Maharana Pratap ( महाराणा प्रताप ) || Ep 476, 477, 478
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- Опубликовано: 6 апр 2024
- Maharana Pratap ( महाराणा प्रताप ) || Ep 476, 477, 478
महाराणा प्रताप
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महाराणा प्रताप का जन्म 1540 में मेवाड़ के उदय सिंह द्वितीय और जयवंता बाई के यहाँ हुआ था, जिस वर्ष उदय सिंह वनवीर सिंह को हराने के बाद सिंहासन पर बैठे थे । उनके छोटे भाई शक्ति सिंह , विक्रम सिंह और जगमाल सिंह थे। प्रताप की दो सौतेली बहनें भी थीं: चंद कंवर और मान कंवर। उनकी मुख्य पत्नी बिजोलिया की महारानी अजबदे बाई पुनवार थीं। उनका सबसे बड़ा पुत्र अमर सिंह प्रथम था । वह मेवाड़ के शाही परिवार से थे । 1572 में उदय सिंह की मृत्यु के बाद, रानी धीर बाई भटियानी चाहती थीं कि उनका बेटा जगमाल उनका उत्तराधिकारी बने लेकिन वरिष्ठ दरबारियों ने सबसे बड़े बेटे के रूप में प्रताप को अपना राजा बनाना पसंद किया। सरदारों की इच्छा प्रबल हुई और प्रताप सिसौदिया राजपूतों की पंक्ति में मेवाड़ के 54वें शासक, महाराणा प्रताप के रूप में सिंहासन पर बैठे । होली के शुभ दिन गोगुंदा में उनका राज्याभिषेक किया गया । जगमाल ने बदला लेने की कसम खाई और अकबर की सेना में शामिल होने के लिए अजमेर चला गया, और उसकी मदद के बदले उपहार के रूप में जहाजपुर शहर को जागीर के रूप में प्राप्त किया।
About The Show:
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Around 400 years back, with the might of their huge armies, foreign forces, one after another, were invading the Indian territories. Afghans, Turks and then the Mughals. All had one burning desire, establishing their control over a prosperous India. But even in these hard times, there was one province which gave a bold fight to these enemies. And that was the gleaming Rajya of the Rajputs- Mewar! For the Rajputs, no sacrifice weighed more importance than freedom. Развлечения
Jay ❤maharana ❤pratap ❤
😊
Main apne sabhi deshavaasiyon se nivedan karta hu ki
Apne bachhe ko maharana pratab episode ko dekhane ke liye prerit kare desh ke viro ke itihaas ko
हम हिंदू कभी भी एक नही हो सकते
मां हो तो जवांता बाई जेसी जय मां
जय हो महाराणाप्रताप
प्रताप अपने और अपनों के लिए सोचते रहे और अपनों ने ही षड्यंत्र रच दिया
प्रताप की सबसे बड़ी कमी ये थी कि वो अपनों को पहचान नहीं पाए ना तो धीर बाई को ना अपने भाई को
कुंवर प्रताप को जगमाल और उसके मामा को बात नहीं माननी चाहिए थी
Ye sugandh wali Rani kya hai, ye aap btayenge ya ham btayenge, ham btayenge "DAYAN HAI DAYAN"
Bahut चालक हे धीर बाई
જય હો મહારાણા પ્રતાપની...
Har har Mahadev ji ki
घर का भेदी ही सबसे बड़ा दुश्मन होता है धन्य बाद सीताराम जय भारत
Maharana Pratap Singh ji Jessa yodha hai ❤
rani jaywanta ne sach kaha deeak lau dheer bai ki trf jb gyi or lauti to bujhne lgi thi
कुछ मतलब परस्त राजपूतों ने कभी एकता होने नहीं दी
Bhagwan daas kab ka mar Gaya,
Mama भी कंस है
Mansing gatrarno kido hato
नागिन है छोटी ma
Pratap jaisa murkh koi nahi
Ye ही तो मार्गी
Dhir baai babut kantap maal h😅😅
37 saal ki h saali
UPणढबशचमण