Комментарии •

  • @Narendersharma-og3ex
    @Narendersharma-og3ex Год назад

    शोभनं, ज्ञानवर्धकं च।

    • @sanskritguru24
      @sanskritguru24 Год назад

      यदि आपको वीडियो अच्छी लगे तो कृपया इसे शेयर जरूर कर दिया करें

  • @HimanshDharDwivedi
    @HimanshDharDwivedi 11 месяцев назад +1

    बहुत ही ज्ञानवर्धक व कर्णप्रिय वाचन, आदरणीय महोदय!

    • @sanskritguru24
      @sanskritguru24 10 месяцев назад

      बहुत बहुत आभार

  • @Viplavsharma.
    @Viplavsharma. Год назад

    आकाश कागज़ बने और समुद्र् स्याही तो भी आपकी तारीफ़ नहीं की जा सकती...केवल इसलिए नहीं कि आपकी गायन कला से श्लोक निखर जाते हैं वो तो है ही साथ ही आपने अत्यल्प समय मे निवेदन स्वीकार कर उसे फलित किया।
    श्लोक शास्त्रीय गायन से ही पूर्ण भावाभिव्यक्ति कर पाते हैं।
    बहुत बहुत धन्यवाद अमनदीप जी🙏

    • @sanskritguru24
      @sanskritguru24 Год назад +1

      बहुत बहुत धन्यबाद भाई साहब..... श्रोता तो परीक्षित की तरह एक भी हो तो वह सुनाने वाले को पूरा भागवत सुनाने के लिए विवश कर देता है।

    • @Viplavsharma.
      @Viplavsharma. Год назад

      @@sanskritguru24 साधूक्तं

    • @Viplavsharma.
      @Viplavsharma. Год назад

      @@sanskritguru24 किन्तु अभी वह मध्य लय रह रही है😊
      एक video ज़रूर बनाइयेगा...

  • @Viplavsharma.
    @Viplavsharma. Год назад +1

    आदरणीय आर्या छंद की भी लय बताएं। संतुष्टिजनक लय कहीं मिल नहीं पा रही है।