बौब ब्लास्ट होने से कृष्णा गंभीर रूप से जख्मी होकर अपनी याददाश्त खोकर पाकिस्तान पहुंच जाएगी लेकिन कृष्णा के परिवार वालों को लगेगा कि कृष्णा की मौत हो गई है तो कृष्णा इतनी जल्दी अभी ही परिवार वालों को पता चल चल पाएगा कि कृष्णा जिंदा है लेकिन अब गौरी को अपनी गलतियों का एहसास हो जाएगा कि गौरी ने अपनी बहन कृष्णा उसकी बेटी गोपिका के साथ बहुत गलत कर चुकी हैं कि गौरी अपनी बहन कृष्णा से नाराज़ थी कि कृष्णा ने गौरी से उसका प्यार जीत और बेटे शिव को छिन रही थी लेकिन अब कृष्णा ही जा चुकी है तो गौरी ही अपने गर्भ से जन्मे बच्चे शिव के साथ-साथ गोपिका को मां का प्यार देने लगेगी कि गोपिका को गौरी के रूप में दूसरी मां मिल जाएगी और ऐसा ही होगा कि इस बार गौरी जीत की शादी कर दी जाएगी और गौरी को जीत अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कर लेगा और गौरी बिल्कुल सुधरकर बहुत अच्छी बन जाएंगी और जब गौरी जीत के बच्चे की मां बनने वाली रहेंगी तो परिवार वालों को पता चल जाएगा कि कृष्ण जिंदा है लेकिन पाकिस्तान पहुंच गई है कि जब कृष्णा को जीत पाकिस्तान से वापस लाने जाएगा और जीत कृष्णा का दुबारा मिलन हो जाएगा और गौरी को जीत के घर से जाना पड़ेगा लेकिन जीत के बच्चे की गौरी मां बनने वाली रहेंगी कि गौरी के गर्भ में पल रहा बच्चा गौरी को अकेलापन महसूस नहीं होने देगा और अब गौरी अपनी हमशक्ल बेटी को जन्म देगी लेकिन गौरी अपनी बेटी की परवरिश जिस तरीके से करेंगी कि गौरी की बेटी भले अपनी मां गौरी की हमशक्ल लेकिन अपनी मौसी कृष्णा जैसे नेकदिल बहुत अच्छी लड़की बनेगी
बौब ब्लास्ट होने से कृष्णा गंभीर रूप से जख्मी होकर अपनी याददाश्त खोकर पाकिस्तान पहुंच जाएगी लेकिन कृष्णा के परिवार वालों को लगेगा कि कृष्णा की मौत हो गई है तो कृष्णा इतनी जल्दी अभी ही परिवार वालों को पता चल चल पाएगा कि कृष्णा जिंदा है लेकिन अब गौरी को अपनी गलतियों का एहसास हो जाएगा कि गौरी ने अपनी बहन कृष्णा उसकी बेटी गोपिका के साथ बहुत गलत कर चुकी हैं कि गौरी अपनी बहन कृष्णा से नाराज़ थी कि कृष्णा ने गौरी से उसका प्यार जीत और बेटे शिव को छिन रही थी लेकिन अब कृष्णा ही जा चुकी है तो गौरी ही अपने गर्भ से जन्मे बच्चे शिव के साथ-साथ गोपिका को मां का प्यार देने लगेगी कि गोपिका को गौरी के रूप में दूसरी मां मिल जाएगी और ऐसा ही होगा कि इस बार गौरी जीत की शादी कर दी जाएगी और गौरी को जीत अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कर लेगा और गौरी बिल्कुल सुधरकर बहुत अच्छी बन जाएंगी और जब गौरी जीत के बच्चे की मां बनने वाली रहेंगी तो परिवार वालों को पता चल जाएगा कि कृष्ण जिंदा है लेकिन पाकिस्तान पहुंच गई है कि जब कृष्णा को जीत पाकिस्तान से वापस लाने जाएगा और जीत कृष्णा का दुबारा मिलन हो जाएगा और गौरी को जीत के घर से जाना पड़ेगा लेकिन जीत के बच्चे की गौरी मां बनने वाली रहेंगी कि गौरी के गर्भ में पल रहा बच्चा गौरी को अकेलापन महसूस नहीं होने देगा और अब गौरी अपनी हमशक्ल बेटी को जन्म देगी लेकिन गौरी अपनी बेटी की परवरिश जिस तरीके से करेंगी कि गौरी की बेटी भले अपनी मां गौरी की हमशक्ल लेकिन अपनी मौसी कृष्णा जैसे नेकदिल बहुत अच्छी लड़की बनेगी