Rajasthani Art And Culture !! Pure Rajasthani Song ! राजस्थानी देशी विवाह गीत 2
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- Опубликовано: 8 фев 2025
- #Rajasthani Art And Colture#
Rajasthani Marriage function songs the culture of rajasthan and marriage songs singing by local female body.
Songs Recorded By - RBK Rajasthani offical youtube channel
Jordar
Thank You sa
nice ji
ruclips.net/video/7KWAFDlXppg/видео.html
टाट-टरड़ी-टोरड़ी
झोटी-लरड़ी-टोगड़ी
चिड़ी-कमेड़ी-मोरड़ी
हिरण-लूँकड़ी-रोझड़ी
फोग-भाँकड़ी-दोबड़ी
नीम-खेजड़ी-बोरड़ी
उजळा धोरा-धोरड़ी
झीणी पून निंदोकड़ी
झूँपा-टपरी-कोटरी
उड़ै घूघरी-गोठरी
भरी धान स्यूँ ओबरी
चरखा कातै डोकरी
चैत रूखाळै चौधरी
बाँध्याँ कंठी दोलड़ी
खाँधै लटकै लोटड़ी
पग में फाटी मोचड़ी
पिणघट बैठी गोरड़ी
करै हथाई दो घड़ी
सासू जबर लड़ोकड़ी
नणदाँ घणी चिटोेकड़ी
देखै माजन चोपड़ी
रिपिया कता रोकड़ी
अै मरूधर रा गांवड़ा
सुरग लजीज बापड़ा !
मायड़ भासा बोलतां
जिण नै आवै लाज,
इस्या कपूतां स्यूं दुखी
आखो देस समाज,
निज रै छप्पन भोग नै
बिसरावै या फूट,
तिसणावश खांता फिरै
जणै जणै री जूंठ,
निज भासा स्यूं अणमणा
पर भासा स्यूं प्रीत,
इसड़ा नुगरां री करै
कुण जग में परतीत ?
भरो सांग मन भांवता
पण ल्यो आ थे मांड,
जका भेस भासा तजै
बां नै कैवै भांड,
थे मरूधर रा बाजस्यो
बसो कठै ही जाय,
सैनाणी कोनी धुपै
बिरथा लाख उपाय,
निज सरूप स्यूं थे डारो
थांरो घणो अभाग,
निज रो आपो ओळखो
हीण-भावना त्याग,
महापुरूष गांधी करी
गुजराती री सेव,
बंगला थरपी जगत में
रवि ठाकुर गुरूदेव,
मत ल्यो निरथ्क तरक कर
हिन्दी रो ओळाव,
भासावां सगली नद़यां
हिन्दी है दरियाव,
बीत्यां जावै बगत तो
पण चालैली बात,
सरवस जावै, सांभळो
थांरा लांबा हाथ।
Super nice
Thank You sa
@@rbkrajasthaniस तय 😊
Nice
Thank You sa
मारो राजस्थान
maro ni aapno