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🌺🙏 गुरु शरणम् हरि शरणम् 🙏🌺🌷🙏
नमो संस्कृताय 🙏🚩❣️
Jai sri guru dev ji aapko koti koti naman
बहुत सुंदर कथा आनंद रस वर्षा 🙌🙌 प्रणाम सुंदर सुहृदं जी 🙏🌹🌹🌹 धन्यवाद
जय हो 🙏 मां सिद्धिदात्री
🚩🙏 जय श्री गुरु देव भगवान जी 🙏🌷 श्री चरणों में कोटी कोटी प्रणाम जी ❣️👣🪷🌷🚩🪔🌺🙏🌺👏🌺👏🌺🙏🙏🙇
🚩🌷🙏 जय ❣️ सियाराम जी ❣️🌷🙏 दासी आपके श्री चरणों 👣 🪷🌷🌷🚩 के पागल 🙏🙏
जय श्री सीताराम🙏🙏
प्रणाम 😊👣🙏🌹🌹🌹🌹जय सियाराम हनुमान 🌺🌺🌺🚩
JAI SHREE RAM
जय श्रीमन्नारायन 🙏🙏 आचार्य श्री के श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏
जय श्री मन्नारायण👏
श्री सीता रामचंद्र भगवान की जय हो
शुभ रात्रि 🙏🌹🌹🌹 राधे राधे राधेश्याम 💞 जय सियाराम 🌺🥀
यादि आप को कमेंट करना पसंद नहीं तो टाइप किजिए ऐ संभव तो नहीं की कथा सुन कर कोई कमेंट न करें स्वामी जी 🙏 लेकिन प्रयास आवश्यक कर सकते हैं
लेकिन जब स्वामी जी स्वयं कहे तब, प्रणाम
जय श्री मन्नारायण 🙏🌺
Guru Jee koti koti pranam
छलिया तो है हि ना न जाने कब क्या कर देते हैं न जाने ऐ कैसी विडंबना है इस जीवन कि....
राघव को मैं न दूंगी मुनिनाथ मरते मरते जल के बिना कदाचित मछली शरीर धारे पर मैं न जी सकूंगी बिना इन्हें निहारें…...राघव मैं न दूंगी मुनिनाथ मरते मरते....
मुझे इन राम को दिला दो राम जी 🙏🌹🌹
🌺🙏 गुरु शरणम् हरि शरणम् 🙏🌺🌷🙏
नमो संस्कृताय 🙏🚩❣️
Jai sri guru dev ji aapko koti koti naman
बहुत सुंदर कथा आनंद रस वर्षा 🙌🙌 प्रणाम सुंदर सुहृदं जी 🙏🌹🌹🌹 धन्यवाद
जय हो 🙏 मां सिद्धिदात्री
🚩🙏 जय श्री गुरु देव भगवान जी 🙏🌷 श्री चरणों में कोटी कोटी प्रणाम जी ❣️👣🪷🌷🚩🪔🌺🙏🌺👏🌺👏🌺🙏🙏🙇
🚩🌷🙏 जय ❣️ सियाराम जी ❣️🌷🙏 दासी आपके श्री चरणों 👣 🪷🌷🌷🚩 के पागल 🙏🙏
जय श्री सीताराम🙏🙏
प्रणाम 😊👣🙏🌹🌹🌹🌹जय सियाराम हनुमान 🌺🌺🌺🚩
JAI SHREE RAM
जय श्रीमन्नारायन 🙏🙏 आचार्य श्री के श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏
जय श्री मन्नारायण👏
श्री सीता रामचंद्र भगवान की जय हो
जय श्री मन्नारायण👏
शुभ रात्रि 🙏🌹🌹🌹 राधे राधे राधेश्याम 💞 जय सियाराम 🌺🥀
जय श्री मन्नारायण👏
यादि आप को कमेंट करना पसंद नहीं तो टाइप किजिए ऐ संभव तो नहीं की कथा सुन कर कोई कमेंट न करें स्वामी जी 🙏 लेकिन प्रयास आवश्यक कर सकते हैं
लेकिन जब स्वामी जी स्वयं कहे तब, प्रणाम
जय श्री मन्नारायण 🙏🌺
Guru Jee koti koti pranam
जय श्री मन्नारायण👏
छलिया तो है हि ना
न जाने कब क्या कर देते हैं न जाने ऐ कैसी विडंबना है इस जीवन कि....
राघव को मैं न दूंगी मुनिनाथ मरते मरते
जल के बिना कदाचित मछली शरीर धारे पर मैं न जी सकूंगी बिना इन्हें निहारें…...राघव मैं न दूंगी मुनिनाथ मरते मरते....
मुझे इन राम को दिला दो राम जी 🙏🌹🌹