पांडे जी आप जितनी मर्जी बातें गोल-माल करके बताई जो हम बच्चे नहीं हैं यहां पर सब सब एक दूसरे से बढ़कर के हैं आपने अभी कहा कि एक्सीडेंट का भाव छाता है कौन सी किताब में लिखा है एक्सीडेंट का छठा भाव है आठवें घर से ही एक्सिडेंट देखा जा सकता है और किसी घर से नहीं छठे घर से नहीं देखा जाता अभी और ज्योति सीखो प्रभु
महाशय, आपकी टिप्पणी के लिए पहले तो बहुत-बहुत आभार ।दूसरी बात मैं पांडे नहीं उपाध्याय हूं। तीसरी बात आपने पुस्तक का नाम पूछा है।मैं कुछ पुस्तकों के नाम का उल्लेख कर रहा हूं उसके छठे भाव के विवरण संबंधी श्लोक जाकर देखिएगा। पहली पुस्तक का नाम है फल दीपिका। दूसरी पुस्तक का नाम है जातक पारिजात। तीसरी पुस्तक का नाम है सरावली। चौथी पुस्तक का नाम है शंभू होरा प्रकाश। समकालीन लेखकों का नाम जानना चाहते हैं तो उसमें विपिन बिहारी, के एन राव आदि लोगों ने भी एक्सीडेंट्स के लिए लग्न,छठा,और अष्टम तीनों पर विचार की बात कही है।संगत वीडियो मैं अष्टम और छठे दोनो पर विचार कर रहा हूं।आपने कम से कम मेरी पूरी वीडियो देखी इसके लिए मैं आपका तहे दिल से शुक्रगुजार हूं।आपको नमन।
Bhot accha laga shafia parveen❤❤❤❤🎉😂
Thanks a lot
Sir want to consult with you give something like mail or any other Instagram id etc🙏🏻
पांडे जी आप जितनी मर्जी बातें गोल-माल करके बताई जो हम बच्चे नहीं हैं यहां पर सब सब एक दूसरे से बढ़कर के हैं आपने अभी कहा कि एक्सीडेंट का भाव छाता है कौन सी किताब में लिखा है एक्सीडेंट का छठा भाव है आठवें घर से ही एक्सिडेंट देखा जा सकता है और किसी घर से नहीं छठे घर से नहीं देखा जाता अभी और ज्योति सीखो प्रभु
महाशय,
आपकी टिप्पणी के लिए पहले तो बहुत-बहुत आभार ।दूसरी बात मैं पांडे नहीं उपाध्याय हूं। तीसरी बात आपने पुस्तक का नाम पूछा है।मैं कुछ पुस्तकों के नाम का उल्लेख कर रहा हूं उसके छठे भाव के विवरण संबंधी श्लोक जाकर देखिएगा। पहली पुस्तक का नाम है फल दीपिका। दूसरी पुस्तक का नाम है जातक पारिजात। तीसरी पुस्तक का नाम है सरावली। चौथी पुस्तक का नाम है शंभू होरा प्रकाश। समकालीन लेखकों का नाम जानना चाहते हैं तो उसमें विपिन बिहारी, के एन राव आदि लोगों ने भी एक्सीडेंट्स के लिए लग्न,छठा,और अष्टम तीनों पर विचार की बात कही है।संगत वीडियो मैं अष्टम और छठे दोनो पर विचार कर रहा हूं।आपने कम से कम मेरी पूरी वीडियो देखी इसके लिए मैं आपका तहे दिल से शुक्रगुजार हूं।आपको नमन।