क्या आप खमा घणी का मतलब जानते हैं ? Do you know the meaning of Khama Ghani
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- Опубликовано: 15 сен 2024
- खमा घणी, खम्मा घणी आदि शब्द राजस्थान की राजपूत संस्कृति में अभिवादन के लिए प्रयोग किये जाते हैं पर बहुत कम लोग इसका अर्थ जानते हैं |
खमा घणी शब्द मूल रूप से क्या था, इसका मतलब क्या है, कौन लोग इसका कहाँ प्रयोग करते थे, इस पर जोधपुर के इतिहासकार जहूर खान साहब ने अपनी एक पुस्तक "अर्जुन आळी आंख" में जानकारी दी है उसी जानकारी के आधार पर हमने इस वीडियो में जानकारी आप तक पहुंचाई है |
what is khama ghani, khamma ghani
जानकारी के लिए धन्यवाद
हमारे हिसाब से सीधा अर्थ खम्मा घणी सा यानी हमारे दिल में, या हमारे यहां आपका खूब स्वागत, अभिनंदन, आदर है सा। जवाब गनी गनी खम्मा सा यानी बहुत बहुत अभिवादन आपका भी। हम तो यही जानके चला रहे बाकी कुछ भी हो
खम्मा घणी बोलना हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं है आपके समझाने के हिसाब से तो ऐसा ही लगता है
हाँ ! यह सिर्फ एक राजकीय शब्द था, अभिवादन के लिए ईष्ट देव का नाम लिया जाता है
❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏👍इतनी घणी प्यारी जानकारी कै लिए आपको खमां घणी ❤❤
क्षमा से खम्मा शब्द निकला हे
तू जिस भाषा का रोना रो रहा हे वो फारसी भाषा हे खैर और खैरियत खैरात
خیرت खैरियत =तुम्हारी दयालुता
खम्मा क्षमा एक ही शब्द हैं घणी यानि बहुत
फिर हुकम शब्द को क्यों छोड़ दिया ? हुकम का अर्थ ये आदेश करो आदेश का अर्थ order होता हे जिसे मानना अनिवार्य होता हे जैसे कोर्ट का आदेश
क्षमा करना मेरे मालिक आदेश दो आपकी आज्ञा की दरक़ार हे
Bahut bahut dhanyvad
जहूर खां जी ने जो व्याख्या की है "खम्मा घणी"की वो गले नहीं उतर रही है।
Excellent speech with full explanations about the etymological origin of this historical word. We appreciate the video giving valuable knowledge about language.
खम्मा घणी शब्द का अर्थ है कई बार अभिवादन करना मैं आपका बार बार अभिवादन करता हूं या करती हूं यही इसका सही अर्थ है एक भजन में भी यह शब्द बार बार आता है खम्मा खम्मा रामदेव जी के भजन में आता है कहां इस शब्द को मुगलों से जोड़ दिया और फिर मुगलों के अभिवादन का तरीका है तो हम क्यों काम में ले रहे हैं
क्षमा से खम्मा शब्द निकला हे
तू जिस भाषा का रोना रो रहा हे वो फारसी भाषा हे खैर और खैरियत खैरात
خیرت खैरियत =तुम्हारी दयालुता
खम्मा क्षमा एक ही शब्द हैं घणी यानि बहुत
फिर हुकम शब्द को क्यों छोड़ दिया ? हुकम का अर्थ ये आदेश करो आदेश का अर्थ order होता हे जिसे मानना अनिवार्य होता हे जैसे कोर्ट का आदेश
क्षमा करना मेरे मालिक आदेश दो आपकी आज्ञा की दरक़ार हे
Khamma gani ka name he jo baba ramdavji ranuja Raja ko hi Pranam bola jata he Jay baba ri sa
Muglon
Se..mat jodo ye marvadi rajputon ka hi abhivan hai....kripa karana iska sahi matalab
Aap ne🙏mere man ki baat bol di sa❤khma ghni sa👍🏼
आप बिल्कुल सही हे सर।बार बार झुक कर अभिवादन करना।
सरजी खंमा घणी का अर्थ आपने बहूत ही सरल भाषामे समजाया . धन्यवाद? मुझे एक प्रश्न हमेशा लगाहे के क्षत्रिय लोग अपने नामके आगे सा लगाते है जयसेके नागूसा, रामासा, महादेवसा, तो ये सा क्या है .आगला व्हिडिओ आप जरुर बनाये.
बिलकुल सही कहा आपने जानकारी अच्छी लगी🎉
राजपूत दरबार में कोई भी छोटा ओहदे दार आता था या काम करने वाला आता था तो सर झुका के महाराज से अनुमति मांगता था अपनी बात कहने की अनुमति मांगता था चरण भारत सेवा चाकरी करने वाले लोग इस्तेमाल करते थे खम्मा घणी शब्द का इसका अर्थ होता था कि हुजूर माफ करना गलतीहो जाए तो मैं अपनी बात अर्ज करने की अनुमति चाहता हूं
सही कहा आपने
6666666666
Aap jis kavi ki baat karate hai ....uske likhne par mat....boliye
Sidhi sadhi marvadi .....hai .....
Khamma ghani ...ye ...abhivadan hamara ..apna ....rajputon ke
Samne karne vala hai........Isme
Muglon badsahon ka koi lena dena nahi....
मेवाड़ एवं मारवाड़ के लोग आपस में मिलने पर अभिवादन करते समय आदरसूचक शब्द घणीं खम्मा का प्रयोग करते हैं उसके प्रत्युत्तर में अभिवादन स्वीकार करने वाला खम्मा घणीं बोलता है, यह एक राजस्थानी भाषा का शब्द है जो सदियों से बोला जा रहा है जिस मुस्लिम लेखक ने अपनी किताब में इसका जिक्र किया है वह तथ्यों से परे है, पूर्व में भी मुस्लिम इतिहासकारों ने राजस्थान के गौरवमयी इतिहास के साथ न्याय नहीं किया है
प्रायः राजस्थान में श्रृद्धालु मन्दिर में भगवान के दर्शन करने जाते हैं तो भगवान को भी घणीं खम्मा, अन्नदाता (अपभ्रंश अन्दाता होकम) होकम कहकर दर्शन करते है
राजस्थान में राजाओं को ईश्वर का प्रतिनिधि मानकर उनको भी आदर स्वरुप घणीं खम्मा अन्नदाता कहकर अभिवादन किया जाता है
बिल्कुल आपकी बात से मैं काफी हद तक सहमत हूँ
जय मां भवानी की सा,बहुत ही सुंदर
सामान्य प्रचलित शब्दो की जन-मानस मे क्या मान्यताप्राप्त है उसकी व्याख्या अर्थ सहित करना सराहनीय प्रयास है। कृपया आगे भी जारी रखे। राजस्थान की लोक संस्कृति का आपका ज्ञान उत्तम है।
मेरे विचार से तो खम्मा घणी का अर्थ शक्ति का आह्वान करना है और एक दूसरे को ऊर्जा का आदान प्रदान करना है
जय हिंद जयराजपूताना
जहूर खान मेहर साहब कि विद्वता का कोई मुकाबला नहीं है। जहूर खान मेहर साहब को राजस्थानी भाषा के शेक्सपियर से संबोधित किया जाय तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। मेहर साहब हमारे गुरु रहें। जोधपुर विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रहे।तब मेहर साहब के सानिध्य में शिक्षा अर्जित की तब शिष्य रहने का सुअवसर प्राप्त हुआ।
क्षमा का अपभ्रंश खम्मा ,एवं धणी अर्थात मालिक का अपभ्रंश घणी ,
खम्मा घणी बराबर मालिक क्षमा करें।
Jankari ke liye dhanyvad
अच्छी लीपा पोती है🎉
इसीलिए चारण खमागनी नही करते। वे जय माता जी की बोलते हैं। यही चारणो का युद्ध घोष भी है।
इसका उपयोग मुगलों के लिए नहीं बल्कि राजपूत राजाओं के लिए किया जाता था,जुठा ज्ञान प्रसारित नहीं करे, क्या हमें अभिवादन करना भी नहीं आता था, क्या हमारे कोई संस्कार नहीं थे
मुगलों के गुस्ताखी माफ़ के शब्द की तरह बताया है
खम्मा शब्द पाली भाषा का शब्द है भगवान बुद्ध और भगवान महावीर पाली, प्राकृत भाषा में,जो कि उस समय की लोक भाषा थी, उपदेश दिया करते थे,आज भी पाली भाषा के शब्द कई प्रादेशिक भाषाओं में मिल जाते हैं, पाली भाषा का शब्द है पस्सना जिसका अर्थ है परिश्रम,लगन से कार्य करना, भगवान बुद्ध की ध्यान साधना को विपस्सना कहते हैं, ध्यान साधना को बहुत ही लगन और मेहनत से तल्लीन हो कर करनी पड़ती है, कोई काम लगन और मेहनत से किया जाता है तो मारवाड़ी में कहते हैं,मैं तो इण काम में पस्स पड़ियो खम्मा शब्द पाली का है और इसका अर्थ क्षमा ही होता है, जैसे जैन धम्म वाले खम्मत खामणा बोलते हैं,यह कहना की इतने लम्बे शब्द हटते हटते छोटे होकर खम्मा हो गया सही नहीं लगता मूल रूप से खम्मा शब्द ही है
क्षमा से खम्मा शब्द निकला हे
तू जिस भाषा का रोना रो रहा हे वो फारसी भाषा हे खैर और खैरियत खैरात
خیرت खैरियत =तुम्हारी दयालुता
खम्मा क्षमा एक ही शब्द हैं घणी यानि बहुत
फिर हुकम शब्द को क्यों छोड़ दिया ? हुकम का अर्थ ये आदेश करो आदेश का अर्थ order होता हे जिसे मानना अनिवार्य होता हे जैसे कोर्ट का आदेश
क्षमा करना मेरे मालिक आदेश दो आपकी आज्ञा की दरक़ार हे
खम्मा घनी बोलना जरूरी है क्या।। जगदम्बा हमेशा राजपूतों के साथ रही है।। बोलो जय माता दी सा।।
In Gujarat we also say khamma and by this we mean bless you.
खम्मा शब्द फ़ारसी भाषा के खेर खवा का अपभरंश है असल में दरबार में ज़ब जाते थे राजपूत शासक मुस्लिम दरबारियों के बादशाह को खेर खवा कह कर अभिवादन करते थे ये राजपूत भाषा भिन्नता के कारण बोल नहीं पाते तो वो खम्मा शब्द बोलते थे लेकिन खम्मा अकेला ठीक नहीं लगता इस लिये उसमे घणी मतलब ज्यादा लगा दिया
खमा घणी😊
राजपूत संस्कृति मुगलों से काफी पुरानी , है फिर गुलामी के प्रतीक तो हम सब हटाते जा रहें है , ये जहर खान जी ही ऐसी व्याख्या कर सकते हैं क्यों की खुद जहर खान मुगलों का परिचायक है , क्या राजपूतों में कोई साहित्यकार या इतिहासकार नहीं है जो हमे हमारे इतिहास के लिए जहूर साहब की व्याख्या देखनी पड़े
आपकी बड़ी कृपा है भाई साहब जो इस फ्रेज का अर्थ बता दिया।❤
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साधारणत जय श्री या जय माता जी सा
अभी वादन करते हैं
Good explanation by Khan.
लेकिन इस बात की संभावना कम हैl एक ऐसे युग में जबकि राजा का आदेश वाक्य ही कानून था l शासक वर्ग से आम आदमी बहुत ज्यादा भयभीत था डरता था l उसके मुंह से राजा के लिए कोई भी ऐसी बात निकल गई जो राजा को अप्रिय लगे तो उसे बेचारे की तो गर्दन गईl इसलिए कुछ भी बोलने से पहले व्यक्ति राजा से माफी पहले मांग लेता थाl ना मालूम राजा को कौन सी बात अच्छी लगे और कौन सी बुरी l
इससे यह पता चलता है भारतीय शासक वर्ग कितना चापलूस लोगों से गिरा रहता थाl और यह हमारी गुलामी का कारण भी बना l
क्षमा से खम्मा शब्द निकला हे
तू जिस भाषा का रोना रो रहा हे वो फारसी भाषा हे खैर और खैरियत खैरात
خیرت खैरियत =तुम्हारी दयालुता
खम्मा क्षमा एक ही शब्द हैं घणी यानि बहुत
फिर हुकम शब्द को क्यों छोड़ दिया ? हुकम का अर्थ ये आदेश करो आदेश का अर्थ order होता हे जिसे मानना अनिवार्य होता हे जैसे कोर्ट का आदेश
क्षमा करना मेरे मालिक आदेश दो आपकी आज्ञा की दरक़ार हे
कोई व्यक्ति प्रोफेसर है तो कुछ भी विश्लेषण कर देगा क्या ?
इतने बड़े वाक्य को किसने कम किया ??
यह पाली और अर्ध मागधी भाषा का शब्द है मुसलमानो के आने से पहले भी इस शब्द का उपयोग होता था पुराने जैन शास्त्रों मे लिखा मिल जाता है।। प्रवचन सभा मे हुंकारे के रूप मे भी इसका प्रचलन होता है ।।
किसी जैन ग्रंथ में इसके बारे में जानकारी हो तो उपलब्ध करायें
@@ShekhawatRatanSinghखमा शब्द
आपका झूठ ज्ञान देने के लिए धन्यवाद आपके मुगल तो अभी आए राजपूत राजाओं का नामभी ले लेते
सर रांघड शब्द पर भी प्रकाश डाले। कुछ हमारे साथी बोलते है कि रांघड़ राजपूतों का असली नाम है।
Sir Kate fir bhi ran mein lade jiska dhad use bolate Hain Ragad
क्षमा के साथ। मै 40 45 सालों से ये शब्द प्रयोग कर रहा हू, मगर आनंदमय अर्थ नही मिला। हां आपकी टिप्पणी से काफी कुछ सीखा।
Khama matalab kshem Jo sanskrut shabd hai or ghani matalab bahut aap bahut bahut kshem kushal rahe ye matlab hota hai
घणी =बहुत,धणी= मालिक
खम्मा धणी का अर्थ है -क्षमा करें मालिक।
जैसे - Excuse me sir
खम्मा घणी का अर्थ है
बहुत बहुत क्षमा चाहता हूं।
Right hukm
रतन सिह जी कोई कुछ भी लिख देगा आप मानलोगे। जहूर खान ने बताया वो अरबी है। खमाघणी ठेठ मारवाडी।
तुझे जायदा इतिहास का पता है
I ❤️ Shekhawat Ratan Singh
जीवनपरिचय रक्तदार
It's means is "Excuse me" sir.
क्वी राज जी ये तो उर्दू उच्चारण है
ऐसे वाक्यों से दूरी रखें
आपने तो अच्छी जानकारी दी हमें
खमा घणी शब्द राजस्थान का प्रचलन शब्द है यह विनय का सुचक है जैन धर्म में भी इसका प्रचलन है आदर सुचक है हम लोग भी सन्तों के समक्ष बोलते है घणी खमा।
अभी इसका एक वर्जन और है जिसका भी वीडियो जल्द आएगा
Musalmaan writer is wrong. History of Rajasthan is not limited to Mugal period which just 500 years old. क्षमा करें महाराज इस very old saying, same is खमां घनी। It is related to showing respect to eleders and not related to Gulaami
💋 Shekhawat Ratan Singh
Bahut sunder.
Khama घनी सब्द हमारी संस्कृति से मेल नही खाता हम तो बोलते भी नही ह कभी
मां
Sir ji aap ki jankari achhi lagi lekin mere khyal se our risers karane ki jarurat hai vidhvan panditon ka kya kahana hai
इसका एक वर्जन और है जिसका वीडियो जल्द आएगा
Jai mataji sa, mujro sa uska kya matlab h vo bhi batana ji
समझ गए,,महोदय जी,,,यानी मुगलों से पहले ही क्षमा मांगना। चापलूसी करना।
गली गली खमा कंवर अजमाल रा में खमा का क्या मतलब होता है
रतन जी, नमस्कार, कृपया करके एक वीडियो श्रीनेत राजपूतों पर भी विवरण के साथ बनाए🙏🙏
कोशिश करेंगे
आपके नं. मिल सकता हैं क्या@@ShekhawatRatanSingh
Bhai saab ka Muslman se kuch jyada hi Pram gai😂😂😂
खाना घणी हुकूम ❤
जहूर खान मेहर साहब के चरणों में बार बार नमन।
क्षमा से खम्मा शब्द निकला हे
तू जिस भाषा का रोना रो रहा हे वो फारसी भाषा हे खैर और खैरियत खैरात
خیرت खैरियत =तुम्हारी दयालुता
खम्मा क्षमा एक ही शब्द हैं घणी यानि बहुत
फिर हुकम शब्द को क्यों छोड़ दिया ? हुकम का अर्थ ये आदेश करो आदेश का अर्थ order होता हे जिसे मानना अनिवार्य होता हे जैसे कोर्ट का आदेश
क्षमा करना मेरे मालिक आदेश दो आपकी आज्ञा की दरक़ार हे
ऐसे......कैसे यु ट्यूब पर आजाते है
जहूरखां का इन्टरप्रिटेशन गले नहीं उतरता है। शाब्दिक अर्थ तो क्षमा ब हुत होता है। बहुत यानी बार बार।
खमा घनी का मतलब कृपा बहुत
गलत व्याख्या की गई है, वास्तव में आयुष्यम् को राजस्थानी में आयुख्यम्म बोला जाता है जो धीरे धीरे युख्यम्मा से सिर्फ़ खम्मा रह गया और खम्मा घणी हो गया l
दुहाई, दुहाई
क्षमा से खम्मा शब्द निकला हे
तू जिस भाषा का रोना रो रहा हे वो फारसी भाषा हे खैर और खैरियत खैरात
خیرت खैरियत =तुम्हारी दयालुता
खम्मा क्षमा एक ही शब्द हैं घणी यानि बहुत
फिर हुकम शब्द को क्यों छोड़ दिया ? हुकम का अर्थ ये आदेश करो आदेश का अर्थ order होता हे जिसे मानना अनिवार्य होता हे जैसे कोर्ट का आदेश
क्षमा करना मेरे मालिक आदेश दो आपकी आज्ञा की दरक़ार हे
Sir,
I am never use this word
एक्सक्यूज़ मी
कन्या जीवन परिचित धर्म है क्या
यार किसके नाम से, इसका अर्थ समझा रहे हो
This explanation seems very far fetched. I do not believe this.
खम्मा घनी देने वाले के सामने लेने वाला बोलता है
जैसे खाम्मा घनी अन्नदाता
Gaon Mein To Doli karte hain Khamma Ghani
माफ करें
Galat information h
Sahivye h ki mewar ke teen sasak khuman l uska beta khuman II v uska pota khuman III bahot pratapi the
Unhone videsi akrantao ko mitti me mila diya tha
Khuman I bappa rawalbka beta tha
Unke samman me ghani khamma bola jata h
पंडवारो आबारस में खमा खमा मारा कुनता माजी
खुमानसिंह द्वितीय के नाम से खम्मा घणी चला आपका आकलन गलत है
आपके कहने का मतलब खम्मा घणी मुगलों के बाद में आया है
खम्मा घणी का मतलब क्षम्यताम् घणी मतलब बहुत बहुत खम्मा खम्मा माने क्षमा कीजिएगा। अत्र कुशलं तत्र अपि अस्तु।
कैसे कैसे लोग हे
Majburi.trp.ki.
ईशद्रैही शब्दमतलब कीमार्थम्
क्षमा बहुत सारी
खम्मा घणी हमारी संस्कृति नहीं है
Rajao ke darbar me Apraadhiyo dwara maafi mangne ki स्टाइल he.😂..
घणी घणी रामराम का मतलब है ज्यादा
Sahi Vyakhya Nahin Kar Paye aap
Totally wrong explanation of Khama ghani. This type of videos may create confusion but contribute nothing to the knowledge
Ye hata diya wo hata diya...!!hadd hai!!kuch bhi...!!!!
आप का भावार्थ हजम नही हो रहा
तीन वर्जन है अभी दो ही आय हैं तीसरे वर्जन पर जल्द वीडियो आएगा तब हज़म होगा
Wrong
कोई भी खान कुछ भी बोल दे बस वो ही मान लेते हैं इनका खुद का दिमाग तो है नही
Gola giri
इतिहासकार भी मिला तो जेहादी क्या हमारे सनातन धर्म के इतिहासकार खाली हो चुके 😅
Pehle raj bhasa ko mugulo malech kab se gyani ho gei maa durga kaali ko samarpit hota tha mugul malech ba adab mulayeja hajir ho bahut huoa malech ka geet amer Ajmer sab kabja converted kyo sune jo rapist ka adda itnee balikai gayab keise khoon pi kar gyan nahi sunna
गलत व्याख्या
Sahi AAP bata do .
@@himmatsinghshekhawat6197
क्षेत्रपाल =खेतर पाल
क्षेत्र ही रहे =खेत रहे =शहीद
क्षमा =खमा
एड़ा की शब्द है आप हमझ सको तो हेखावत जी (ह =श, ये भी ऐसा ही एक वर्ण ह )
बिलकुल सही कह रहे ह रतन सिंह शेखावत जी
कुछ भी 😂😂
Na to ham khama ghani bolte hai na hi hame aarth se matlab
Reference Dene ke liye bhi ye hi mile kya???jahur khaa??or koi nahi Mila??ka. Nikloge iss mugalia mansikta se...😢😢😢
खमा का मतलब होता है माफ करना गुलामी का प्रतीक है
Bahut bahut dhanyvad