Epi. 8 मतिज्ञान के 336 भेद । Matigyan k 336 Bhed I पृच्छनास्वाध्याय । Ankit rahatgarh I तत्त्वार्थ
HTML-код
- Опубликовано: 16 сен 2024
- मतिज्ञान के 336 भेद । Matigyan k 336 Bhed #ज्ञान #पृच्छनास्वाध्याय #ankitrahatgarh #तत्त्वार्थसूत्र #मतिज्ञान
#मतिज्ञान
#ankitrahatgarh
मतिज्ञान के 336 भेद #ज्ञान #पृच्छनास्वाध्याय #ankitrahatgarh #तत्त्वार्थसूत्र #मतिज्ञान
Bahot badhiya
बहुत अच्छा समझाया धन्यवाद भैय्याजी 🙏
Best of all
जय जिनेन्द्र भइया जी अरूणा जैन गैरतगंज बहुत अच्छी तरह से समझाया
भैयाजी जय जिनेन्द्र समझ मे आ गया व्यंजन अवग्रह के बारे में धन्यवाद भैयाजी
धन्यवाद भैयाजी
Bahut Acha bhaiya ji
preeti jain udaipur
Jai jinendre bhaiyaji
Renu jain
Jaipur
Ujjwala Pradeep Jain jalgaon video dekha bahot accha ese samajh gaya
Mati gyan ke 36 bhed hai
भइया जी जै jinender प्रणम्यसागर महाराजजी ने तत्वार्थसूत्र की वाचना करते हुए कहाथा कि शास्त्र कि रचना आचार्यों द्वारा की जाती हैं गन्धर द्वारा नहीं हो ती
हाँ ठीक है,गणधर नही लिखते है आचार्य ही लिखते है