जिसे आप ब्रह्मा कहा है, उसके स्थान पर " ब्रह्म " कहना चाहिए।एक उपनिषद ब्राह्मण है।जिस काल खण्ड मे उपनिषदों की रचना की जा रही थी वह बौद्धकाल थी।उस समय "बमण "प्रचलित थी, न कि ब्राह्मण।ब्राह्मण शब्द सम्भवत:9वीं या 10 सदी में बमण को ब्राह्मण कर दिया गया हो।
Nice class 👍👌 Thanks Sir Ji ☺️🙏
सत सत नमन गुरूमाहाराज जी कोटी कोटी प्रणाम तथा धन्यवाद !!!
Usefull
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे |
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ||
Bahut acchi jaankari di h aapne ❤❤❤❤
नाद बिंदु उपनिषद तीन बार आया है,अक्षी उपनिषद दो बार आया है एवं तेजो बिंदु उपनिषद भी दो बार आया है। चार उपनिषद और कौन है?
छान माहितीपूर्ण
आज अशा प्रकारच्या ज्ञानाची आवश्यकता आहे
Very true... Good explain
So highly valued, So nicely explained, So concerned with the True Spirituality ,it is !!!!
Thanks for such beautiful produce for Spiritual Seekers !!!
बहुत सुंदर
Bahut sundar
Very nice. Congratulations
Thank you very much!
धन्यवाद माऊली.
Ati sundar
Auyoom om
Aaye aaye ooooooom
Very good
Thanks
Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram
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❤❤❤❤
Bhai music bahut pasnd he kis gane ki he ye music please batao
Shudh upnishad kaha milega
Vedo ki rachna kb hue
मुशलमान काल में
जिसे आप ब्रह्मा कहा है, उसके स्थान पर " ब्रह्म " कहना चाहिए।एक उपनिषद ब्राह्मण है।जिस काल खण्ड मे उपनिषदों की रचना की जा रही थी वह बौद्धकाल थी।उस समय "बमण "प्रचलित थी, न कि ब्राह्मण।ब्राह्मण शब्द सम्भवत:9वीं या 10 सदी में बमण को ब्राह्मण कर दिया गया हो।
तुम्हारी AI की आवाज़ ही इतनी gathiya लगती है सुनने का मन नही होता।सच में
Bhaiya apka koi contact email id h kya? Agr h to pls send karo kush jaruri bat apse kehni h.