सृष्टि की रचना के पीछे परमात्मा का हेतु क्या है?

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 26 авг 2024
  • यदि आप चाहते हैं कि स्वामीश्री आपके किसी भी प्रश्न / चिंता का व्यक्तिगत रूप से उत्तर दे, तो टिप्पणी अनुभाग में प्रश्न पूछें। #प्रश्नप्रबोधः
    facebook पर फॉलो करने के लिए, यहाँ क्लिक करें
    www.facebook.c...
    Twitter पर फॉलो करने के लिए, यहाँ क्लिक करें
    / swaamishreeh108

Комментарии • 370

  • @MayaVaishnav-h2r
    @MayaVaishnav-h2r 4 дня назад +1

    Jai ho gurudev ki
    🎉❤❤❤

  • @MayaVaishnav-h2r
    @MayaVaishnav-h2r 4 дня назад +1

    Jai ho maharaj ki

  • @sankarmondalsankarmondal3083
    @sankarmondalsankarmondal3083 13 часов назад +1

    Jay Shri Mata SitaRam

  • @sanjayrajpal5806
    @sanjayrajpal5806 3 года назад +19

    प्रणाम, प्रमाणिक स्थान से प्रमाण के साथ समाधान दिया जा रहा है, यह सनातन धर्म के लिए शुभ है।

  • @rahulvermalife467
    @rahulvermalife467 Год назад +14

    मैने भी इस पर गहन चिंतन किया था
    और इसी नतीजे पर निकला की परम पिता परमेश्वर जब अकेले पन से बोरियत महसूस कर रहे थे
    तब उन्होंने सृष्टि की रचना की ।
    और वो सृष्टि से जब उब जाऐंगे तब सब नष्ट कर दिया जाएगा।
    और फिर जब अकेले पन से उब जाऐंगे तब फिर से सृष्टि की रचना कर देगें।
    यही क्रम निरंतर अनादि काल से चला आ रहा है।
    जय परम पिता परमेश्वर 🙏

    • @AbhishekSingh-rz2xj
      @AbhishekSingh-rz2xj Год назад +7

      Aapne apne chintan me yah dhayan nahi Diya mahoday ki bhagwaan ko maaya chu bhi nahi sakti aur Sona khana pina thakna ubna ye sab Maya janit hai aur bhagwaan Maya ke adheen nahi hai balki maaya bhagwaan ke adhin hai fir bhagwaan kaise uub sakte hai. Wo to aanand ka Sagar hai,sacchidanand hai fir Aisa kaise ho sakta hai.

    • @RohitKuma356
      @RohitKuma356 8 месяцев назад +3

      @@AbhishekSingh-rz2xjagree with you. Yhi question mujhe bhi pareshaan karta hai

    • @nandlalkumar7595
      @nandlalkumar7595 6 месяцев назад +1

      Aaplog pareshan na ho. Sristhi sirf aur sirf parmanand ko pane ke liye bhagwan ne banai hai. Adhytam aur bhakti se mehsus kiya ja sakta hai parmanand me kya ras yah sukh hai. Sukh dukh jivan mirtyu sab tuch hai us paramanand ke sukh ke age isliye kyuki manushya yoni me hi es sukh ko mehsus kiya ja sakta hai. Apne suna hoga devta bhi manusya yoni pana chate hai kyu. Kyuki sirf manushya yoni me hi adhytam yah bhkti marg se isko paya ja sakta hai parmanand ka sukh sare dukho se babut upar ki baat hai isliye bhagean ko sristhi ki rachna karma pada taki parmanand ka sukh mil sake

    • @nandlalkumar7595
      @nandlalkumar7595 6 месяцев назад

      Parmanand matlab
      Param anand. Bahut sukun itna sukun ki bolne ka man kare kachu nath na chahi

    • @kashyapradadia3226
      @kashyapradadia3226 5 месяцев назад

      Are yaar thoda smartly socho . Esa bhi ho sakta hain na ki vi hamare karm enjoy kar rahe ho . Jesse ki movies, games , comedy shows😂 lekin isme ek doubt hai unko bhavishya pata hai to hamse karma kyu kara rahe hai ya fir unhe bhavishya pata nahi hai aur hame bewakoof bana rahe hai aur hamare karm enjoy kar rahe hai 😂

  • @rajeshacharya3901
    @rajeshacharya3901 10 дней назад

    Pranaam guru jyu......aise hi gyan badte rahe....

  • @RahulSahu-ny5id
    @RahulSahu-ny5id Год назад +24

    भगवान ने सृष्टि मनोरंजन के लिए बना आई ☺️🌹🙏

    • @spritual_playboy
      @spritual_playboy 9 месяцев назад +8

      और आप इस मनोरंजन के पात्र मात्र हो😂

    • @nityendrakumar9038
      @nityendrakumar9038 7 месяцев назад +7

      Like big bosss😂😂

    • @rajivranjansharma801
      @rajivranjansharma801 3 месяца назад +1

      Phir bahut sare niyam laga diye

    • @Userienxlaopbd
      @Userienxlaopbd 2 месяца назад +2

      Nahi. Not entertainment, but to love and to be loved. He is not taking Shrimati Radha rani or mata Sitaji (aadi shakti) into consideration.
      He is giving half knowledge.
      This is called MAYAVADI IDEOLOGY as per scriptures.

    • @aneesharyan3910
      @aneesharyan3910 2 месяца назад +1

      किसी का मज़ा किसी और की सज़ा

  • @RajaKumar-nf3re
    @RajaKumar-nf3re 6 месяцев назад +9

    Yah duniya na hoti to accha tha ja fir main na aaya hota to acch a tha😭

  • @Bahuguna-hu3bu
    @Bahuguna-hu3bu Месяц назад +3

    🕉️🔱🚩हरहर महादेव🪔🌹🙏🏼🔔माँ🐄

  • @user-dt8wz3ik6t
    @user-dt8wz3ik6t 2 дня назад

    जय हो गुरुदेव की

  • @hritwikkhare6319
    @hritwikkhare6319 Месяц назад +2

    इस प्रश्न का उत्तर जगदगुरूत्तम श्री कृपालु जी महाराज ने जैसा दिया वैसा किसी आचार्य के मुख से नहीं सुना। शास्त्र सम्मत होते हुए भी सरलता से उस निष्कर्ष को शास्त्र से निष्कर्षित नहीं किया जा सकता। उस उत्तर के बाद कोई संशय नहीं रह जाता।

  • @AbhishekSingh-rz2xj
    @AbhishekSingh-rz2xj Год назад +13

    Bhagwaan ke adheen maaya hai aur Maya ke karan hi sukh, dukh ,peeda aur baki sare anubhav hote hai.par bhagwan to sacchidanand hai,Sadaiv aanand me rehne wale unko Maya chu bhi nahi sakti fir unhe akela kaise mehsus ho sakta hai.kripya is prashna ka samadhan karen.
    Aapke charno me shat shat naman gurudev.

    • @nikhilkhandelwal3927
      @nikhilkhandelwal3927 6 месяцев назад

      Shi bat hai

    • @prathmeshnaik4893
      @prathmeshnaik4893 6 месяцев назад

      True .he is beyond 3 gunas.other reasons some says that this is his play.but still why God has desire or wish to play since it is sachidanand.

    • @ISHWERRAY
      @ISHWERRAY 6 месяцев назад

      इस यूनीवर्स में लोगों के दिमाग में उपजे काल्पनिक ईश्वर जैसा कोई नहीं है बल्कि यूनिवर्स के विज्ञानमयी भौतिक और रासायनिक नियम, सभी जड़ और चेतन, प्रकृति के नियम, इस जड़-चेतन और ऊर्जा से उत्पन्न अभौतिक चेतनता ही सबकुछ हैं या यों कहें कि ये समस्त गुण ही ईश्वर है। ईश्वर तो केवल शब्द है अब चाहे इसे ईश्वर कहो या गुण कोई फर्क नहीं पड़ता।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि वे भक्त,पुरोहित, पादरी, मौलवी को ध्यान साधना के बाद ही अपने बारे में बताते हैं और सामान्य लोगों को नहीं बताते। जब हमें खुद भगवान ने ऐसा नहीं कहा है तो हम क्यों किसी भक्त,पुरोहित,पादरी,मौलवी की कल्पनाओं को माने। अगर ऐसा होता तो वह हमसे खुद कहते।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि वह हमें कर्मफल के आधार पर 84 लाख योनियों में पुनर्जन्म देता है या फिर मोक्ष देता है।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि वह हमें मरने के बाद स्वर्ग या नरक देगा।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि वह हमें भक्ति के आधार पर या कर्मफल सिद्धान्त के आधार पर पुनर्जन्म देकर सुख या दुख देता है।
      हमे किसी भगवान ने कभी नहीं कहा कि यह जगत माया है और तुममे आत्मा है और उसे इस माया से मुक्त होकर मोक्ष पाने के लिये मैने पैदा किया है।
      हमे किसी भगवान ने कभी नहीं कहा कि वो कृष्ण, शिव,ब्रह्मा, विष्णु,दुर्गा, राम,अल्लाह, जीसस है और उन्होंने ग्रन्थों की रचना की है। बल्कि ये तो सबसे बड़ा झूठ है क्योंकि ये सच होता तो हमे वो खुद कहते। ये तो इंसान द्वारा फैलाया गया झूठ है।
      हमे किसी भगवान ने कभी आकर नहीं कहा कि मेरी दिन रात पूजा,prayer, नमाज, अगरबत्ती, दिप,धूप,फूल चढ़ाकर दिन रात मेरा नाम जपते हुए भक्ति करते रहो।
      तभी तुम्हारा कल्याण होगा और तुम्हें मुक्ति मिलेगी।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि मैने तुम्हें मेरी पूजा अर्चना, भक्ति करने के लिए पैदा किया है।
      हमें किसी भगवान ने आकर ये सब नहीं कहा है, ये बातें हमे इंसान ने कही है या दिमागी कल्पनाओं वालो ने कही है। या हमने किताब में पढ़ी है जो इंसान ने लिखी है जो बिल्कुल ही काल्पनिक बातें हैं जिन्हें कोई साबित करके नहीं दिखा सकते हैं।
      अगर ये सब बातें कहना होता तो वह हमसे खुद कहता,और अगर हमें भगवान ने नहीं कहा है तो हमे किसी अन्धविस्वासी की कल्पना को मानने की जरूरत नहीं है।

    • @user-gq2qq2or1x
      @user-gq2qq2or1x 5 месяцев назад +2

      Aap samajh nhi rahe hai usne hame prakat nhi kiya balki usne apne aap ko prakat Kiya ham sarir ke Karan hame esa laga ki hame banaya balki usne apne aap ko prakat Kiya or ham bhagwan Hari ke andar hi andar bhatak rahe hai

    • @ISHWERRAY
      @ISHWERRAY 5 месяцев назад

      @@user-gq2qq2or1x इस यूनीवर्स में लोगों के दिमाग में उपजे काल्पनिक ईश्वर जैसा कोई नहीं है बल्कि यूनिवर्स के विज्ञानमयी भौतिक और रासायनिक नियम, सभी जड़ और चेतन, प्रकृति के नियम, इस जड़-चेतन और ऊर्जा से उत्पन्न अभौतिक चेतनता ही सबकुछ हैं या यों कहें कि ये समस्त गुण ही ईश्वर है। ईश्वर तो केवल शब्द है अब चाहे इसे ईश्वर कहो या गुण कोई फर्क नहीं पड़ता।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि वे भक्त,पुरोहित, पादरी, मौलवी को ध्यान साधना के बाद ही अपने बारे में बताते हैं और सामान्य लोगों को नहीं बताते। जब हमें खुद भगवान ने ऐसा नहीं कहा है तो हम क्यों किसी भक्त,पुरोहित,पादरी,मौलवी की कल्पनाओं को माने। अगर ऐसा होता तो वह हमसे खुद कहते।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि हम किसी हरि नाम के काल्पनिक भगवान के अंदर भटक रहे हैं ये बात भी हमें तुम्हारे जैसे कल्पनाशील लोगों ने भगवान के नाम का सहारा अपने कल्पना में कहा है।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि वह हमें कर्मफल के आधार पर 84 लाख योनियों में पुनर्जन्म देता है या फिर मोक्ष देता है।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि वह हमें मरने के बाद स्वर्ग या नरक देगा।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि वह हमें भक्ति के आधार पर या कर्मफल सिद्धान्त के आधार पर पुनर्जन्म देकर सुख या दुख देता है।
      हमे किसी भगवान ने कभी नहीं कहा कि यह जगत माया है और तुममे आत्मा है और उसे इस माया से मुक्त होकर मोक्ष पाने के लिये मैने पैदा किया है।
      हमे किसी भगवान ने कभी नहीं कहा कि वो कृष्ण, शिव,ब्रह्मा, विष्णु,दुर्गा, राम,अल्लाह, जीसस है और उन्होंने ग्रन्थों की रचना की है। बल्कि ये तो सबसे बड़ा झूठ है क्योंकि ये सच होता तो हमे वो खुद कहते। ये तो इंसान द्वारा फैलाया गया झूठ है।
      हमे किसी भगवान ने कभी आकर नहीं कहा कि मेरी दिन रात पूजा,prayer, नमाज, अगरबत्ती, दिप,धूप,फूल चढ़ाकर दिन रात मेरा नाम जपते हुए भक्ति करते रहो।
      तभी तुम्हारा कल्याण होगा और तुम्हें मुक्ति मिलेगी।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि मैने तुम्हें मेरी पूजा अर्चना, भक्ति करने के लिए पैदा किया है।
      हमें किसी भगवान ने आकर ये सब नहीं कहा है, ये बातें हमे इंसान ने कही है या दिमागी कल्पनाओं वालो ने कही है। या हमने किताब में पढ़ी है जो इंसान ने लिखी है जो बिल्कुल ही काल्पनिक बातें हैं जिन्हें कोई साबित करके नहीं दिखा सकते हैं।
      अगर ये सब बातें कहना होता तो वह हमसे खुद कहता,और अगर हमें भगवान ने नहीं कहा है तो हमे किसी अन्धविस्वासी की कल्पना को मानने की जरूरत नहीं है।

  • @manishsharmahapur5776
    @manishsharmahapur5776 3 года назад +15

    आपके श्री चरणो में दंडवत प्रणाम
    🙏🙏

  • @purushottamsoni4758
    @purushottamsoni4758 5 месяцев назад +3

    परमपूज्य गुरुदेव के श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम ।
    श्री राम जय राम जय जय राम ।
    शिव शिव शम्भो हर हर महादेव ।

  • @dnyaneshwarchavan7423
    @dnyaneshwarchavan7423 3 года назад +10

    मनोरंजन के लिए दुनिया बनायी है तो , बलातकार, खुन, युद्ध , भुखमरी ये देखकर भगवान को कौनसा आनंद आता है

    • @HM-if5sv
      @HM-if5sv 3 года назад +2

      Sahi bla

    • @desicat3563
      @desicat3563 2 года назад +1

      Gurudev has given very brief . It is a very long discourse.

    • @desicat3563
      @desicat3563 2 года назад +4

      Shiva is always calm. He does not act. It is his energy that has manifest the world. And humans got free will, where as other creations only live as per their nature. And when some of the energy tried to go haywire and free themselves from the Supreme, asserting and trying to destroy the others, Rudrani destroys them. So to keep all in check, Brahma made reward and punishment & cycle of birth and death.
      This is for us common men. What Gurudev is saying for souls that have moved to very high plane...elevated , close to Paramatma.

    • @shivajisen8001
      @shivajisen8001 3 месяца назад +1

      Ye karmo ka fal hai

    • @ayushkumar330
      @ayushkumar330 3 месяца назад

      स्वतंत्रता मिली है न आपको थोड़ी से भी बुद्धि होगी तो समझ जाओगे की वो सर्वतंत्र स्वतंत्र परमात्मा भी हमें कार्य या कर्म करने की स्वतंत्रता देता है तभी हिरण्याक्ष हिरण्यकशिपु रावण कंस जैसे असुर स्वतंत्रता का लाभ उठाते/नहीं उठाते बल्कि उत्दंड कार्य करते हैं। वो आपकी स्वेच्छा है की आप दुर्योधन बनना चाहते हो या अर्जुन। वो परमात्मा बिजली house जैसा है जो बिजली दे रहा है कार्य करने की अब तुम उस बिजली से बल्ब💡 जलाओ कूलर AC चलाओ या उसमे हाथ डालकर कर मर जाओ उसमे पावर हाउस की कोई गलती नही है। फिर आप ही जैसे लोग अच्छा कार्य करने पर खुद को credit देते हो और बुरा करने पर उस भगवान ने हमसे ये कराया कहते हो😂🤦

  • @mrityunjaypandey754
    @mrityunjaypandey754 2 года назад +4

    सच्चिदानन्दरूपाय विश्वोत्तपत्यादिहेतवे ।
    तापत्रयविनाशाय श्री कृष्णाय वयम् नुमः ।।

  • @Ranveer1606
    @Ranveer1606 Месяц назад +1

    बचपन में जैसे बच्चे छुपाना छुपी का खेल खेलते हैजो ढूंढ लेता हैवह जीत जाता हैजो नहीं ढूंढ पता वह हार जाता ठीक है ऐसा ही उद्देश्य या खेल परमात्मा ने हमारे साथ खेला है

  • @ashokbarot2174
    @ashokbarot2174 Год назад +3

    🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌻🌷🥀🍍🏵️🌼🔱🔱💐💐🌺🌹 શિવ શિવ શંભુ હર હર મહાદેવ શ્રી શ્રી સદગુરુ ભગવાનના ચરણ કમલ માં કોટી કોટી દંડવત શાસ્ત્ર પ્રણામ શિવ શિવ શંભુ હર હર મહાદેવ શ્રી રામ જય રામ જય જય રામ હાટકેશ્વર મહાદેવ કી જય

  • @vedshrami
    @vedshrami 9 месяцев назад +13

    स्वामी जी! प्रणमामि।।आपके उत्तर से संतुष्टि नही मिली।।ईश्वर अपने मनोरंजन के लिए हमे दुख सागर में डाल दिया। इससे ईश्वर तो अन्यायकारी हो गया।।

    • @tripathishantanu
      @tripathishantanu 2 месяца назад

      Prabhuji swami ji ne ye btaya hai parmatma me par aur jeevatma me jeev hta de to atma bchta hai atma aur brahm tatva ek hai ha ishwar ke hi ansh hai ham bhool gye hai bhgwan dukh ya sukh de rhe to khud ko hi de rhe ek prakar se vastav me bhgwan anek nhi hue maya rupi anek hue

    • @AayushAudichya-fc5uf
      @AayushAudichya-fc5uf 2 месяца назад

      प्रभु की दृष्टि मे ये माया है क्योंकि वो कुछ समय के लिए एक से अनेक होता है और फिर एक हो जाता है यानी की तात्विक दृष्टि से ये प्रभु के लिए सिर्फ एक क्षदम एहसास है वो किसी के साथ अन्याय नहीं कर रहा है लेकिन हमारी दृष्टि मे ये संसार माया नही है हमे भगवान् के द्वारा बनाये गए नियमो का पालन करना जरूरी है और हम जैसा कर्म करेंगे वैसा फल हमको मिलेगा और कर्म के आधार पर ही मनुष्य करोंडो अरबो वर्ष की पीड़ा के बाद अनेक से एक मे विलीन होगा

    • @varunmittal5556
      @varunmittal5556 Месяц назад

      दुख सागर हमारे कारण आते है या प्रतीत होता है

  • @matroorauniyar6355
    @matroorauniyar6355 4 месяца назад +4

    उसे रचना में छोटे छोटे बच्चे जो कष्ट और लंगड़े लूले और बड़े से बड़े बुजुर्ग जो परेशानियां में गिर जाते हैं यही सब करने के लिए परमात्मा ने इस दुनिया को बनाए ताकि लोग परेशानी में मारे और हम देखकर मजा ले

  • @Mansukh1962
    @Mansukh1962 4 месяца назад +1

    ईश्वर का प्रयोजन जीव के भोग और अपवर्ग के लिए हैं • सत्यार्थ प्रकाश महर्षि दयानंद सरस्वती

  • @ramjisarathe1502
    @ramjisarathe1502 2 года назад +3

    परम पूज्य गुरुदेव जी के चरण श्री चरणो में कोटि कोटि प्रणाम

  • @gopalwagh5694
    @gopalwagh5694 3 года назад +5

    Pranam swamiji 🙏🙏👌

  • @dhananjay108singhchouhan
    @dhananjay108singhchouhan Год назад +3

    पूज्य गुरुदेव को प्रणिपात।
    एक जिज्ञासा समाधान की कृपा होवे की इस मनः कल्पित मनोरंजन के लिए बनी सृष्टि में जीवात्मा को ईश्वर ने क्या पात्र दिया और क्यों दिया?जब जीवात्मा परमात्मा का अंश है तो उसे अलग क्यों किया?

    • @ILoveHumanity-123
      @ILoveHumanity-123 3 месяца назад

      Iss sansaar ka gyan pane... jeevan mrityu..
      Daya shayata..manavta...dukh sukh... Dharm Adharm aur paap punya ko samajhne...karm bhakti...apne andar sthit parmatma ka janne...atma gyan krke...iss Maya rupi..game se dukh se bahar nikal k..parbrahm ko prapt krte hue..moksha ko pane..aur wapas uss paramshkti ki urja mein vilin hone .

  • @gandhisahu4685
    @gandhisahu4685 3 месяца назад

    He bhagwan Jo garib hai lachar Jo bhukhe our bimar Hain unki rakchha Karo Prabhu ❤

  • @rpsinghdeo6039
    @rpsinghdeo6039 2 года назад +1

    श्री श्री श्री राजराजेश्वरी माताय नमः ।श्री१०८ गुरुदेव की श्रीचरणों में कोटि-कोटि प्रणाम । स्वामी जी सादर प्रणाम

  • @VeenaKhanna-mv7kn
    @VeenaKhanna-mv7kn 4 месяца назад

    Only and only Shankaracharya could give such highly evidence based scientific and all time authentic explanation in such glowing words beeming with the eternality of truth.We gratefully bow to our Shankaracharyas who give us the most lucid answer to our ming boggling questions which have been haunting us since childhood and we grew old till the day

  • @harshitmishra2027
    @harshitmishra2027 2 месяца назад +1

    वह परमात्मा कैसा, जिसकी इच्छा को, मन हो । परमात्मा तो इन सब से परे हैं ।...

    • @AkashSharma-uz7tv
      @AkashSharma-uz7tv 2 месяца назад

      Baat toh sahi hai answer mile toh jarur batana bahi

    • @user-cq4ni8tt1q
      @user-cq4ni8tt1q 2 месяца назад

      परमात्मा ने सृष्टि नही बनाया है बल्कि परमात्मा के सत्ता स्वरूप के मन आदि नारायण ने बनाया है

  • @kaverilily8346
    @kaverilily8346 2 года назад +3

    अति सुंदर वर्णन गुरुजी 🙏🏻💐

  • @user-vu9je8ye4n
    @user-vu9je8ye4n 2 месяца назад

    जय गुरु देव भगवन,, आपको सादर,,, कोटि कोटि प्रणाम करते हैं,,

  • @vajubhailakhtaria4662
    @vajubhailakhtaria4662 Год назад

    Gurugi koti koti vandan .sanatan dharm ka such type of gyan no one gives to Indian public so thanks to you

  • @dineshmaurya1472
    @dineshmaurya1472 2 месяца назад +1

    परमात्मा परमानंद में है उसे सांसारिक व्यक्तियों के लिए अकेला दूकेला की आवश्यकता नहीं होती है इससे श्रेष्ठ की रचना परम प्रभु परमात्मा ने जीवन के भोग के लिए किया है जीवन नित्य है जीव अनादि है यही कारण है जीव के कर्म भी अनादि है और कोई कारण नहीं है

  • @XYZ-cn7ky
    @XYZ-cn7ky 9 месяцев назад

    ❤❤ दिव्य अलौकिक दर्शन की श्री चरणों में दंडवत प्रणाम

  • @mkpansari
    @mkpansari 11 месяцев назад +1

    अपनी कृति का उत्थान और पतन देखना ही परमात्मा का ध्येय हो सकता है। ॐ शांति।

    • @ISHWERRAY
      @ISHWERRAY 6 месяцев назад

      इस यूनीवर्स में लोगों के दिमाग में उपजे काल्पनिक ईश्वर जैसा कोई नहीं है बल्कि यूनिवर्स के विज्ञानमयी भौतिक और रासायनिक नियम, सभी जड़ और चेतन, प्रकृति के नियम, इस जड़-चेतन और ऊर्जा से उत्पन्न अभौतिक चेतनता ही सबकुछ हैं या यों कहें कि ये समस्त गुण ही ईश्वर है। ईश्वर तो केवल शब्द है अब चाहे इसे ईश्वर कहो या गुण कोई फर्क नहीं पड़ता।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि वे भक्त,पुरोहित, पादरी, मौलवी को ध्यान साधना के बाद ही अपने बारे में बताते हैं और सामान्य लोगों को नहीं बताते। जब हमें खुद भगवान ने ऐसा नहीं कहा है तो हम क्यों किसी भक्त,पुरोहित,पादरी,मौलवी की कल्पनाओं को माने। अगर ऐसा होता तो वह हमसे खुद कहते।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि वह हमें कर्मफल के आधार पर 84 लाख योनियों में पुनर्जन्म देता है या फिर मोक्ष देता है।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि वह हमें मरने के बाद स्वर्ग या नरक देगा।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि वह हमें भक्ति के आधार पर या कर्मफल सिद्धान्त के आधार पर पुनर्जन्म देकर सुख या दुख देता है।
      हमे किसी भगवान ने कभी नहीं कहा कि यह जगत माया है और तुममे आत्मा है और उसे इस माया से मुक्त होकर मोक्ष पाने के लिये मैने पैदा किया है।
      हमे किसी भगवान ने कभी नहीं कहा कि वो कृष्ण, शिव,ब्रह्मा, विष्णु,दुर्गा, राम,अल्लाह, जीसस है और उन्होंने ग्रन्थों की रचना की है। बल्कि ये तो सबसे बड़ा झूठ है क्योंकि ये सच होता तो हमे वो खुद कहते। ये तो इंसान द्वारा फैलाया गया झूठ है।
      हमे किसी भगवान ने कभी आकर नहीं कहा कि मेरी दिन रात पूजा,prayer, नमाज, अगरबत्ती, दिप,धूप,फूल चढ़ाकर दिन रात मेरा नाम जपते हुए भक्ति करते रहो।
      तभी तुम्हारा कल्याण होगा और तुम्हें मुक्ति मिलेगी।
      हमें किसी भगवान ने कभी नहीं कहा है कि मैने तुम्हें मेरी पूजा अर्चना, भक्ति करने के लिए पैदा किया है।
      हमें किसी भगवान ने आकर ये सब नहीं कहा है, ये बातें हमे इंसान ने कही है या दिमागी कल्पनाओं वालो ने कही है। या हमने किताब में पढ़ी है जो इंसान ने लिखी है जो बिल्कुल ही काल्पनिक बातें हैं जिन्हें कोई साबित करके नहीं दिखा सकते हैं।
      अगर ये सब बातें कहना होता तो वह हमसे खुद कहता,और अगर हमें भगवान ने नहीं कहा है तो हमे किसी अन्धविस्वासी की कल्पना को मानने की जरूरत नहीं है।

  • @VivekKumar-pi3yt
    @VivekKumar-pi3yt Год назад +2

    जात पात, निज स्वार्थ, मत भेद, मिटा कर,, सारे संत, सारे, हिंदू एक हो, एक हो उनका मन, एक उद्देश्य हो कि सत्य धर्म सनातन सारे विश्व में फैले, यह भारत सनातन देश बने, भारत धर्म प्रधान देश बने, यह भारत विश्व गुरु बने जय श्री राम। जय श्री राधे कृष्णा।।
    जय सत्य सनातन धर्म।।
    जय बाघेश्वर धाम।

  • @nagendarsinghgaur460
    @nagendarsinghgaur460 2 месяца назад

    हर हर महादेव गुरू देव 🎉❤🚩💐🙏🔥

  • @sukhparhar
    @sukhparhar Месяц назад

    Thank you, Respected Sir, Most Respected Shankrachaaryaa Ji

  • @VeenaKhanna-mv7kn
    @VeenaKhanna-mv7kn 4 месяца назад

    Swami Shree you have enlightened us. We are proud of our scriptures and eternal messengers of most sacred Sanatan Dharma called Shankaracharyas

  • @prashantpatle3631
    @prashantpatle3631 2 месяца назад

    Apne shahi jankari dee mere prashansa kee, bhaut bhaut Dhanyawad ❤

  • @yashwini6307
    @yashwini6307 3 года назад +3

    प्रणाम आचार्य श्री 🙏🙏🙏🙏

  • @convey1997
    @convey1997 Год назад +1

    Pranam Pujya Shankaracharya Maharaj ki Jai ho 🙏

  • @ramjisarathe1502
    @ramjisarathe1502 2 года назад

    परम पूज्य गुरुदेव जी के श्री चरणो में कोटि कोटि प्रणाम जय हो गुरुदेव

  • @user-sb5mz8ui8d
    @user-sb5mz8ui8d Месяц назад

    🕉️ हरी 🕉️ तत्सत 🕉️

  • @ravindersharma7903
    @ravindersharma7903 3 года назад +2

    Pranm prabhu

  • @bhaktisagarkakra6640
    @bhaktisagarkakra6640 3 года назад +2

    Jai guru dev

  • @Gopalsharma-wb4kj
    @Gopalsharma-wb4kj 3 года назад +1

    गुरु जी को शत शत नमन
    मै कैलाशचंद्र शर्मा, खरगोन मध्यप्रदेश से आपको प्रणाम एवम् अभिनन्दन करता हूं
    आपके सानिध्य म धर्म के बारे में अनेकों तथ्यों का ज्ञान प्राप्त हुआ
    आप सदैव ऐसे ही सनातन गौरव प्र प्रकाश डालते रहे यही कामना है।

  • @maheshmishra996
    @maheshmishra996 6 месяцев назад

    श्री गुरुदेव के चरणों में सादर प्रणाम

  • @pritimishra2858
    @pritimishra2858 4 года назад +3

    Aapki charno me sis jukake prnam krti hu .Jo aap jese mhan se milne ki absar prdan hue hai hme sbko.

  • @kalpanashelake4127
    @kalpanashelake4127 3 года назад +2

    राम कृष्ण हरी महाराज सृष्टी रचना असताना मला एक अभंग तो असा एक लेना कंटे ची म्हणुनिया येणे केली निरमान हो 14 ही भुवने महाराज तुम्ही फिल्ममधलं सुंदर उदाहरण दिलं

  • @panditashutoshpauranikji1339
    @panditashutoshpauranikji1339 4 года назад +2

    पूज्य चरणों में सादर प्रणाम

  • @savitripandey7019
    @savitripandey7019 4 года назад +3

    हर हर महादेव

  • @halendrathakur
    @halendrathakur Год назад +1

    आपका कोटि कोटि धन्यावाद ❤❤❤

  • @Potatolover834
    @Potatolover834 4 месяца назад +3

    Ye video v maya he hai

  • @bheemsenyadav5254
    @bheemsenyadav5254 Год назад

    धन्य है सद् गुरु देव

  • @najmiddinvivekurahman4720
    @najmiddinvivekurahman4720 2 года назад +3

    सृष्टि से पूर्व समय तो था नही तो टाइमपास का सवाल ही क्या?
    जब परमात्मा पूर्ण और आनंद स्वरूप है तो फिर उन्हें सृष्टि का निर्माण कर आनंद प्राप्त करना ये तो विचारणीय है

    • @gangabais
      @gangabais 2 года назад +1

      भाई जी यहाँ तो परमात्मा की खटिया खड़ी कर रहे है शंकराचार्य जी।
      इनके हिसाब से हर 1000 चतुर्युगी के बाद परमात्मा को सृष्टि बनाने फिर उसे विलय करने का कीड़ा काटता है और हद तो ये है कि ये कीड़ा उन्हें अनादि काल से लेकर अनंत काल तक काटेगा।

    • @pranjalpathak115
      @pranjalpathak115 Год назад

      बहुत उचित तर्क 🙏

    • @zkx-ly6on
      @zkx-ly6on 5 месяцев назад

      @@gangabaisvedo me praman hai parmatma ne apne akle pan hatane k liye or khel k liye rachna rachi

    • @ayushkumar330
      @ayushkumar330 3 месяца назад

      ​@@gangabais 😂😂😂🤣🤣

    • @ayushkumar330
      @ayushkumar330 3 месяца назад

      अच्छे लोगो से तर्क करोगे तो न समझा आएगा। यह समय से क्या अर्थ है। माया में सब कुछ समय से परिवर्तित होता है। पर वो परम तत्व कभी नही बदलती। भगवान गीता में अर्जुन से कह रहे हैं की वो आत्म अमर अविनाशी अविकार और अपरिवर्तित है। तो वो ब्रह्म भी भी हुआ। माया या श्रृष्टि में समय बदलाव से माना जाता है। समय एक भ्रम है अगर कुछ बदले ही ना तो कह दिया जाएगा जैसे समय ही रुक गया है। इस प्रसंग में भगवान तो सदैव नवीन हैं कभी न बदलने वाला परमतत्व हैं। समय का प्रभाव तब भी है न भाई। ऐसा थोड़ी है की श्रृष्टि एक बार बनती है अगर एक बार महाप्रलय हो जाए तो इसका मतलब आपके अनुसार कभी श्रृष्टि नही बनेगी??

  • @meenakotwal7848
    @meenakotwal7848 6 дней назад

    🙏🙏🙏

  • @KKY-iq1zo
    @KKY-iq1zo 2 года назад +1

    ।।जय जय श्री सीताराम।।

  • @user-sb5mz8ui8d
    @user-sb5mz8ui8d Месяц назад

    🕉️ जय श्री गणेशा ❤️❤️❤️

  • @user-ft5ck3nh3x
    @user-ft5ck3nh3x Год назад +1

    सृष्टि का स्वामी ब्रह्म ही है, परम् आत्मा तो स्वयं रचना है आदरणीय श्री

  • @shivrajpatil5604
    @shivrajpatil5604 3 месяца назад

    Paramatma ne ye srushti usaki bhakti, Stuti Aur stavan karne ke liye nirman kiya hai. Isliye uski bhakti karna bahut jaruri hai.

  • @mohitpal6689
    @mohitpal6689 5 месяцев назад

    Gurudev Ji ko Sadar pranam

  • @prema1994
    @prema1994 Год назад

    Satnam saheb Bandgi

  • @desicat3563
    @desicat3563 2 года назад +1

    Pranaam Gurudev

  • @lalitasharma6687
    @lalitasharma6687 Месяц назад +1

    Ekakipan bhi toh maya hi hai na 😊😊

  • @ramnathramnath1440
    @ramnathramnath1440 2 года назад

    Pranam Gurudev.... poorn Samdhan huva....Dhanyawad

  • @aritmishra7399
    @aritmishra7399 Год назад

    Jay Gurudev Jay Mata Di Sherawali Ki Jay Naam Baba ki Jay Har Har Mahadev

  • @delicatecoding
    @delicatecoding Год назад

    Jai Shree Ram Ji 🙏
    Jai Shree Hanuman Ji 🙏
    Jai Shree Radhe Krishna Ji 🙏
    Jai Durga Mata Ji 🙏
    Om Namo Narayanaya Namaha 🙏
    Jai Shree Ganesh Laxmi Ji 🙏
    Om Namo Narayanaya Namaha 🙏
    Om Namah Shivaya 🙏

  • @nirmalatiwari9541
    @nirmalatiwari9541 Месяц назад

    बहुत अच्छा गुरु जी धन्यवाद

  • @Aradhya-singh-kb1ut
    @Aradhya-singh-kb1ut 6 месяцев назад

    यह प्रश्न मेरा भी है, पर इस उत्तर से मुझे पूरी तरह से संतुष्टि नहीं हुई। महादेव मेरे प्रश्न का उत्तर अवश्य देंगे। जैसा आज तक देते आए हैं मेरे सारे सवालों के। हर हर महादेव.

  • @deepakchandravanshi3455
    @deepakchandravanshi3455 2 года назад

    गुरुदेव के चरणों मे कोटि कोटि प्रणाम

  • @krishnajaiswal5603
    @krishnajaiswal5603 4 месяца назад

    PARNAM GURU JI 🙏

  • @JayJay-hd2wr
    @JayJay-hd2wr 2 года назад +1

    Jay Jagannath

  • @amitgadhavi3072
    @amitgadhavi3072 4 года назад +3

    ॐ नमो नारायण

  • @piyushchaturvedi5146
    @piyushchaturvedi5146 8 месяцев назад

    jai gurudev 🙏

  • @KK-fc2en
    @KK-fc2en Месяц назад

    Mujhe bhi aisa hi lagta hai hum kathputli hai bhagwan ki

  • @nanuk5243
    @nanuk5243 2 месяца назад

    Akeli Aatma se brahmand ruk jaata,akeli body se duniya ruk jaati.
    Kuch baatein unko hee sach lagti hai jo apne hone ko Ahasan mante hai, es tarh ki baatein unko samjh mein nhi aati jo jeevan ke har sukh mein bhi dukh dhoondne ki aadat se judd gye hai.Sirf aatma mein rehkar tum hee pareshan ho jaoge vaha na aankh milegi,na haath milega,na kaan milega na paair milega mtlb koe bhi indriye sukh - dukh nhi milega aur na hee koe dusra Insaan milega 😄🙏🙏

  • @user-go8se5js3i
    @user-go8se5js3i 4 месяца назад

    नहीं गुरूजी ऐसा नहीं जान पड़ता भगवान की सोच ऐसी नहीं हो सकता वो तो जानी जान है

  • @livelylove26
    @livelylove26 5 месяцев назад

    Seedhi spasht baat kahi, idhar udhar ki nahi haanki, baaki bevkoofon ki tarah

  • @XYZ-cn7ky
    @XYZ-cn7ky 4 месяца назад

    हे गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु है शंकर भगवान

  • @triptimanikpuri0902
    @triptimanikpuri0902 Год назад +5

    Radhe radhe 🙏
    Mera ek que h ki, bhagwan ne apne man ki prashannta ke liye is shrishti ki rachna ki..
    Lekin yaha to sbhi dukhi hi h koi sukh nhi h har samay har jagah kuch n kuch preshani dar h..
    Aise jagat me bhagwan hme kyu bheje h aur parmatma tak pahuchna bhi itna katthin bana diye h.... Agar kuch galti hui to phir se janm lena hota h baar baar aur vhi dukh, dar aur pareehani...
    Maaf kriye agar mera prashn glt lge to...
    Lekin please iska koi answer btaiye.
    Radhe radhe🙏

    • @doja_97
      @doja_97 Год назад

      सही कहा आपने। इस से पता चलता है कि भगवान स्वार्थी है

    • @neenusareen591
      @neenusareen591 8 месяцев назад

      I want answers of them
      If anyone can help

    • @artwithanu6349
      @artwithanu6349 6 месяцев назад +1

      Main jitna bhagwat Katha suni hun or padhi hun us hisab se mujhe ab aisa hi lagta h ki duniya mein jo kuch bhi ho rha h uske jimmedar sirf bhagwan hi hai kyunki koi achha or bura insan bhi bhagwan ki marji se banta h , jab bolte h ki ham is janm mein dukh jhel rhe h to wo pichhle janm ka fal h uska arth ye hai ki ham log ghatiya insan the pichle janm mein issliye dukh jhel rhe h to fir is janm mein ham achhe insan kyun ban gye jab hame achha or bura insan ko bana rha h sochne wali bat h

    • @mvarma1960
      @mvarma1960 4 дня назад

      Iska jawab ye hai ki bhagwan hai hi nahi
      Srishti vigyan ke niyamo se bani hai
      Aur ishwar ko bhi insan ne banaya hai, man ki shanti ke liye

  • @XYZ-cn7ky
    @XYZ-cn7ky 9 месяцев назад

    ❤❤❤❤ श्रीमन नारायण नारायण श्रीमन नारायण नमः

  • @ShivamSingh-dt7bb
    @ShivamSingh-dt7bb 5 месяцев назад

    Jai parmatma

  • @deepakshete1988
    @deepakshete1988 2 года назад

    क्या कहे कूच समझ में नहीं आराहा आपकी मधुर वानी सुंने के पाच्यात धन्यवाद

  • @ashishkrishnji6815
    @ashishkrishnji6815 2 месяца назад

    महादेव

  • @Vinay_arya
    @Vinay_arya 3 месяца назад

    ईश्वर ने सृष्टि की रचना जीवों के भोग और मोक्ष के लिए की है। ईश्वर जीव और प्रकृति तीनों नित्य हैं

  • @BhawaniSingh-wc9gh
    @BhawaniSingh-wc9gh 4 года назад +1

    🕉️प्रणाम गुरु जी🙏

  • @adityagaur1019
    @adityagaur1019 Месяц назад

    संसार मिथ्या है और हम सब जो यहां सुख, दुःख, कष्ट भोग रहे हैं वो भी मिथ्या है?

  • @Vinay_arya
    @Vinay_arya 3 месяца назад

    सृष्टि करना ईश्वर का स्वभाव है

  • @ayushvasurudragour427
    @ayushvasurudragour427 Год назад +1

    सत-चित-आनंद परब्रह्म में एकाकी होने का विकार कैसे आया ? अच्युत परब्रह्म विकार से च्युत कैसे हुए ? फिर परब्रह्म में कैवल्य मोक्ष मिलने के पश्चात भी ऐसे विकार की संभावना और भय सदा बनी ही रहेगी ? एकाकी विकार से ग्रसित होने की संभावना रखने वाला परब्रह्म कैसे सदा के लिए आनंद कैवल्य मोक्ष प्रदान कर सकेगा ?
    क्या काल कर्म और स्वभाव नित्य अनादि और अविनाशी तत्त्व हैं ?
    जब केवल एक परब्रह्म का अस्तित्व ही सिद्ध है और बाकी सभी माया मात्र है तो फिर वास्तव में इस क्षण के पूर्व में जो जीवन था याने की मेरा बचपन आदि वह वास्तविकता में था या माया द्वारा कपोल कल्पित है और यह अभी इसी क्षण से आरम्भ हुआ ? इस क्षण से पूर्व तक का जीवन जो साक्षात नहीं और सिर्फ स्मृति में है उसके सत्य की कोई प्रामाणिकता नहीं , इस से यह सिद्ध है की इस प्रश्न का उत्तर ना हाँ में और ना ही ना में दिया जा सकता है , इसका अर्थ यह हुआ की परब्रह्म , सृष्टि आदि का ज्ञान भी कपोल कल्पित बिजली की चमक की भाँती इसी क्षण स्मृति और शास्त्रों के रूप में प्रकट हो गया हो , यह पूर्ण रूपेण संभव है , तो क्या यह इस सिद्धांत के ही विरुद्ध नहीं ?
    मैं स्वयं को सिर्फ एक स्वयं में अनुभव कर सकता हूँ , और मैं ब्रह्म ही हूँ , और सिर्फ ब्रह्म ही सत्य है बाकी सब मिथ्या है , तो क्या यह निष्कर्ष निकल सकता है की इस अनंत ब्रह्माण्ड में सिर्फ और सिर्फ मेरा ही अस्तित्व है बाकी किसी का नहीं , मेरे अस्तित्व में भी सिर्फ और सिर्फ मेरे मस्तिष्क का ही अस्तित्व सिद्ध होता है क्यूंकि मेरे द्वारा सोचने के कार्य के अलावा और किसी कार्य की प्रामाणिकता नहीं है क्यूंकि मैं विचार कर सकता हूँ यह तो सिद्ध है लेकिन इसके आगे सब मात्र कपोल कल्पना है इस सिद्धांत को नकारा नहीं जा सकता , तो क्या इसका मतलब यह हुआ की ऐसी संभावना है की इस अनंत ब्रह्माण्ड में केवल एक मस्तिष्क किसी तरह अस्तित्व में आ गया और वह इधर उधर उड़ता हुआ अपनी कल्पना में मस्त है ?(Boltzmann Brain एक सिद्धांत है उस से प्रेरित प्रश्न)
    यदि माया द्वारा परब्रह्म ने स्वयं का एकाकीपन उपचार करने हेतु मायारूप मिथ्य सृष्टि रची तो यह सृष्टि इतनी व्यवस्थागत रूप से क्यों रची जिसमें नर नारायण हिरण्यगर्भ दिक्पाल जन्म मृत्यु आहार रोग आदि तार्किक और वैज्ञानिक प्रक्रियाएं कर्म फल आदि तार्किक सिद्धांत , कहने का तात्पर्य की व्यवस्थागत और तार्किक रूप से बोध होने , समझने और व्याख्या करने योग्य रचना ही क्यों करि ?
    परब्रह्म के ही विवर्त रूप होने पर क्या एक व्यक्ति की मुक्ति से सभी की मुक्ति नहीं हो जानी चाहिए ? जैसे स्वप्न दृष्टा के जाग जाने पर उसका स्वप्न ख़त्म हो जाने पर उसके स्वप्न के सारे चरित्र भी विलय विलुप्त हो जाते हैं ?
    कृपया इन प्रश्नो का निराकरण करें आचार्य श्री ऐसी मैं आपके श्री चरणों में नतमस्तक होकर विनती करता हूँ |

    • @pranjalpathak115
      @pranjalpathak115 Год назад +1

      आपका प्रश्न अत्यंत तर्क पूर्ण एवं विचारणीय है जिसका उत्तर आदरणीय शँकरचार्य जी के पास नहीं है यही प्रश्न मेरे मन मे भी था इसका सत्य समाधान महर्षि कपिल के सांख्य दर्शन की सांख्य कारिका की आचार्य वाचस्पति मिश्र एवं गौड़ पाद तथा अनिरुद्ध की व्याख्या मे मिलेगा आयुष जी अपना ईमेल या सम्पर्क नंबर देने का कष्ट करें

    • @ayushkumar330
      @ayushkumar330 3 месяца назад

      बाप re

  • @deepaknagar1362
    @deepaknagar1362 2 месяца назад

    परमात्मा का भी मन होता है? मन तो प्रकृति की एक विकृति है, विकार है। जो समय के परे है, उसको भी उचट होती है क्या?

  • @brahmjitsingh810
    @brahmjitsingh810 Месяц назад +1

    जब मन परमात्मा को इतना बडा कार्य करने के लिए प्रेरित कर सकता है और परमात्मा मात्र अपने एकाकीपन को दूर करने के लिए इतना बडी श्रष्टि रचना करने के लिए बाध्य हो सकते हैं तो साधारण मनुष्य अपने मन में आये कार्य करे तो पाप क्यों हो जाता है । ये मूर्खतापूर्ण बातें हैं कि नहीं ?

    • @surajthakur401
      @surajthakur401 Месяц назад

      Bhagwan ne bol diya ki ma life
      Ma rules 😂

  • @vishalrohila9755
    @vishalrohila9755 3 дня назад

    Jai ho gurudev,
    Lekin par brham ishwar ne apne manoranjan ke liye hm praniyo ko moh me fasaya aur ab hm jivan maran ke chkkr me fasee hue hai. Jb bhgwan sukh dukh se uppr h to unko q manorajan chahiye, aur jab unko manoranjan ki jrurat h to same jb ye manoranjan insaan krta h to usko narak milta h ,samajh nhi aa rha h

  • @Ranveer1606
    @Ranveer1606 Месяц назад

    ज्ञानी सभी जीव हैं लेकिन आज्ञान का ज्ञान बुद्धि में इतना है कि उसके नीचे ज्ञान कुचल गया है दब गया है छिप गया है
    आज्ञान का बीज राग द्वेष है सरल भाषा में कहे तो यह अपना है वह पराया है ठीक यही से अज्ञान स्टार्ट हो जाता है

  • @ishutripathi7791
    @ishutripathi7791 Год назад +1

    क्या परमात्मा भी मन से विचलित होकर , एकाकी और अन्य भावनाओ के बंधन में है? गुरु जी-

    • @arvindkumardua
      @arvindkumardua 4 месяца назад

      Paramatma is "Sad Chit Anand" . He is " Anant Anand" He can never be Sad/Bore. Pls start reading Geeta.

  • @manjuagnihotri3467
    @manjuagnihotri3467 3 года назад +1

    🙏🏻🚩

  • @Jayanthkumar2008
    @Jayanthkumar2008 26 дней назад

    तो फिर हम पाप और पुण्य कुछ नहीं कर रहे है, सब परमात्मा की रचना है।

    • @cruze86
      @cruze86 26 дней назад

      Nahi. Paap karna paratma ki den hai. Jo niyam paratma ne banaya usi ke anusar karm karo toh wo paratma karwa rahe hain lekin paap karna manusya ki utpatti hai kyunki paap maya ke vash se janm leti hai.

  • @-SACR3D-
    @-SACR3D- Год назад +2

    Pranaam Guru dev,
    Parmatma to atmtript hain, atmaram hain to wo kaise bore ho sakte hain?
    Dhanyavaad

    • @TANTRIK02HINDUISM
      @TANTRIK02HINDUISM 9 месяцев назад

      Wo yamesha Atmtrip issi liye rahte hai kyu ki wo hamesha shrishti ke karya mai lage rahte hai .

  • @sushiljha8263
    @sushiljha8263 Месяц назад

    actually bhagwanka prakat rup yehi bhautik jagat usme hum bhi samel he jo hum sabake andar chetna rup me baithkar jhakrahe he.wohi sab rup me he banane wala bhi wahi he aur jo bhina bhina rup me dikhai de raha he wo bhi wahi he.suru me madhya me antyame aur anantme sab me wahi he.uske siwaya aur kuchh nahi he.chunki humlogone is sarir aur manko apna man liya isiliye itna bure fasgaye is uljhanme.jab tak hum apna swarup ko yaad na aajye tab tak isi illusion me ulajhte

  • @triptipiyushsaxena
    @triptipiyushsaxena 3 года назад +5

    फिल्मो के पात्र स्वर्ग नर्क नहीं जाते
    फिर परमात्मा के बनाये फिल्म के पात्र स्वर्ग नर्क क्यों जाते हैं?

    • @vijayvj918
      @vijayvj918 3 года назад +1

      🤣

    • @dineshjangir8994
      @dineshjangir8994 3 года назад

      Mera sawal bhi yehi h
      Jawab mile to batana
      096899169976

    • @vaishnvi720
      @vaishnvi720 3 года назад +2

      किस बात का अर्थ कहाँ कितना ग्रहण करना चाहिए यह विवेक होना भी आवश्यक है यदि आप तत्व कि अभिलाषा रखते हैं तो 🙏🙏🙏🙏जय श्री सीता राम चन्द्र जी 🙏🙏🙏🙏

    • @triptipiyushsaxena
      @triptipiyushsaxena 3 года назад +2

      @@vaishnvi720 अवश्य सर, तभी तो पूछ रहे हैं ।

    • @triptipiyushsaxena
      @triptipiyushsaxena 3 года назад +1

      @@vaishnvi720 तत्व की अभिलाषा न होती तो हम यहाँ आते ही क्यों ।

  • @amitsrivastava4234
    @amitsrivastava4234 3 года назад

    Hahaha bahut sundar Uttar hai...shristi, palan pralay tirodhan aur anugrah karna ye meri maya ka swabhav hai aur ye sabhi kritya anandmay hai isliye mai hi bhakt aur mai hi bhagvan hu...sab anandit ho...sab khush rahe... hahaha...... Jai Shree SitaRam... Om namah shivaya