मूर्खों के लक्षण ॥ Identification of the foolish person.

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  • Опубликовано: 8 сен 2024
  • मूर्खों के लक्षण ॥ Identifying a foolish person
    हमने इस वीडियो में मूर्ख के 20 लक्षणों को आप लोगों के सामने रखने का प्रयास किया है,
    हमारा उद्देश्य किसी का अपमान करना नहीं है
    हमारा उद्देश्य है कि हमारे अंदर अगर इनमें से कोई एक भी मूर्खता का लक्षण है,
    तो उसे दूर करें
    और हम योग्य और समझदार बने।
    और अगर किसी व्यक्ति में ही सभी गुण विद्यमान हैं तो उससे हम सावधान रहें
    यह मूर्खों के जो 20 लक्षण हमने यहां पर प्रस्तुत किए हैं यह अलग-अलग शास्त्रों से संकलित हैं।
    जिस प्रकार महात्मा विदुर जी ने भी मूर्त के 10 लक्षणों का जिक्र विदुर नीति में किया है
    विदुर अथार्त कुशल, बुद्धिमान अथवा मनीषी हिंदु ग्रंथ महाभारत के मुख्य पात्रों में से एक हैं।
    “महाभारत” की कथा के महत्वपूर्ण पात्र विदुर को कौरव-वंश की गाथा में विशेष स्थान प्राप्त है। विदुर हस्तिनापुर राज्‍य के शीर्ष स्‍तंभों में से एक अत्‍यंत नीतिपूर्ण, न्‍यायोचित सलाह देने वाले माने गए है।
    विदुर हस्तिनापुर के प्रधानमंत्री, कौरव और पांडवों के काका और धृतराष्ट्र एवम पांडू के भाई थे। उनका जन्म एक दासी के गर्भ से हुआ था। विदुर को धर्मराज का अवतार भी माना जाता है। महात्मा विदुर जी ने अपनी नीतियों में बहुत सी महत्वपूर्ण बातें बताई।
    आईए जानते है विदुर जी द्वारा बताए गए मुर्खों के 10 लक्ष्णों के बारे में
    1. बिना ज्ञान के ही घमंड में चूर रहने वाला, दरिद्र होकर भी बड़े-बड़े मंसूबे बांधने वाला और बिना परिश्रम के ही धनवान बनने की ईच्छा रखने वाला।
    2. जो अपना काम छोड़ कर दूसरों के कर्तव्य पालन में लगा रहता है तथा मित्रों के साथ गलत कार्यों में संलग्न रहता है।
    3. जो न चाहने वाली चीजों की इच्छा करता है, चाहने वाली चीजों से मुंह फेर लेता है और अपने से शक्तिशाली लोगों से दुश्मनी मोल ले लेता है।
    4. जो शत्रु को मित्र बनाता है, मित्र से ईर्ष्या करता है और सदैव बुरे कर्मों में लगा रहता है।
    5. जो अपने कार्यों के भेद खोल देता है, हर चीज में शक करता है। जिन कार्यों में कम समय लेना चाहिए उसमें अत्यधिक समय लगाता है।
    6. जो पितरों का श्राद्ध नही करता, न ही देवताओं की पूजा करता है और न ही अच्छे दोस्त बनाता है।
    7. जो बिन बुलाए ही किसी स्थान पर पहुंच जाता है, बिना पूछे ही बोलता है तथा अविश्वसनीय लोगों पर भी विश्वास करता है।
    8. जो स्वयं गलती करके आरोप दूसरों पर मढ़ देता है तथा असमर्थ होते हुए भी क्रोध करता है।
    9. जो अपनी ताकतों और क्षमताओं को न पहचानते हुए भी धर्म और लाभ के विपरीत जाकर न पा सकने वाली वस्तु की कामना करता है।
    10. जो किसी को आकरण ही दंड देता है और अज्ञानियों के प्रति श्रद्धा से भरा रहता है तथा कंजूसों का आश्रय लेता है।
    अब हम मूर्ख लोगों की कुछ आदतों के बारे में समझते हैं....
    सपने देखना : मूर्ख लोग हमेशा सपने देखते रहते है की ये काम ऐसा होगा और वे काम वैसा होगा, लेकिन ये कभी उस काम को नहीं कर पाते है, केवल सपनों में ही खोए रहते है ! इन्हें मेहनत करना कभी पसंद ही नहीं होता है और दूसरों की बातों पर भी ध्यान नहीं देते है !
    दुसरे की बुराई करना : हम में से कई लोग ऐसे होते है, जिनकी आदते हमेशा दूसरों की बुराई करना होता है ! जो लोग पीठ पीछे दूसरों की बुराई करते है, वैसे लोगों को भी मुर्ख की श्रेणी में रखा गया है !
    परीक्षा के नतीजे छुपाना : कुछ लोग ऐसे होते है जो हमेशा अपने परीक्षा के नतीजो को छुपाते है ताकि कोई उनकी बेज्जती न करे ! ऐसा वे लोग करते है जिनके अंक परीक्षा में कम होते है !
    झूठ बोलना : कुछ मुर्ख व्यक्ति ऐसे होते है जो बात-बात पर झूठ बोलते रहते है, जिसका नुकसान उन्ही को झेलना पड़ता है !
    समय बर्बाद करना : मुर्ख लोग हमेशा अपने समय को फालतू के कामों में बर्बाद करते है ! ऐसा करने से वे बाद में बहुत पछताते भी है !
    गालियाँ देना : कुछ लोगों की ऐसी आदते होती है की वे बात-बात में गालियों का प्रयोग करते है ! उनके मुंह से एक शब्द भी बिना गाली के नहीं निकलता है !
    मूर्ख लोगों की और भी आदते होती है, जिसका वर्णन अगर आप जानते है तो निचे कमेंट में लिखकर करें !
    मुर्ख व्यक्ति के अन्य लक्षण बहुत सारे है, जिनमें से कुछ इस प्रकार है :
    अपने माता-पिता से झगड़े करना
    बलवान लोगों से बैर करना
    अपने शरीर पर गर्व करना
    दरिद्र की स्थिति में रहकर बड़े-बड़े डींगे हाँकना
    जेब में हाथ डालकर अकड़ से बात करना
    बिना कारण हँसना
    जहाँ बहुत सारे लोग बैठे है वहां जाकर बैठना और बोलना
    सात्विक और सरल हृदय के व्यक्ति से छल करना
    जहाँ अपमान होगा वहां उसका लगाव होना
    बिना पूछे उपदेश देने लगना
    बिना सोचे समझे किसी को दंड देना
    घर में बहादुरी दिखाना और बाहर में बिल्ली बन कर रहना
    घमंड होना
    कर्त्तव्य का ज्ञान न होना
    बड़े लोगों के बातों का विरोध करना
    दूसरों के दुःख को देखकर हँसे
    महंत आनंद स्वामी
    कृष्ण मंदिर गीता धाम
    ‪@AnandDhara‬

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