आचार्य प्रशांत से समझें गीता, लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00022 ✨ प्रतिमाह 20+ लाइव सत्र और नियमित परीक्षाएँ ✨ 40,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी ✨ पिछले 1,000+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क ✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल
शूद्र भी अध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त कर ब्रम्ह हो सकता है,और एक ब्राह्मण भौतिक ज्ञान प्राप्त कर भी शूद्र हो सकता है, क्यों कि वर आन्तरिक ज्ञान में सूर्य है
Nichli jattion se zulm hua Hai Qatleam luut huee Hai. Ajj bhi yehi Ho rha Hai. Dharam Guru Rajneta aur Raj tantar Logo ko sach aur insaf nahin de ske. Luut rhe Hain
It is very likely that one may not know or digest Vedant, Adhyatma etc at one go two but it is irony to judge or fix Acharya Prashant Ji as pro brahmins. Pease go through his videos sincerely and then make a perception dear.
Guru Granth Sahib bhi hamen yahi batate Hain ki Jo Braham ko pahchan jata hai vahi Brahman hai aur mujhe yah jaankar Khushi hui ki vedon mein bhi aisa hi hai ek jagah Guru Granth Sahib mein pankti aati hai ki ved Puran kaho mat jhuthe jhutha vah hai jo ved aur puranon Ko vichardhara nahin hai
जो कभी सबसे आगे थे और प्रकृति तथा जीवों को सम्मान देते थे, झूठ फरेब से दूर रहते थे, उन्हें कुछ लोगों ने अपने को ब्राह्मण कहकर तथा राजाओं को उकसाकर लगभग दो हजार वर्षों तक झूठी तर्क और शास्त्र रचना कर हर तरह से दबाते और शोषण करते रहे। मंदिरों, प्रशासनों, शिक्षा संस्थानों पर जबरदस्ती अपना 100% आरक्षण करवा लिया , अभी भी मंदिरों पर 100% आरक्षण तथा अन्य संस्थानों पर 70% आरक्षण उन्हीं जोर जबरदस्ती करने वालों का है। और 70 साल आरक्षण दूसरों को भी मिला तो विष बमन करने लगे। मैं कहता हूं जनसंख्या के आधार पर सभी अगड़ी पिछड़ी जातियों को आरक्षण दे दिया जाए और उन्हें उतने पर ही सीमित रखा जाए।महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वेदव्यास, महर्षि चरक, महात्मा गौतम बुद्ध, भगवान महावीर और असंख्य राजा महाराजा ब्राह्मण नहीं थे।
आरक्षण खत्म हो गया तो दलित आदिवासी पिछडे वर्गो को उनका हिस्सा कभी नही मिलेंगा ब्राम्हण, उच्च जातीवाले ही सब खाएंगे । और आचार्यजी संविधान को वेदों पर आधारित कहते है
Hey! Mahan atma bharat me aarakshan jati se h , jaati hi khatam kar do aarakshan v khatam ho jayegi , aarakshan ka mul jar h jaati jabtak jar nast nhi hogi tab tak pate, sakhaye nikalte rahenge.. bahut bahut dhanyabad bharat ko viksit hone ki baat kahi hamlog v yehi chahte h
आचार्य प्रशांत से समझें गीता,
लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00022
✨ प्रतिमाह 20+ लाइव सत्र और नियमित परीक्षाएँ
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आचार्य जी की बातों को सभी लोग आत्मसात करना। चाहिये और अपने जीवन के सर्वांगीण विकास को महसूस कर पाएंगें। यह विज्ञान का भी भाग है।आओ करके सीखें।
बिल्कुल सही कहा आपने आचार्य जी
Thank you Acharya ji 🙏🙏🙏
शूद्र भी अध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त कर ब्रम्ह हो सकता है,और एक ब्राह्मण भौतिक ज्ञान प्राप्त कर भी शूद्र हो सकता है, क्यों कि वर आन्तरिक ज्ञान में सूर्य है
mtlb sab paida to shudra hi hota h, tum bhi shudra hi the, to kya tum ab brahman ho gye ho, ho gye ho to kese,
Ambedkar se jyada gyani koi nhi phir wo dalit kaise.
Every day Gita,Upnishad reading important in our life
Pranam Acharya ji
Parnam Acharye ji🙏❤
हमको ना वेद का ज्ञान उपनिषद का ज्ञान नहीं पर इनको मानने वालों के व्यौहार से परिचित हूं। उनमें 10 परसेंट उदार हैं पर श्रेष्ठता का बोध है।
Very nice
❤❤❤
🙏🙏🙏🙏🙏
Pranam Acharya shri 🌼🕉️🌼🙏👍🏻
गीता का काम है तुम्हारे आन्तरिक जगत में तुम्हारी मदद करना और विज्ञान का काम है तुम्हारे बाहरी जगत की गुत्थियाँ सुलझाना।
🌟-आचार्य प्रशांत
Aantarik jagat ke liye Psychologist/Phsychiatrist ke paas jaate hain.
❤❤❤❤❤hii
Please do a commentary on "Chandyoga Upanishad 5.10.7"
सर जी तो क्या जाती किसने बनाई??? आपके हिसाब से ?? तो क्यों न जाती व्यवस्था को खत्म करने का शुरुआत आप ही करे ???
Acharya ji , aep jo book publish karta ho usa or vi language par publish ki jiya.
सर आपके पिच्छे श्री रामचरित मानस गीताप्रेस गोरखपुर रखा हुआ है देख के खुशी हुआ।
😂😂 waah hero
Nichli jattion se zulm hua Hai
Qatleam luut huee Hai.
Ajj bhi yehi Ho rha Hai.
Dharam Guru Rajneta aur Raj tantar Logo ko sach aur insaf nahin de ske.
Luut rhe Hain
It is very likely that one may not know or digest Vedant, Adhyatma etc at one go two but it is irony to judge or fix Acharya Prashant Ji as pro brahmins. Pease go through his videos sincerely and then make a perception dear.
Maja aya 😂
Bihar toh kayi dasak se dalit ko cm banate aaraha hai, toh fir Jharkhand ke adivashio aalag state kyu mangna pada?
Aantarik jagat ke liye Psychologist/Phsychiatrist ke paas jaate hain.
Guru Granth Sahib bhi hamen yahi batate Hain ki Jo Braham ko pahchan jata hai vahi Brahman hai aur mujhe yah jaankar Khushi hui ki vedon mein bhi aisa hi hai ek jagah Guru Granth Sahib mein pankti aati hai ki ved Puran kaho mat jhuthe jhutha vah hai jo ved aur puranon Ko vichardhara nahin hai
हे! महाज्ञानी, कृपया भारतवर्ष से आरक्षण खत्म करवाकर सब मनुष्यों को एक भाव कर दीजिये, जिससे सबका कल्याण सम्भव हो सके तथा भारत विकसित हो सके।
जो कभी सबसे आगे थे और प्रकृति तथा जीवों को सम्मान देते थे, झूठ फरेब से दूर रहते थे, उन्हें कुछ लोगों ने अपने को ब्राह्मण कहकर तथा राजाओं को उकसाकर लगभग दो हजार वर्षों तक झूठी तर्क और शास्त्र रचना कर हर तरह से दबाते और शोषण करते रहे। मंदिरों, प्रशासनों, शिक्षा संस्थानों पर जबरदस्ती अपना 100% आरक्षण करवा लिया , अभी भी मंदिरों पर 100% आरक्षण तथा अन्य संस्थानों पर 70% आरक्षण उन्हीं जोर जबरदस्ती करने वालों का है। और 70 साल आरक्षण दूसरों को भी मिला तो विष बमन करने लगे। मैं कहता हूं जनसंख्या के आधार पर सभी अगड़ी पिछड़ी जातियों को आरक्षण दे दिया जाए और उन्हें उतने पर ही सीमित रखा जाए।महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वेदव्यास, महर्षि चरक, महात्मा गौतम बुद्ध, भगवान महावीर और असंख्य राजा महाराजा ब्राह्मण नहीं थे।
आरक्षण खत्म हो गया तो दलित आदिवासी पिछडे वर्गो को उनका हिस्सा कभी नही मिलेंगा
ब्राम्हण, उच्च जातीवाले ही सब खाएंगे ।
और आचार्यजी संविधान को वेदों पर आधारित कहते है
Hey! Mahan atma bharat me aarakshan jati se h , jaati hi khatam kar do aarakshan v khatam ho jayegi , aarakshan ka mul jar h jaati jabtak jar nast nhi hogi tab tak pate, sakhaye nikalte rahenge.. bahut bahut dhanyabad bharat ko viksit hone ki baat kahi hamlog v yehi chahte h
हे! धूर्त मनुष्य, कृपया बोल कम, पढ़ अधिक. कौन सा विकास? किस तरीके का विकास? कृपया मार्गदर्शन करें.
डा अम्बेडकर ने अपनी किताब में लिखा है जाती और वर्ण व्यवस्था वेद उपनिषद का हिस्सा नहीं है यह पंडित और पुजारीओ की निजी दुकानें हैं।
❤❤❤❤