Комментарии •

  • @sheshnarayanshukla164
    @sheshnarayanshukla164 2 дня назад +81

    सुप्रीम कोर्ट से न्यायिक सुधार पर देश को कोई उम्मीद नही है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट सिर्फ और सिर्फ नेताओं को जमानत देने का अड्डा बन गया है... ऐसी जगहँसाई सुप्रीम कोर्ट की कभी नही हुई

    • @vijaykumarpandey7180
      @vijaykumarpandey7180 День назад +2

      Kaam agar jaghasai ka karega to kya hoga

    • @mithilanandmishra9447
      @mithilanandmishra9447 День назад +2

      Jaha se malai milega, court usika sunega

    • @jogindervirk2305
      @jogindervirk2305 День назад

      जनाब- 101 % सही कहा

    • @jogindervirk2305
      @jogindervirk2305 День назад

      जजों की सेवा करो - न्याय लो

    • @trilokkanyal8995
      @trilokkanyal8995 День назад +1

      We public Hate such a Rotten Justice System, Indian Government should seriously think about it, What is the use of these so-called Judges , Most Incompetent, Most Lethargic, Most Useless department of India,

  • @subhashnsingh3158
    @subhashnsingh3158 День назад +25

    विजय जी अवश्य इस पर शोध होना चाहिए और उस नुकसान की भरपाई जस्टिस और सरकारों से ही होना चाहिए

  • @subhashnsingh3158
    @subhashnsingh3158 День назад +26

    विजय जी सुप्रिम कोर्ट की यही तो साजिश है जो वकीलों के साथ मिल कर रहा है

  • @narendrakumargoyal8332
    @narendrakumargoyal8332 2 дня назад +40

    बिना योग्यता के भाई भतीजावाद से बने हुए जजों से ज्यादा उम्मीद नहीं करनी चाहिए

  • @sheshnarayanshukla164
    @sheshnarayanshukla164 2 дня назад +23

    NJAC को सुप्रीम कोर्ट ने जिस दिन गैर संवैधानिक बता कर उसे रद्द किया उसी दिन से भारतीय न्याय व्यवस्था में सुधार समाप्त हो गया है

  • @rameshwarprasad2139
    @rameshwarprasad2139 День назад +15

    जब तक कोर्ट से दलाली सिस्टम समाप्त नहीं होगी तब तक ऐसे ही ढुलमुल नीति रहेगा। कोर्ट में जजों की बहाली ओपन कमीशन से होनी चाहिए ताकि सभी को उसमें जाने का मौका मिले। अभी तो उसमें केवल कुछ खास परिवार की मनमानी है। कभी कभी तो सुप्रीम कोर्ट अपने को संसद से भी ऊपर समझता है।लगाम लगाना जरूरी है

  • @gurdeepsingh1403
    @gurdeepsingh1403 2 дня назад +36

    जब मामला केजरीवाल का हो और वकील सिंघवी साहिब हो तो सुनवाई जल्दी हो सकती है, एक एक दिन में तीन तीन बार, आप हमारी जुडीशियल सिस्टम को समझ नहीं रहे,, हां आम आदमी की सारी उम्र गुजर सकती है जी, ऐसा ही है हमारा सिस्टम जय हिन्द

  • @AAROHIPHOTOGRAPHY
    @AAROHIPHOTOGRAPHY День назад +12

    तारीख पर तारीख तारीख परतारीख यही तो हमारे देश की न्याय व्यवस्था की खूबसूरतीहै इसी के चलते पूरे वर्ल्ड में हमारी न्याय व्यवस्था को सारा जाता है

  • @ravinderkumardhamija221
    @ravinderkumardhamija221 2 дня назад +37

    मेरा service case हाई कोर्ट में 5 साल से पेंडिंग है. ईमानदारी से दोनों वकील और judge चाहें तो एक ही सुनवाई के बाद फैसला दिया जा सकता है. लेकिन क्या करें भारत में हैं 😢

  • @rajiv1252
    @rajiv1252 День назад +11

    भ्रष्टाचारियों, आतंकवादियों, मंत्री, अधिकारियों के अपराध में जल्दी न्याय कर दे तो सुप्रीम कोर्ट की देश पर मेहरबानी होगी जिससे देश को सही दिशा मिलेगी।
    आर्थिक अपराधियो को जल्दी सजा मिले।

  • @PKS0006
    @PKS0006 День назад +13

    ढीले ढाले कानून की वजह से आम जनता दहशत में जी रही है l

  • @pradeepbhamburkar3411
    @pradeepbhamburkar3411 День назад +13

    विजयजी,भारत की पुरी न्याय पालिका शुरू से ही अकबर की तरह दिवाणे आम्,जिस मे आम् आदमी को सिर्फ तारीख पे तारीख मिलती है,या उन पर फैसलां थोक दिया जाता है,न्याय नाही,
    जब की खास लोगो को कुछ खास वकीलो द्वारा तुरंत सूनवाई हो कर उन्हे
    रात को कोर्ट खोलके "न्याय"? मिळता है.सब के सब मिली भगत है.

  • @rakeshtripathi5163
    @rakeshtripathi5163 День назад +24

    सुप्रीम कोर्ट का नाम सुनने से ही पाप लग जाता है ।

    • @rakeshvidyarthi1633
      @rakeshvidyarthi1633 День назад +1

      वाकई सुप्रीम कोर्ट की कार्यप्रणाली अत्यंत निराशाजनक है 😢

  • @OmNamahSivaySingh
    @OmNamahSivaySingh 2 дня назад +9

    सर आप बिल्कुल सही कह रहे हैं अश्विनी उपाध्याय सर तो बहुत दिन से देश भर में घूम घूम कर लोगो से चर्चा कर रहे हैं लेकिन कोई फायदा नहीं हो रहा है

  • @jigarprajapati7839
    @jigarprajapati7839 День назад +17

    में तो इंडियन कोर्ट को न्यायालय नही बोलता अन्यायालय ही बोलता हूं न्यायालय में सिर्फ पैसा बोलता है लोगो के साथ खिलवाड़ होता हे उससे बैटर यही रहेता की न्यायालयो को बंध किया जाए ऐसा मेरा कहेना हे

  • @narendrakumargoyal8332
    @narendrakumargoyal8332 2 дня назад +26

    स्कूल में स्टूडेंट को क्या कपड़े पहने चाहिए इसका फैसला एक चपरासी स्कूल का 5 मिनट में कर सकता है लेकिन सुप्रीम कोर्ट को इसका निर्णय करने में 6 महीने लगते हैं

  • @sanjivsinha5023
    @sanjivsinha5023 День назад +23

    Sardhana जी अभी उत्तर प्रदेश में दशहरे की नर्सरी स्कूल में छुट्टी नहीं हुई है लेकिन इलाहाबाद हाई कोर्ट 5-10-2024 से 14-10-2024 तक दशहरे की छुट्टी पर है l

    • @promilajain9774
      @promilajain9774 День назад +1

      मुस्लिम जज भी दशहरे की छुट्टी ले रहे हैं। इससे आगे क्या कहें?

    • @nagarmal7045
      @nagarmal7045 День назад

      यह तो उनका जन्मसिद्ध अधिकार है 😢😢 बाबा सबको कहे पर बाबा को कौन कहे 👿👿

  • @PKS0006
    @PKS0006 День назад +9

    Criminal Human rights are more important than आम जनता ह्यूमन राइट्स l

  • @tapastapas2924
    @tapastapas2924 День назад +14

    उकिलो के फायदा के लिए "तारीख पे तारीख" होता है।

  • @chandrakantdeshmukh6078
    @chandrakantdeshmukh6078 День назад +10

    जजेस् भी डायनेस्टी मेंटॅलिटी के है। जजेस् मानते ही नही की, अपना पगार और फॅसिलिटीज् जनता के टॅक्स से ही होता है।

  • @promilajain9774
    @promilajain9774 День назад +13

    Slow system of justice is only for common people, not for influential & rich persons.

  • @narendrakumargoyal8332
    @narendrakumargoyal8332 2 дня назад +9

    स्टडी करने की क्या जरूरत है क्या जज नासमझ है उनको हिसाब किताब नहीं आता 1 साल में ब्याज कितना होता है कितना नुकसान हुआ इस देश में सब को अधिकार चाहिए कर्तव्य का पालन कोई नहीं करना चाहता

  • @hirasingh9157
    @hirasingh9157 День назад +5

    अब।अदालत।की।असली।हैसियत।केसरीवाल।ने।देश।को।बतादिया।है।अगर।आपके।पास।पैसा।है।तो।आप।अदालत।मै।जज।की।कलम।पकडकर।कुछभी।लिख।सकते।हैं।और।जज।से।कह।सकते।हैं।कि।इस।पर।साइंन।करैं।इसका।उधारण।जज।नयाय।बिंदू।है

  • @ramkumarberwal9614
    @ramkumarberwal9614 2 дня назад +3

    बिल्कुल इस प्रकार का अध्ययन होना चाहिए और मेरा एक सुझाव है के वर्तमान अदालतों की संख्या के 5 गुना कम से कम अदालत और होनी चाहिए तब जाकर हम कुछ देरी को कम कर सकते हैं दूसरे सभी मुक्त में तकनीकी रूप से चलने चाहिए और और हर मुकदमे की और हर बात दायर करने की हर हर बात की समय सीमा निश्चित होनी चाहिए के

  • @sureshpatil6086
    @sureshpatil6086 2 дня назад +6

    No case should continue beyond five years. Law needs to be changed. More judiciary machinary, infrastructure needs to be provided.

  • @captsrivastava857
    @captsrivastava857 День назад +2

    Very good analysis Jai Hind Jai Bharat

  • @ssrini4318
    @ssrini4318 2 дня назад +1

    Jai Shree Ram very good vishleshan thanks 🙏

  • @SunderSinghRawat-q5x
    @SunderSinghRawat-q5x День назад

    आज सबसे बड़ा अन्याय तो भारत के सभी कोर्ट ही है अब जनता को ही जजों से हार्ड प्रश्न करने चाहिए.

  • @अंशू-म8ध
    @अंशू-म8ध День назад +3

    अदालते न्याय के लिए नही बल्की रोजगार सृजन के काम आ रहीं हैं, किसी को वादी और प्रतिवादी की प्रताड़ना से कोई सरोकार नहीं हैं।

  • @rsmadaan1216
    @rsmadaan1216 День назад +1

    ये तारीक पर तारीक बंद होना चाहिए हम लोगों की इनकम टैक्स का पैसा बर्बाद ना करे जज लोग

  • @bhupendratalati9852
    @bhupendratalati9852 День назад +5

    Court should be run in two shift, like industry

  • @Akshat777.
    @Akshat777. День назад

    जब बड़े बड़े नेताओं की सीधे सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई प्राथमिकता के आधार पर होने लगे तो आम जनता को तो तारीख ही मिलेगी

  • @SitaramPatel-p1p
    @SitaramPatel-p1p День назад +6

    हमारे देश का सरा हुआ तंत्र है कभी सुघर ने वाला नही है

  • @matoliyabhanwarlalsharma1095
    @matoliyabhanwarlalsharma1095 День назад

    सरदाना जी आपने बिल्कुल सही बात कही है लेकिन जबसे भाजपा सरकार आई है तबसे लोगों कि सोच और भावनायें कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है इसका तो पिछली सरकारों का कारण लेकिन सनातनी हिन्दू लोगों को अब सब कुछ जल्दी जल्दी चाहिए जय हिन्द वन्देमातरम।

  • @GovindMishra-yj7ni
    @GovindMishra-yj7ni День назад +1

    आपका सुझाव सही है फैसला सही हो शीध्रहो कुछ जज साहब सही फैसला करते है जबलपुर हाई कोरट से मेरे प क्ष मे हुवा सुनकर सबलोग कह रहे है यह सही फैसला हुवा बिप क्ष भगवानदास प्रभावती बगैरह डबल बेंच मे अपील की है आशा है मेरे पक्ष मे मेरी माता भूरी बाई के पक्ष मे होगा कानून का भरोसाहै

  • @anilbehl1901
    @anilbehl1901 2 дня назад +4

    Our judiciary is truly blind folded and historically delinquent!

    • @sanjaydixit0145
      @sanjaydixit0145 День назад

      अंधी नहीं कांनी है जो आम नागरिकों की पीड़ा नहीं देख पाती परंतु अपने चहेते (आतंकियों, नक्सलियों, जिहादियों, घुसपैठियों, बलात्कारियों, भ्रष्टाचारियों सहित तमाम देश द्रोहियों एवं हिन्दू द्रोहियों) लोगों के लिए आधी रात को भी मुजरा करती है।।

  • @raghubirmalik1111
    @raghubirmalik1111 8 часов назад

    न्याय पृकिृया का पृादृशी होना बहुत जरुरी है।

  • @kcsharma1631
    @kcsharma1631 День назад

    Sardana Sir, Aapka Sawal Bilkul Jayaz h. Jai Hind Vndematram

  • @shishirkumar3957
    @shishirkumar3957 День назад

    सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट को प्रशासन व अन्य संस्थानों के लिए गाईड लाईन जारी करनी चाहिए। कयोकि देश वासियों को उलाहना देने में कोई कमी नहीं छोड़ाते । इस समस्या का समाधान निकाले। हमारी राय यह है कि जजों को भी कटघरे में खडा़ किया जाय और उनके विरुद्ध कड़ा कानून संसदीय कमेटी के द्वारा बनाना चाहिए ,जनता अपनी राय संसदीय कमेटी को भेजें।

  • @subhasha.mahajan329
    @subhasha.mahajan329 День назад

    सुप्रीम मिलाॅर्ड की छुट्टियाँ बंद कर देना चाहिये सरदाना जी । अ सत्यमेव जयते ।

  • @MohanChandra-p4l
    @MohanChandra-p4l 2 дня назад +2

    *सबसे बड़ा मुद्दा श्वेतवसन अपराधियों का हितसाधन हो गया है,क्योंकि वे इसे प्रमाणित करने के लिए पर्याप्त संसाधन रखते हैं।*

  • @vinaykumarjain7156
    @vinaykumarjain7156 День назад

    Definitely a detailed study on cost of delayed justice has to be done to open the eyes of Governments and Judiciary

  • @munishsharma9508
    @munishsharma9508 День назад +1

    Jai Hind Ji

  • @sukhvirkoyarh5558
    @sukhvirkoyarh5558 День назад +5

    Sir, it is the responsibility of Judiciary itself to improve their judiciary... The Judiciary finds fault in all organizations except their own. People have already lost all their faith from India Judiciary.... There is an urgent need for reforms in Judiciary

  • @swamipurnananda5569
    @swamipurnananda5569 День назад

    इतना होने के बावजूद न्यायाधीशों को ये गुमान है कि वे सर्व श्रेष्ठ हैं और उनकी तनख्वाह सबसे ज्यादा होनी चाहिये।

  • @bharatpatel9739
    @bharatpatel9739 День назад +2

    Both Bar and Bench are equally responsible for this mess.

  • @asyoulikeit9004
    @asyoulikeit9004 День назад

    अच्छी बातें कहीं आपने

  • @sushildhawan120
    @sushildhawan120 2 дня назад +1

    Yes

  • @MahendraSingh-cs9rc
    @MahendraSingh-cs9rc День назад

    विजय जी, भारतीय अदालतों में न्याय नहीं, निर्णय होता है तथा जस्टिस का अर्थ न्याय नहीं जज होता है। उत्तम विश्लेषण के लिए धन्यवाद

  • @dalipvaish2413
    @dalipvaish2413 2 дня назад +1

    Very well issue raised.Govt and judiciary should contemplate on it and involve think tank people of the country. Like other committees and commission it should create one for this too which suggest the ways.

  • @RAVINDRASINGH-kf8vh
    @RAVINDRASINGH-kf8vh День назад

    सब समस्या मनुष्यता की है।फिर चाहे कमी सरकार की हो या न्यायधीशों की।

  • @deepakkumar-si9lt
    @deepakkumar-si9lt День назад

    रास्ता यही है कि कि कई कोर्ट लगाओ और समाज के पढ़ेलिखे तजुर्बे वाले व्यक्तियों को बुलाकर बीस से पच्चीस लोगों के डिसीजन को वोट करवा कर फ़ाइनल डिसीजन दे

  • @ramsagartiwari5558
    @ramsagartiwari5558 День назад

    यह देश नर्क बन चुका है। अधिकारी,जज, वकील नहीं चाहते कि मुकदमों का निबटारा जल्दी हो।

  • @radhesyamgoyal5546
    @radhesyamgoyal5546 День назад

    दिल्ली शराब घोटाले सुनने मैं वर्षो लगायेंगे किन्तु नेता जी की जमानत झटपट तथा और घोटाले करो कि आप आजाद हैं!

  • @PKS0006
    @PKS0006 День назад +1

    Accountability of Judiciary must be fixed as Law and Order problem has become Big .

  • @takshakmpa
    @takshakmpa День назад

    True,
    Very innovative idea. Only suffered people will be aware about it.

  • @vksaxena19
    @vksaxena19 День назад

    बात आपकी बिलकुल सही है। मेरे ख्याल से काम से काम तीन लेयर मे, सामाजिक संस्था हो, जो चौबीस घंटे, चर्चा करें और फैसला ले तभी शायद न्याय मिलेगा।

  • @MithleshkumarPandey-n4y
    @MithleshkumarPandey-n4y День назад

    न्याय नहीं मिलेगा, उनके अदालत में !
    जो आदतों से लाचार है, न्याय देना ही
    नहीं चाहते, सिस्टम जिम्मेदार है,, न्याय व्यापार है!
    न्यायपालिका में भ्रष्टाचार चरम पर है और इसे सरकार भी छुपाती है,,,,

  • @vntiwari6078
    @vntiwari6078 День назад

    बिल्कुल होनी चाहिए।

  • @pardeepkumar5123
    @pardeepkumar5123 День назад +1

    Good analysis

  • @AnilKumar-pz2jq
    @AnilKumar-pz2jq 22 часа назад

    न्याय व्यवस्था को बैहतर करने के लिए time frame बनाना जरूरी है।

  • @Hhogv
    @Hhogv День назад +4

    It has been more than an year and our case has not been listed after 2 hearing in supreme court.

  • @qamarhasan6022
    @qamarhasan6022 День назад

    डैड लाइन फिक्स नही तो अन्याय निश्चित है और ये हो भी रहा है जनता को सड़कों पर उतर कर इसकी मांग करना चाहिए। अनन्त काल तक चलने बाली प्रकिया पर रोक लगना ही चाहिए।

  • @rajiv1252
    @rajiv1252 День назад

    कोर्ट ने न सुधरने की कसम खा रखी है
    संवेदनहीनता आ गई है समाज में।

  • @shivshanker9774
    @shivshanker9774 День назад +2

    I think Law Commission should take initiative to draw a procedure to assess the economic costs of delay in delivery of justice. I understand the economic loss would be more than the cost that the government would incur in expanding the judicial establishments at all levels.

  • @yashwantsinghfarsoiya2856
    @yashwantsinghfarsoiya2856 День назад +2

    Why to go courts, सीधे सीधे निपट लें।

  • @chandrakantdeshmukh6078
    @chandrakantdeshmukh6078 2 дня назад +1

    सही है ,हमने तो यह सोचा भी नही था ।

  • @TaraPrakashGurjar-gk5yw
    @TaraPrakashGurjar-gk5yw День назад +1

    अपराधी मस्त
    माफिया मस्त
    कोर्ट मस्त
    सरकार मस्त
    वकील मस्त
    पुलिस मस्त
    राजनेता मस्त
    दलाल मस्त
    पीड़ित निर्दोष पस्त
    बस वोट दे दो

  • @ramsub99
    @ramsub99 День назад +1

    After 2 years the case should go to military courts and police. People do not have faith in judiciary.

  • @NK-ni3qx
    @NK-ni3qx День назад

    Well said.

  • @SunderSinghRawat-q5x
    @SunderSinghRawat-q5x День назад

    श्रीमान कोर्ट में बार to कभी नहीं चाहेंगे कि फासले जल्दी दिया जाय इससे उनकी कमाई पर फर्क पड़ता है.

  • @satyaprasaddobriyal4738
    @satyaprasaddobriyal4738 День назад

    सुप्रीम कोर्ट के जज निरंकुश हो ग‌ए हैं।न्याय सनक के आधार पर देते हैं। विशेष लोगों के लिए अलग न्याय और साधारण लोगों के लिए अलग न्याय। ऐसा न्याय निष्पक्ष तो नहीं ही लगता है।

  • @ramkumarberwal9614
    @ramkumarberwal9614 2 дня назад +1

    सर मेरी तरफ से एक सुझाव सुप्रीम कोर्ट में आपभेजिए वह यह है की अदालत ऑन की संख्या 5 गुना कर देनी चाहिए जिससे कुछ समय सीमा काम हो जाए

  • @geetagidwani2268
    @geetagidwani2268 День назад +1

    I fully agree with you I too have fought property case in the Delhi High court for 14 yrs then again for 2 years in the lower court imagine
    .Heavy fines should be imposed on defendant for not being present and getting dates after dates or pass judgement if they are not present fo argue the case,why should the other party suffer?

  • @corruptiondiaries1476
    @corruptiondiaries1476 День назад

    बदकिस्मती से हमारे देश की न्यायपालिका और सरकारी दफ्तरों में न तो संविधान बचा है और न ही इंसाफ़ मिलने की उम्मीद बची है।आज हमारी न्यायपालिका और सरकारी दफ्तरों में काम भारतीय संविधान की बजाय जजों और अफसरों की मनमानी से हो रहे हैं।मेरी जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों से अपील है कि चुपचाप तमाशा देखने की बजाय तुरंत इस मामले में कड़ा संज्ञान लिया जाए।
    संदीप मैहता

  • @rajivsingh22229
    @rajivsingh22229 День назад +2

    I am a great fan of yours Sir

    • @nagarmal7045
      @nagarmal7045 День назад

      क्या आप इस चैनल के सदस्य बन गये हैं ?? ?? यहां सदस्यों को ही तवजो मिलती है 😢😢😢😢😢

  • @birendradash2687
    @birendradash2687 День назад

    Very paining faces of the judiciary .

  • @आओसबजीवजन्तुओंपरदयाकरें

    सरदाना सर,
    इस देश की न्याय प्रणाली पूरी तरह से औचित्यहीन हो चुकी है।
    न्याय के नाम पर 5,10,20,30,40 बरस निगल जाने वाली इस निरंकुश व्यवस्था में प्रबल गंभीर सुधारों की जरूरत है।
    मगर महामानव भी लम्बी चादर ओढ़े सो रहे हैं !!!
    इस देश में न्यायिक सुधारों को लेकर मै माननीय राष्ट्रपति महोदया, प्रधानमन्त्री, कानून मंत्री आदि को असंख्य पत्र लिख चुका हूं, मगर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
    न्याय में देरी के कितने गम्भीर परिणाम होते हैं, इस ओर किसी भी सत्ताधीश का कोई ध्यान ही नहीं है।

  • @mukeshsodhi6163
    @mukeshsodhi6163 День назад +1

    I am also waiting for justice since 2008 the case was dismissed on the basis of false statement given by the Housing Board Haryana in the HC Chandigarh. At present I am an Advocate and waiting for Justice.

  • @sushilkumarsingh6177
    @sushilkumarsingh6177 День назад

    चकबन्दी विभाग 1980 मे पक्ष विपक्ष की साक्ष्य समाप्त होने के बाद बहस होना है। जो आज तक नहीं हो पाया।

  • @msrmsr7695
    @msrmsr7695 День назад

    Absolutely true sir. They are hand in glove with some crooked laywers intentionally delaying proseedings.

  • @sampatsinghnainawati2816
    @sampatsinghnainawati2816 День назад

    कोर्ट कोई भी हो, जिला कोर्ट, हाईकोर्ट, या सुप्रीम कोर्ट आम आदमी को उसके जीवन में न्याय मिलना संभव नहीं है। लेकिन नेताओं और आतंकियों की सुनवाई तुरंत मिल जाती है।

  • @rsmadaan1216
    @rsmadaan1216 День назад

    ये न्यायालय केवल नेता लोगों के लिए नहीं है क्योंकि उनके ही केस अक्सर सुने जाते हैं पूर्व जनरल पब्लिक को तारीख़ पर तारीख़ दी जाती है जनरल पब्लिक के लिए अन्याय है भगवान आपको कभी माफ़ नहीं करेगा

  • @binodkumarmurarka4042
    @binodkumarmurarka4042 День назад

    सिब्बल और सिंघवी सुप्रीम कोर्ट के विशेष मेहमान हैं उनके लिए कोर्ट २४ घंटे ३६६ दिनखुला है , कोई तारीख की दरकार नहीं।

  • @ArunGupta-mf7py
    @ArunGupta-mf7py День назад

    ये मुद्दा नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में रिसर्च के लिए भेजा जाना चाहिए, शायद आने वाले नए वकीलों की जमात इसका हल निकाल सके। आगे चलकर उनको ही इसका सामना करना पड़ सकता है।

  • @jagabandhuthakur3294
    @jagabandhuthakur3294 8 часов назад

    हरहाल में न्याय बेवस्था में संशोधन किया जाना अत्यंत जरूरी-महत्वपूर्ण बिषय है?और न्यायाधिशों अपने मनमानी कार्य करने में लगाम लगाना अत्यंत जरूरी-महत्वपूर्ण विष्लेशण है-निसंदेह न्याय में समयसिमा होना अत्यंत जरूरी है अन्यथा...❤जयश्री अन्तर्यामी भगवान शहश्र नाम...❤जय श्री सत्य सनातन वैदिक धर्म संश्कृती ❤बंदे मात्रम ❤भारत माता की जय

  • @deorajsrivastava4914
    @deorajsrivastava4914 День назад

    भ्रष्ट जज, भ्रष्ट न्यायपालिका, सड़ा कानून।

  • @chandraji1366
    @chandraji1366 День назад

    जय मां दूर्गे !
    3 बर्षों मे अगर कोर्ट किसी केस का फैसला नही कर पाती है ,
    तो
    कोर्ट को उस केस को विधानसभा अध्यक्ष के पास भेज देना चाहिए जिससे विधान सभा बहुमत से फैसला ले ले ।
    कुछ इस तरह का कानून बनना चाहिए ।

  • @PrakashPatel-iq1rc
    @PrakashPatel-iq1rc День назад

    JAI SHRI RAM 🙏

  • @premgaur9680
    @premgaur9680 День назад

    Supreme court should take tjis malary seriously and iniate necessaru measures tosolve it on priority basis

  • @jogindervirk2305
    @jogindervirk2305 День назад

    विजय जी- सोनिया सुप्रीम कोर्ट से न्याय लेना हो तो कपिल सिब्बल ओर मनु सिघंवी को वकील करो
    अगर गरीब है तो न्याय के लिए अगले जन्म में इन्तज़ार करो

  • @hemantkumarjain9953
    @hemantkumarjain9953 День назад

    पावर और पैसे वालों के लिये तो हाथों हाथ मिल जाता है ,ये देश की जनता बहुत अच्छे से समझ चुकी है

  • @jogindervirk2305
    @jogindervirk2305 День назад

    पैसा दो - न्याय लो

  • @raghubirmalik1111
    @raghubirmalik1111 8 часов назад

    अदालत में केस की सखंया के निर्धारण के साथ साथ समय सीमा का भी निर्धारण होना चाहिए।

  • @prabirbasu23
    @prabirbasu23 День назад

    Supreme court is very prompt in giving bail to corrupt politicians

  • @rajnathpal4438
    @rajnathpal4438 День назад

    सुप्रीम कोर्ट से आज के समय में कोई उम्मीद करना मूर्खता है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट केवल केजरीवाल और नेता के लिए है आम जनता से उसेकोई लेना देना नहीं है

  • @krishnajadhav61
    @krishnajadhav61 День назад

    अच्छा विडिओ. केजरीवाल केस झठ से बोर्डपर आती है और सामान्य नागरिक 25 साल लढता है. CJI दुनियाको ग्यान देगा लेकिन न्यायाधीश को ग्यान नहीं देता. कोर्ट फी देकर यह हाल है और जिम्मेदार कोई नहीं. अजिब है.

  • @rambhupalreddygantla1549
    @rambhupalreddygantla1549 День назад

    Sir, what your analysis is correct, there must be study and accountability shall be fixed. That is why criminalities are increasing in society.

  • @umaagarwal585
    @umaagarwal585 10 часов назад

    Loss is no responsible, wrong judgment is no punished.

  • @RakeshGupta-sj9ip
    @RakeshGupta-sj9ip День назад

    न्यायलय को केजरीवाल के केस की जल्दी होती हैं ऊसर जल्दी से जल्दी ज़मानत देनी हैं