@@kamleshsrivastava534 क्योंकि चाय वाला के बाद गाय वाला आएगा का सूत्र करीब तीन साल से देश भर में प्रसारित हुआ था। जो चाणक्य को पसंद नहीं आया। जब केजरीवाल ने चुनाव के दौरान एक नेरटिव फैलाया था कि मोदीजी 75 साल के होंगे तो राजनीति संन्यास ले लेगा और योगीजी छ मास ने UP के CM नहिं रहेंगे। तब चाणक्य ने बोला था कि मोदीजी 2029 के बाद भी रहेंगे, किन्तु योगीजी के बारे में एक शब्द नहीं बोले और चुपकी रखी। ये ही बताता है कि उनके मन में कोई गड़मथल चल रही है।
वो अमित शाह ही थे जब 2014 में जब योगी नहीं थे तब भी 72/80 सीट पर यु पी में जित दिलवाई थी. योगी एक सी एम के तौर पर बहुत अच्छे है फिर भी क्यु इतनी कम सीट आइ वह भी सोचना होगा.
Madam kuch bhi karlo ab BJP khatam honay wali hai. INDIA alliance Zindabad Rahul Gandhi Zindabad. Desh ki yahi pukaar, Rahul Gandhi Prime Minister next 👈
BJP को सबसे पहले UP के दोनों Dy. C.M. ,श्री नड्डाजी को और IT Cell के अनिल को तत्कालीन दूर करना होगा। श्री नड्डाजी ने UP में टिकट का बटवारा ठीक नहीं किया है।और UP के अफसरो को टाइट रखना होगा।
@@tripathi6855 मुंह से बदबू मत फैलाओ चाटुकारो। योगी जी का काम दिखता है और मोदी के तो बस जय मीमवादी जुमले ही सुनने को मिलते हैं। मोदी के काम के नाम पर दो चीजें एक मीम तृप्ति करण दूसरा हिंदुओं, भारतीय जवानों की आतंकियों द्वारा हत्याएं-बेरोकटोक हत्याएं।
यह बात भी बिलकुल सही है कि उप्र मैं कार्यकर्ताओ और बिधायकों कि बिलकुल भी सुनवाई नहीं है अधिकारी और पुलिस अपनी मनमर्जी से काम कर रही है इसलिए इनका वोटर भी बहुत परेशान है उसके कोई भी काम नहीं हो रहे है। उप्र मैं आमूल चूल परिवर्तन कि जरुरत है।
योगी आदित्यनाथ देश के लिए जरूरी है।अमित शाह योगी आदित्यनाथ जी को हटाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के उत्तराधिकारी बनने के चक्कर में लेकिन देशवासियों को योगी आदित्यनाथ की जगह अमित शाह कतई स्वीकार्य नहीं होंगे।
उत्तर प्रदेश के बारे में मेरी राय यही है कि योगी जी हर प्रकार से सक्षम है उसे खुली छूट देनी चाहिए। उनका काम बहुत अच्छा है। कम से कम वहाँ की 60 ०/० जनता तो योगी जी समर्थन तो करती ही है। और फिर योगी जी की नीयत भी अच्छी है फिर उसको हराने वाला कौन है बिना मतलब दिल्ली हाईकमान को कोई जबरदस्ती नहीं करना चाहिए। विधायकों के चयन हेतु योगी जी खुली छूट होनी चाहिए। यदि केन्द्र अपनी मनमानी करेगा तो फिर उत्तर प्रदेश हाथ से निकल जायेगा और बीजेपी ऐसा किसी भी कीमत में नहीं चाहेगी।
दिल्ली से कुछ ज्यादा ही उ प्र में हस्तछेप किया गया। जिससे प्रदेश की सरकार व खुद योगी जी को असहजता महसूस हुई। जो बिल्कुल ही पार्टी के लिये सही नहीं है।प्रदेश में ज्यादातर cm का ही बर्चस्व रहन सही रहता है।
योगी जी उत्तर प्रदेश के सबसे लोकप्रिय नेता है। वह बिलकुल चुनाव नहीं मारेंगे। बीजेपी के उन लोग उगली उठा रहे हैं जो स्वयं में गलत है, उनकी उत्तर प्रदेश में कोई लोकप्रियता नहीं है। अब कोई किसी के समझाने में वोट नहीं देता है। जनता पहले से मन बना लेती है कि किसको वोट देना है। इस बार उत्तर प्रदेश में प्रत्याशी देखकर जनता ने वोट दिया है। और अब भविष्य में अनुमान लगाया जा सकता है कि अब उत्तर प्रदेश की जनता प्रत्याशी देखकर वोट देगी। यदि मुख्यमंत्री की सीट का उत्तर प्रदेश में चुनाव हो जावे तो मेरा अनुमान है कि योगी जी सौमज अस्सी वोट पाएंगे।
अभी तक ऐसा ही होता था कि अधिकारी काम करते थे उसमें नेताओं के घर ज्यादा लपेटे में आ रहें हैं नेताओं की चलेगी तो दुनिया जाए भाड़ में नेताओं की रोटी सीकती रहे उनकों पैसा मन माना मिलता रहे मगर योगी जी निशपक्षता से काम कर रहे हैं तो नेताओं के पेट में दर्द हो रहा है
पार्टी के अन्दर ही भीतरघात की सुगबुगाहट चल रही है समय रहते यदि पहचान नहीं की गई तो आने वाले समय मे पार्टी को बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। कार्यकर्ताओं की नाराजगी के कारण का हल तलासने में विशेष रूप से ध्यान दिए जानें की जरूरत है। पार्टी से जुड़े हुए सभी कार्यकर्ताओं का प्रोत्साहन/मनोबल बढ़ाने की जरुरत है.....
जो नेता विधायक शिकायत कर रहे हैं ।राजनीति घर भरने के लिए है समाज सेवा नहीं ।यही हो रहा है जितनी रकम लगाई दोगुनी छोडो लागत भी नही निकल रही तो फिर और क्या करें?
भ्रटाचार के लिए कठोर कानून बने , ये कानून स्वचालित रूप से काम करे , प्रधान मंत्री के निर्देश पर निर्भर न रहे , एक स्वतंत्र संस्था हो भ्रस्टाचारी अपराधी और उसके परिवार की नागरिकता और वोटिंग अधिकार समाप्ती ,पूरी संपत्ति जब्त और एक सौ वर्ष के कारावास की सजा का प्रावधान मोदी सरकार क्यों नहीं करती ?
Nadda को moral responsibility लेना चाहिए.....अब नहीं तो कब....इतनी बड़ी पार्टी को कहां से कहां गटर में ले आया I दूसरा कार्यकर्ताओं को कुछ तो power दो I
अधिकारी ही सरकार चला रहे है यह आरोप भी सही है । युवा पेपर लीक से नाराज हैं। महिला गैस सिलेंडर के दाम से नाराज है। सरकारी कर्मचारी पेंशन और आनलाईन अटेंडेंस का व्यवहारिक समाधान न करने से नाराज हैं और कार्यकर्त्ता अनदेखी से नाराज है
U p में हार का मुख्य कारण कुछ कार्य कर्ताओं का मनमानी नहीं चला. जैसे और पार्टियों में करते थे. दूसरी बात अधिकारी कि वो फूल फॉर्म में आ गये. दोषियों के साथ निर्दोष भी पीस गया. जिसके कारण योगीजी का जनता से संपर्क नहीं रहा
ये तो सभी की समझ में आ रहा है कि पार्टी के अन्दर यदि सब कुछ ठीक चल रहा होता, तो यू पी में इस प्रकार का परिणाम आना नामुमकिन ही होता , अतः पार्टी को तत्काल आगामी उपचुनाव और २०२७ में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ईमानदारी,लगन , समर्पण और निष्ठावान जुझारू कार्यकर्ता की हैसियत से जुटकर अपनी स्थिति को सुदृढ़ बनाने का ठोस प्रयत्न प्रारम्भ कर देना चाहिए ।
यदि BJP अपने 400 पार के एजेंडे को साफ साफ रखती की हमें, इतनी सीट किस लिए चाहिए.. तो जनता मे अलग से msg जाता........... यदि msg क्लियर होता तो विपक्ष नरेटिव नहीं बना पाता... 🌹🌹🌹🌹
योगीजी ये अधिकारी बहुत घाघ होते है, सामने तो जी महाराज जी महाराज, और मोके पर कौन महाराज.... ड्यूटी बजायी, उनकी जिनके रहमों करम पर नियमो को ताक पर रखकर नौकरी मिली..... यही ECHO सिस्टम काम करता है. जनता मे जाकर उल्टा काम करदो और बोलो सरकारी आदेश है.. बस. इतना ही काफ़ी होता है...
🌹डूबने से बच गए वरना .... ???🌺 लोकसभा चुनाव में हम, चार सौ पार की कविता करते रहे। उधर अमित भाई अध्यक्ष नड्डाजी, अपनी चाल चलते रहे॥ पार्टी अध्यक्ष अति आत्म विश्वास में यह भूल गए कि हर चुनाव में रा. स्व। संघ की अहम भूमिका होती है। बड़े गर्व से कहते हैं कि संघ की आवश्यकता अटलजी के जमाने में थी लेकिन अब पार्टी स्वयं सक्षम हो गई है। परिणाम क्या हुआ? सौ से अधिक सीट तो भाजपा की ही कम हो गई। संघ नाराज हुआ सो अलग। ज्ञात हुआ है कि योगी आदित्य नाथ द्वारा उत्तर प्रदेश के लिए सुझाए गए नामों में से 35 नाम काटकर अमित भाई ने अपनी पसंद के नाम जोड़ दिये। इन पैंतीस में से बत्तीस हार गये। ऐसी ही मनमानी आजादी के पूर्व और बाद में गुजरात के मोहन भाई करते रहे। सबकी पसंद देश भक्त और सनातन धर्म के हिमायती सरदार पटेल थे। लेकिन प्रधान मंत्री पटेल से सोलह वर्ष छोटे कम अनुभवी सनातन धर्म विरोधी नेहरूजी को बनाये। उनकी बात न मानों तो आमरण अनशन पर बैठ जाते थे। लेकिन मुस्लिमों को मनाने के लिए कभी अनशन पर नहीं बैठे। वो तो चले गए लेकिन परिणाम हम आज तक भुगत रहे हैं। चलो किसी तरह एनडीए की सरकार बन गई। लेकिन खेल यहाँ भी जारी है। छतीसगढ़ से 10 सांसद बनें पर दो नहीं एक ही मंत्री बनाये। राजनीति में वरिष्ठ हमेशा विजयी रहने वाले श्री बृजमोहन अग्रवाल को हर हाल में मंत्री बनाना ही था। हरियाणा से पाँच जीते और तीन मंत्री बने। पिछले सौ बरसों से गुजरात ऐसा ही खेल खेलते आया हैं कि अयोग्य की तरफदारी और योग्य की उपेक्षा साफ नजर आ जाती है। इस पर अपनी राय अवश्य दें और कहीं गलत है तो मैं क्षमाप्रार्थी हूँ। 🚩अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव धमतरी
सबसे बड़ा कराण तो ये है की ये जो दुसरे दलों से नेता आ कर भाजपा मे बैठे हैं वो एक तरह से स्लीपर सेल का काम रहें हैं और जब से ये नेता भाजपा मे आयें है तब से भाजपा के अन्दर मूल कार्यकर्ताओं का उत्पीरण हो रहा है और पुराने कार्यकर्ता और नेताओं को दर किनार किया जा रहा है ऐसा लग रहा है की जैसे अब भाजपा अब भाजपा नही रही दुसरे दलों से आये नेताओं की दलाली का अड्डा बन गया हो मै भी एक मूल कार्यकर्ता हूं
UP ME JO SEET KAM AAYI HE BO AMIT SAH JP NADDA AMIT MALVIY KI BAJAH SE AAYI HE AISE LOGO KO TICKET VITRAD BAHUT GALLAT THA GUJRAT KA RUPALA UP SE ANUPRIYA NE SARA KHEL BIGADA HE
नड्डा जी साबका साथ साबका विकास तो ठीक है लेकिन सबका विश्वास तो २०२४ लोकसभा चुनाव में फेल हो गया है अब भी जाग जाओ नहीं तो आगे ईसकी भारी किमत चुकानी पड़ेगी।
Amit Shah is there only for Modiji as PM if he steps down Amit Shah will disappear Yogiji should be PM n President Modiji this is the best option however Yogiji dressing should change according to the situation for international affairs dealings Yogji is the sincerest of the lot 😉
योगी जी के साथ अमित शाह ने वही किया जो मेरे साथ मेरे विधायक गरौठा जवाहर राजपूत ने किया. ? पालिका चुनाव मे पार्षद सूची भेजी कुछ और फाइनल नाम आये कुछ. परिणाम 25 में कुल जीते 05 ! यही हुआ लोकसभा में !
कार्य करने वाले कार्यकर्ता के लिए भाजपा अन उपयोगी है।। कुर्सी में बैठने वाले कार्यकर्ता एवं कुर्सी में बैठने वाले पार्टी के पदाधिकारी के लिए बीजेपी बहुत अच्छी पार्टी है।। हम लोगों ने शुरू से देखा है,, यही परम सत्य है।। जब दो सिट था,, फिर 88 सिट हुआ,, तब हम लोग बाल काल में थे,, यदा कदा कभी भी हम लोगों को पार्टी की आवश्यकता महसूस करते हैं तब पार्टी अपने को दरकिनार कर हम लोग को कुछ मदद नहीं करती है,,, और नैतिकता का पाठ पढ़ कर अपने आप को महान बना लेती है।। लेकिन लेकिन विपक्ष में बैठे कांग्रेस समाजवादी पार्टी या राजद की पार्टी में ऐसी भावना नहीं है,, वह अपने जमीनी कार्यकर्ता को हमेशा मदद करते हैं और जरूरत पड़ने पर खड़े रहते हैं।। अब भाजपा के ऊपर शीर्ष में ही लड़ाई चल रही है तो नीचे कार्यकर्ता क्या करेगा।।।
भाई साहब बीजेपी का हर एक वाटर बीजेपी का कार्य करता है लेकिन क्या मुझे योगी जी मिल सकते हैं क्या एक आम आदमी से बीजेपी का कोई नेता मिल सकता है तब उसे असली हकीकत मालूम पड़ेगी जनता की जनता के क्षेत्र की क्योंकि बीजेपी का कोई सांसद कोई विधायक कोई कार्यकर्ता कोई जिला अध्यक्ष को विधानसभा अध्यक्ष कहीं भी किसी भी वोटर के पास नहीं आया मुझे योगी जी से मिलना है क्या तुम मिलवा सकते हो हो
Govt to a IAS v IPS officer hi chalate hai ,state ho ya center lekin jimmedar PM ya CM hi hota hai.Yogi ek best CM hai lekin unke deputy theek se cooperate nahi karte.
बात तो सही है कार्यकर्ता का कार्य नहीं होगा विपक्ष का काम होगा इसके वजह से हर कार्यकर्ता भाजपा के क्यों बीजेपी के लिए वोट मांगे जो दूसरी पार्टी से आते उनकी सुनी जाती है भाजपा के कार्यकर्ता को सुनी नहीं जाती है
भाजपा में जितने छोट भैये नेता हैं, नाम के भाजपा के नेता हैं, लेकिन ---------लेकर अन्दर -अन्दर दूसरी पार्टी का प्रचार करने से भाजपा की हार हुई, और आपसी सामंजस्य स्थापित नही था।
Yogi ji should send clear instructions and guidelines to his officers that they will have to compulsorily coordinate all their activities in a planned liaison and consultation with the local political leadership comprising mainly the local MLAs, MPs, Mayors, Collectors, Nagar panchayats and district party office bearers. In fact, the Hon'ble CM should create coordination committees at district levels in all the 75 districts of UP to facilitate all developmental and welfare activities of each and every district.
अमित शाह को अब हटाना चाहिए कि सारे सीनियर पदों से भाजपा कोखत्म करके ही दम लेगा। आज जो भाजपा का लोकसभा चुनाव में नुक्सान हुआ है, उसमें इन्हीं भाईसाहब की गंदी राजनीति है और कुछ नहीं। नड्डा तो वही कहेगा जो अमित शाह कहेंगे। मोदीजी ने 10 साल की मेहनत को इस इंसान ने ख़त्म कर दिया।
RESPECTED Journalist Sir: All Districts BJP PRESIDENT,VICE President,BJP SECRETARY,MANDAL BJP PRESIDENT MUST TOOK JANTA DARSHAN IN GRAM PANCHAYAT BHAWAN CALLING ALL VILLAGERS FOR GIVING BENEFITS of GOVT SCHEME OF PM AAWAS AAYUSHMAN KISAN SAMMAN NIDHI AND OTHERS
सबसे पहले तो नड्डा जी को बदलने कि ही जरुरत है। अमित शाह और योगीजी के बीच खींचतान भी हार का बहुत बड़ा कारण है।
अमित शाह बारे में क्या नहीं बोले।नकारा लोगो को टिकट किसने दिया।
@@kamleshsrivastava534 क्योंकि चाय वाला के बाद गाय वाला आएगा का सूत्र करीब तीन साल से देश भर में प्रसारित हुआ था। जो चाणक्य को पसंद नहीं आया। जब केजरीवाल ने चुनाव के दौरान एक नेरटिव फैलाया था कि मोदीजी 75 साल के होंगे तो राजनीति संन्यास ले लेगा और योगीजी छ मास ने UP के CM नहिं रहेंगे। तब चाणक्य ने बोला था कि मोदीजी 2029 के बाद भी रहेंगे, किन्तु योगीजी के बारे में एक शब्द नहीं बोले और चुपकी रखी। ये ही बताता है कि उनके मन में कोई गड़मथल चल रही है।
Amit sah future ka Advani ji hai
@@kamleshsrivastava534 laddha ek Gujarat lobby ka chamhe ki siva kuch nhi hai , jo BJP ko Himachal me nhi kita paya desh kya jitayga
@@kunwarsinghrawat3732 अडवाणी है तो घर।मे रखलो या गले मे पहिनलो।
अमित शाह बीजेपी के लिए बहुत ही घातक झूठा व्यक्ति है पार्टी को पूर्ण रूप से समाप्त करकेजाएगा योगी जी को हृदय से प्रणाम उत्तर प्रदेश जनपद अयोध्या
वो अमित शाह ही थे जब 2014 में जब योगी नहीं थे तब भी 72/80 सीट पर यु पी में जित दिलवाई थी. योगी एक सी एम के तौर पर बहुत अच्छे है फिर भी क्यु इतनी कम सीट आइ वह भी सोचना होगा.
Great mistake to bring Amit Shah in centre.
सांसदों और एम एल ए को बोलो कि लोगों से मिलो हिन्दू को अपने साथ ले कर चलो मुस्लिम को ज्यादा खुश मत करो इनसे एक भी वोट नहीं मिलेगा
You are right
और साथ ही मोदी और संघियों से बोलो कि वो कम बोलें या चुप ही रहें।अगर फिर भी चैन न पड़े तो जाके मीमपरस्ती कर आया करें मदनी जैसे शैतानों के दर पर
@@nyayendar shi bole ho bhaiya...mulayam ko pdm vibhushan yogi ji k virudh ho kr diya gya th is brr
Yes right
Madam kuch bhi karlo ab BJP khatam honay wali hai. INDIA alliance Zindabad Rahul Gandhi Zindabad. Desh ki yahi pukaar, Rahul Gandhi Prime Minister next 👈
BJP को सबसे पहले UP के दोनों Dy. C.M. ,श्री नड्डाजी को और IT Cell के अनिल को तत्कालीन दूर करना होगा। श्री नड्डाजी ने UP में टिकट का बटवारा ठीक नहीं किया है।और UP के अफसरो को टाइट रखना होगा।
@@janardanvyas9574 व्यास जी पूर्वांचल मे योगी अतिजातिवादी करते है। आप पता करो। या हाल रहा तो ये ५० सीट भी नही ला पाएंगे।
यही हाल रहा तो मोदी और शाह अप्रासंगिक हो जायेंगे आज अगर मोदी और योगी के बीच चुनाव हो जाय तो मोदी हार जायेंगे
@@durgeshkumarkhare281 भाई किस स्टेट से हो। मोदी न होते तो यूपी से पांच सीट भी नही आती।
@@tripathi6855wo election hi Lok Sabha ka tha, Naki Rajya sabha ka
Haa yhi Yogi bhi jaruri ,, par modi ji bhi ati awasyak h
@@tripathi6855 मुंह से बदबू मत फैलाओ चाटुकारो।
योगी जी का काम दिखता है
और मोदी के तो बस जय मीमवादी जुमले ही सुनने को मिलते हैं। मोदी के काम के नाम पर दो चीजें
एक मीम तृप्ति करण
दूसरा हिंदुओं, भारतीय जवानों की आतंकियों द्वारा हत्याएं-बेरोकटोक हत्याएं।
योगी की छवि के आगे मोदी अपने को छोटा महसूस करतेहैं
दूसरी पार्टी से लाये गए नेता, कार्यकर्ता की उपेक्षा,आरएसएस की संदेहास्पद भूमिका, अंदरूनी खींचतान और अपने कोर वोटर के लिए कुछ भी नहीं करना
योगी जी ज़िंदाबाद जिन्दाबाद
योगी जी पूरे भारत में हिन्दू ह्रदय सम्राट है। योगी जी भारत का भविष्य है। जयश्री राम हरहर महादेव जय श्रीकृष्ण।
यूपी का बाबा सब पर भारी
अब जयप्रकाश नाडा को बदल देने की जरूरतअलग लेवल में बात करते हैबीजेपी को अपडेट कार नए अध्यक्ष की जरूरत है
योगी जी अगर बीजेपी से अलग हो गए तो उत्तर प्रदेश में भाजपा एक भी सीट नही जीतेगी
blkl akhiles s bdi party khda kr denge yogi ji
बिलकुल सही
उत्तर प्रदेश नही पूरे भारत में मोदी से ज्यादा योगी जी की लोकप्रियता हे
परंतु अमितशाह बीजेपी को ले डूबेगा
योगीजी को हटाया तो बीजेपी का आत्मदाह हो जाएगा
योगी जी, ही, वी, जे, पी, की, पहचान है
माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महराज जी ज़िंदाबाद जिंदाबाद 🙏🏻
हार में अमित शाह जी का बहुत बड़ा योगदान है
अमित शाह जी बीजेपी को ले डूबेंगे
@@AnkitSingh-rk3en योगी अकेले जीत जायेंगे। ये इंपोजिब्बल है यूपी मे मोदी की वजह से है।
बिलकुल सही,
यह बात भी बिलकुल सही है कि उप्र मैं कार्यकर्ताओ और बिधायकों कि बिलकुल भी सुनवाई नहीं है अधिकारी और पुलिस अपनी मनमर्जी से काम कर रही है इसलिए इनका वोटर भी बहुत परेशान है उसके कोई भी काम नहीं हो रहे है। उप्र मैं आमूल चूल परिवर्तन कि जरुरत है।
योगी आदित्यनाथ देश के लिए जरूरी है।अमित शाह योगी आदित्यनाथ जी को हटाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के उत्तराधिकारी बनने के चक्कर में लेकिन देशवासियों को योगी आदित्यनाथ की जगह अमित शाह कतई स्वीकार्य नहीं होंगे।
उत्तर प्रदेश के बारे में मेरी राय यही है कि योगी जी हर प्रकार से सक्षम है उसे खुली छूट देनी चाहिए। उनका काम बहुत अच्छा है। कम से कम वहाँ की 60 ०/० जनता तो योगी जी समर्थन तो करती ही है। और फिर योगी जी की नीयत भी अच्छी है फिर उसको हराने वाला कौन है बिना मतलब दिल्ली हाईकमान को कोई जबरदस्ती नहीं करना चाहिए। विधायकों के चयन हेतु योगी जी खुली छूट होनी चाहिए। यदि केन्द्र अपनी मनमानी करेगा तो फिर उत्तर प्रदेश हाथ से निकल जायेगा और बीजेपी ऐसा किसी भी कीमत में नहीं चाहेगी।
जातिवाद की राजनीति और संविधान परिवर्तन का भय
दिल्ली से कुछ ज्यादा ही उ प्र में हस्तछेप किया गया। जिससे प्रदेश की सरकार व खुद योगी जी को असहजता महसूस हुई। जो बिल्कुल ही पार्टी के लिये सही नहीं है।प्रदेश में ज्यादातर cm का ही बर्चस्व रहन सही रहता है।
नेताओं को माल पिने को नहीं मिल रहा योगी की सरकार मे कार्यकर्ताओ को कमिसन नहीं मिल रहा सब ये दर्द है योगी ji की बहन आज बी चये की दुकान चलती है
मतदाता ओं ने योगी जी का काम देखना चाहिए था न कि कार्यकर्ता या विधायक की बात.
योगी जी ने 35 सांसदों का नाम काटने के लिए कहा गया था सूची पर कोई ध्यान नहीं दियागया एक हार का कारण यह भीहै
योगी जी उत्तर प्रदेश के सबसे लोकप्रिय नेता है। वह बिलकुल चुनाव नहीं मारेंगे। बीजेपी के उन लोग उगली उठा रहे हैं जो स्वयं में गलत है, उनकी उत्तर प्रदेश में कोई लोकप्रियता नहीं है। अब कोई किसी के समझाने में वोट नहीं देता है। जनता पहले से मन बना लेती है कि किसको वोट देना है। इस बार उत्तर प्रदेश में प्रत्याशी देखकर जनता ने वोट दिया है। और अब भविष्य में अनुमान लगाया जा सकता है कि अब उत्तर प्रदेश की जनता प्रत्याशी देखकर वोट देगी। यदि मुख्यमंत्री की सीट का उत्तर प्रदेश में चुनाव हो जावे तो मेरा अनुमान है कि योगी जी सौमज अस्सी वोट पाएंगे।
चोरो को लूटने को नही मिल रहा है । शरम करो जो विधायक योगी जी को कोस रहे है । ऐसे विधायक को आगे टिकिट नही देना चाहिए ।
अभी तक ऐसा ही होता था कि अधिकारी काम करते थे उसमें नेताओं के घर ज्यादा लपेटे में आ रहें हैं नेताओं की चलेगी तो दुनिया जाए भाड़ में नेताओं की रोटी सीकती रहे उनकों पैसा मन माना मिलता रहे मगर योगी जी निशपक्षता से काम कर रहे हैं तो नेताओं के पेट में दर्द हो रहा है
पार्टी के अन्दर ही भीतरघात की सुगबुगाहट चल रही है समय रहते यदि पहचान नहीं की गई तो आने वाले समय मे पार्टी को बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। कार्यकर्ताओं की नाराजगी के कारण का हल तलासने में विशेष रूप से ध्यान दिए जानें की जरूरत है। पार्टी से जुड़े हुए सभी कार्यकर्ताओं का प्रोत्साहन/मनोबल बढ़ाने की जरुरत है.....
जो नेता विधायक शिकायत कर रहे हैं ।राजनीति घर भरने के लिए है समाज सेवा नहीं ।यही हो रहा है जितनी रकम लगाई दोगुनी छोडो लागत भी नही निकल रही तो फिर और क्या करें?
धन्यवाद पत्रकार महोदय बहुत सही विश्लेषण ।
अधिकारी निरंकुश हो कर काम कर रहे हैं। जनता और कार्यकर्ता परेशान हैं। योगी जी सुधार कर लें।
यदि किसी ने जय चंद का नाम सुना है तो उनको कुछ भी बताने की जरूरत नहीं है
जिस दिन योगी जी गये समझो BJP उत्तर प्रदेश से ग ई ,
Yes Yogiji I salute you 🙏 but it is fact that ADHIKARI (all offers) has been out of control please pay attention.
भ्रटाचार के लिए कठोर कानून बने , ये कानून स्वचालित रूप से काम करे , प्रधान मंत्री के निर्देश पर निर्भर न रहे , एक स्वतंत्र संस्था हो
भ्रस्टाचारी अपराधी और उसके परिवार की नागरिकता और वोटिंग अधिकार समाप्ती ,पूरी संपत्ति जब्त और एक सौ वर्ष के कारावास की
सजा का प्रावधान मोदी सरकार क्यों नहीं करती ?
Amit Shah ko PM candidate agar declare kiya jai to Amit shah ko 2000 bhi vote nahi milega.
Modiji Yogiji zindabaad. They can solve the problem.
योगी जी है तो उत्तरप्रदेश सुरक्षित है
Sabse Pahle is JP Naddha ko hatao aur Yogiji ko puri Command do tab jakar 2027 me beda par hoga.
Yes Karjga Karta ka Samam Hona Chiye !
Nadda को moral responsibility लेना चाहिए.....अब नहीं तो कब....इतनी बड़ी पार्टी को कहां से कहां गटर में ले आया I
दूसरा कार्यकर्ताओं को कुछ तो power दो I
Yogi Ji gaye to up se BJP samapt
Yogi baba ji maharaj jindabad jindabad Amit nadda up mein kuch bhi nhi
सत्य है 🎉 जितने मंत्री बने है उनका क्या काम है सभी मंत्री अपना अपना काम पूरा कर cm को बताए
और cm जरूरी कदम उठाए
अधिकारी ही सरकार चला रहे है यह आरोप भी सही है । युवा पेपर लीक से नाराज हैं। महिला गैस सिलेंडर के दाम से नाराज है। सरकारी कर्मचारी पेंशन और आनलाईन अटेंडेंस का व्यवहारिक समाधान न करने से नाराज हैं और कार्यकर्त्ता अनदेखी से नाराज है
योगीजी को पद से हटा ना बीजेपी को बहुत भारी पडेगा
यही सत्यता है विधायक की और कार्य कर्ता की कोई सुनवाई नही है
U p में हार का मुख्य कारण कुछ कार्य कर्ताओं का मनमानी नहीं चला. जैसे और पार्टियों में करते थे. दूसरी बात अधिकारी कि वो फूल फॉर्म में आ गये. दोषियों के साथ निर्दोष भी पीस गया. जिसके कारण योगीजी का जनता से संपर्क नहीं रहा
ये तो सभी की समझ में आ रहा है कि पार्टी के अन्दर यदि सब कुछ ठीक चल रहा होता, तो यू पी में इस प्रकार का परिणाम आना नामुमकिन ही होता , अतः पार्टी को तत्काल आगामी उपचुनाव और २०२७ में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ईमानदारी,लगन , समर्पण और निष्ठावान जुझारू कार्यकर्ता की हैसियत से जुटकर अपनी स्थिति को सुदृढ़ बनाने का ठोस प्रयत्न प्रारम्भ कर देना चाहिए ।
Every where in indiya same position dikhai deti he.bjp ko alert hona chahiye.
90% सरकारी कर्मचारी सरकार के खिलाफ है❓ ये न सरकार के काम कर रहे है और न जनता के,, ये जनता के नाराज होने की बड़ी वजह है
जिसने इन चुनाओं में बीजेपी को वोट नहीं दिया उनको दाना डालने की आवश्यकता नहीं है क्यों कि कुछ भी कर लो ये बीजेपी को वोट नहीं देते और ना ही कभी देंगे।
Nadda made b j p loose due to ticket and and without jogi we should expect to loose
यदि BJP अपने 400 पार के एजेंडे को साफ साफ रखती की हमें, इतनी सीट किस लिए चाहिए.. तो जनता मे अलग से msg जाता........... यदि msg क्लियर होता तो विपक्ष नरेटिव नहीं बना पाता... 🌹🌹🌹🌹
योगीजी ये अधिकारी बहुत घाघ होते है, सामने तो जी महाराज जी महाराज, और मोके पर कौन महाराज.... ड्यूटी बजायी, उनकी जिनके रहमों करम पर नियमो को ताक पर रखकर नौकरी मिली.....
यही ECHO सिस्टम काम करता है. जनता मे जाकर उल्टा काम करदो और बोलो सरकारी आदेश है.. बस. इतना ही काफ़ी होता है...
नड्डा जी को पहल करने चाहिए उतर प्रदेश में योगी जी के साथ भाजपा राजनीति न करें बहुत नुकसान होगा
🌹डूबने से बच गए वरना .... ???🌺
लोकसभा चुनाव में हम, चार सौ पार की कविता करते रहे।
उधर अमित भाई अध्यक्ष नड्डाजी, अपनी चाल चलते रहे॥
पार्टी अध्यक्ष अति आत्म विश्वास में यह भूल गए कि हर चुनाव में रा. स्व। संघ की अहम भूमिका होती है। बड़े गर्व से कहते हैं कि संघ की आवश्यकता अटलजी के जमाने में थी लेकिन अब पार्टी स्वयं सक्षम हो गई है। परिणाम क्या हुआ? सौ से अधिक सीट तो भाजपा की ही कम हो गई। संघ नाराज हुआ सो अलग।
ज्ञात हुआ है कि योगी आदित्य नाथ द्वारा उत्तर प्रदेश के लिए सुझाए गए नामों में से 35 नाम काटकर अमित भाई ने अपनी पसंद के नाम जोड़ दिये। इन पैंतीस में से बत्तीस हार गये। ऐसी ही मनमानी आजादी के पूर्व और बाद में गुजरात के मोहन भाई करते रहे। सबकी पसंद देश भक्त और सनातन धर्म के हिमायती सरदार पटेल थे। लेकिन प्रधान मंत्री पटेल से सोलह वर्ष छोटे कम अनुभवी सनातन धर्म विरोधी नेहरूजी को बनाये। उनकी बात न मानों तो आमरण अनशन पर बैठ जाते थे। लेकिन मुस्लिमों को मनाने के लिए कभी अनशन पर नहीं बैठे। वो तो चले गए लेकिन परिणाम हम आज तक भुगत रहे हैं।
चलो किसी तरह एनडीए की सरकार बन गई। लेकिन खेल यहाँ भी जारी है। छतीसगढ़ से 10 सांसद बनें पर दो नहीं एक ही मंत्री बनाये। राजनीति में वरिष्ठ हमेशा विजयी रहने वाले श्री बृजमोहन अग्रवाल को हर हाल में मंत्री बनाना ही था। हरियाणा से पाँच जीते और तीन मंत्री बने। पिछले सौ बरसों से गुजरात ऐसा ही खेल खेलते आया हैं कि अयोग्य की तरफदारी और योग्य की उपेक्षा साफ नजर आ जाती है।
इस पर अपनी राय अवश्य दें और कहीं गलत है तो मैं क्षमाप्रार्थी हूँ।
🚩अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव धमतरी
जेपी नडा और अमित शाह समेत यृपी का दोनो उप मुख्यमंत्री को तुरन्त विजेपि से निकाल देना चाहिए अन्यथा भाजपा मुक्त उत्तरप्रदेश वन जायेगा । भारतमाता कि जय ।
Nanna ji Amit shash ko u p se bhar karo baki yogi ji samalab lenge
सत्य वचन विधायक नहीं अधिकारी सरकार चला रहे हैं
बीजेपी का हार का कारण नड्डा.
Hindu middle class hi bjp ko bacha sakte he.top leval ka corruption bhi hatana chahiye.
Yogi ko htaya to BJP ki char seet ayangi
सबसे बड़ा कराण तो ये है की ये जो दुसरे दलों से नेता आ कर भाजपा मे बैठे हैं वो एक तरह से स्लीपर सेल का काम रहें हैं और जब से ये नेता भाजपा मे आयें है तब से भाजपा के अन्दर मूल कार्यकर्ताओं का उत्पीरण हो रहा है और पुराने कार्यकर्ता और नेताओं को दर किनार किया जा रहा है ऐसा लग रहा है की जैसे अब भाजपा अब भाजपा नही रही दुसरे दलों से आये नेताओं की दलाली का अड्डा बन गया हो
मै भी एक मूल कार्यकर्ता हूं
सही है अधिकारी सरकार चला रहे है
UP ME JO SEET KAM AAYI HE BO AMIT SAH JP NADDA AMIT MALVIY KI BAJAH SE AAYI HE AISE LOGO KO TICKET VITRAD BAHUT GALLAT THA GUJRAT KA RUPALA UP SE ANUPRIYA NE SARA KHEL BIGADA HE
Jai Hind 🇮🇳❤️🙏
उतर प्रदेश में केंद्रीय नेतृत्व दखल न दे भाजपा नुकसान उठाएगी
BJP के इस हाल का कारण शाह हे
नड्डा जी साबका साथ साबका विकास तो ठीक है लेकिन सबका विश्वास तो २०२४ लोकसभा चुनाव में फेल हो गया है अब भी जाग जाओ नहीं तो आगे ईसकी भारी किमत चुकानी पड़ेगी।
यूपी मे हार का एक कारण बेरोजगारी भी है
योगी जी के साथ है। अमित सहा होस मेआओ
राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष दोनों अपने अपने पदों पर रहने लायक नहीं हैं।
Yogi Ji Zindabad
यह बात बिल्कुल सच है प्रशासन भाजपा कार्यकर्ताओं की नहीं नहीं सुनता है
मुख्यमंत्री जी आपका विधायक सांसद भी कार्यकर्ताओं कि नहीं सुनते हैं
बहुत सटीक विश्लेषण
Amit Shah is there only for Modiji as PM if he steps down Amit Shah will disappear Yogiji should be PM n President Modiji this is the best option however Yogiji dressing should change according to the situation for international affairs dealings Yogji is the sincerest of the lot 😉
योगी जी के साथ अमित शाह ने वही किया जो मेरे साथ मेरे विधायक गरौठा जवाहर राजपूत ने किया. ? पालिका चुनाव मे पार्षद सूची भेजी कुछ और फाइनल नाम आये कुछ. परिणाम 25 में कुल जीते 05 ! यही हुआ लोकसभा में !
कार्य करने वाले कार्यकर्ता के लिए भाजपा अन उपयोगी है।। कुर्सी में बैठने वाले कार्यकर्ता एवं कुर्सी में बैठने वाले पार्टी के पदाधिकारी के लिए बीजेपी बहुत अच्छी पार्टी है।। हम लोगों ने शुरू से देखा है,, यही परम सत्य है।। जब दो सिट था,, फिर 88 सिट हुआ,, तब हम लोग बाल काल में थे,, यदा कदा कभी भी हम लोगों को पार्टी की आवश्यकता महसूस करते हैं तब पार्टी अपने को दरकिनार कर हम लोग को कुछ मदद नहीं करती है,,, और नैतिकता का पाठ पढ़ कर अपने आप को महान बना लेती है।। लेकिन लेकिन विपक्ष में बैठे कांग्रेस समाजवादी पार्टी या राजद की पार्टी में ऐसी भावना नहीं है,, वह अपने जमीनी कार्यकर्ता को हमेशा मदद करते हैं और जरूरत पड़ने पर खड़े रहते हैं।। अब भाजपा के ऊपर शीर्ष में ही लड़ाई चल रही है तो नीचे कार्यकर्ता क्या करेगा।।।
Hamare liye Modi aur Yogi donon hi avashyak hain
यूपी में बीजेपी की दूर्दशा के लिए दिल्ली वाले जिम्मेदार है।
यदि एसा हुआ कि उत्तरप्रदेश में सत्ता परिवर्तन होता है तो नुक्सान जनताको ही उठाना पडेगा
यह मत भूलो कि काय॔ कता॔ ही सब कुछ है
भाई साहब बीजेपी का हर एक वाटर बीजेपी का कार्य करता है लेकिन क्या मुझे योगी जी मिल सकते हैं क्या एक आम आदमी से बीजेपी का कोई नेता मिल सकता है तब उसे असली हकीकत मालूम पड़ेगी जनता की जनता के क्षेत्र की क्योंकि बीजेपी का कोई सांसद कोई विधायक कोई कार्यकर्ता कोई जिला अध्यक्ष को विधानसभा अध्यक्ष कहीं भी किसी भी वोटर के पास नहीं आया मुझे योगी जी से मिलना है क्या तुम मिलवा सकते हो हो
Govt to a IAS v IPS officer hi chalate hai ,state ho ya center lekin jimmedar PM ya CM hi hota hai.Yogi ek best CM hai lekin unke deputy theek se cooperate nahi karte.
बात तो सही है कार्यकर्ता का कार्य नहीं होगा विपक्ष का काम होगा इसके वजह से हर कार्यकर्ता भाजपा के क्यों बीजेपी के लिए वोट मांगे जो दूसरी पार्टी से आते उनकी सुनी जाती है भाजपा के कार्यकर्ता को सुनी नहीं जाती है
Stya ye hai koi janta ke beech nahin jana chahta sab AC main baithkar satta pana chahte hain
भाजपा में जितने छोट भैये नेता हैं, नाम के भाजपा के नेता हैं, लेकिन ---------लेकर अन्दर -अन्दर दूसरी पार्टी का प्रचार करने से भाजपा की हार हुई, और आपसी सामंजस्य स्थापित नही था।
Yogi ji should send clear instructions and guidelines to his officers that they will have to compulsorily coordinate all their activities in a planned liaison and consultation with the local political leadership comprising mainly the local MLAs, MPs, Mayors, Collectors, Nagar panchayats and district party office bearers. In fact, the Hon'ble CM should create coordination committees at district levels in all the 75 districts of UP to facilitate all developmental and welfare activities of each and every district.
आपके सभी कार्य करता और सांसद-विधायक अतिरेक मे ये दुर्दशा कर ली है अगर ऐसे चलता रहा तो हालात और खराब हो सकती है
Yes Adhikari Sarkar chala rahe hai aur nichle istar par bahut hi bhrashtachar hai
Amit Shah ne UP me BJP ko harane meh big bhoomika nibhai. If he he will continue to do bjp may also lose in hustings in UP n else where .
Yahi Sahi Hai Adhikari Chhote Karya Karta ko kuchh Samjhte Hi Nahi
अमित शाह को अब हटाना चाहिए कि सारे सीनियर पदों से भाजपा कोखत्म करके ही दम लेगा। आज जो भाजपा का लोकसभा चुनाव में नुक्सान हुआ है, उसमें इन्हीं भाईसाहब की गंदी राजनीति है और कुछ नहीं। नड्डा तो वही कहेगा जो अमित शाह कहेंगे। मोदीजी ने 10 साल की मेहनत को इस इंसान ने ख़त्म कर दिया।
योगी हटे तो भाजपा खत्म यूपी में औरकेंद्र में
भ्रष्ट अधिकारी और नेता नहीं चाहते योगी जी को।इसमें सभी पार्टियों के नेता सम्मिलित हैं।
RESPECTED Journalist Sir: All Districts BJP PRESIDENT,VICE President,BJP SECRETARY,MANDAL BJP PRESIDENT MUST TOOK JANTA DARSHAN IN GRAM PANCHAYAT BHAWAN CALLING ALL VILLAGERS FOR GIVING BENEFITS of GOVT SCHEME OF PM AAWAS AAYUSHMAN KISAN SAMMAN NIDHI AND OTHERS
Nadda ko hi htao
NMF wali पहले आप लोग भ्रम फैलना बन्द कर दें की....
माननीय योगी आदित्यनाथ जी हटायें जायेगें....
जय हिन्द
जय भारत
योगी जी जनता के नेता है
यदि पार्टी के सभी कार्यकर्ता को अपनी चलानी है तो याद रखो कि पहले जैसे हालात बन जायेंगे।
मुसलमानों के बारे में बीजेपी को कुछ भी नहीं बोलना चाहिए न्यूट्रल रहना चाहिए
विधायक और मंत्री ही कार्यकर्ताओं का अवहेलना कर रहे हैं
दोनों डिप्टी चीफ मिनिस्टर को हटा दिया जाए कवि सम्मेलन बन पाएगा