बहुत सुन्दर मार्मिक कहानी।प्रारंभ में बद्रीनाथ धाम का प्राकृतिक चित्रण बहुत अच्छा लगा।कहानी की भाषा और विषय वस्तु मन को मोहते हैं।कहानी की पाठन कला कहानी को और रोचक बनाती है। आप दोनों को हार्दिक बधाई शुभकामनाएं ।
यह कहानी किसी के जीवन में घटित सच्ची घटना पर आधारित लगती है। प्रेम में व्यक्ति इतना बावला हो जाता है कि उसे जात पात ऊंच नीच मान प्रतिष्ठा किसी भी बात का ख्याल नहीं रहता। जिसके परिणाम कभी-कभी बहुत घातक भी होते हैं। बहुत भाव पूर्ण प्रस्तुति के साथ आपने इसको स्वर दिया है।💔👌❣️😴
बहुत सुंदर कहानी, शिक्षाप्रद कहानी , युवावर्ग को भटकाव से रोकना परम आवश्यक है । वे केवल अपना ही बर्बादी नहीं करते बल्कि समूचे परिवार का सर्वनाश कर देती है । उनको इसका हक नहीं है । वे समाज के लिए क्या योगदान देंगे , यदि स्वंय की समझ नहीं है । ईश्वर ने मनुष्य को विवेक दिया है उसे भ्रष्ट करने के लिए नहीं । यह भी बहुत गंभीर समस्या है जिसका निदान आवश्यक है । प्रबुद्ध वर्ग के लिए सामने आना और समस्या का निस्तारण करना जरूरी है ।लेखिका महोदया को हार्दिक बधाई। शुभकामनाएं।
Thanks for showing concern. Mujhe literature ke bare me jyada nhi pta..... Shayad Kanta Bharti ji ab es duniya me nhi h. Barti g ki, Pushpa Bharti g aur Kanta Bharti g.... do Shadiya hui thi. "Ret ki Machli" ke vachan ka intezaar rahega.
Sorry , Aap ki aik kahani may sunte sunte so gai , wo poorbi zaban may aik ladki ki kahani thi jis may sab uss ko hijda kehte thay .. meri saas bhi wahi zuban bolti hay .may un ko suna na chahti hoon .kya aap mujhe uss ka name bata sakti hay.
Very regressive story. Author is a misogynist who blames Chamki for misdeeds of kulbhushan who clearly was a waste of space. Army canteens sell cheap booze which is considered a perk for life so an indigenous girl selling a pot of hooch is not really am issue here. Glad Meena and Chamki took their own decisions and chose their own partners and found a new life if they turned out to be controlling bullies.
बहुत सुन्दर मार्मिक कहानी।प्रारंभ में बद्रीनाथ धाम का प्राकृतिक चित्रण बहुत अच्छा लगा।कहानी की भाषा और विषय वस्तु मन को मोहते हैं।कहानी की पाठन कला कहानी को और रोचक बनाती है। आप दोनों को हार्दिक बधाई शुभकामनाएं ।
हार्दिक धन्यवाद सर 🙏🏻
अत्यंत मार्मिक और प्रेरणादायक कहानी दादी जी एवं सुंदर वाचन🙏
🙏🏻♥️♥️♥️♥️
बहुत मार्मिक कहानी
Ma got GOOSEBUMBS, Bahut hi pyaari kahaani hai...Shuru se end Tak apne aap ko alag kar hi nahin paaya...Proud of U❤
Very touching story
यह कहानी किसी के जीवन में घटित सच्ची घटना पर आधारित लगती है।
प्रेम में व्यक्ति इतना बावला हो जाता है कि उसे जात पात ऊंच नीच मान प्रतिष्ठा किसी भी बात का ख्याल नहीं रहता।
जिसके परिणाम कभी-कभी बहुत घातक भी होते हैं।
बहुत भाव पूर्ण प्रस्तुति के साथ आपने इसको स्वर दिया है।💔👌❣️😴
Bahot dukh bhari kahani.
Achhi kahani hai.
Excellent story,and the story teller too .This keeps you busy from beginning to end .This story reminds me the old army days.
बहुत सुंदर भावपूर्ण कहानी
बहुत अच्छी कहानी वाचन उम्दा ।
प्रेमा श्रीवास्तव कैलीफेर्नियॉं USA
बहुत ही भावपूर्ण कहानी कभी कभी एक ग़लत कदम और अहंकार रिश्ते और ज़िंदगी दोनों ख़त्म कर देती है ! बहुत अच्छा लिखती हो आप आंटी 🙌🏻
बहुत सुंदर कहानी, शिक्षाप्रद कहानी , युवावर्ग को भटकाव से रोकना परम आवश्यक है । वे केवल अपना ही बर्बादी नहीं करते बल्कि समूचे परिवार का सर्वनाश कर देती है । उनको इसका हक नहीं है । वे समाज के लिए क्या योगदान देंगे , यदि स्वंय की समझ नहीं है । ईश्वर ने मनुष्य को विवेक दिया है उसे भ्रष्ट करने के लिए नहीं । यह भी बहुत गंभीर समस्या है जिसका निदान आवश्यक है । प्रबुद्ध वर्ग के लिए सामने आना और समस्या का निस्तारण करना जरूरी है ।लेखिका महोदया को हार्दिक बधाई। शुभकामनाएं।
इंटेंस इमोशन्स को कितनी सहजता से लिखा आपने 🙌🏻👏🏻😇
Bahut acchi kahani hai
What wonderful story.long live yr pen. Arati misra Houston Tx USA
कृष्णलता दी की कहानी और सीमाजी का वाचन दोनों मन को सुकून देती है।
🙏🏻🙏🏻❣️💕
Amazing....very different plot...well written... good one,👍
Very nice story 😊😊
❤
Moving
Sunder khani.... Ma'am kanta Bharti ki "Ret ki Machli" bhi sunaye kisi din. Suna Dharam Veer Bharti ki "Gunahon ka Devta" ko oppose kerti hai.
हाँ आपने सही कहा...पुष्पा भारती उन की पत्नी थीं. उनसे पूछ कर पढ़ना होगा. कोशिश करूंगी.
Thanks for showing concern. Mujhe literature ke bare me jyada nhi pta..... Shayad Kanta Bharti ji ab es duniya me nhi h. Barti g ki, Pushpa Bharti g aur Kanta Bharti g.... do Shadiya hui thi. "Ret ki Machli" ke vachan ka intezaar rahega.
अच्छी लगी।
मुझे भी सुनना है मैम@@yogitarani7542
यह उनकी रियल कहानी है जैसे डायरी लिखते हैं,अनगढ़ लेखन,पर बहुत अच्छी है,धर्मवीर जी,पुष्पा जी एक्सपोज़ होते हैं इसमें@@katha-kathan
🌹
Sorry , Aap ki aik kahani may sunte sunte so gai , wo poorbi zaban may aik ladki ki kahani thi jis may sab uss ko hijda kehte thay .. meri saas bhi wahi zuban bolti hay .may un ko suna na chahti hoon .kya aap mujhe uss ka name bata sakti hay.
ruclips.net/video/gtMgutPz-TA/видео.html
Shukria..
Very regressive story. Author is a misogynist who blames Chamki for misdeeds of kulbhushan who clearly was a waste of space. Army canteens sell cheap booze which is considered a perk for life so an indigenous girl selling a pot of hooch is not really am issue here. Glad Meena and Chamki took their own decisions and chose their own partners and found a new life if they turned out to be controlling bullies.