स्वामीजी आपका कहना तो उचित है। पर इस मूर्ख हिन्दू जाति पर असर होने वाला नहीं है। आर्य समाज आरम्भ से ही पाखंड के विरुद्ध अभियान चलाएंगे हुए है। पर दुख का विषय यह है कि यह पाखंड बढ़ ही रहा है। इसमें हमारे राजनेता और तथाकथित धर्माचार्य संलिप्त है। आपका प्रयास सराहनीय है।
❤❤❤❤❤❤ कलयुग में ब्राह्मण समाज को गौतम ऋषि का श्राप लगा हुआ है इसलिए आज हिंदू धर्म समाप्त होने की कगार पर खड़ा है क्योंकि जो धर्म की शिक्षा देने वाले थे वही जीरो हो गए हैं। वेदों से गीता से पूर्ण ब्रह्म सिद्ध नहीं होते। वेदों में गीता में निराकार साकार तक का ज्ञान है निराकार साकार माया है यजुर्वेद का मंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है यजुर्वेद अध्याय ४०मंतर९।❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤ अब मोक्ष प्राप्त करने की कोई जरूरत नहीं है अब अखंड मोक्ष प्राप्त करने का समय आ गया है जिसका ज्ञान वेदों को नहीं यह गीता को नहीं है त्रिदेव को नहीं है। इसी के लिए कबीर जी ढंग के की चोट से आवाहन कर रहे हैं। वेद थके ब्रह्मा थके थक गए शेष महेश। गीता को जहां ग़म नहीं वह सद्गुरु का देश।।❤❤
स्वामी जी को शत् शत् नमन,,,,, सतीश कुमार आर्य,,,, वैदिक पथ
स्वामीजी आपका कहना तो उचित है। पर इस मूर्ख हिन्दू जाति पर असर होने वाला नहीं है। आर्य समाज आरम्भ से ही पाखंड के विरुद्ध अभियान चलाएंगे हुए है। पर दुख का विषय यह है कि यह पाखंड बढ़ ही रहा है। इसमें हमारे राजनेता और तथाकथित धर्माचार्य संलिप्त है। आपका प्रयास सराहनीय है।
आर्य समाज अमर रहे ❤
Swami ji ko koti koti pranam 🙏🙏
एक एक शब्द सत्य धन्य वो मां जिन मां ने आपको उत्पन्न किया स्वामी जी।
Swami ji namaste
you are right
❤❤❤❤❤❤ कलयुग में ब्राह्मण समाज को गौतम ऋषि का श्राप लगा हुआ है इसलिए आज हिंदू धर्म समाप्त होने की कगार पर खड़ा है क्योंकि जो धर्म की शिक्षा देने वाले थे वही जीरो हो गए हैं।
वेदों से गीता से पूर्ण ब्रह्म सिद्ध नहीं होते। वेदों में गीता में निराकार साकार तक का ज्ञान है निराकार साकार माया है यजुर्वेद का मंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है यजुर्वेद अध्याय ४०मंतर९।❤❤❤❤❤
🙏🕉🙏💯💯
अंधविश्वास बहुत बढ़ रहा है🙏🙏🙏 परंतु एक चिंगारी आग लगाने के लिए बहुत है ❤️❤️❤️ जय हो गुरुदेव
Swami ji ko kotti kotti naman
❤❤❤❤❤ अब मोक्ष प्राप्त करने की कोई जरूरत नहीं है अब अखंड मोक्ष प्राप्त करने का समय आ गया है जिसका ज्ञान वेदों को नहीं यह गीता को नहीं है त्रिदेव को नहीं है।
इसी के लिए कबीर जी ढंग के की चोट से आवाहन कर रहे हैं।
वेद थके ब्रह्मा थके थक गए शेष महेश। गीता को जहां ग़म नहीं वह सद्गुरु का देश।।❤❤
Arya samaj amar rahe
Yogijee ayodhya ke pakhand ,Ramlala 8ghanta darshan denge 16 ghanta vishram lenge,yah ek pakhand hai