पौराणिक विद्वान् श्रीरामभद्राचार्य जी के अलीक अपकथन का खुलासा करती हुईं आ.डाॅ.सूर्या चतुर्वेदा जी।

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  • Опубликовано: 9 сен 2024

Комментарии • 55

  • @user-eu4xx2fq2y
    @user-eu4xx2fq2y Месяц назад +1

    Namasteji swamiji dhanyabad om

  • @ramkumardhatterwal6618
    @ramkumardhatterwal6618 Месяц назад

    आदरणीय बहन जी, पांचवा वेद सत्यार्थ प्रकाश है।

  • @Devendra-h8z
    @Devendra-h8z Месяц назад +7

    सादर प्रणाम गुरूजी🙏🙏बहुत अच्छा उत्तर दिया गुरूजी आपने👏👏 रामभद्राचार्य जी को। मैं सोच ही रही थी कि स्वामी दयानन्द जी को बिना पढ़े और समझे कोई कुछ भी कैसे कह सकता है ? इन लोगों के लिए सही कहा आपने मुखं अस्यास्तीति वक्तव्यम्।अरे इन्होंने सत्यार्थप्रकाश के तृतीय समुल्लास को अच्छे से पढ़ लिया होता तो आज ये युग प्रवर्तक स्वामी महर्षि दयानन्द जी के बारे में अनर्गल, मिथ्या बातें कहने का कभी भी दुस्साहस नहीं करते। गत वर्ष भी गुरूजी आपने राघवाचार्य जी को उल्टे मुंह लौटाया था और इस बार पुनः रामभद्राचार्य जी भी उसी पंक्ति में खड़े हैं। रामभद्राचार्य जी ! स्वामी दयानन्द जी को समझने के लिए आपको करोड़ों जन्म लेने पडे़ वो भी कम होंगे अत: आप अपनी ही इस भूल को सुधारो😡महर्षि दयानन्द जी जैसा इस जग में न कोई था और ना ही कोई होगा। महर्षि दयानन्द जी की जय हो, आर्यसमाज अमर रहे, गुरुकुल प्रणाली जिन्दाबाद🙏👏

    • @ggau2005
      @ggau2005 Месяц назад +1

      British ka Naukar tha..ved vyaas se upar hi kya wo.Sanatan main foot dalne ka kaam Arya samaaj karta hi .

  • @jayapatel4426
    @jayapatel4426 Месяц назад +4

    माननीया डो. सूर्यादेवीजी आपने आर्य नारी जगत का प्रतिनिधित्व किया है, आप साहसिकता, निर्भिकता से विद्वतापूर्ण वक्तव्य दिया है मै आपको वन्दन करती हूँ
    ( मुम्बई से जया पटेल)

  • @vidushi_sadhvi_pragya
    @vidushi_sadhvi_pragya Месяц назад

    आचार्य जी ,सादर नमन। बहुत उत्तम।

  • @shardaverma1526
    @shardaverma1526 6 дней назад

    Aacharya g namesta

  • @binodinipanda7893
    @binodinipanda7893 Месяц назад +1

    सादर नमस्ते आदरणीया आचार्या जी । आपके अत्यंत ओजस्वी, प्रभावशाली, तर्कपूर्ण वाणी के लिए शत-शत नमन और आभार । महर्षि दयानंद के अनुयाई परम विदुषी ही ऐसा शास्त्राधारित खण्डन कर सकते है । पुनः पुनः नमन्

  • @user-hk2sw2nl2q
    @user-hk2sw2nl2q Месяц назад +1

    अत्युत्तमं, सर्वश्रेष्ठतममोत्तरं,इदं पूर्णरूपेण पूज्यगुरुवर्य: एव कर्तुं शक्नुवन्ति,सप्रामाणिकं,स्पष्टतमं च।

  • @raniebiharie950
    @raniebiharie950 Месяц назад +2

    नमस्ते विदुषी बहन आचार्या श्री, आपने विज्ञान के आधार पर अति उत्तम उत्तर दिए। भुरिशह धन्यवाद। यह रामभद्राचार्य जी अंधों और मूर्खों में काना राजा है इसलिए यह पौराणिक सत्य से अनभिज्ञ हैं और मूर्खों का समूह बनाकर सबको अविद्यांधकार में धकेल कर अपने स्वयं के जीवन और औरों के जीवन को नरक की और ले जा रहे हैं। इसलिए इन दुष्टों से सावधान! हे रामभद्राचार्य! आपको और आपके चेलों को वेदों वाले महर्षि दयानंद सरस्वती के शरणागत अति शीघ्र आना चाहिए और अपने जीवन को सफल बना मोक्ष को प्राप्त कीजिए, यह सत्य मार्ग दर्शन केवल मात्र महर्षि दयानंद और आर्य समाज ही दिखा सकता है!!! चूँकि यही दो अर्थात महर्षि और आर्य समाज ही वेदों के यथार्थ स्वरूप को प्रकाशित करता, मानता, जानता और धारणादि करता है।

    • @ggau2005
      @ggau2005 Месяц назад

      Britishers ke chashese chmcha giri karta tha.tabhi tao DAV schools ko British se jameene muli.desh virodhiyon ko.

    • @rameshverma4461
      @rameshverma4461 Месяц назад

      @raniebiharie950 हे आर्य नमाज़ी दयानंद न तो ऋषि था और न ही महर्षि वो तो एक तर्कशास्त्री था जो अपने उल जलूल तर्कों से अपने मत को स्थापित करना चाहता था जो वो नहीं कर सका हाँ अपने अनुयायियों को नरक जाने का रास्ता जरूर दिखा दिया और जिसको तुम लोग वेद कह लोगों को मूर्ख बना रहे हो वो वेद नहीं हम हिंदुओ का चतुर्वेद है और वो कोई ईश्वरीय ज्ञान नहीं है बल्कि हमारे ऋषियों के द्वारा अपने इष्ट की स्तुति और महिमा का बखान करने के लिए रचे गए ऋचाओं का संग्रह मात्र जिसे एक कश्मीरी पंडित के द्वारा संकलित किया गया था |

  • @SudeshnaKumari-tk1tf
    @SudeshnaKumari-tk1tf Месяц назад

    Namaste acharya ji
    Excellent, very nice answer
    Arya samaj amar rahe.

    • @parbhakarprasad153
      @parbhakarprasad153 Месяц назад

      Prof Agravaalji is admitted because this is the fact

    • @parbhakarprasad153
      @parbhakarprasad153 Месяц назад

      pl.U also admit 100008 Shree JagadGuruji Raamabhadraachaaryajis good advise

    • @parbhakarprasad153
      @parbhakarprasad153 Месяц назад

      *सर्वं वेदात् प्रसिद्ध्यति * इति मनुमहर्षेराज्ञाया: का गति:?

    • @parbhakarprasad153
      @parbhakarprasad153 Месяц назад

      वेदे रामायणे चैव मीमाम्साशास्त्रसागरै। पुराणे भारते चैव राम: सर्वत्र गीयते ।।

  • @user-kh5lj2eb7u
    @user-kh5lj2eb7u Месяц назад +1

    पुरजोर विरोध विखंडन होना चाहिए ।दयानंद कीसेना इस अभद्र प्रलाप का सशक्त जवाब देगी ।

  • @ishmuneom572
    @ishmuneom572 Месяц назад +1

    Om Ji Om

  • @vedruchiacharya8655
    @vedruchiacharya8655 Месяц назад

    ।। ओ3म् ।।

  • @shashimalhotra9672
    @shashimalhotra9672 Месяц назад +1

    Om arya samaji amer rahe

  • @SudhirKumar-qq4wg
    @SudhirKumar-qq4wg Месяц назад

    Maharshi Dayanand ki Jay
    Yah aankh ke andhe nahin hai yah atmik roop se bhi andhe Hain

  • @YaGya_Arya
    @YaGya_Arya Месяц назад

    पूज्या आचार्या जी आपको सदर प्रणाम 🙏🙏,
    श्रीमान् डॉ० महावीर अग्रवाल जी ने पत्र भेजकर श्री रामभद्राचार्य जी से स्पष्टीकरण देने, या अपने शिष्यों के द्वारा सत्यार्थ प्रकाश आदि ग्रंथों का अन्वेषण करके बताये कि कहाँ स्वामी जी ने ऐसा कहा है।

  • @ggau2005
    @ggau2005 Месяц назад

    Jai Sri Ram..

  • @dr.anupamadogra8197
    @dr.anupamadogra8197 29 дней назад

    पौराणिक कब से विद्वान हो गये पूज्या आचार्या जी

  • @parbhakarprasad153
    @parbhakarprasad153 Месяц назад

    नरकं रौरवं यायाद्रामभद्रस्य निन्दका:

  • @umashankararya-fd5fc
    @umashankararya-fd5fc Месяц назад

    आचार्या जी नमस्ते जी धन्यवाद

  • @jaibhagwan8497
    @jaibhagwan8497 Месяц назад

    ❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉omomomom rambhadracharya aur Sher ki galti Marne se

  • @bachansingh5683
    @bachansingh5683 Месяц назад +2

    विद्वान केवल वेदों के ज्ञाता ही हो सकते हैं।

    • @rameshverma4461
      @rameshverma4461 Месяц назад

      @bachansingh5683 हे आर्य नमाज़ी जिसको तुम लोग वेद कह लोगों को मूर्ख बना रहे हो वो वेद नहीं हम हिंदुओ का चतुर्वेद है और वो कोई ईश्वरीय ज्ञान नहीं है बल्कि हमारे ऋषियों के द्वारा अपने इष्ट की स्तुति और महिमा का बखान करने के लिए रचे गए ऋचाओं का संग्रह मात्र जिसे एक कश्मीरी पंडित के द्वारा संकलित किया गया था |

  • @munnalal-ui6lb
    @munnalal-ui6lb Месяц назад

    सतलोक की जरूरत नहीं है स्वर्ग की जरूरत नहीं है बैकुंठ की जरूरत नहीं है चार वेदों की जरूरत नहीं है गीता की जरूरत नहीं है नवधा की जरूरत नहीं है अष्टांग योग की जरूरत नहीं है निराकार साकार की जरूरत नहीं है।
    अब कलयुग बुद्ध शाखा में पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के आवेश अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक द्वारा जागृत बुद्धि से भागवत और कुरान के प्रमाण से एक पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद अल्लाह वाहेगुरु गॉड की पहचान कराई है इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है उसे ही जानो उसे ही मानो उसे ही ग्रहण करो उसकी जगह दूसरे को नहीं।🎉🎉🎉🎉🎉

  • @aryavikrampratap9914
    @aryavikrampratap9914 Месяц назад

    गुरु जी🎉🎉💝❣️

  • @munnalal-ui6lb
    @munnalal-ui6lb 29 дней назад

    स्वामी रामभद्राचार्य जी ने कुछ असत्य नहीं कहा। वास्तव में सत्यार्थ प्रकाश नास्तिक विचारों सेग्रसित है। एकादश समुल्लास भागवतसमीक्षा लाल जिलत सत्यार्थ प्रकाश।
    सतयुग आदिसे आज तक दुनिया निराकार साकार को ही परमात्मा मान कर पुजती आ रही है। किसी को भी पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद की पहचाननहीं हुई। जबकि यजुर्वेद का मंत्र स्पष्ट वर्णन कर रहा है। यजुर्वेदका मंत्र संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है। फिर भी किसी की समझ में नहींआया ऐसी है माया है।
    अब कलयुग बुद्ध शाखा में पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के आवेश अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक द्वारा जागृत बुद्धि से भागवत और कुरान के प्रमाण से एक पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद अल्लाह वाहेगुरु गॉड की पहचान कराई है इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है उसे ही ग्रहण करो उसकी जगह दूसरे को नहीं।🎉🎉

  • @krishnakumarmaurya1908
    @krishnakumarmaurya1908 Месяц назад

    👌🙏🙏🙏

  • @parbhakarprasad153
    @parbhakarprasad153 Месяц назад

    कृपया 1000000008श्री जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी के आदेश मानकर पोप एवं मौलवी प्रचोदित इस आर्य समाज को बन्ध कर के सनातन वैदिक मत मे ही वर्णाश्रम विरोध न करते हुए समावेश कर देन चाहिए

  • @leelawatiarya8166
    @leelawatiarya8166 Месяц назад

    Excellent Bahut accha uttar diya aapne kotish Prnam. Mahrishi Dayanand ke virudh Bolney walo ko Muh todkr jabab dena jaruri nhi toh asty havi ho jata h.

    • @ggau2005
      @ggau2005 Месяц назад

      Gharbhedi,Britishers ke stooge thye(Dyand) divide & rule ko support karte thye.Aaj Arya samaaji kya alg karte hi.

    • @pradipsingh9828
      @pradipsingh9828 Месяц назад

      ​@@ggau2005तुम क्या करते हो, अपना देखो। इतना ही घमंड है अपने ज्ञानी गुरु पर तो बुला दे उन्हें शास्त्रार्थ के लिए

    • @rameshverma4461
      @rameshverma4461 Месяц назад

      @@pradipsingh9828 हे आर्य नमाज़ी इतना घमंड किस बात का श्रद्धानंद याद है न अपने अहंकार में वो सबको शास्त्रार्थ का चुनौती देता रहता था एक झटके में एक ग़ाज़ी उसका अहँकार चूर चूर कर दिया था

  • @munnalal-ui6lb
    @munnalal-ui6lb Месяц назад

    स्वामी रामभद्राचार्य जी बिल्कुल सत्य कह रहे हैं अध्ययन करके कह रहे हैं क्योंकि मैं भी सत्यार्थ प्रकाश को पढ़ा है वास्तव में उसमें लिखा है कि रामायण महाभारत पुराण ब्रज लीलारासलीला इन्हें काल्पनिक बताया है। तभी से मैं आर्य समाज को छोड़ दिया था।
    अगर यह बात सत्य है तो आपको भी आर्य समाज छोड़ना पड़ेगा।🎉🎉🎉🎉🎉

    • @Devendra-h8z
      @Devendra-h8z Месяц назад

      आपको ठीक से दुबारा पढ़ने की जरूरत है तृतीय समुल्लास को, आपने कुछ ओर पढ़ा है फिर😂रामभद्राचार्य जी ने हार स्वीकार कर ली है वीडियो प्राइवेट करके धन्यवाद जय महर्षि दयानन्द की, आर्यसमाज की जय ❤

    • @Devendra-h8z
      @Devendra-h8z Месяц назад

      सत्य नहीं है ये बात आप आर्यसमाज में वापस लोट आओगे क्या?

    • @munnalal-ui6lb
      @munnalal-ui6lb Месяц назад

      @@Devendra-h8z एकादश समुल्लास भागवतसमीक्षा लाल जिलत सत्यार्थ प्रकाश में 225 और 271 पृष्ठ पर देखें।

  • @SubhashChand-jk1ot
    @SubhashChand-jk1ot Месяц назад +1

    इस भद्राचार्य ने जरूर कोई पिछले जन्म में आंखो से दोष किया होगा जो इनसे परमात्मा ने छीन ली अब इसने जो वाणी का दोष किया है हो सकता है परमात्मा इनसे अगले जन्म में वाणी भी छीन ले । ये पौराणिक कथा कार गडंग बोलते रहते हैं अगर इसमें दम है तो आर्य समाज के साथ शास्त्रार्थ करे अन्यथा माफी मांगे ।

  • @munnalal-ui6lb
    @munnalal-ui6lb Месяц назад

    गीता और वेदों को पढ़कर परमात्मा प्राप्त नहीं होते। अगर वेदों को पढ़कर परमात्मा प्राप्त होते हैं तो सृष्टि के ब्रह्म को क्यों नहीं हुए। विष्णु और शंकर को क्यों नहीं हुए हैं।
    सतयुग आदि से जितने भी ऋषि महात्मा दुनिया में हुए गुरु किसी को भी पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानन्द अल्लाह वाहेगुरु गॉड का पता नहीं है। सब निराकार साकार में ही उलझे रहे।
    कलयुग बुद्धशाखा में पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के आवेश अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक द्वारा जागृत बुद्धि से अखंड परमधाम जाहिर हुआ है जिसका किसी को भी ज्ञान नहीं था। इसलिए कलयुग चारों युगों मेंश्रेष्ठ है।🎉🎉🎉🎉🎉🎉

  • @ramkumardhatterwal6618
    @ramkumardhatterwal6618 Месяц назад

    महर्षि दयानंद सरस्वती जी पर झूठे आक्षेप करने वालों की घोर निंदा करते हैं।

  • @user-ie5xh9lz3d
    @user-ie5xh9lz3d Месяц назад +1

    अधिकार आर्यसमाजी ऐसे ही लोगों से घिरे हुये हैं! स्वामी निश्चलानन्द, रामभद्राचार्य जैसे परस्पर धुर विरोधी धर्मगुरु स्वामी दयानंद सरस्वती पर झूठे आरोप लगाते हैं लेकिन आर्यसमाजी चुप? भ्रष्ट, चरित्रहीन, नाकारा, धर्मरहित पाश्चात्य की अंधभक्त व्यवस्था के समर्थक लोगों को क्या कहा जाये तथा उनको किस संगठन का माना जाये?

  • @karamchand4754
    @karamchand4754 Месяц назад

    आप ने मंत्र का उचित अर्थ प्रस्तुत किया है।ये मनघडंत करनेवाले सनातन धर्म का नाश करेंगे

  • @parbhakarprasad153
    @parbhakarprasad153 Месяц назад

    कृपया पोराणिक श्लोक ही आप बोले अन्यथा पाप लग जायेगा * न स्त्रीशूद्रौ वेदमधीयाताम्* लिखा है। रौरव नरक मे गिर जायेङ्गे* उस को सुनकर अन्य निर्दोषी पामर लोग भी नरक मे गिरेङ्गे

  • @rameshverma4461
    @rameshverma4461 Месяц назад +1

    सावधान ! अटक अटक कर बोलने वाले आपकी बुद्धि को अटका देंगे और इनको ज्यादा सुनने का दुष्परिणाम ये होगा की इनके श्रोताओ का बुद्धि भी फिर अटक अटक कर चलने लगेगा अर्थात हैंग होने लगेगा 😂😂

  • @jyotiswaroop9436
    @jyotiswaroop9436 Месяц назад

    Ramabhadracharya knows nothing about Maharshi Dayanand saraswati.

    • @rameshverma4461
      @rameshverma4461 Месяц назад +1

      @jyotiswaroop9436 Dayanand is not even worth knowing

  • @shiyarana9130
    @shiyarana9130 Месяц назад

    Rambhadacharya ko vedo ko jaankar ni h