"बन्दर क्या जाने अदरक का स्वाद "ये बात संस्कृत से नफरत करने वालो के लिए बिल्कुल सही बैठती है ,देश पर बहूत आक्रमण हुए वरना संस्कृत पर और रिसर्च होती ,ये काम सरकार को करना चाहिए । संस्कृत इस देश की धरोहर है ।
@@Beaver_Engineers ये बात मेरे पर भी लागू होती है,अगर सरकार संस्कृत को बढ़ावा देने वालो को आर्थिक सहायता प्रदान करे जैसे अन्य विषय सहित संस्कृत में पढ़ना और पढ़ाना तो अच्छा रहेगा ,मंदिरों पर लगने वाले टेक्स का पैसा इस पर इस्तेमाल किया जा सकता है ।मदरसों को आर्थिक सहायता देती है सरकार ,तो इन्हें क्यो नही ,जिधर पैसा होगा लोग उधर जरूर जाएंगे ।
तोता सुना याद तो कर सकता किंतु वह उस सुने पे कुछ नया नही लिख सकता, हमारे यहां तोता के साथ ऐसे नए रचनाकार भी बहुत हुए है। आप को शंकराचार्य को उस तोता की श्रेणी में नहीं रखना चाहिए था। हो सकता है की सहज हास्य शैली के अध्यापन में आपने कह दिया हो पर आपसे गंभीरता की उम्मीद कर में भी कोई अपराध नहीं कर रहा। बाकी आपका ज्ञान हमेशा की तरह उत्तम है , कुछ पहले से जानता था और कुछ सीखा भी, धन्यवाद आपका।
कोई नई जानकारी जो बरसों से एक सवाल बनी हुई हो, उसका जवाब अगर अचानक से मिल जाता है तो मानो ऐसा लगता है, चमत्कार हो गया। ऐसी ही कृपा दिव्व कीर्ति सर, आचार्य प्रशांत जी के द्वारा हम पर हो रही है। धन्यवाद 🙏
कई झूठे बनावटी बाबा से अच्छा है इनका लेक्चर 🌹🌹🌹*आज पहली बार संस्कृति भाषा को सर्वश्रेष्ठ माना मैंने*🌹🌹❤️❤️🌹🌹 लेकिन इतने लंबे वेद बिना लिखे रचना भी असंभव है श्रीमान। रचने पर लिखित किया होगा तभी किसी को सिखाया होगा वर्ना चार पंक्तियों को रचने के बाद शाम तक याद रख पाना सम्भव ही नहीं। ।
I have not come across many persons who are knowledgeable and also explain in such simple manner. Dr. Vikas Divyakirti is one such person. Really privilaged to hear from him.🙏
वेदों को लिखें नहीं गयें बल्कि रचे गयें वो भी समाजिक चाल-चलन:चाल-ढाल के अनुसार अनुरूप अनुकूल... यहीं कारण है भारत में हर कुछ थोपनें का प्रयोग प्रयास परम्परा है न कि समझ समझदारी भरा वाला ज्ञान... यहीं कारण है भारत कि शिक्षा प्रणाली "रट्टा मार"चलन है#DR.रंजन KR.
वेद या माध्यमातून संस्कृती निर्माण झाली संस्कृती पासूनच आपण हिंदू धर्म हमे जागृत किया है सभी जाती यो में माता देवी उनका कृपादृष्टी बडा स्थान में बच्चों को सहायता के माध्यम से संभालना महत्वपूर्ण हे . हर समाज प्रभुजी का जो सर्वश्रेष्ठ उनका स्थान के कारण इसी से हमारा उद्धार होता है. थँक्यू सर. 🙏🙏
Sir .Jo pahla vyakti tha jisko ved yaad hua ...please batae usko kisne sikhaya...shayad Ishwar ne...par aap Ishwar ko mante hai kya....aur mante hai to Kai baar aapne Ishwar ko nakara kyu...phir bhi sir ye kitni purani baat hogi...please isme Prakash dale
AJ Tak is prithvi par 1 lakh se jyada dharm granth likhe gye sabhi ki comman baat ek hi hai ke bhagwan ek hai aur sare ke sare granth bhagwan ko Jan ne ke bare me likhe gye hai man ne ke bare me nahi.mai sabhi dharm granth to pde nahi hai aur na hi pad sakta hu sabhi alag alag bhasha alag alag lippi me hai par fir bhi jo Jo mai janta hu sabhi ki ek comman baat yeh bhi hai ke sabhi Kavita roop me likhe ghe hai .abhi us me ham log confusion ho jate hai.likhne wala kisi aur angle me likhta hai aur mai kisi aur angle se pad ta hu ya yeh keh lo ke samjhta hu.jaise ke dharam granth to bahot unchi avstha me likhe gye hai .....ek hamare punjab ka Kavita tha (shiv kumar batalvi) unki Kavita ka har insan alag alag meaning nikalta hai. Abhi sochne par mazboor ho jate hai ke voh Kiya kehna chahte the .aise hi dharam granth hai waha tak apni soch le kar Jana bahot muskil hai.
हाथ में कलम हो और गनीमत कहो की हाथ सलामत है इसका मतलब ये नही की कुछ भी लिख डाले। पहले अपने आप को नीचे से ऊपर तक देखो नही तो वही होगा जो गाजा में बाजा हो रहा है।
Sanskrit language ka actual nam "sanskarit " hai jiska arth kisi language ko sanskarit yane update krna hai...ab sawal ye uthala hai ki aisi konsi bhasha /language Bharat Desh me maojud thi jise sanskarit karana pada aur kyu Krna pada ... Hame pahale ye sacchai bhahar duniya ke samane batat na ua study kerna padega
Hard disk can make one a parrot. There is something called syntax in computers. Intelligence is artificial and not touching completely the intelligence of the computer of God. This is kaliyug. Kali means machine. The power of human machine now and the power of God's machine then. Your metaphor as well as inference appears to be misplaced.
कोई भी ग्रंथ भगवान ने नहीं लिखा है। इंसान ने ही लिखा है। अपने वर्चस्व के लिए स्वार्थ के लिए।
"बन्दर क्या जाने अदरक का स्वाद "ये बात संस्कृत से नफरत करने वालो के लिए बिल्कुल सही बैठती है ,देश पर बहूत आक्रमण हुए वरना संस्कृत पर और रिसर्च होती ,ये काम सरकार को करना चाहिए । संस्कृत इस देश की धरोहर है ।
Ye bat tu pahel Sanskrit me likh....maine 12 th tak Sanskrit padi aur uska kahi use nhi kiya....
@@Beaver_Engineers ये बात मेरे पर भी लागू होती है,अगर सरकार संस्कृत को बढ़ावा देने वालो को आर्थिक सहायता प्रदान करे जैसे अन्य विषय सहित संस्कृत में पढ़ना और पढ़ाना तो अच्छा रहेगा ,मंदिरों पर लगने वाले टेक्स का पैसा इस पर इस्तेमाल किया जा सकता है ।मदरसों को आर्थिक सहायता देती है सरकार ,तो इन्हें क्यो नही ,जिधर पैसा होगा लोग उधर जरूर जाएंगे ।
Boudh dhamlipi... Ki chori Kar hi devnagrilipi bani.... 😂😂😂
तोता सुना याद तो कर सकता किंतु वह उस सुने पे कुछ नया नही लिख सकता, हमारे यहां तोता के साथ ऐसे नए रचनाकार भी बहुत हुए है। आप को शंकराचार्य को उस तोता की श्रेणी में नहीं रखना चाहिए था। हो सकता है की सहज हास्य शैली के अध्यापन में आपने कह दिया हो पर आपसे गंभीरता की उम्मीद कर में भी कोई अपराध नहीं कर रहा। बाकी आपका ज्ञान हमेशा की तरह उत्तम है , कुछ पहले से जानता था और कुछ सीखा भी, धन्यवाद आपका।
कोई नई जानकारी जो बरसों से एक सवाल बनी हुई हो, उसका जवाब अगर अचानक से मिल जाता है तो मानो ऐसा लगता है, चमत्कार हो गया।
ऐसी ही कृपा दिव्व कीर्ति सर, आचार्य प्रशांत जी के द्वारा हम पर हो रही है।
धन्यवाद 🙏
Very nice sir ji Aap dharti k manaw
Ko bahut kucch de Rahe hain
कई झूठे बनावटी बाबा से अच्छा है इनका लेक्चर 🌹🌹🌹*आज पहली बार संस्कृति भाषा को सर्वश्रेष्ठ माना मैंने*🌹🌹❤️❤️🌹🌹 लेकिन इतने लंबे वेद बिना लिखे रचना भी असंभव है श्रीमान। रचने पर लिखित किया होगा तभी किसी को सिखाया होगा वर्ना चार पंक्तियों को रचने के बाद शाम तक याद रख पाना सम्भव ही नहीं। ।
Sir you are Great
Super & Excellent Speech Sir
Our Sanskrit is greatest Language of the world.
Exalent
अति सुन्दर प्रस्तुति👌👌👌👌👌
Veri nice ❤
सर इतनी सटीकता के साथ सही बात को समझाना केवल आप जैसे ज्ञानी निष्पक्ष और साहसी लोग ही कर सकते हैं
I have not come across many persons who are knowledgeable and also explain in such simple manner. Dr. Vikas Divyakirti is one such person. Really privilaged to hear from him.🙏
Sir. Aap ki jaankari advoot hai.
वेदों को लिखें नहीं गयें बल्कि रचे गयें वो भी समाजिक चाल-चलन:चाल-ढाल के अनुसार अनुरूप अनुकूल... यहीं कारण है भारत में हर कुछ थोपनें का प्रयोग प्रयास परम्परा है न कि समझ समझदारी भरा वाला ज्ञान... यहीं कारण है भारत कि शिक्षा प्रणाली "रट्टा मार"चलन है#DR.रंजन KR.
रचने का क्या मतलब है सर जी । लिखना और रचना में क्या अंतर है ।
वेद या माध्यमातून संस्कृती निर्माण झाली संस्कृती पासूनच आपण हिंदू धर्म हमे जागृत किया है सभी जाती यो में माता देवी उनका कृपादृष्टी बडा स्थान में बच्चों को सहायता के माध्यम से संभालना महत्वपूर्ण हे . हर समाज प्रभुजी का जो सर्वश्रेष्ठ उनका स्थान के कारण इसी से हमारा उद्धार होता है. थँक्यू सर. 🙏🙏
Nice lecture sir ❤❤
Sir .Jo pahla vyakti tha jisko ved yaad hua ...please batae usko kisne sikhaya...shayad Ishwar ne...par aap Ishwar ko mante hai kya....aur mante hai to Kai baar aapne Ishwar ko nakara kyu...phir bhi sir ye kitni purani baat hogi...please isme Prakash dale
very good 👍❤
AJ Tak is prithvi par 1 lakh se jyada dharm granth likhe gye sabhi ki comman baat ek hi hai ke bhagwan ek hai aur sare ke sare granth bhagwan ko Jan ne ke bare me likhe gye hai man ne ke bare me nahi.mai sabhi dharm granth to pde nahi hai aur na hi pad sakta hu sabhi alag alag bhasha alag alag lippi me hai par fir bhi jo Jo mai janta hu sabhi ki ek comman baat yeh bhi hai ke sabhi Kavita roop me likhe ghe hai .abhi us me ham log confusion ho jate hai.likhne wala kisi aur angle me likhta hai aur mai kisi aur angle se pad ta hu ya yeh keh lo ke samjhta hu.jaise ke dharam granth to bahot unchi avstha me likhe gye hai .....ek hamare punjab ka Kavita tha (shiv kumar batalvi) unki Kavita ka har insan alag alag meaning nikalta hai. Abhi sochne par mazboor ho jate hai ke voh Kiya kehna chahte the .aise hi dharam granth hai waha tak apni soch le kar Jana bahot muskil hai.
आवाज या ध्वनी की आकृतिको अक्षर बोला जाता हैं.
Bhasha wo hi uttam hai jo sabse jayada boli jati hai
Aur likhi jati hai
God bless you brother
Best teacher in india
वेद ना एक समय की लिपि है ना एक मानव की इनमें से बहुत कुछ गया और बहुत कुछ नया आया इसीलिए वेद को पूर्ण सत्य कहना कदा भी उचित नहीं
हाथ में कलम हो और गनीमत कहो की हाथ सलामत है इसका मतलब ये नही की कुछ भी लिख डाले। पहले अपने आप को नीचे से ऊपर तक देखो नही तो वही होगा जो गाजा में बाजा हो रहा है।
Isaka uttak main bhi mile but apse hi mil gaya sr tq❤
ki isaki philosophy kya hai
That is not theory only, it was practical also.
Wah sir...
Sanskrit language ka actual nam "sanskarit " hai jiska arth kisi language ko sanskarit yane update krna hai...ab sawal ye uthala hai ki aisi konsi bhasha /language Bharat Desh me maojud thi jise sanskarit karana pada aur kyu Krna pada ...
Hame pahale ye sacchai bhahar duniya ke samane batat na ua study kerna padega
Shayd aapke naam me neetin ke baad "B" ke sthan pr "M" likha gya hai.. Make necessary correction
@@ChachaChaudhari95gajab bejti hai😂😂😂
❤❤
पूरी शिक्षा व्यवस्था प्राइवेट स्कूलों के भरोसे चल रही है प्राइमरी स्कूल में तो पढ़ाई ही नहीं होती है
Video number bta do bro hindi literature mai
Guru Ji sanskirit se pahale bhi koi lipi hai jisaka nam brahmi lipi hai
संस्कृत कोई लिपि नही है गुरु जी के चेला जी
@@shubhamsingh-uo2weदेवनागरी be like :- me Kya Karu job chhod du 😂
Hard disk can make one a parrot. There is something called syntax in computers. Intelligence is artificial and not touching completely the intelligence of the computer of God. This is kaliyug. Kali means machine. The power of human machine now and the power of God's machine then. Your metaphor as well as inference appears to be misplaced.
5 va ved bhi hai use sukshm ved bolte hai ap khojlo pure vishwa me ek hi guru hai uske pas milenge
तेन , ताभ्यां तैः होता है सिर ताभिः स्त्री लिङ्ग में होता है , तया ताभ्यां ताभिः
Good bye Ritu thank you for coming in my life
Ab samajh me Tony kakkaar ka Aisa gana kyun aata hai......😂😂😂😂
,🤣🤣
Ye kis time ki bat kr rhe h pta h ...ap ka budh dherm to abhi hui
अंग्रेज जो बोले वही सही है क्योंकि upsc no angrejo ne bolo ushi se selection होगा ics tha ab upsc
Ved rishiyo dwara drastavya yatharthath tatatwa ka drasta hain kripya ise gadya padya jaise sadaharan sabdo se tulna na kare to hi uchit hoga .....
Ved manushase pehle aye the aur duniya khatam hone ke baad khatam hoga. Pata nahi toh Vishnu Puran padho. 😮😮
Jai bhim
जय भीम और अल्लाह हो अकबर इन दोनो मूर्खो का कोई इलाज नहीं है। एक का गाजा और एक का बाजा। यो कहिए की लात के लोग बात से नही समझते।