गोंडी पूजा विधान

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  • Опубликовано: 10 фев 2025
  • गोंडी पूजा विधान प्रकृति सम्मत तथा पर्यावर्णीय प्रदूष्ण, ध्वनि प्रदूषण से रहित है. इस पूजा विधान में पृथ्वी, जल, नभ, वायु, आकाश अर्थात प्रकृति के पांच तत्व पांच तत्वों के नाम से पांच कलश जलाए जाते हैं. मुख्य कलश मध्य में तथा शेष ४ कलश चारो दिशाओं में जलाए जाते हैं. कलश जलाते समय प्रकृति के इन्ही पांच तत्वों का सुमिरन, अपने पुरखों का सुमिरन किया जाता है. हल्दी लगा चांवल, कोयाफूल, नारियल, बंदन चढ़ाया जाता है तथा राल की धुप दी जाती है. गोंडी पूजा विधान में हवन नहीं जलाया जाता.

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