जो न मिल सका वही बेवफा, ये बड़ी अजीब सी बात है जो चला गया मुझे छोडकर, वही आज तक मेरे साथ हैं जो ना मिल सका..... जो किसी नज़र से अता हुई, वही रोशनी है ख्याल में वो न आ सके रहूं मुंतजार, ये खालिश कहां थी विसाल में मेरी जस्तजू को खबर नहीं, ना वो दिन रहे ना वो रात हैं जो चला गया मुझे छोडकर, वही आज तक मेरे साथ हैं करे प्यार लब पे गिला ना हो, ये किसी किसी का नसीब है ये करम हैं उसका जफा नहीं, वो जुदा भी रह के करीब हैं वही आंख है मेरे रूबरू, उसी हाथ में मेरा हाथ है जो चला गया मुझे छोडकर, वही आज तक मेरे साथ हैं मेरा नाम तक जो न ले सका, जो मुझे करार न दे सका जिसे इख्तियार तो था मगर, मुझे अपना प्यार न दे सका वही शख्श मेरी तलाश है, वही दर्द मेरी हयात है जो चला गया मुझे छोडकर, वही आज तक मेरे साथ है जो न मिल सका वही बेवफा, ये बड़ी अजीब सी बात है जो चला गया मुझे छोडकर, वही आज तक मेरे साथ है जो ना मिल सका... penned by - Khawaza Parvez Great Poet and Composer
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Ahaaaa it's beautiful 👌👌👌👌😊
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Love this ghazal in your voice.
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Beautiful 💕 🎶 touching 😊🌈
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Aha darun
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অপূর্ব!💙
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Darun ❤️
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@@RitwikaMukherjeeOfficial 😊😊😊
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খুব ভালো ma'am 😊❤️
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👏👏👏Aapka Awaj bohoat achah hai DiDi 🙏
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@@RitwikaMukherjeeOfficial always welcome mam 🙏
Beautifull ♥️♥️♥️
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बधाइयाँ 💐जवाब नहीं आपका 👌👌
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Waiting eagerly
nice voice mam
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😍😍😍nicee
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जो न मिल सका वही बेवफा, ये बड़ी अजीब सी बात है
जो चला गया मुझे छोडकर, वही आज तक मेरे साथ हैं
जो ना मिल सका.....
जो किसी नज़र से अता हुई, वही रोशनी है ख्याल में
वो न आ सके रहूं मुंतजार, ये खालिश कहां थी विसाल में
मेरी जस्तजू को खबर नहीं, ना वो दिन रहे ना वो रात हैं
जो चला गया मुझे छोडकर, वही आज तक मेरे साथ हैं
करे प्यार लब पे गिला ना हो, ये किसी किसी का नसीब है
ये करम हैं उसका जफा नहीं, वो जुदा भी रह के करीब हैं
वही आंख है मेरे रूबरू, उसी हाथ में मेरा हाथ है
जो चला गया मुझे छोडकर, वही आज तक मेरे साथ हैं
मेरा नाम तक जो न ले सका, जो मुझे करार न दे सका
जिसे इख्तियार तो था मगर, मुझे अपना प्यार न दे सका
वही शख्श मेरी तलाश है, वही दर्द मेरी हयात है
जो चला गया मुझे छोडकर, वही आज तक मेरे साथ है
जो न मिल सका वही बेवफा, ये बड़ी अजीब सी बात है
जो चला गया मुझे छोडकर, वही आज तक मेरे साथ है
जो ना मिल सका...
penned by - Khawaza Parvez Great Poet and Composer
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