कोई आपका अपमान करे, और दिल पर ठेस लगे || आचार्य प्रशांत (2020)
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- Опубликовано: 14 окт 2024
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वीडियो जानकारी:
03 अगस्त 2020, खुला सत्र, ग्रेटर नॉएडा, उत्तर पदेश
प्रसंग:
~ मन अपमानित क्यों महसूस करता है?
~ अपमान को गहराई से कैसे समझें?
~ दिल पर ठेस क्यों लगती है?
~ मन को साफ़ कैसे रखें?
~ दिल पर ठेस लगे तो क्या करें?
संगीत: मिलिंद दाते
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Good guidance thanks sir
Naman sir ❤❤
आचार्य जी कोटि कोटि नमन 🙏🏼
AP♥️🙏
Thank you sir 🙌
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लाभ-हानि, जय-पराजय, सिद्धि-असिद्धि, सफ़लता-असफ़लता, मान-अपमान, सुख-दुःख, सर्दी-गर्मी को ज्यादे भाव न दो, वो करो जो सही कर्म है।।
अगर तुम अपनी जिंदगी को उस स्तर पर नहीं जी रही जिस स्तर पर तुम जीने की अधिकारी हों,जिस स्तर पर जीने के लिए तुम्हारी ऊंचे से ऊंचे सम्भावना है, तो अपने आप में ही अपमान है, कोई आकर कहे या न कहें,
Excellent 👌
🎉🎉🎉
❤
Bahut sare prashnon ke jawab mil gaye 🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
Har sawaal ka adbhut jawab kewal aacharya jee ke pass hai .❤❤❤❤
Sir u are god in my lfe...plzz do your work always...😮
7:23
कोई न कोई भीतर जगह होती है कमजोर, जहां बाहर वाला कोई चोट कर जाता है,
निंदक नियरे राखिए आंगन कुटी छबाय
आशा करै बैकुण्ठ की, दुरमति तीनों काल।
शुक्र कही बलि ना करीं, ताते गयो पताल॥
~ संत कबीर साहेब जी ❤❤
First comment 😊
❤ good
❤❤