हार्दिक पटवाल जी का मुंडन हिंदू परंपरा के अनुसार।
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- Опубликовано: 24 ноя 2024
- मुंडन भी एक संस्कार है हिंदू परंपरा के अनुसार यह भी संस्कारों का एक अभिन्न अंग है और बालक के प्रथम 3 वर्ष या 5 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर बालक के प्रथम बार बाल काटे जाते हैं इसको मुंडन संस्कार कहा जाता है यह हिंदू परंपरा का एक अभिन्न अंग है वह संस्कारों का एक महत्वपूर्ण भाग है यह संस्कार लगभग प्रत्येक बालक को करवाना पड़ता है।