आपने बहुत सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया है । इस दौरान आपने यह कहा है कि कन्नौज से बंगाल तक गोंड़ वंश के राज्य को नष्ट कर दिया गया था और उसके बाद पाल वंश का उदय हुआ था । कृपया गोंड़ वंश के राजाओं के सम्बन्ध में प्रकाश डालने का कष्ट करें।
नाथ संप्रदाय भी बौद्ध धर्म का ही एक साखा था,जिसे उतरवर्ती बुद्धिज़्म कहा जाता है।इसी एक और साखा आया है जिसे सीद्ध कहा जाता है। अतः नाथ सीद्ध दोनों बुद्धिज़्म का ही आगे की साखा माना जाता है।
सर प्राचीन भारत के ईतिहास मे ज्यादातर राजा-सम्राट " बुद्ध धम्म " के फालोअर थे मसलन "भारत एक बौद्ध राष्ट्र" था तो फिर ब्राह्मण धर्म का उत्कर्ष कैसे हुआ? सर ईस विषय पर एक विडिओ हो जाए!🙏🏼
वैदिक धर्म उस टाईम था ही नही,इसलिए वर्ण व्यवस्था ना होनेके कारण क्षत्रीय राजे नही होते थे।पुरातत्व विभागोंमें वैदिक,सनातन,ब्रामणी या हिंदुका कोई पुरावा अभीतक नही मिला है।भाषाका इतिहास देखे तो प्राक्रूत ,पालीसे और संस्कृत दोनोसे आई है।
कमाल है !! बौद्धधर्म का पालन करने वाले राजाओं की इतनी बडी लिस्ट है सच कहो तो यह भी हमारे ANCESTORS लेकिन आज इनको पुरी तरह से भुलाया गया है जो सिर्फ पेपर पर है वो ANCESTORS होने का तमगा लगा रहे है .
पाल वंश के जो राजा हुऐ है ए सभी लोग नैपाल का प्रथम राजा गोपाल जी थे, जिन्होने नैपाल नाम रख्खे थे और पशुपति नामक मंदिर भी बनवाऐ थे, इन्ही वंशज पाल वंश के राजा हुऐ है। और इन्ही गोपाल जी के वंशज गुप्त वंशज भी रहे हैं। जिसमे कुमार गुप्त, स्कन्दगुप्त आदि राजा हुऐ थे कुमार गुप्त के दुशरे पुत्र स्कन्दगुप्त जी थे जिन्होंने हुणो से युध्य करके हुणो को भगा दिया था। हुणो के डर से चीन राजा ने बिस्व की सबसे बड़ी दिवार बनवाया था जो आज तक दिवार मौजुद है।। और जब पाल वंश की स्थापना हुआ था तब राजपुतो का कही भी अता पता नही था। ऐ राजपूत यवनो मंगलो कनिष्को तुरको, कासिमो हुणो आदि के वंशज है, बाभनो ने राजपुतो को अपने अपने इतिहास पुस्तकों में लिखे हुए है की ऐ राजपूत क्षत्रीय राजाओ के रखैलो से नजायज सन्तान है।।
नेपाल के प्राचीन इतिहास गोपालवंश क्रोनिकल में गोपाल को गोपालवंशी यानि यदुवंशी कहा गया है और ने का मतलब गाय होता है नेपाल का मतलब गाय पालने वाला होता है
Dear Sir, Excellent explanation for awakening all People & Students. Reality facts No One Can Change ❓ Act like a JUDGE. Congratulations, Best Wishes 🇮🇳🌹🌹🙏🙏
अंधभक्त कहते है कि हमारे राजा महाराजे एक दूसरे पर तलवारो से नही गुलाब के फूल लेकर हमले करते थे।और किसी की भी हत्या खून-खराबा नही करते थे।क्या यह सच है?
28 जून 1978 को अतिश दीपांकर श्रीज्ञान की राख को चीन से ढाका, बांग्लादेश लाया गया और दिवंगत बांग्लादेशी राष्ट्रपति जियाउर रहमान की व्यक्तिगत पहल के साथ धर्मराजिका बौद्ध विहार में रखा गया।
Hlo.. Sir. ! Sir Maine.. Pichle ek video mai comment kiya tha.. Actually.. Maine... Medeavle history ka pdf purchase kiya tha lken wo mujhe mila nhi sir..!..
Thank SIR FOR SHARING THIS REAL HISTORY . IT IS REQUEST TO WRITE IN BOOK ALSO WHETHER ALREADY WROTE BY YOU THEN PLEASE TELL IN VIDIO PLEASE. SOLUTE TO YOU - POLICE INSPECTOR SUSHIL JADHAV MUMBAI
आपको पता होना चाहिए सुमित रतन जी सनातन धर्म दूसरे को धर्म का सम्मान करना चलाता था इसीलिए हमारे इस धरती पर अतिथि देवो भावा कहा जाता है हमने सभी को अपनाया है यह हमारा संस्कृति सभी आता है जिसे सनातन कहा जाता है जो कुछ लोगों द्वारा बदनाम करने की साजिश है हम सभी लोगों का सम्मान करते हैं इसलिए सभी को मानते हैं इसका मतलब यह नहीं है कि सनातन को कोई अपना बपौती बना ले जिससे सभी संप्रदाय और मत निकले हैं इसी के आधार पर बने हैं कुछ बातों का जवाब देना जरूरी नहीं होता है यह विचार भगवान महात्मा बुध का है
Sir plz samrat Vikram Aditya ki bare main ak video Aj kal Google search marke bohot lug dikhate hai Samrat Vikram Aditya ne Russia, Europe , middle East main vijay prapt kar liya tha
@@HamaraAteet rajput shayad varnsankran hai . Kshtriyo k khatam hone k baad jo brahman jaati se paida hue raja hai wo rajput hai . Matlab maa unki kshatriya aur pitta unke brahmin . Dna analysis se bhi yahin dikhta hai . UP bihar k jitne bhi bhumihar hai unke paternal dna brahmins se match kerte hai
Archaeological proofs and evidences, Rock inscriptions, metal inscription, carving painting or pottery, rajmudra and currency coins, temples, universities etc etc There is no Jaati and Varna system in Saman or Samyak culture of Mahaveer and Budha Jains and Buddhists
मुझे गर्व है अपने पूर्वजों पर जय वीर गड़रिया पाल राजवंश 🚩🚩
अब आप सही इतिहास बता रहे हैं...*आपका यह कहना कि ग्रंथों की बजाए अभिलेखों को ज्यादा प्रामाणिक मानता हूं आपके तार्किक सोच को प्रदर्शित करता है*।
क्षत्रिय पाल वंश की जय♥️♥️♥️♥️🙏✌️
राजपूत भारत मै बहुत बाद की चीज है l पाल राजा कभी राजपूत थे ही नहीं l
इतिहास सुनते समय Time Travel वाला आनंद आता है
एक बात दो क्लियर हो गई हम बुद्धिजम् से ब्राह्मण धर्म पर शिफ्ट हुए है
Sahi kehte ho.
बिलकुल सही कहा भाई!
पाल समाज बहुत ही शानदार था 👌
जय क्षत्रिय गड़रिया पाल वंश ⚔️ 🔱 💪
आपने बहुत सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया है । इस दौरान आपने यह कहा है कि कन्नौज से बंगाल तक गोंड़ वंश के राज्य को नष्ट कर दिया गया था और उसके बाद पाल वंश का उदय हुआ था । कृपया गोंड़ वंश के राजाओं के सम्बन्ध में प्रकाश डालने का कष्ट करें।
नाथ संप्रदाय भी बौद्ध धर्म का ही एक साखा था,जिसे उतरवर्ती बुद्धिज़्म कहा जाता है।इसी एक और साखा आया है जिसे सीद्ध कहा जाता है। अतः नाथ सीद्ध दोनों बुद्धिज़्म का ही आगे की साखा माना जाता है।
सर प्राचीन भारत के ईतिहास मे ज्यादातर
राजा-सम्राट " बुद्ध धम्म " के फालोअर थे मसलन "भारत एक बौद्ध राष्ट्र" था तो फिर ब्राह्मण धर्म का उत्कर्ष कैसे हुआ?
सर ईस विषय पर एक विडिओ हो जाए!🙏🏼
वैदिक धर्म उस टाईम था ही नही,इसलिए वर्ण व्यवस्था ना होनेके कारण क्षत्रीय राजे नही होते थे।पुरातत्व विभागोंमें वैदिक,सनातन,ब्रामणी या हिंदुका कोई पुरावा अभीतक नही मिला है।भाषाका इतिहास देखे तो प्राक्रूत ,पालीसे और संस्कृत दोनोसे आई है।
Gadriya pal Baghel Samart ki jai ho
आज का गड़रिया पाल,बघेल,धनगर यही पाल वंशीय है
जय राजमाता अहिल्या जय मल्हार
हमारे यहां जमुई का राजा पाल वंश का ही था। इंद्रद्युम्न पाल
पाल वंशी राजा कूर्मवंशी क्षत्रिय थे जो सूर्यवंश से मानते थे। राजपूत तो किसी भी हालत में नही थे, आपका बहुत धन्यवाद ज्ञानवर्धन के लिए
Sir aapka bahut purana students hoon ba 3rd year history me mera 300 me se 273 number h mara uski vajah aap the 🤗🤗🤗❤️❤️❣️❣️love you sir
निवेदन है बस्ती का
अमोढ़ा महुली, महसों, का इतिहास वीडियो बनाइये! धन्यवाद
ओमशंकर पाल सूर्यवंशी बस्ती
कमाल है !!
बौद्धधर्म का पालन करने वाले राजाओं की इतनी बडी लिस्ट है सच कहो तो यह भी हमारे ANCESTORS लेकिन आज इनको पुरी तरह से भुलाया गया है जो सिर्फ पेपर पर है वो ANCESTORS होने का तमगा लगा रहे है .
बहुत बहुत धन्यवाद श्रीमान हमारे इतिहास को बताने के लिए🙏🙏🙏🙏
पालवंश के राजा ने शिक्षा को बहुत तरजीह दी
आप सही जानकारी दे रहे हैं क्योंकि यह प्रमाणित तथ्यों पर आधारित है
इतिहारों की यही बीमारी कि कौन सा साम्राज्य किस वर्ण या जाति का था? कभी नहीं जाती।
मतलब" जाति" है कि जाती नहीं।
नाग वंश के बारे में भी कुछ बताएं
पाल वंश के जो राजा हुऐ है ए सभी लोग नैपाल का प्रथम राजा गोपाल जी थे, जिन्होने नैपाल नाम रख्खे थे और पशुपति नामक मंदिर भी बनवाऐ थे, इन्ही वंशज पाल वंश के राजा हुऐ है। और इन्ही गोपाल जी के वंशज गुप्त वंशज भी रहे हैं। जिसमे कुमार गुप्त, स्कन्दगुप्त आदि राजा हुऐ थे कुमार गुप्त के दुशरे पुत्र स्कन्दगुप्त जी थे जिन्होंने हुणो से युध्य करके हुणो को भगा दिया था। हुणो के डर से चीन राजा ने बिस्व की सबसे बड़ी दिवार बनवाया था जो आज तक दिवार मौजुद है।। और जब पाल वंश की स्थापना हुआ था तब राजपुतो का कही भी अता पता नही था। ऐ राजपूत यवनो मंगलो कनिष्को तुरको, कासिमो हुणो आदि के वंशज है, बाभनो ने राजपुतो को अपने अपने इतिहास पुस्तकों में लिखे हुए है की ऐ राजपूत क्षत्रीय राजाओ के रखैलो से नजायज सन्तान है।।
Thanks Sir, Nice information seasoned with Salt of wisdom.
Lajawaab bhai 🙌
भारत में गड़ेरियों का इतिहास कितना पुराना है इस पर एक विडियो बनाइए सर
बहुजनो के इतिहास को दबाया गया ।
Bahujan to mayawati ne banaya h.
Sir ji muze aap ki vidios se bohot aachhi jankari ya milti hai mai aap ke vidio ka intjar karta hu. 😊
LOVE & SUPPORT FROM MAHARASHTRA 🚩🚩👍👍
Jai Paal vanshi ❤❤❤❤❤
Bohot hi acchi jankari .
कृपया एक वीडियो इत्सिंग पर बनायें।
पाल राजा, बौद्ध राजा थे
Jai ho lord budhha
नेपाल के प्राचीन इतिहास गोपालवंश क्रोनिकल में गोपाल को गोपालवंशी यानि यदुवंशी कहा गया है और ने का मतलब गाय होता है नेपाल का मतलब गाय पालने वाला होता है
Very nice information sir
Sir please you give me information about Nath samprday.
बंगाल सरकार के रिसर्च रिपोर्ट में गोप कहा गया और तिब्बती बूसटोन औल एच एम इलियट ने भी गोपाल को पशुपालक गोप कहा है और गोप पुरानज क्षत्रिय माने जाते हैं
Dear Sir, Excellent explanation for awakening all People & Students. Reality facts No One Can Change ❓ Act like a JUDGE. Congratulations, Best Wishes 🇮🇳🌹🌹🙏🙏
पाल वंस के राजा बोध थे
नमो बुद्धाय
पाल वंश का शासन मौजूदा नेपाल में भी था शायद सबसे बाद तक वहीं था और वो अपने को क्षत्रिय मानते थे
Jai pal Jai malhar
पाल वंश के संस्थापक गोपाल थे।
Informative 👍
The capital of Pal's kingdom was udantpuri that is modern Bihar sharif today, later the capital was shifted to Munger which is also part of Bihar.
Thanks sir
Pal Raja Jo bhi rahe ho Bengal ke the
Sir ek video nag vansh pai bhi banavo. And thanks beautiful information 🙏🏻
Jankari dene ke liye aapka abhar
🙏🚩
I am from munger....😊
Pal baghel gadareya holder AK he
good
इस समय बंगाल के जितने भी पाल और sen sirname कायस्थ ही लगाते है l
Jai gadriya, pal, dhangar, baghel, chatriya
Sir apka channel join karne me kya new milega...abhi tak keval subscribe hi kiya hai maine?
पाल वंश धनगर गायरी समाज ठीक है जिससे पता चलता है की पाल वंश हमारा है किसी राजपूत का नहीं
Jai PAL samaj
पाल आभीर थे
अंधभक्त कहते है कि हमारे राजा महाराजे एक दूसरे पर तलवारो से नही गुलाब के फूल लेकर हमले करते थे।और किसी की भी हत्या खून-खराबा नही करते थे।क्या यह सच है?
Very nice information
धन्यवाद आपको और शानदार जय भीम जय मूलनिवासी।
Nath Sampraday also part of Buddhist.
28 जून 1978 को अतिश दीपांकर श्रीज्ञान की राख को चीन से ढाका, बांग्लादेश लाया गया और दिवंगत बांग्लादेशी राष्ट्रपति जियाउर रहमान की व्यक्तिगत पहल के साथ धर्मराजिका बौद्ध विहार में रखा गया।
Nath samradaya ek mahayana ki sakha hai
No Rajput,but shudra vansh ke Kshatriya the
खलिलपुर कहा है
Jay bhim namo buddhaay Jay bharata
Jai.ho.pal.samaj
Hlo.. Sir. ! Sir Maine.. Pichle ek video mai comment kiya tha.. Actually.. Maine... Medeavle history ka pdf purchase kiya tha lken wo mujhe mila nhi sir..!..
सर luipa बौद्ध भिश्कु कौन थे जो dharampal के गुरु थे
अर्पित दूबे जी,गुरु गोरखनाथ को आपने शिव का अवतार कैसे कह दिया? इस पर आप अपना उत्तर वीडियो बना कर दें।
Jay Shree ram ❤❤❤❤
Jay pal jay mahakal
matlab gadariya❤
Guru g please reply karna Delhi ke tomar jaat the ya rajput please sir clearly mentioned kar dena
Thank SIR FOR SHARING THIS REAL HISTORY . IT IS REQUEST TO WRITE IN BOOK ALSO WHETHER ALREADY WROTE BY YOU THEN PLEASE TELL IN VIDIO PLEASE. SOLUTE TO YOU - POLICE INSPECTOR SUSHIL JADHAV MUMBAI
Mughlo se bhi jaeda raj kiya or aaj bhi mughl mahan btaye jaate he
आपको पता होना चाहिए सुमित रतन जी सनातन धर्म दूसरे को धर्म का सम्मान करना चलाता था इसीलिए हमारे इस धरती पर अतिथि देवो भावा कहा जाता है हमने सभी को अपनाया है यह हमारा संस्कृति सभी आता है जिसे सनातन कहा जाता है जो कुछ लोगों द्वारा बदनाम करने की साजिश है हम सभी लोगों का सम्मान करते हैं इसलिए सभी को मानते हैं इसका मतलब यह नहीं है कि सनातन को कोई अपना बपौती बना ले जिससे सभी संप्रदाय और मत निकले हैं इसी के आधार पर बने हैं कुछ बातों का जवाब देना जरूरी नहीं होता है यह विचार भगवान महात्मा बुध का है
Sir, Ek Playlist Videshi Ratriyon Ke Vivaran Par Manaye Jaise Suleman Ka Vivarn Kya Hai Uske Bare Me RUclips Me Nahi Milta Hai Janane Ko.🤔
Karval king of Kalinga and chutya kings of Assam par video banye sir
Sir plz samrat Vikram Aditya ki bare main ak video
Aj kal Google search marke bohot lug dikhate hai
Samrat Vikram Aditya ne Russia, Europe , middle East main vijay prapt kar liya tha
Thankyou 😊💐💐
Palvansh ko Buddha ke bare me jan na chahiye namo buddhay
Sir abhi aapne bola Kshatriya the ya Rajput ,kya clear karenge ki Kshatriya aur Rajput me kya farak hota h.
Plz jarur se bataye
@@HamaraAteet rajput shayad varnsankran hai . Kshtriyo k khatam hone k baad jo brahman jaati se paida hue raja hai wo rajput hai . Matlab maa unki kshatriya aur pitta unke brahmin . Dna analysis se bhi yahin dikhta hai . UP bihar k jitne bhi bhumihar hai unke paternal dna brahmins se match kerte hai
Science journey channel is saying that
Pal family was Buddhists
Please check
Gopal ak shatriya vansh se sambandhit hai
Jo Ak Krishak samuday tha
Ye Teli the jha bhi palvansi Raja the jha bhi inke Ghar the wha teli log milte hai ❤
नेपालके गाेपाल गायपाल्ने ,महिसपाल भैस पाल्नेवाला मुलनिवासि थे या धर्मपालका बंश थे
Jay gadariya Samrat ❤❤❤
आज के पाल बौद्ध धर्म के बारे कहना तो दूर,सुनना नहीं चाहते इसका मतलब ये हुआ कि ये या तो फर्जी पाल है या अपने आप को भुल गए है।
नमस्कार गुरुजी मुझे मां कड़ावासिनी देवी की जानकारी चाहिए थी कृपया दे सकते हैं क्या
Pala Empire Brahmins rajbansh
Jay pal gaderiya 🚩🚩🚩🚩🚩
khattiy yani kissan
❤❤❤
प्राचीन मीडियन वंशज थे!
Pal chhatriya the
कौशल पाल समाज सेवक के रूप में
Archaeological proofs and evidences, Rock inscriptions, metal inscription, carving painting or pottery, rajmudra and currency coins, temples, universities etc etc
There is no Jaati and Varna system in Saman or Samyak culture of Mahaveer and Budha
Jains and Buddhists
Gopal wansh ye yaduwansh ki shaka hai yadaw wansh and 4000 sal tak yadaw wansh ne es desh pe raj kiya hai ye pure Raja Mahabharata ke raje the