शुद्घात्म वंदन 🙏 अच्छे से जिन धर्म के सिद्धांतो को दादा ने ये रचना मे हमे समझाया कि सहजता से , ध्यान योग से , क्रम नियमित पर्याय से पर अपने मे ही अपनापन करने से परम परिणामिक भाव ही निज आत्म ही भगवान है 🙏🙏🙏 दादा नी बधी रचनाओं अति सुंदर छे ज्ञानमयी छे जीनागम नो संपूर्ण सार आप नी बधी रचनाओं मा होवाथी स्वाध्याय थयी जाय छे Thk u Todarmal smarak ने के जे आवी कृति नो लाभ अमने आपे छे 💐💐🙂👍👍 Ji Dhanyavad 🙏🙏 Jai jinendra ji 🙏🙏👍👍
बहुत सुंदर रचना है। जय जिनेन्द्र। एक सोच है। क्या जीव द्रव्य या द्रव्यों को ही सर्व कर्ता भगवान, दृष्टांत हेतु अन्य नाम और रूप बताकर, माना जा सकता है। सिद्ध आत्मा शुद्ध जीव द्रव्य के पर्याय रूपी होती है। क्या ऐसा भी सम्भव है कि क्योंकि हर पर्याय का उत्पाद व्यय/पतन होना निश्चित है सिद्ध पर्याय आत्मा का भी पतन/व्यय हो, द्रव्य रूप में आए तभी उन्हें परम मोक्ष की प्राप्ति हो? संसार से मोक्ष और परम मोक्ष मे कुछ अंतर हो सकता है। इस हेतु सिद्ध आत्मा के धुव्र भाव यानी एक तरफा, शायद व्यय भाव, इस और कुछ संकेत करे। मेरा व्यक्तिगत विचार। धन्यवाद।
Dada ke gyaan ki bahut anumodana
Naman..sache gyan prachar ki anumodna
Bahut2 sunder sunty hi rho🙏🙏🙏🙏👌👌👌
🙏👍👍🙏🙏👍जय जिनेन्द्र देव जी की 👍🙏
🙏👍जय जिनेन्द्र देव जी की 👍🙏
अद्भुत, है हमारा जिनशासन
Jai jinendra
बहुत ही सुंदर
शुद्घात्म वंदन 🙏
अच्छे से जिन धर्म के सिद्धांतो को दादा ने ये रचना मे हमे समझाया कि सहजता से , ध्यान योग से , क्रम नियमित पर्याय से पर अपने मे ही अपनापन करने से
परम परिणामिक भाव ही निज आत्म ही
भगवान है 🙏🙏🙏
दादा नी बधी रचनाओं अति सुंदर छे
ज्ञानमयी छे जीनागम नो संपूर्ण सार आप नी बधी रचनाओं मा होवाथी स्वाध्याय थयी जाय छे
Thk u Todarmal smarak ने के जे आवी कृति नो लाभ अमने आपे छे 💐💐🙂👍👍
Ji Dhanyavad 🙏🙏
Jai jinendra ji 🙏🙏👍👍
बहुत सुंदर आध्यात्मिक रचना है
बहुत ही मार्मिक और सटीक समझाइश दादा आप महान है। अदभूत योग्यता है आप की बहुत बहुत अनुमोदना 🙏🙏👌👌
बिमला जैन नमोस्तुते गुरूदेव जी
Bahut sunder💯💯👌👌🙏🙏
अति उत्तम... जय Jinendra katol Dist Nagpur
Aayush Nayak 🙏💐 JAY JINENDRA 🙏🙏🙏🏳️🌈🏳️🌈🏳️🌈🔔🔔🔔
chhote dada ki har krati anupam n anmol h
🙏 जय जिनेन्द्र जी
बहुत ही सुंदर.... जय jinendra katol
💟🕉️📚✍️💟
अनमोल रचना 👍👌👌👌👌🚩
💮 आ.पू.श्री. छोटे दादाजी शतशत नमन 🙏🙏🙏😇💮💟
Dada ko sat sat naman delhi
अद्भुत दादा जी
chhote dada bhi anmol h unko mera shat shat vandan
छोटे दादा को शत शत शत नमन, बहुत सुंदर रचना
अद्भुत जय जिनेन्द्र
सादर प्रणाम
यह सत्य सुनने पर तत्व श्रद्धान नहीं होता तो यह हमारी कमजोरी हैं।
Very nice bhajan👍👍
Jai jin shashnam
Bahut sundar hai ye rachana. Aa.. Dada ko sadar naman
बहुत-बहुत-बहुत आध्यात्मिक व आनन्ददायक है।
Very very excellent
Dada 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Very true
👏👏👏
😊😊
दादा को कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏🙏🙏 👌👌👌
👍👍👍🙏
Pranam
shat shat vandan
बहुत सुंदर,,,मन प्रस्सन हो गया सुनकर
बहुत सुंदर रचना दादा अनमोल रत्न है आप जीव समाज में🙏🙏
Dada ka bahut upkar hai delhi
🙏🙏🙏
👌👌🙏🏽🙏🏽🙏🏽
Jsca
Abagavana ka gaana bahut beautiful😍✨✨❤ and👍🎵 hi
🙏🙏 - अरुण मोदी
anmol krati h
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Too good 🌼🌺
🙏🏻
Malkapur
बहुत सुंदर रचना है। जय जिनेन्द्र। एक सोच है। क्या जीव द्रव्य या द्रव्यों को ही सर्व कर्ता भगवान, दृष्टांत हेतु अन्य नाम और रूप बताकर, माना जा सकता है। सिद्ध आत्मा शुद्ध जीव द्रव्य के पर्याय रूपी होती है। क्या ऐसा भी सम्भव है कि क्योंकि हर पर्याय का उत्पाद व्यय/पतन होना निश्चित है सिद्ध पर्याय आत्मा का भी पतन/व्यय हो, द्रव्य रूप में आए तभी उन्हें परम मोक्ष की प्राप्ति हो? संसार से मोक्ष और परम मोक्ष मे कुछ अंतर हो सकता है। इस हेतु सिद्ध आत्मा के धुव्र भाव यानी एक तरफा, शायद व्यय भाव, इस और कुछ संकेत करे। मेरा व्यक्तिगत विचार। धन्यवाद।
👏👏👏📣📣📣📢📢❤️🚩🙏
तो
ये काव्य डाउनलोड नही हो रहा जी
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🙏
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