उष्मा स्थानान्तरण की विधियाँ। चालन विधि।

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 28 ноя 2024
  • उष्मा स्थानान्तरण की विधियाँ। चालन विधि। #schoolguide #scienceactivity
    इस् वीडियो मे हम जानेगे कि ऊष्मा का एक स्थान से दूसरे स्थान में अथवा एक वस्तु से दूसरी वस्तु में ताप के अंतर के कारण जाने की प्रक्रिया को ऊष्मा का संचरण (transmission of heat ) कहते हैं। इसे ऊष्मा का स्थानांतरण भी कहते हैं। ऊष्मा का संचरण सदैव उच्च ताप से निम्न ताप की ओर होता है।
    इसकी तीन विधियां हैं - चालन, संवहन एवं विकिरण। चालन - पदार्थ में ऊष्मा पदार्थ के अणुओं में गतिज ऊर्जा के रूप में रहती है। जब किसी पदार्थ में ऊष्मा बढ़ती है तो उसके अणुओं में गतिज ऊर्जा बढ़ने लगती है और पदार्थ के अणु हिलने लगते हैं।
    1. चालन: ठोस पदार्थों में ऊष्मा स्थानांतरण की विधि जहाँ मध्यम कणों की गतिविधि के बिना ऊष्मा का स्थानांतरण होता है, चालन कहलाता है। उदाहरण के लिए: एक धातु की छड़ के एक सिरे को गर्म करके हम दूसरे सिरे पर ऊष्मा महसूस कर सकते हैं।

Комментарии •