भेद बताओ ब्रहम चारी यहां का कुण पुरुष कुण नारी।। ना में परनी ही ना में कुंवारी पुत्र जन जन हारि एक नई छोड़िया काली मुंडी का रह गई अखंड कुंवारी।।। संतो वेद बताओ ब्रहम चारी।। ब्रमहा विष्णु महादेव कहिए इनकी माता केवाणी तीनों पुत्र को गोद रमाया मुख में दूध पिलाया।।। संतो वेद बताओ ब्रह्रमचारी।। अष्ट कमल की सेज बिछाई सोई में नीयारी नीयारी कहे कबीर साहेब सुनो भाई साधो अंग से अंग ना लगाई।।। साधु भाई वेद बताओ ब्रहम चारी
Bahut hi sundar rachna 🌅
Bahut sundar Prastuti hai. 🙏👏🤝🙌👍
बहुत ही सुन्दर 🙏
वाह बहुत ही सुन्दर बहुत बहुत बधाई हो
👌👌👌
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ❤
🙏🙏👌👌👌
❤❤❤
🙏🙏
🎉🎉🎉
Very good 👍
भेद बताओ ब्रहम चारी यहां का कुण पुरुष कुण नारी।। ना में परनी ही ना में कुंवारी पुत्र जन जन हारि एक नई छोड़िया काली मुंडी का रह गई अखंड कुंवारी।।। संतो वेद बताओ ब्रहम चारी।। ब्रमहा विष्णु महादेव कहिए इनकी माता केवाणी तीनों पुत्र को गोद रमाया मुख में दूध पिलाया।।। संतो वेद बताओ ब्रह्रमचारी।। अष्ट कमल की सेज बिछाई सोई में नीयारी नीयारी कहे कबीर साहेब सुनो भाई साधो अंग से अंग ना लगाई।।। साधु भाई वेद बताओ ब्रहम चारी
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