भक्ति दरशन धाम को मै का नमन वन्दन है।विषय बहुतही गुणवत्ता पूर्ण और सारगर्भित है। पूज्य क्रिपालु जी का क्रिपा स्वरूप सारमय तत्वों से परिपूर्ण व्याख्या हम मनुष्यों के लिए बहुतही कल्याणकारी है। ंविसय. के मूल में अभ्यास अभ्यास करने की बात है जो हमे करना,है। करने की विधि पूज्य क्रिपालु जी ने बताया है उसी के अनुसार करना है। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
Hae mere govind mujhko nishkam bhakti karane ki shakti dene ki krapa karana maen aapase mere indriy mann budhi antahkaran aur aatma ko shudhtam karane ki krapa karana maen aapki hi sharan hun 😘 😄 😊 😉 😀 mere ♥ 💙 uper daya karana yahi aapse prarthana karata hun 💙 jai shri radhe 💙 Krishna ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ 😂😂😂😂😂😂😂😂
प्रिय शैलेश जी का प्रेममय स्वागत है ।विषय पर पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है और भक्ति के लिए दिशानिर्देश है उसका पालन करना है ।मन से माया के के क्षेत्र का इन्द्रियों के विषयों के सुख का अनुभव करना है और उसी मन से भगवान के क्षेत्र में रहने वाले भक्तों के सुख का अनुभव करना है। मन से सूक्ष्म है बुध्दि जो निर्णय लिया करे गी। और मन के लिये अन्तिम निर्णय लेते हुए मन को भगवान से परिपूर्ण करे गी जहां आनन्द स्वरूप भगवान गोविंद हैं। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
पूजाज़ी ।स्वागत है आपका। जिस प्रकार मन भगवत भक्ति से संबंधित विषयों में लगने लगता है वहां यह समझना होगा कि पूर्व जन्म की कमाई है और इस जन्म में उसे आगे बढ़ाना है या यदि मन ने साथ दिया यानी सहयोग किया तो इसी जिवन मे भगवत प्राप्ति का लक्ष्य प्राप्त कर लेगे। शेष फिर कभी ।गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
शांति जी। आपका प्रेममय स्वागत है ।मायाधीन मनुष्य माया के क्षेत्र से संबंधित है और वहां से मन को हटाकर भगवान के क्षेत्र में लगाना है तो सत्संग का सहारा ले आपका मन भगवान गोविंद की तरफ जाने लगेगा। अब जितनी मात्रा में भगवान मे लगता जाएगा उतनी मात्रा में माया के क्षेत्र में जाना कम होता जाए गा। यह स्वाभाविक है और आपके स्वभाव पर असर पड़ेगा। केवल गोविंद के लिए श्रध्दाऔर विश्वास की जरुरत है। शेष फिर कभी।गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
❤❤श्री हरि गुरु शरणम्❤❤ दाता हरि गुरु, गोविंद राधे। और सब भिखारी तोहि का दे।। राधे राधे गोविंद, गोविंद राधे🙏🙏 भक्ति भक्त और भगवान की जय 🙏🙏 गुरुदेव भगवान की जय ❤❤🙏🙏✍
❤❤❣️❣️ Namaste 🙏 namaste🙏❤❤❣️❣️ shaakshaat bhagwaan Shri.padma Kripalu Sita ram Radhey Krishn Kripalu Hari gauraang harichaitanya mahaprabhu ji ki sadaa hi jai ho daas ka saadar shaakshaat dundvatt pranaam.namaste 🙏 namaste 🙏.
अर्जुन जी। विषय के मूल में है मन का चिन्तन। मन में भगवान को बैठा ले और नाम जप करना शुरू कर दे। मन से भगवान का स्मरण यानी चिन्तन होने लगे गा तो उतने समय के लिए मायिक जगत से अलग रहे गा और आप सफलता प्राप्त करे गे। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
प्रिय सुनील कुमार जी। प्रेममय स्वागत है ।विषय बहुतही गुणवत्ता पूर्ण है और विषय के मूल अभ्यास के महत्व को प्राथमिकता दी गयी है। विषय पर पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है ।आपका मन सही निर्णय लेने में समर्थ हो जाए गा। शेष फिर कभी ।गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
आपका प्रेममय स्वागत है ।मन से भगवान का स्मरण चिन्तन भक्ति यह अनायास नहीं होता है। इसके पीछे पूर्व जन्म की कमाई है और भगवान की अकारण क्रिपा का फल है जो यह दुर्लभ शरीर मिला है और पूज्य क्रिपालु जी का सत्संग मिला ।अब हमको पूज्य क्रिपालु जी के बताए गए आदर्शो का पालन करना है। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
राधागोविंदगीत/मन का ही कर्म कर्म गोविंदराधे 😍 तन का किया कर्म कछु फल ना दे😂🙏 🙏😂 पहले लगाओ बार बार मन श्यामा❤️ फिर आपु लगने लगेगा कह बामा❤️हमारे प्यारे श्री महाराज जी❤️हमारी प्यारी अम्मा जी परम पावनपूज्य🌹श्रीचरणों में कोटि-कोटि नमन🙏 हमारी पूज्य आदरणीय तीनों दीदीजी चरणों में प्रणाम🙏राधे राधे❤️श्रीकृपालु धाम भक्तिधाम मनगढ़ कीजय🙏गुरु मेरो कृपालु सुभाग हमारो
घनश्याम जी ।आपका प्रेममय स्वागत है ।यह दुर्लभ मनुष्य शरीर भगवत प्राप्ति के लिए ही मिला है। यह भक्ति के सन्दर्भ में आपके पूर्व जन्म की कमाई है। इस को सार्थक करना है। आप भक्ति मन्दिर मनगढ से संबंधित है जो आपके जीवन को भक्तिमय बना दिया है। आप भाव भक्ति का अनुभव करते हुए आगे बढ़ते रहै। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।तू मेरा मै तेरा बस यही याद रहे।
भक्ति दरशन धाम को मै का नमन वन्दन है।विषय बहुतही गुणवत्ता पूर्ण और सारगर्भित है। पूज्य क्रिपालु जी का क्रिपा स्वरूप सारमय तत्वों से परिपूर्ण व्याख्या हम मनुष्यों के लिए बहुतही कल्याणकारी है। ंविसय. के मूल में अभ्यास अभ्यास करने की बात है जो हमे करना,है। करने की विधि पूज्य क्रिपालु जी ने बताया है उसी के अनुसार करना है। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
Hae mere govind mujhko nishkam bhakti karane ki shakti dene ki krapa karana maen aapase mere indriy mann budhi antahkaran aur aatma ko shudhtam karane ki krapa karana maen aapki hi sharan hun 😘 😄 😊 😉 😀 mere ♥ 💙 uper daya karana yahi aapse prarthana karata hun 💙 jai shri radhe 💙 Krishna ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ 😂😂😂😂😂😂😂😂
जय गुरुदेव🙏🏻🌸🙏🏻
❤❤राधे राधे जय श्री राधे ❤❤
प्रिय शैलेश जी का प्रेममय स्वागत है ।विषय पर पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है और भक्ति के लिए दिशानिर्देश है उसका पालन करना है ।मन से माया के के क्षेत्र का इन्द्रियों के विषयों के सुख का अनुभव करना है और उसी मन से भगवान के क्षेत्र में रहने वाले भक्तों के सुख का अनुभव करना है। मन से सूक्ष्म है बुध्दि जो निर्णय लिया करे गी। और मन के लिये अन्तिम निर्णय लेते हुए मन को भगवान से परिपूर्ण करे गी जहां आनन्द स्वरूप भगवान गोविंद हैं। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
गुरूदेव महाराज के चरणौं में कोटि कोटि प्रणाम🙏🙏
पूजाज़ी ।स्वागत है आपका। जिस प्रकार मन भगवत भक्ति से संबंधित विषयों में लगने लगता है वहां यह समझना होगा कि पूर्व जन्म की कमाई है और इस जन्म में उसे आगे बढ़ाना है या यदि मन ने साथ दिया यानी सहयोग किया तो इसी जिवन मे भगवत प्राप्ति का लक्ष्य प्राप्त कर लेगे। शेष फिर कभी ।गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
राधे राधे गुरुदेव महाराज जी 🙏🙏
Prabhu hamari mata jee par ek kripa kar dijiye , prabhu unkee copd aur chronic constipation beemari theek kar dijiye .
आयुर्वेदिक औषधि लें भगवान श्री हरि का भजन करें
आचार्य माम् विजानियान् नावमर्त्यव कर्हिचित् न मर्त्य बूद्धया सूयेत सर्व देवमयो गुरु: 🎉 राधे राधे ❤ हमारे गुरु हमारी गौरव 🎉❤
शांति जी। आपका प्रेममय स्वागत है ।मायाधीन मनुष्य माया के क्षेत्र से संबंधित है और वहां से मन को हटाकर भगवान के क्षेत्र में लगाना है तो सत्संग का सहारा ले आपका मन भगवान गोविंद की तरफ जाने लगेगा। अब जितनी मात्रा में भगवान मे लगता जाएगा उतनी मात्रा में माया के क्षेत्र में जाना कम होता जाए गा। यह स्वाभाविक है और आपके स्वभाव पर असर पड़ेगा। केवल गोविंद के लिए श्रध्दाऔर विश्वास की जरुरत है। शेष फिर कभी।गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
❤❤श्री हरि गुरु शरणम्❤❤
दाता हरि गुरु, गोविंद राधे।
और सब भिखारी तोहि का दे।।
राधे राधे गोविंद, गोविंद राधे🙏🙏
भक्ति भक्त और भगवान की जय 🙏🙏
गुरुदेव भगवान की जय ❤❤🙏🙏✍
Jai shree krishna.. Jai.jagat.Guru.shree..kripalu ji maharaj 🙏🏻🌷🥀🙏🏻🌷
Very important prabachan Kewal gurudev ki kripa
Radhey radhey radhey radhey radhey radhey radhey 🙏🙏
🍃🌹राधे राधे 🌹🍃
हरि_गुरु का स्मरण ही करना चाहिए,,, राधे राधे मेरे गुरु देव जी
Radhe Radhe 💔 💔 💔 ❤🎉
❤❤❣️❣️ Namaste 🙏 namaste🙏❤❤❣️❣️ shaakshaat bhagwaan Shri.padma Kripalu Sita ram Radhey Krishn Kripalu Hari gauraang harichaitanya mahaprabhu ji ki sadaa hi jai ho daas ka saadar shaakshaat dundvatt pranaam.namaste 🙏 namaste 🙏.
Jai shree radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe ❤❤
अर्जुन जी। विषय के मूल में है मन का चिन्तन। मन में भगवान को बैठा ले और नाम जप करना शुरू कर दे। मन से भगवान का स्मरण यानी चिन्तन होने लगे गा तो उतने समय के लिए मायिक जगत से अलग रहे गा और आप सफलता प्राप्त करे गे। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
आभार गुरु जी राधे राधे कृष्णा कृष्णा
Radhe Radhe gurudev kripalu jee maharaj .
प्रिय सुनील कुमार जी। प्रेममय स्वागत है ।विषय बहुतही गुणवत्ता पूर्ण है और विषय के मूल अभ्यास के महत्व को प्राथमिकता दी गयी है। विषय पर पूज्य क्रिपालु जी का निरुपण सारमय तत्वों से परिपूर्ण है और निरुपण का एक एक शब्द काध्यान पूर्वक चिन्तन करना है ।आपका मन सही निर्णय लेने में समर्थ हो जाए गा। शेष फिर कभी ।गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
Radhe Radhe
Radhe radhe 🙏
जय गुरू देव जी महाराज शत शत नमन 🙏🙏
❤🎉 Radhe Radhe ❤🎉 Jai Shree Hari Guru ❤🎉❤🎉
🙏🏼Shrimad Sadguru Sarkar ke Jai 🙌🏼
Jay shri Radhey radhey 🙏🙏❤️❤️
Jay ho mere gurudev 🙏🏻
Jai Shree Maharaj ji ki jai ho Radhey Radhey Govind Radhey
राधे राधे SMji
आपका प्रेममय स्वागत है ।मन से भगवान का स्मरण चिन्तन भक्ति यह अनायास नहीं होता है। इसके पीछे पूर्व जन्म की कमाई है और भगवान की अकारण क्रिपा का फल है जो यह दुर्लभ शरीर मिला है और पूज्य क्रिपालु जी का सत्संग मिला ।अब हमको पूज्य क्रिपालु जी के बताए गए आदर्शो का पालन करना है। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।
*हरे कृष्णा जी*
🙏
Jay shree radhe 🙏
राधागोविंदगीत/मन का ही कर्म कर्म गोविंदराधे
😍 तन का किया कर्म कछु फल ना दे😂🙏
🙏😂 पहले लगाओ बार बार मन श्यामा❤️
फिर आपु लगने लगेगा कह बामा❤️हमारे प्यारे श्री महाराज जी❤️हमारी प्यारी अम्मा जी परम पावनपूज्य🌹श्रीचरणों में कोटि-कोटि नमन🙏
हमारी पूज्य आदरणीय तीनों दीदीजी चरणों में प्रणाम🙏राधे राधे❤️श्रीकृपालु धाम भक्तिधाम मनगढ़ कीजय🙏गुरु मेरो कृपालु सुभाग हमारो
घनश्याम जी ।आपका प्रेममय स्वागत है ।यह दुर्लभ मनुष्य शरीर भगवत प्राप्ति के लिए ही मिला है। यह भक्ति के सन्दर्भ में आपके पूर्व जन्म की कमाई है। इस को सार्थक करना है। आप भक्ति मन्दिर मनगढ से संबंधित है जो आपके जीवन को भक्तिमय बना दिया है। आप भाव भक्ति का अनुभव करते हुए आगे बढ़ते रहै। शेष फिर कभी। गुरु क्रिपालु ममशरणम वनदेहम सद्गुरु चरणम ।राधे राधे राधे श्री राधे ।तू मेरा मै तेरा बस यही याद रहे।
🙏🏻🙏🏻 👌🏻👌🏻
Radhey radhey radhey radhey radhey radhey radhey radhey radhey radhey