बहुत सुंदर । क्या मुर्गे, बकरे, भैंसे, कुत्ते, बैल , गधे, उल्लू इत्यादि भी अपने पितरों को जल दे सकते हैं ? राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का श्राद्ध कौन करेगा ? राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या मुख्य न्यायाधीश ?
@@premila1173 महात्मा गांधी जी राष्ट्र पिता तो भारत के हैं । फिर तपर्ण तो भारत ही करेगा ना । मुर्गों का श्राद्ध कौन करेगा ? वह चिकन की दुकान वाला जो मुर्गों को मारता है या मुर्गों को खाने वाला । श्राद्ध मनुष्य योनि के लिए बना है तो कौवे, गाय इत्यादि को क्यों भोजन देते हो ? अवध नरेश श्री राम सिंह रघुवंशी जी ने किस जीव का श्राद्ध / तर्पण किया था ?
Baba hamari mammi aur hamare dadaji dono log 29 ,30 April 2021 ko expire huye hai mujhe unka shradh karna hai to kis din kare ki dono logo ka 1 hi din ho jaye
Kuch log bolte h starting ke 3-4 din nhi dene chahiye,ye char din dharikar aur neech jati ke liye hota h mujhe bahot kharab lga guruji,kya aesa bhi h m 18 se start kar diya hu
प्रणाम महाराज जी आपने बहुत अच्छे से समझाया 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jay ho
ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नमः🌹🙏🙏🌹🙌ऊँ सर्वेभ्यो पितरेभ्यो नमः🙏🙏🌹🌹🙌
Jay ho
बहुत ही सरल एवं कम समय में तर्पण विधि बताई है।इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद महाराज 🎉🎉🎉
जय हो
पूज्य गुरुदेव, जी आपके चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
Jay ho
पंडित जी महाराज बहुत ही सरल बिधी प्रणाम आपको
जय हो
बहुत ही सुंदर हिंदी में बताने का बहुत बहुत धन्यवाद जय सनातन ❤
जय ho
गुरुजी को सरल रूप में तर्पण विधि बताने के लिए साधुवाद 🌼🌼🌼🙏🙏🙏
जय हो
।।जय गुरुदेव जी जय हो,,,आपको सादर प्रणाम।।
Jay ho
Panditjiko charan sparshjay pitra pakshjay ho.
Jay ho
जय गुरुदेव बहुत सार्थक आलेख के लिए आभार व्यक्त करता हूँ धन्यवाद् आपका स्वागत है
Jay ho
पण्डित जी आपको सादर प्रणाम। बहुत सुन्दर व शास्त्रीय पद्धति के अनुसार मार्गदर्शन करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Jay ho
बहुत बढ़िया बताया धन्यवाद|
Jay ho
बहुत बहुत ही सुन्दर❤
Jay ho
Koti koti pranam,🙏
जय हो
🙏🙏🙏जय श्री राम जय जय सिया राम आपको प्रणाम करते हैं
Jay sri ram
Pranam pandit Ji ...❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉
जय हो
Pandit ji ko charan sprsh parnam गुरू जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jay ho
Thanks panditvji🙏🙏
Jay ho
बहुत सुंदर प्रस्तुति ❤
Jay ho
Pranam Maharaj ji 🙏
Jay ho
Pranam gurudev ji
Bahut sundar
जय हो
धन्यवाद पंडित जी 🙏🙏
Jay ho
🙏🙏🙏🙏🙏 Pranaam Guruji
Jay ho
Jay Shri Ram Jay Guru Maharaj aapane bahut achcha bataya
Jay ho
जय श्री राम गुरू जी धन्यवाद आपका
Jay ho
Jai shree ram ❤ Jai shree ram ❤Ram Ram❤ Jai shree krishna ❤ Jai radhe krishna ❤
Jay ho
जय श्रीराम
Jay ho
जयसीताराम
Jay ho
Pandit jee hardik parnam Jay shree ram jay pitrdebay namh
जय हो
बहुत सुंदर
Jay ho
🙏🏻🙏🏻
🙏🙏🙏🙏 charan sparsh guru ji
Jay ho
Dhnywad
Jay ho
Apko content mil gya he aap ab esi hi vidhi vidhan batae rhiye trending me chali jaygi aapki video or Jayda viral jaygi❤
🌹🙏
बहुत अच्छी जानकारी दी गुरुजी आपने आपको कोटि प्रणाम झारखंड से
जय हो
सादर प्रणाम जी
जाट हो
बहुत ही अच्छा है सरल भी
Adarneeya Sri Panditji ko pranam jaldaan tarpan vidhi samajh mein aayee
जय हो
❤ जयश्री ❤ जयश्री राम ❤ जयश्री राम ❤ जयश्री राम ❤ जयश्री राम ❤ जयश्री राम ❤ जयश्री राम ❤
Jay ho
JayJayShreeRamPanditjiko. Charansparshh
Jay ho
Fjlj&+/+(+&)😊
Pr.ji. dhanyvad aap Jay ho Radhe Radhe.
Jay ho
Pranam pandit ji.
Jay ho
Guru ji ko Pranam..
जय हो
🙏🌹 जय श्री महाकाल प्रभु 🌹🙏🚩
Jay sri mahakal
ओम नमो भगवते नम
Jay ho
Bahut sundar hai video
जय ho
🙏🙏🙏🙏👍
जय हो
God bless you Har Har Maha dev
Har har mahadev
Aati uttam
Jay ho
जय श्रीराम।❤
Jay ho
जय श्री राम
जय श्री ram
Jay ho
जय हो
Jai h0
Jay ho
🙏🏽🙏🏽🙏🏽🔔🔔🔔👏👏👏🙌
Jay ho
♈ Jai ♈ shree ♈ ram ♈
Jay ho
Jay
जय हो
😊😊😊😊😊😊😊😊
😊
Bahut sundar sarl h
Jay ho
Jay sri ram Jay sri ram Jay sri ram
Jay ho
Bahut sundar
Jay ho
Pranam Maharaj ji
🌹❤️
Jay Shri Ram Jay Shri Ram Jay Shri Ram
Jar sri ram
सव्य का अर्थ बाएं तथा अपसव्य का अर्थ दाएं ओर.
जी
Jay shree ram
Jay ho
जय ❤श्रीराम ❤जय ❤श्रीराम ❤जय ❤श्रीराम ❤जय ❤श्रीराम ❤जय ❤श्रीराम ❤जय ❤श्रीराम ❤जय ❤श्रीराम ❤जय ❤श्रीराम ❤जय ❤❤जय ❤श्रीराम ❤जय ❤श्रीराम ❤
🙏🙏
जय श्री राम जी जो जिंदा है उसका भी नाम लेना
❤
बहुत सुन्दर प्रस्तुति दी है
❤❤❤❤@@rajitramvarma8347
बहुत सुंदर ।
क्या मुर्गे, बकरे, भैंसे, कुत्ते, बैल , गधे, उल्लू इत्यादि भी अपने पितरों को जल दे सकते हैं ?
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का श्राद्ध कौन करेगा ?
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या मुख्य न्यायाधीश ?
जानवर अलग योनि होती है, तर्पण सिर्फ मनुष्य योनि कर सक्ती है.. गाँधीजी के बारे मे आप उनके परिवार से पूछे की वो करते है या नही तर्पण।
@@premila1173 महात्मा गांधी जी राष्ट्र पिता तो भारत के हैं । फिर तपर्ण तो भारत ही करेगा ना ।
मुर्गों का श्राद्ध कौन करेगा ?
वह चिकन की दुकान वाला जो मुर्गों को मारता है या मुर्गों को खाने वाला ।
श्राद्ध मनुष्य योनि के लिए बना है तो कौवे, गाय इत्यादि को क्यों भोजन देते हो ?
अवध नरेश श्री राम सिंह रघुवंशी जी ने किस जीव का श्राद्ध / तर्पण किया था ?
@@premila1173 ये लोग भीमराव अम्बेडकर के नीले कबूतर है
16 दिन के पितृपक्ष में कितने दिन पितरों को जल देना चाहिए
Pure 16 din
Baba hamari mammi aur hamare dadaji dono log 29 ,30 April 2021 ko expire huye hai mujhe unka shradh karna hai to kis din kare ki dono logo ka 1 hi din ho jaye
Maharaj ji mera saval hai ki agar mujhe dusre gav jana pade to tb kya dusre gav me pani de sakte hai kya maharaj ji 🙏🏻
Ha
@@Akhileshguru dhanyawad maharaj ji🙏🏻
Guru ji jbbaki pitr yani dada dadi sb ko gya me baitha diya gya h tb bhi krna hoga ki uske bad wale gye logo ko hi jlanjli krna hoga
Sabko karna hai
Thanks
🙏
Koti. Koti pranam
Jay ho
JaySriRamJaySriRamJayPitrobhay Namah
Jay ho
तस्मै स्वधा ही कहना चाहिए तस्मै स्वधा नमः बोलने की आवश्यकता नहीं है
जी
पंडित जी प्रणाम।
ऋषि तर्पण क्यों छोड़ दिया वो भी बता देते तो सही रहता
गुरु जी यदी पितृपक्ष मे हम बिष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें तो कैसा रहेगा
बहुत अच्छी बात होगी
थाली के जल को वृक्ष की जड़ों में डाल दें
Panditji 🙏slok krupa likhit kar dijiyaegaa video maen .Dhanyawaad
पिता के लिए -
अस्मत पिता वसु रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
दादा के लिए -
अस्मत पितामह रुद्र रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
परदादा के लिए -
अस्मत प्रपितामह आदित्य रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
मां के लिए -
अस्मत माता गायत्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
दादी के लिए -
अस्मत पितामही सावित्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
परदादी के लिए -
अस्मत प्रपितामही सरस्वती रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
नाना के लिए -
अस्मत मातामह वसु रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलम तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
परनाना के लिए -
अस्मत प्रमातामह रुद्र रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
वृद्ध परनाना के लिए -
अस्मत वृद्ध प्रमातामह आदित्य रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
नानी के लिए -
अस्मत मातामही गायत्री रुपस्य तृप्यताम
तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
परनानी के लिए -
अस्मत प्रमातामही सावित्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
वृद्ध परनानी के लिए -
अस्मत वृद्ध प्रमातामही गायत्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
Pujya. Guru. Ji. Aapke. Charno. Me. Koti. Koti. Pranam
जय हो
आदरणीय ऋषि तुल्य पंडित जी को सादर प्रणाम इनके नंबर देदो मेरी विनम्र प्रार्थना हे ❤
Aapka no de den aapko ph kar lenge
विष्णु पुराण में जो विधान श्राद्ध का वर्णन हैं क्या वह सही है???
Ha
Nahane ke baad Tarpan karna hai ya, nahane ke sath hi
Nadi me Karen to nahane ke sath hi kar sakte hain ghar ke nahane ke bad
Gaya pind Daan ke baad bhi tarpan kar sakte hai ya nahin
Tarpan karne se pahle kya jalpan kar sakte hai ?
हाँ कर सकते हैं
अलग तरह से बताया है
Ji
थाली का जल बहार फूलों की कयारी में डाल सकते हैं। आस पास कोई नदी नहींहै ।
Ha
Jai shree Ram jai jai shree ram guru ji nivedan hai ki jo mantra aap bol rahe hai unko skrin par likhne ka kast kare dhanyawad
पिता के लिए -
अस्मत पिता वसु रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
दादा के लिए -
अस्मत पितामह रुद्र रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
परदादा के लिए -
अस्मत प्रपितामह आदित्य रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
मां के लिए -
अस्मत माता गायत्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
दादी के लिए -
अस्मत पितामही सावित्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
परदादी के लिए -
अस्मत प्रपितामही सरस्वती रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
नाना के लिए -
अस्मत मातामह वसु रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलम तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
परनाना के लिए -
अस्मत प्रमातामह रुद्र रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
वृद्ध परनाना के लिए -
अस्मत वृद्ध प्रमातामह आदित्य रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
नानी के लिए -
अस्मत मातामही गायत्री रुपस्य तृप्यताम
तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
परनानी के लिए -
अस्मत प्रमातामही सावित्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
वृद्ध परनानी के लिए -
अस्मत वृद्ध प्रमातामही गायत्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
गुरुजी सामग्री क्या क्या लगेगी.
जो तिल कुश पवित्र जल सफेद फूल सफेद चंदन दूध दो पात्र जल के लिए,
Tarpan 16 din krna hai to pratipada se shuru kre ya 17 tarikh se?
18 se state karen
Guruji Patni ke liye koi alag Vidhi hai ya yah Mantra ka uchharan karna padega
Yahi mantra me patni ka nam le kar tarpan karen
पानी दाएं हाथ की हथेली से नहीं गिराना पितृओके लिए?
Daayen hath se hi karen
Jai shree Ram क्या आप संस्कृत के श्लोक लिख कर दे सकते हैं?
पिता के लिए -
अस्मत पिता वसु रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
दादा के लिए -
अस्मत पितामह रुद्र रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
परदादा के लिए -
अस्मत प्रपितामह आदित्य रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
मां के लिए -
अस्मत माता गायत्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
दादी के लिए -
अस्मत पितामही सावित्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
परदादी के लिए -
अस्मत प्रपितामही सरस्वती रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
नाना के लिए -
अस्मत मातामह वसु रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलम तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
परनाना के लिए -
अस्मत प्रमातामह रुद्र रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
वृद्ध परनाना के लिए -
अस्मत वृद्ध प्रमातामह आदित्य रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
नानी के लिए -
अस्मत मातामही गायत्री रुपस्य तृप्यताम
तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
परनानी के लिए -
अस्मत प्रमातामही सावित्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
वृद्ध परनानी के लिए -
अस्मत वृद्ध प्रमातामही गायत्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
10 _11_12_13 kaya pasia na ho to upay batay
बाल कब बनवाना चाहिए तिथि पर या अमावस्या पर
अमावस्या के बाद
गुरुजी हमारे बड़े भैया 2 महीने पहले खत्म हो गए थे तो क्या पिताजी को पानी देना चाहिए इस वर्ष
हाँ पिताजी को पानी दे सकते हैं
Kis samye dena chahiye jal pandit ji
dophar ke 12.30 baje tak
Pitro ke kanth m ched.hota h is liye til .jo lete.h
Ye kis din krna chaiye guruji
Pitron ki tithi ko
थाली के जल को कंहा गिराए हुरु जी
Kisi pavitra sthan par thanda kar den
Dudh kanha chadaya apne
Kuch log bolte h starting ke 3-4 din nhi dene chahiye,ye char din dharikar aur neech jati ke liye hota h mujhe bahot kharab lga guruji,kya aesa bhi h m 18 se start kar diya hu
ठीक किया
Pls mantro ko description mai dal de
पिता के लिए -
अस्मत पिता वसु रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
दादा के लिए -
अस्मत पितामह रुद्र रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
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इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
मां के लिए -
अस्मत माता गायत्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
दादी के लिए -
अस्मत पितामही सावित्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
परदादी के लिए -
अस्मत प्रपितामही सरस्वती रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
नाना के लिए -
अस्मत मातामह वसु रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलम तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
परनाना के लिए -
अस्मत प्रमातामह रुद्र रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
वृद्ध परनाना के लिए -
अस्मत वृद्ध प्रमातामह आदित्य रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
नानी के लिए -
अस्मत मातामही गायत्री रुपस्य तृप्यताम
तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
परनानी के लिए -
अस्मत प्रमातामही सावित्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
वृद्ध परनानी के लिए -
अस्मत वृद्ध प्रमातामही गायत्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
@@Akhileshguru Thank you so much
गुरु देव के चरणों में मेरा कोटि कोटि नमन
@sanjaypathak1080 jay ho