन किया। आप सबसे बड़े दोसि हो 🙏
पलायन हम सबकी जिम्मेदारी है, हम सभी को इसके ऊपर कार्य करना चाहिए, और सरकार को तो सबसे आगे होना चाहिए।।
पृथक राज्य दो दशक बीत जाने के बाद भी आज पहाड़ों से पलायन बरकरार है।।
जिम्मेदार कौन है?
Palayan shayad us samay jaruri tha mere father khud ek govt job m thay 99 m retire hue, gaon m 8th class tak kisi tarah pade thay uske baad bahar hotel m kam ker k, saath hi saath Delhi m study ker k job m lage, kyonki us samay pragati nam ki koi cheese nahi thi , dheere dheere Jab Uttrakhand k log bahar rahe , study ki, mahnet ki, wo log properly set hue, establish hue, per ab situation entire change hai, yeh sab vaha ki GOVT ka failure tha , nahi to jahan itne DHAM hai, itni nature k dwara di hui Inayat hai, wo undekha rahta, aaj hum bhi HP ki tarah develope hote, per abhi bhi der nahi huie hai, badi badi post m Uttrakhand ka bolbala hai, eg. Rawat sir, Dobhal sir , aise hi kitne anginat log, hum badal rahe hai hamara Uttrakhand badal raha hai and overall I am very much proud that Garhwal is my Janambhoomi, Jai Devbhoomi, Jai Uttrakhand, may live long
पहाड़ों में रहना तो सीखो सब शहरी बन गए। आदरीण नेगी का दर्द सही है। पर सब लोग अगर कभी अपने पहाड़ मे कुछ समय के लिए तो आयें। पर लोग आते नहीं सिर्फ बोलते बहुत हैं। आओ कभी पहाड़ तो पता चलेगा। कभी ता अपणा पहाड़ मा। मुख सामणी देखा पहाड़ कु दर्द। राजनीतिक पार्टी सिर्फ अपना घर बना रहे हैं पहाड़ रोजगार के लिए तरस रहे है और सिर्फ ऑफिशियल कार्यावाही की जा रही है। नमस्कार जय देवभूमि उत्तराखंड अपणा पहाड़।
Legend Narendra Singh Negi ji 🙏
Legend Pritam Bhartwan Ji 🙏
Pritam bharatwan sir grt nowladge ...grt man in Garhwal Uttarakhand musical industry
हम गर्व से कहते है कि हम गढ़वाल से है
सभ्य लोग देश भक्त देश प्रेमी
भारतीय
जय भारत जय भारती
स्वस्थया सुविधाओ की कमी भी एकमहत्वपूर्ण कारण - है
क्या करे हमारी तो हालत ऐसी है न पहाड़ी समझ आती है उस लेवल तक न बोलना
क्युकी कभी किसी ने बोला ही नही सिखाया नही
पर आज कॉलेज के बाद local communication के लिए अपनी लोक भाषा सीखने को लालायित हु मै
क्युकी लॉकडोन से बाहर के रास्ते बंद है और जो करना है अपने यहां करना है
मैं नेगी जी के गानों का श्रोता गण हू जिस भी गाने की रचना उन्होंने किया है उनके तो क्या कहने परंतु आप चाहे दुःख , निराश,मिलाप जो चाहे कहे । कही कही पर मुझे खुद गाने के बोल समझ नही आते इससे ज्यादा शर्म और निराशा की बात और क्या रहेगी
क्युकी जब मुझे ही नही आयेगी अपनी लोक भाषा तो मैं किसी बाहर शहर के person को कैसे inspire करू अपनी लोक भाषा के गाने सुनने को😐😅
पर फिर भी जितना भी है मैं down to earth हु मुझसे भी बहुत बड़े महानुभाव होंगे
Always love you Negi ji आप सच में मेरे ideal रहेंगे आपके गीत मेंरे लिए शहद की मिठास सी मन को प्रफुल्लित करने वाली रहेगी
Lots of love Negi ji 🙏🙏☺️❤️
नेगी जी जीओ हजारों साल
Negi g thanku so much apne hmari dilo ki bat manch par kari
bahut Sundar vichar aadarniy Shri Narendra Singh Negi ji
Niygie ji jy ho Pertam ji jy ho
Jai uttarakhand... Negi sir ko parnam uttrakhand ke anmol Ratan hai aap Kedar baba aap ko hamesha khush rakhe
Sahi baat kahi negi ji ne.palayan par.
बिल्कुल सही बात कही नेगी जी ने
नेगी जी को कोटि कोटि प्रणाम , बहुत अच्छी बात कही इसीलिए पहाड़ से पलायन हो रहा है....
how could I miss it, discovering it after 7 months.
Development in UK especially in border areas will definitely turns the table around.
Negi ji, Bhartwan ji, Anuradha Nirala ji .... Gems 💖 of Uttarakhand
Yes border areas are😵
भौत भलि समसामयिक कछड़ी।
बात तो सत्य है लेकिन नेगी जी ने भी तो देहरादून मेँ मकान बना रखा है। फिर किस पॉपुलर ब्यक्ति का उदाहरण दे जिसने देहरादून में मकान न बनाया हो।
समस्या तो अब होगी। जब राजनीत वाले अपना खेल चालू करेंगे। बाहर का नेता क्यों कुछ करेगा जब उत्तराखंड के नेता कुछ नहीं कर सकते। जरा सोचो इनकी राजनीत केवल वोट बैंक है।
कुछ नहीं होगा ज्ञान सब देंगे लेकिन बसना सभी देहरादून ऋषिकेश मे चाहते है काम कोई करना नहीं चाहता पहाड़ में।सुविधाओं का भी अभाव है स्वास्थ्य सेवाएं शिक्षा रोजगार ये सब नहीं होगा तो आदमी भूखा थोड़ी मरेगा शहर की ओर तो जाना पड़ेगा।ज्ञान देना सरल है लेकिन करना मुश्किल
Negi ji and Pritam bhartwan dono Bhoot hi mahan gayak ha👏🙏🙏🙏🙏
स्वास्थ्य, रोजगार, शिक्षा, यदि ये चीजें हो तो किसी को शोक नहीं अन्य जगह पलायन करे?
नेगी जी एक महान व्यक्ति हैं
Bahut sundar sir ji
गानों का तो मज क बना के रखा है
और सरकार तो क्या बोलूँ
आपने ही बोला सभी धान्नी देहरादून फिर आपका किला किसने उखाड़ा
सुन्दर नमन।
Nice sharing 🙏🙏🙏🙏🙏👍👍👌👌
पहाड़ो में जंगली जानवर सुवर बन्दर भालू जंगल जादा हो गये हैं आदमी कम
Uttrakhand mein jo log apni language mein baat nahi karte hai un logo ko uttrakhand se
Sidha bhar karna chahiye
नेगी जी आप legend ho.... नमन आपको
Playan ek bdi samasya h hmare khet banjar ho rhe h sb log gav chhodh kr chle gye jo rupay wale the or garib log or garib ho gye h 😭😭😭😭😭
पलायन की दुर्दशा तो हमारे राजनेता जिम्मेदार है जी अगर हर गांव में होम किलनिक बना दिये होते तो अगर कृषि ब्वासाय में ध्यान दिया गया हो या तो अगर आयूरबेद ओषिधियो पर ध्यान दिया होता तो अगर पर्यटन स्थलों पर ध्यान दिया होता तो पलायन नहीं होता सबसे बड़ी बात सरकार जो पैसा गांवों के बिकास के लिए भेजती है उसका मूल्यांकन किया गया हो या तो
Very nice
Negi ji ko mera koti koti paranaam 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Negi ji ko sat sat parnaam🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻negi ji sache uttarakhandi hai
Aap logo nehi palaya kiya he problam aap logo ki he hamari nahi he ham pahad me hi raheti he🙏🙏🙏🙏
नेगी जी ने खुद पलायन कर रखा है 😆
Shree negi ji ke gano mein pahaado ka dard basa huwa hai
If UK wants health education job then promote and vote for the party who is able to do it. Give chance to new party and try. Influences should promote that party. Only political will can bring the change
Nice👌👌👌🙏🙏
Pahad ku gussaa bhi thando,border ki raksha karne wale log,negi da ki bat sunkar aankh me aansu aa gay.jay devbhumi
नेगी दा ग्रेट
👌👌👌...
Duniyan aur Uttarakhand ke log Negiji ko samgh sakte hain lekin desh ya pradesh ki sarkaren nhi samgh saki bade dukh ki bat hai
Negi ji ke samne koi bhi award chota hai
Negi ji sadke banengi or har jagah banengi toh bhut ped katengy , job creation k liye factories and companies khulengi uske liye or ped katengy.....,... companies khulengi toh or jada log jayengy waha rehne ghar banaigy fir or ped katengy ........fir aap kahoge na kata toh daliyo na kata chucho
......... migration prakrati ka niyam hai ye kabhi nahi rukega
Samajwadi party ki wajh se wosb hua thaa enko kbhi maff nhi krenge hm
Nice
🙏🙏🙏🙏
जिस प्रकार बाल पकने से कोई बुद्धिमान नही हो जाता ठीक उसी प्रकार सिर्फ पलायन पलायन जपने से पलायन रोका नहीं जा सकता।नेगी जी पहले खुद आकर गांव में रहें। गांव में न सही गांव के निकट के ही किसी कस्बे में आकर रहें तो मैं मानू।
माफ कीजिएगा। यह लोग खुद पैसा कमाने के बाद देव भूमि को छोड़ कर शहरों मैं बस जाते है। झूठे राजनेताओं को सपोर्ट करते है।
If someone can sing a song that good it is only negi da
🙏🙏🙏
Negi g k gaano k bol ab sach hote ja rahe hain.
Negi ji uk ab कभी भी नही जाना ,,,,
Kisne aapne??
Palyan ayog bna tha Woh kha gya.
Khud b toh aap apne ganw se palayan kr chuke ho respected negi ji
Ek gadhwali dusre gadhwali se jalta ha kahi ye agey na bad jaye. Unity ki kami Chad ke rehna paisa atey hi.
Aajkal log bhaichara to chodo me gadhwali hu gadhwali bhasa bolne se katrate hai
Rawt ji ne phad ke liye kya kiya
Negi ji our bhartwan ji ko kaho ki tum pahele aapne gonw aa jao tab logo ko sikcha do chutiya banate logo ko
वाह! गुस्सा नशा बि ठण्डो....👌
sir ap to gadhwali bolo
Negi apne ap to dehradoon me bse ho ap
narendra sing negi ek itihas hai ek yug hai.... negi g san hai hmare uttrakhnd ki.... lv sir...
Garhwal samrat negi da
Jangli janwaro se chhutkara milne se hi Palayan ruk Sakta hain
ST Reservation is only solution.
Pure nahi huye hai
Sbse phle to whi log palan kr gye hai jo. Bhasan de rahe hai
Jai uttarakhand plssss....Mam kuch reality dekho uttrakhand key gao ke pata chal jayega sab chor hai 5 saal cong, 5 saal BJP bas yahi hai uttrakhand bikash
Khud KO Pauri se Palayan k bad dehradun me rehra h aur gyan dooosron KO dete h
Lekin apni karamsthli phad hi rakhi... Pahad ko hi gaya..jitna phadapan unhone dikhya utna kr lo bsss...
Bhut knob bheji
Gharhwali bolo
Gadwali ma bolo
Nege da ❤️🙏