शिवाष्टकम् ॥ प्रभुं प्राणनाथं विभुं विश्वनाथं जगन्नाथ नाथं सदानन्द भाजाम्। हिंदी अर्थ के साथ

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  • Опубликовано: 20 дек 2024

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