@@sptvlogs श्री जगन सोलंकी प्रांतीय अध्यक्ष, आदिवासी कर्मचारी अधिकारी संगठन (आकास), मध्य प्रदेश ने बताया कि विगत कई वर्षो से विभिन्न समाचार-पत्रों (प्रिंट मिडिया) एवं टी.व्ही. चेनलों (इलेक्ट्रानिक मिडिया) द्वारा भोंगर्या हाट जो कि पश्चिमी मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में होली दहन के पूर्व पूरे सप्ताह में अलग-अलग जगह पर (साप्ताहिक बाजार के दिन) हाट लगता है। इस हाट को प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया भगोरिया पर्व, प्रणय पर्व, आदिवासियों का वेलेंटाईन डे आदि नामों से दुष्प्रचारित किया जाता रहा है तथा उनके द्वारा यह भी बताया जाता है कि इसमें किसी आदिवासी लड़की को पान खाने को दिया जाता है और वह पान खा लेती है या गुलाल लगाने देती है तो उस लड़की द्वारा पान खिलाने वाले या गुलाल लगाने वाले से शादी के लिए सहमति होना समझा जाता है। जबकि वास्तविकता में ऐसा बिलकुल नहीं होता है। होली का डंडा गाढ़ने/रखे जाने के बाद से आदिवासी क्षेत्रों में आदिवासी परंपरा के अनुसार होली जलने तक शादियां नहीं होती है। किन्तु प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया द्वारा भोंगर्या हाट में युवक-युवती की शादी की सहमति का भ्रामक तथ्य प्रस्तुत किया जाता है। जिससे की आदिवासी समाज के प्रति अन्य समाज के लोगों में भोंगर्या हाट के प्रति गलत धारणा बनती है। जिससे इस प्रकार की गलत जानकारी से समस्त आदिवासी वर्ग बदनाम एवं आहत होता है।
कुछ भ्रामक बाते ना कहे वरना कानुनी कार्यवाही होसकती है भंगोरीया हाट है और उसे भगाके लेजाना ऐसी बाते ना करे और यह कमेट पीन करे वरना कानुनी कार्यवाही किजारी है सही जानकारी पहुचाये
@@tourwithsp जिनके पास पर्याप्त नॉलेज नहीं उनसे जैसा मिला वैसा नही दिखाना चाहिए थोडी बहुत जानकारी लेकर सत्य असत्य भी देख लेना चाहीये. और थमनेल पर थोडा ध्यान दे किसी जाती समुह के नाम न उपयोग किये तो बहुत अच्छा होगा. विवर के लिये थोडा मसाला डालकर थमनेल बनाना होता है हमे भी मालुम है पर मे खुद देखा हु ऐसे थमनेल पर कई सामाजिक संघटनो ने आपत्ती जताई है. अभी भी ऐसे ऐसे सामाजिक जाती समूह धर्म के नाम से विवादित थमनेल का सर्च किया जा रहा है और कानुनी एक्पर्ट की टिम गठीत कर कार्य तेज किया जारहा है अभी 15तारिख को इस पर विचार मंथन किया गया है। और इस तरह के चैनल लिंक इकट्ठे किये जा रहे हैं. मै इसलिये बता रहा हम की भविष्य मे आप को अच्छे विवर वाले विडीओ ना डिलीट करना पड जाये बाकी आप की मरजी मै उस समय उपस्थित था उस चर्चा सत्र मे कुछ वरिष्ठ कानुनी सलाहकार भी उपस्थिति थे.
भाई साहब पान खा के कोई नहीं भक्ता भागने वाले मन मर्जी से भक्ते है पान खिलाने कि परंपरा मेले में मिलते हे या बाजार में तो मीठा मुंह करने के लिए प्रेम से खिलाया जाता है भागने वाले से पान का कुछ नहीं लेना देना
 श्री जगन सोलंकी प्रांतीय अध्यक्ष, आदिवासी कर्मचारी अधिकारी संगठन (आकास), मध्य प्रदेश ने बताया कि विगत कई वर्षो से विभिन्न समाचार-पत्रों (प्रिंट मिडिया) एवं टी.व्ही. चेनलों (इलेक्ट्रानिक मिडिया) द्वारा भोंगर्या हाट जो कि पश्चिमी मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में होली दहन के पूर्व पूरे सप्ताह में अलग-अलग जगह पर (साप्ताहिक बाजार के दिन) हाट लगता है। इस हाट को प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया भगोरिया पर्व, प्रणय पर्व, आदिवासियों का वेलेंटाईन डे आदि नामों से दुष्प्रचारित किया जाता रहा है तथा उनके द्वारा यह भी बताया जाता है कि इसमें किसी आदिवासी लड़की को पान खाने को दिया जाता है और वह पान खा लेती है या गुलाल लगाने देती है तो उस लड़की द्वारा पान खिलाने वाले या गुलाल लगाने वाले से शादी के लिए सहमति होना समझा जाता है। जबकि वास्तविकता में ऐसा बिलकुल नहीं होता है। होली का डंडा गाढ़ने/रखे जाने के बाद से आदिवासी क्षेत्रों में आदिवासी परंपरा के अनुसार होली जलने तक शादियां नहीं होती है। किन्तु प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया द्वारा भोंगर्या हाट में युवक-युवती की शादी की सहमति का भ्रामक तथ्य प्रस्तुत किया जाता है। जिससे की आदिवासी समाज के प्रति अन्य समाज के लोगों में भोंगर्या हाट के प्रति गलत धारणा बनती है। जिससे इस प्रकार की गलत जानकारी से समस्त आदिवासी वर्ग बदनाम एवं आहत होता है।
Bhot accha laga dekh ke apka video
Very nice😊😊😊😊
भाई बहुत ही अच्छा वीडियो और भी वीडियो बनाओ❤❤
🤗🤗
@@sptvlogs
श्री जगन सोलंकी प्रांतीय अध्यक्ष, आदिवासी कर्मचारी अधिकारी संगठन (आकास), मध्य प्रदेश ने बताया कि विगत कई वर्षो से विभिन्न समाचार-पत्रों (प्रिंट मिडिया) एवं टी.व्ही. चेनलों (इलेक्ट्रानिक मिडिया) द्वारा भोंगर्या हाट जो कि पश्चिमी मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में होली दहन के पूर्व पूरे सप्ताह में अलग-अलग जगह पर (साप्ताहिक बाजार के दिन) हाट लगता है। इस हाट को प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया भगोरिया पर्व, प्रणय पर्व, आदिवासियों का वेलेंटाईन डे आदि नामों से दुष्प्रचारित किया जाता रहा है तथा उनके द्वारा यह भी बताया जाता है कि इसमें किसी आदिवासी लड़की को पान खाने को दिया जाता है और वह पान खा लेती है या गुलाल लगाने देती है तो उस लड़की द्वारा पान खिलाने वाले या गुलाल लगाने वाले से शादी के लिए सहमति होना समझा जाता है।
जबकि वास्तविकता में ऐसा बिलकुल नहीं होता है। होली का डंडा गाढ़ने/रखे जाने के बाद से आदिवासी क्षेत्रों में आदिवासी परंपरा के अनुसार होली जलने तक शादियां नहीं होती है। किन्तु प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया द्वारा भोंगर्या हाट में युवक-युवती की शादी की सहमति का भ्रामक तथ्य प्रस्तुत किया जाता है। जिससे की आदिवासी समाज के प्रति अन्य समाज के लोगों में भोंगर्या हाट के प्रति गलत धारणा बनती है। जिससे इस प्रकार की गलत जानकारी से समस्त आदिवासी वर्ग बदनाम एवं आहत होता है।
कुछ भ्रामक बाते ना कहे वरना कानुनी कार्यवाही होसकती है भंगोरीया हाट है और उसे भगाके लेजाना ऐसी बाते ना करे और यह कमेट पीन करे वरना कानुनी कार्यवाही किजारी है सही जानकारी पहुचाये
@@Pawara_Rinesh_Vloger जैसा सुना है वेसा बताया है वहा के लोग बता रहे हैं वेस दिखाया हैं 🙏
@@tourwithsp जिनके पास पर्याप्त नॉलेज नहीं उनसे जैसा मिला वैसा नही दिखाना चाहिए थोडी बहुत जानकारी लेकर सत्य असत्य भी देख लेना चाहीये.
और थमनेल पर थोडा ध्यान दे किसी जाती समुह के नाम न उपयोग किये तो बहुत अच्छा होगा.
विवर के लिये थोडा मसाला डालकर थमनेल बनाना होता है हमे भी मालुम है पर मे खुद देखा हु ऐसे थमनेल पर कई सामाजिक संघटनो ने आपत्ती जताई है. अभी भी ऐसे ऐसे सामाजिक जाती समूह धर्म के नाम से विवादित थमनेल का सर्च किया जा रहा है और कानुनी एक्पर्ट की टिम गठीत कर कार्य तेज किया जारहा है अभी 15तारिख को इस पर विचार मंथन किया गया है। और इस तरह के चैनल लिंक इकट्ठे किये जा रहे हैं.
मै इसलिये बता रहा हम की भविष्य मे आप को अच्छे विवर वाले विडीओ ना डिलीट करना पड जाये बाकी आप की मरजी मै उस समय उपस्थित था उस चर्चा सत्र मे कुछ वरिष्ठ कानुनी सलाहकार भी उपस्थिति थे.
भाई तेरी बेहन है तू शादी करले thike Bhai bheel ko badman करना चोड दे वर्ना ठीक नहीं होगा भील लडकी आज भी भील से hi शादी करती है भाई साहब ठीक
Bhai maine kab ki bheel har kisi se shaadi karti h Maine too pucha ki kya aisa hota h kya other cast me shaadi
Very good nails
Chalo thik h bhai saab
भाई ऐलोग दुसरे समाजमे शादि करते हे क्या
भाई ईस विडियो केलिये धन्यवाद
खुब सुरत चिड़िया रहती है इस घर में
अबे इज्जत से बात कर सीडियां का मतलब क्या हुआ तेरी मां बहन है या नहीं
@@shankarlal-cp8uy❤❤
Aapka video tik hai but ladkiya school kiyu nahi jati ye to batate yaar kaisa video banate ho ek msg bhi hona chaiye
Ji bhai dhyaan rakhnge next tym
Beautiful
🤗
@@sptvlogs thanks
भाई साहब पान खा के कोई नहीं भक्ता भागने वाले मन मर्जी से भक्ते है पान खिलाने कि परंपरा मेले में मिलते हे या बाजार में तो मीठा मुंह करने के लिए प्रेम से खिलाया जाता है भागने वाले से पान का कुछ नहीं लेना देना
Yes
😊😊😊😊😊
bahut sundar....❤
Lakri town men hota hai
bhai video k upar galat word mat likha kro
Okk ji
जय हो
Jai Johar Jai adivasi
कहां है भाई
M.P hai bhai
Ashok kinhekar Ralegaon😮😮 13:00
Hii
बहुत जरूरी बात करनी हैं
@@SHRIRAMVISHWKARMA-q1e ji btayiye ji
@@sptvlogs नंबर चाहिए भाई
@@SHRIRAMVISHWKARMA-q1e 7065973060
❤❤❤❤❤
ખુબ સરસ
🤗🤗
Lakri jungle me hi milta hai bhai
babu lal meena ⛏🏹🏹🔪⚔🗡🙏🙏🙏🙏🙏
Kya yah vahan ki ladkiyon se bahar ke ladke Anya jaati ke ladke bhi shaadi kar sakte hain
❤❤❤❤❤❤❤ yes❤acha ❤
आदिवासींच्या दारावर क्रॉस चे चिन्ह दिसत आहे म्हणजे येथे धर्मांतरन मोठ्या प्रमाणावर चालू आहे . सावधान !
कचरा नही भाई चारा बोलते हे इसको
To Kahan ke Rahane wala mere ek bar contact kar lena
@@ManishMeena-s9w insta pe msg kijiye spt vlogs
Bhai ji aadiwasi ladki se mujhe sadi karni hai
Nhi krte h aise har kisi se bhai
@@anilkumarmaurya7103 Teri Behan se kr le 🤣👊💯
Mujhe maurya ladki se shadi karni hai
Tendu
आदिवासी को बदनाम mt kro bhai aap jese logo ne hi आदिवासी को बदनाम कर रखा 😡
Aap makki ko kachra bol rahe bhayya ye anaj he Bhai kishan ki roti
मक्की को कचरा nhi bhai mai chara bol raha hu Jo pashu ko khilayenge
Jay Bhim NamoBudhhay
जय भीम
ए भाई तेरी घरकी हालत क्या है वो बोलो तुझे खाना नही मिलता .... गरीब लगो को फसाकर खाना खाते है
Dekhne walon ka durbhagya hai ki RUclips per apna description mobile number nahin de raha hai
Kiska number Dena h bhai

श्री जगन सोलंकी प्रांतीय अध्यक्ष, आदिवासी कर्मचारी अधिकारी संगठन (आकास), मध्य प्रदेश ने बताया कि विगत कई वर्षो से विभिन्न समाचार-पत्रों (प्रिंट मिडिया) एवं टी.व्ही. चेनलों (इलेक्ट्रानिक मिडिया) द्वारा भोंगर्या हाट जो कि पश्चिमी मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में होली दहन के पूर्व पूरे सप्ताह में अलग-अलग जगह पर (साप्ताहिक बाजार के दिन) हाट लगता है। इस हाट को प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया भगोरिया पर्व, प्रणय पर्व, आदिवासियों का वेलेंटाईन डे आदि नामों से दुष्प्रचारित किया जाता रहा है तथा उनके द्वारा यह भी बताया जाता है कि इसमें किसी आदिवासी लड़की को पान खाने को दिया जाता है और वह पान खा लेती है या गुलाल लगाने देती है तो उस लड़की द्वारा पान खिलाने वाले या गुलाल लगाने वाले से शादी के लिए सहमति होना समझा जाता है।
जबकि वास्तविकता में ऐसा बिलकुल नहीं होता है। होली का डंडा गाढ़ने/रखे जाने के बाद से आदिवासी क्षेत्रों में आदिवासी परंपरा के अनुसार होली जलने तक शादियां नहीं होती है। किन्तु प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया द्वारा भोंगर्या हाट में युवक-युवती की शादी की सहमति का भ्रामक तथ्य प्रस्तुत किया जाता है। जिससे की आदिवासी समाज के प्रति अन्य समाज के लोगों में भोंगर्या हाट के प्रति गलत धारणा बनती है। जिससे इस प्रकार की गलत जानकारी से समस्त आदिवासी वर्ग बदनाम एवं आहत होता है।
तू जितनी जॉच इनसे कर रहा इसकी आधी शहर के लोगो की कर तेरे सवाल ही bokas है ये तो आदिवासी है जो तुम जेसे फोक्तो को जेलते है
Good 👍
@@sptvlogsBhai ap ko Gali de rha bhura bhala bol rha hai or ap kahte hai axa hai
@@hajugoraya7839 bhai bahas kon kre yrr sabse Jo bole usko bolne do
Aadivasi ladke nahi dikhte h tumko😅😂
तूने भी भागाकार शादी की.होगी
Bhai kya dusre stetka ladka adivasi ladkise shadi kar sakta hai Hindu ritirivaj ke sath agar ha to kaise contact karye
Wo inse hi puchna pdega bhai
@@sptvlogs to pucho Bhai our contact number dena
Taar ka Tari bhohuth jayda nasa lagta hai bhai
Ha bhai
Kanvart a. Krechan. nvart
भाई अपना नंबर दो भाई
Instagram pe msg kro spt vlogs
आप अपने नंबर दो हमे आपसे बात करनी है कुछ
❤❤❤❤❤
कचरा नही भाई चारा बोलते हे इसको