कानपुर के लोग बकवास नहीं करते हैं कानपुर का यह शान है कानपुर का यह दादा कानपुर का ही नहीं यह पूरे कीर्तन जगत का दादा है आने वाले समय का तेज तर्रार शेर है कानपुर के लोग ज्ञान की बात करते
ज्यादा मुह चलाना चन्द्रभान जी की कीर्तन का जबाब नहीं हो सकता |"श्री रघवीर प्रताप ते सिंधु तरे पाषाण "ये तुलसीदास जी की कलम से निकला है | जहाँ नाम की महत्ता है वहाँ तुलसी ने नाम की महिमा गाई है, लेकिन यहाँ क्यों नहीं लिख दिया ?" राम के नाम प्रताप ते सिंधु तरे पाषान" सागर ने भी प्रताप शब्द का प्रयोग किया है -'प्रभु प्रताप 'मैं जाब सुखाई |उतरहिं कटकु न मोरि बड़ाई || और गौर फरमाइए- नाथ नील नल कपि दोउ भाई |लरिकाईं रिषि आसिख पाई || तिन्ह कें परस किएँ गिरि भारे |तरिहहिं जलधि ' प्रताप ' तुम्हारे ||
Sachdewa ne geet sajaa nahi paya.first nider ji. Very good nider ji.aap se achchha sachdewa ne nahi ga Paya.
Nadar bhaiya Mata Rani se hi prathna karunga ki aap aur jaldi aage badho veri good Jay Jay Shri Ram
Bahut sundar nidar ji
जियो मेरे भाई दिल को छुआ आपका गीत निडर भैया ,,,,❤❤❤❤❤
कानपुर के लोग बकवास नहीं करते हैं कानपुर का यह शान है कानपुर का यह दादा कानपुर का ही नहीं यह पूरे कीर्तन जगत का दादा है आने वाले समय का तेज तर्रार शेर है कानपुर के लोग ज्ञान की बात करते
गजब है up की शान चंद्रभान मिश्र निडर दादा
दोनो कलाकार कीर्तन जगत की शान है बस पीछे वाले कुछ ज्यादा ही.....…...
भाई सचदेवा आपकी जितनी तारीफ की जाए उतनी ही कम हैं...
सच बताए आपको मैं दिल से सम्मान देता हूं...
बहुत सुंदर गायन निडर जी
Sacdewa bhai app ne btya 3 baje raat nhi 1ghante lete the dada aur jawabi kaisargunj jila bahraich me thi
अलवर राजस्थान से सचदेवा जी को बहुत बहुत
Sachdeva ji shan hai Up ki
अति सुन्दर गायन निडर जी का
बहुत सुंदर गाया आप ने
ये गाना आपसे अच्छा कोई कलाकार नही गा सकता निडर जी
इस पूरे वीडियो में कीर्तन कितना है.....?
Kaho koi bhi kuch lekin sachdeva ji ke samne achche achche ni tikte hai
Wah mishra ji
👌👌👌❤️
Jawahar jiddi dada ko sune ho ya nh
दोनो कलाकार कमाल के है।निडर को पहली वार सुना मजा आ गया।
3:00 1w
Waah sachdeva gurujii bahut sundar gaayaa h
V good
निडर भाई आप लालमन चंचल जी के शिष्य हो क्या
Nahi dear Nidar ji Pt. Ram karan Mishra Sailani ji ke sisya hain
सचदेवा जी आपके साथी कलाकार भजन वाली हरमोनियम कहके माता सरस्वती का अनादर कर रहे है और आप हंस रहे है ये मां शारदे का त्रिरस्कार है
सचदेवा भाई बहुत सही आकलन किये हो।
भाई सचदेवा आपको एक सुझाव है वह कि आप आप अपने नाम के आगे दादा क्योंकि आपका भी औदा दादा वाला है और हम आज से आप को दादा सचदेवा के नाम से ही पुकारंगे
भैया निडर आपका गाने का अंदाज बिलकुल अलग है जो किसी में बिलकुल नहीं मिलता
ज्यादा मुह चलाना चन्द्रभान जी की कीर्तन का जबाब नहीं हो सकता |"श्री रघवीर प्रताप ते सिंधु तरे पाषाण "ये तुलसीदास जी की कलम से निकला है |
जहाँ नाम की महत्ता है वहाँ तुलसी ने नाम की महिमा गाई है, लेकिन यहाँ क्यों नहीं लिख दिया ?" राम के नाम प्रताप ते सिंधु तरे पाषान"
सागर ने भी प्रताप शब्द का प्रयोग किया है -'प्रभु प्रताप 'मैं जाब सुखाई |उतरहिं कटकु न मोरि बड़ाई ||
और गौर फरमाइए-
नाथ नील नल कपि दोउ भाई |लरिकाईं रिषि आसिख पाई ||
तिन्ह कें परस किएँ गिरि भारे |तरिहहिं जलधि ' प्रताप ' तुम्हारे ||
प्रताप कह दिया तो गलत लेकिन बिन राम के पत्ता नही हिलता हैं कियो राम लाये
सचदेवा जी आप केवल बकवास में ही टाइम बिता दिया। खुद बता दिया होता प्रताप किसका था।
बहुत सुंदर nidhar जी
उउुुउउउउुुउउउउुचचंचचचचचचचचचचचचचचचचंचंचंचचचचचचंचंचचंचचंचचंचचचंचंचचंचचंचंचंचचचंचचचचचंचचंचचचचचंचंचंचचचचचंचचचचणणणणणणणशपं
कानपुर वाले बकवास बहुत करते हैं
ये उनको विरासत में मिला है क्या करेंगे,,,सर
उनका पल्लू उसी से सीधा होता है
Phle to Filmi antara sahi se suno
इनका गाना लिख नही पाया तो लगे बकवास करने