आज की मुरली(AAJ KI MURLI) सुने व पढ़े 18-09-2024
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- Опубликовано: 9 ноя 2024
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यह आध्यात्मिक ज्ञान और बोध का एक अंश है, जहाँ परमपिता परमात्मा शिवबाबा अपने बच्चों को आत्मा की पहचान, संसार का सत्य और उनके अपने वास्तविक स्वरूप का बोध कराते हैं। इसमें बताया गया है कि जैसे आसमान में सितारे होते हैं, वैसे ही ये बच्चे धरती के सितारे हैं जो संसार को रोशन करने वाले हैं। ये आत्माएँ कभी देवता थीं, और पुनः देवता बनने की प्रक्रिया में हैं। बाबा समझाते हैं कि यह रूहानी पढ़ाई है जिसमें किसी तरह की हिंसा, क्रोध या विरोध नहीं है। यह ज्ञान आत्मा को सतोप्रधान बनाकर मनुष्य से देवता बनाने की शिक्षा देता है।
बाबा आत्माओं को उनके पतन और उत्थान का चक्र समझाते हैं, यह बताते हुए कि इस जीवन में हम शूद्र से ब्राह्मण बनते हैं, फिर देवता बनने की प्रक्रिया में होते हैं।