मेने आपसे पूछा था की जब लंगेश ही सठेस हो और वो द्वादश भाव में बैठा हो और वो शुक्र हो तो वैभव योग होगा और भागेश और दसमेश शनि नीच है पर सूर्य से अस्त है तो उनका अशुभ फल काम हो गया 🙏🙏 आपकी इस वीडियो से मुझे समझ आ हु पर ग्रहों को दृष्टि को केसे देखेगे त्रिक भाव में
बारहवे भाव मे अगर शुक्र वृश्चिक राशी मे बाल अवस्था मे हो तो ऊसका फल क्या होता है?कामवासना बहुत प्रबल होने पर बच्चा आसानी से हो सकता है या फिर भी देर होगी बताईए?
जय श्री कृष्ण महोदय
जय श्री कृष्ण
गुरु जी नमस्कार, आप को कोटि कोटि प्रणाम
धन्यवाद
सूखी रहो
The best explanation I ever heard
🙏🏼🙏🏼💐💐
धन्यवाद
सूखी रहो
आपके सभी विडियो काफी ज्ञानवर्धक होते हैं
धन्यवाद
बहुत ही सुन्दर गुरु देव
धन्यवाद
सदा सुखी रहो
Thanks sir
धन्यवाद
सुखी रहो
v good information vidao thanku sir
धन्यवाद
सदा सुखी रहो
Thank you so much Sir 🙏
धन्यवाद
Thanks🙏
धन्यवाद
सदा सुखी रहो
Very nice and deep analysis 👌👌👌🙏👍
धन्यवाद
सदा सुखी रहो
Superb sir
ruby Dutta
Thank you very much... ruby dattaji...
ruby Dutta
मेने आपसे पूछा था की जब लंगेश ही सठेस हो और वो द्वादश भाव में बैठा हो और वो शुक्र हो तो वैभव योग होगा
और भागेश और दसमेश शनि नीच है पर सूर्य से अस्त है तो उनका अशुभ फल काम हो गया 🙏🙏 आपकी इस वीडियो से मुझे समझ आ हु पर ग्रहों को दृष्टि को केसे देखेगे त्रिक भाव में
बारहवे भाव मे अगर शुक्र वृश्चिक राशी मे बाल अवस्था मे हो तो ऊसका फल क्या होता है?कामवासना बहुत प्रबल होने पर बच्चा आसानी से हो सकता है या फिर भी देर होगी बताईए?