अगर किसी के ह्रदय मे भक्ति है भगवान के चरणों निर्मल प्रेम हैऐसा भक्त संत चाहे पूर्व आश्रम मे चान्डाल क्यो न रहा हो उसको प्रणाम करना चाहिए परन्तु जिसके ह्रदय मे हरि भक्ति नही है भगवान के चरणों प्रीति नही है बो ब्राह्मण हो या ब्राह्मण का बाप उसे कभी प्रणाम नही करना चाहिए .. राधे राधे
क्या विरक्त होने के बाद संन्त होने के बाद भी ब्राह्मण या ब्राह्मण इतर बना रहता है जवकि सत्य तो यह है विरक्त होने के बाद संन्यासी चारो वर्णो से ऊपर हो जाता है जो संत अपने को ब्राह्मण या क्षत्री आदि मान रहा है तो बो संन्त नही है अगर संन्त है तो ब्राह्मण नही है और ब्राह्मण है तो संन्त नही है त्यागा हुआ बर्ण स्वीकार करना वमन स्वीकार करना है
हमारे श्री सत गुरूदेव भगवान के श्री कमल चरणो मे कोटी कोटी डंडवत प्रणाम🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹💓💘💓🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙇
सब संतो के श्री कमल चरणो मे कोटी कोटी डंडवत प्रणाम
Jagatguru bhagwan ki Jay ho
ये है सत्य सनातन धर्म की श्रेष्ठता।अत्यंत दुर्लभ वा उत्तम ज्ञान।
धर्म कर्म के पुनरुद्धार के लिए दिव्य प्रयास।
🙏🙏🙏👏👏👏👏Jai shree radhe Krishna 🙏🙏🙏👏👏👏🥀🌸💮🌼🌷🌹🏵💐🌺🌻👏👏👏👌👌👌👌👌👌👏👏👏👏👏
सभीश्रोताओकोमेराकोटिकोटिनमन
Jay ho bahut anad aya
जयसियाराम
जय हो बहुत सुंदर
khuman raghuniwanshi
बहुत सुंदर व्याख्या की
#धर्म
अति उत्तम , सभी संतो , ब्राह्मणो को दंडवत प्रणाम 🙏 वर्ष 2019 मे धर्म सभा का वीडियो अपलोड करने की कृपा करें।
वैदिक सनातन धर्म की जय समस्त गुरु जनो प्रणाम
राम राम
बहुत सुंदर जय श्रीराम
अगर किसी के ह्रदय मे भक्ति है भगवान के चरणों निर्मल प्रेम हैऐसा भक्त संत चाहे पूर्व आश्रम मे चान्डाल क्यो न रहा हो उसको प्रणाम करना चाहिए परन्तु जिसके ह्रदय मे हरि भक्ति नही है भगवान के चरणों प्रीति नही है बो ब्राह्मण हो या ब्राह्मण का बाप उसे कभी प्रणाम नही करना चाहिए .. राधे राधे
बोलिए सभी सद्गगुरू भगवान परमपिता परमेश्वर की जय। जय श्री राम जय श्री सीताराम के चरणों में कोटि-कोटि नमन वंदन दंडवत प्रणाम करते हैं
Jai shree Krishna
जय श्री राम
Guru g, prdam
क्या विरक्त होने के बाद संन्त होने के बाद भी ब्राह्मण या ब्राह्मण इतर बना रहता है जवकि सत्य तो यह है विरक्त होने के बाद संन्यासी चारो वर्णो से ऊपर हो जाता है जो संत अपने को ब्राह्मण या क्षत्री आदि मान रहा है तो बो संन्त नही है अगर संन्त है तो ब्राह्मण नही है और ब्राह्मण है तो संन्त नही है त्यागा हुआ बर्ण स्वीकार करना वमन स्वीकार करना है
jai seri ram
Pranam
तेरवी का भोज करना चाहिए या नहीं 🙏🙏🙏
2:19:00
A
धर्म का अर्थ के वल कर्म कांड ही है❓ धृति क्षमा दमो अस्तेयं,..... आदि में कर्म कांड की बात कहाँ पर है.ज्योतिष सम्मेलन है क्या❓
Kya kisi mandir mi 2 bar jana chahi a
पुष्कर में पिंड दान करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए और यह
करना चाहिये अलग अलग स्थान से अलग अलग महिमा
2:19
P