बिन आई में मरवा दे - विस्तृत खुलासा | Raag Ragini Sangam | श्री सूरजमल जी मायना

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  • Опубликовано: 27 ноя 2024

Комментарии • 44

  • @OmParkash-br4ii
    @OmParkash-br4ii Год назад +5

    अति सुन्दर व्याख्या पंडित सूरजमल जी व सुधीर जी द्वारा की गई है ❤से धन्यवाद राम राम जी

  • @rajendrakumaryadav4293
    @rajendrakumaryadav4293 2 месяца назад

    Dada aapki baat bahut Sundar hai bahut jyada sunte Hain ham aapki baat ko

  • @BaljeetSingh-m8d
    @BaljeetSingh-m8d Год назад +2

    Baba ji parnam sudhir bhai ram ram
    Bahut bahut dhanyawad v shubhkamnaye baba ji kah rhe the pandit ji ek bar aur janm le
    Hamare liye to pandit ji ne baba surjmal ji ke roop me hi janm liya man liya ki pandit ji ki itani gahri baton ka arth udharan ke sath samjha rhe he jisse ki ye jiv bhavsagar se par uatar jayega
    Jai bhartiy sanshkirati
    Dada lakhmi Chand amar rhe
    Baba surjmal ji jindabad
    Sudhir bhai jindabad

  • @satyanarayansatyanarayan5169
    @satyanarayansatyanarayan5169 Год назад +2

    पंडित जी ने, कहा, बिना मोक्ष, मरज्यागी, बावली।लख्मीचंद नै तंग करकै ।घर की वेदना प्रगट की।

  • @deepakmalikmalik3535
    @deepakmalikmalik3535 Год назад

    Ase mhanan aatam hamare bahert me huye proud feel krte hai bht kuch sikhne ki jrurt hai humko itna acha Marg drsn hmare ko hamare purwajo ne diya huaa hai

  • @devendrasinghgurjar763
    @devendrasinghgurjar763 Год назад

    Ese mahan baba aanad me rahte he chahe jamane me kuch bhi ho radhe radhe

  • @viswkarmabhajansangrah64
    @viswkarmabhajansangrah64 Год назад +1

    बहुत बहुत धन्यवाद जी 🙏🙏👌👌

  • @sunderrani5933
    @sunderrani5933 Год назад +2

    दादाजी आपकी वीडियो बहुत अच्छा लगता है🙏🙏

  • @RohitAntil-d5u
    @RohitAntil-d5u Год назад +2

    भाई कसूती ज्ञान की बात सुन कर मजा आता है। एक एक शब्द समझ आजा है

  • @SatpalSingh-nb7ku
    @SatpalSingh-nb7ku 10 месяцев назад +1

    जय दादा लख़्मी की

  • @OmShivSM
    @OmShivSM Год назад +1

    गजब है गजब

  • @ramkumarmalik3554
    @ramkumarmalik3554 Год назад +2

    Sat sat naman Dada Lakhmichand Ji Ko

  • @SatpalSingh-nb7ku
    @SatpalSingh-nb7ku 10 месяцев назад

    जय हो दादा की

  • @mustakahmed9900
    @mustakahmed9900 6 месяцев назад +2

    🙏🙏

    • @RaagRaginiSangam
      @RaagRaginiSangam  6 месяцев назад

      राम राम जी, जुडने हेतु आपको साधुवाद

  • @jaatsamrajy5777
    @jaatsamrajy5777 Год назад

    Bahut badiya

  • @laxmandalal9353
    @laxmandalal9353 Год назад +3

    Gyan,siksha jabardasti kisi ke dimaag main thunsa nahin ja sakta, Kyonki bhagwan ne sabko alag alag karte ke liye bheja hai,ek baar 5,th class mein mere teacher ne sunaya tha,2 students thae,unka naam Jeeta ve Santu tha,unko teacher baar padhne ki kahtey woh 5th class mein kai baar fail ho gye thae,unko ragni gaane ka sonk tha,ek din shaniwar ko prayer main Ragni gayi,Kala rang kudrti ho se,chdgey dusra rang nahi, chahe Barman ne Guru bnaley Jeeta Santu padhey nahin,ragni gaa ke basta thake school se chley gye fir kabhi nahi aaye,ham kathputli nachne wala koi aur hai,karan krawan haar tun ,Aarti ki line hai 🎉

  • @jaikumarguliyana8545
    @jaikumarguliyana8545 Год назад +1

    Jai Ho

  • @singerumashankarjoshi7723
    @singerumashankarjoshi7723 Год назад

    Bahut sundar vyakhya karte h dada g, achha kam kr rhe ho sudhir g❤

  • @SurinderKumar-q6n
    @SurinderKumar-q6n Год назад

    Har har Mahadev

  • @meenarathour8390
    @meenarathour8390 Год назад

    Jai shree Ram jai jai shri krishna ji thau ji

  • @dhulldhool9063
    @dhulldhool9063 4 месяца назад

    Good job brother❤❤❤❤🎉

  • @virendersinghjangra9983
    @virendersinghjangra9983 Год назад

    Jai dada ki🙏🙏🙏🙏🙏❤

  • @dhulldhool9063
    @dhulldhool9063 4 месяца назад

    ❤❤❤❤❤

  • @ramankhatri8497
    @ramankhatri8497 Год назад

    Vikash pahsoriya ko bhej Diya dada lakhmi Chand ne ji🙏🙏

  • @rajeshsharama7162
    @rajeshsharama7162 Год назад

    दादा जी चरणो में कोटि कोटि प्रणाम

  • @haryanvifolkrecord7372
    @haryanvifolkrecord7372 Год назад +1

    ❣️🚩🙏

  • @Suniya-mf4rw
    @Suniya-mf4rw 2 месяца назад

    Tau ji sb manghadant bat bta rhe hn 🙏🙏

    • @RaagRaginiSangam
      @RaagRaginiSangam  2 месяца назад

      जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।
      भावार्थ:- संसार में जिसकी जैसी भावना होती है प्रभु मूरत उनको उसी प्रकार से दिखाई देती है।
      जुड़ने के लिए आपका आभार।
      राम राम जी 🙏🙏

  • @gulabsingh430
    @gulabsingh430 Год назад +1

    P lakmichand . Ram avttar the

  • @aslidehat7246
    @aslidehat7246 4 месяца назад

    लितर गांठ वाली बात से संतुष्टि नहीं बनी गुरु जी

  • @subhashsharma3281
    @subhashsharma3281 Год назад

    Sir me Apki sabhi bato se shmat hu. Kayn ki Asa ram or ram rhim mamli many nhi he ye bhi to orate ki vjh se jail me he

  • @amitchahar853
    @amitchahar853 Год назад

    Gayan ladega jor padega mushkil gana hoga enka arth bhi batana.

  • @jaishreevats2850
    @jaishreevats2850 Год назад +1

    Vivekanand Ji ke lin h ye

    • @RaagRaginiSangam
      @RaagRaginiSangam  Год назад +1

      आदरणीय श्री वत्स जी से अनुरोध है कि कृपया विस्तार से लिखें किस पंक्ति के विषय में लिखना चाहते हैं?

    • @jaishreevats2850
      @jaishreevats2850 Год назад +1

      @@RaagRaginiSangam Swami Vivekanand Ji ke lin h ye mai tumhare jaisa putr chahti hu ye Shikago America ke gtna thi

  • @kartikSharma-xm6qj
    @kartikSharma-xm6qj Год назад +1

    कली खोल के नहीं बताते।बस दादा की बढाई करते हैं।

  • @inquil550
    @inquil550 6 месяцев назад

    नेम नही पंडित जी नियम है ।

  • @laxmendersharma7376
    @laxmendersharma7376 Год назад

    Kali number 3 Mal ki jagah falWhisky Bell kahen na dhore jaio fal k

  • @laxmendersharma7376
    @laxmendersharma7376 Год назад +1

    पंडित जी लोगों को भ्रमित ना करें सोलह सिंगार औरत के शरीर में प्राकृतिक होते हैं

    • @RaagRaginiSangam
      @RaagRaginiSangam  Год назад

      श्रृंगार कृत्रिम होते हैं जी और आवरण प्राकृतिक - धन्यवाद 🙏🙏

    • @RaagRaginiSangam
      @RaagRaginiSangam  Год назад

      किसी पर्व, विवाह, मंगल कार्य, शुभ मांगलिक अवसरों पर अक्सर महिलाएं 16 श्रृंगार करती है। करवा चौथ हरियाली तीज पर भी महिलाएं सजती और संवरती हैं। सौभाग्य के लिए किए यह श्रृंगार किया जाता है। सजने-संवरने के लिए महिलाएं कई तरह के सौंदर्य प्रसाधनों का उपयोग करती हैं।
      1. बिंदी : सुहागिन महिलाओं द्वारा कुमकुम की बिंदी को माथे पर लगाना पवित्र माना जाता है। यह गुरु के बल को बढ़ती है।
      2. सिंदुर : सिंदुर से मांग भरी जाती है। ऐसा माना जाता है कि इससे पति की आयु वृद्धि होती है।
      3. काजल : काजल से आंखों की सुंदरता बढ़ जाती है और इससे मंगलदोष भी दूर होता है।
      4. मेहंदी : मेहंदी से हाथों की सुंदरता बढ़ती है। मेहंदी लगाना शुभ होता है। कहते हैं कि इससे पति का प्यार मिलता है।
      5. चूड़ियां : चूड़ियां सुहाग का प्रतीक है। लाल रंग खुशी का और हरा रंग समृद्धि का प्रतीक है।
      6. मंगल सूत्र : मंगल सूत्र भी सुहाग का प्रतीक माना जाता है। इसके काले मोती बुरी नजर से बचाते हैं। इसके अलावा गले में नौलखा हार या कहें कि स्वर्णमाला भी पहनते हैं।
      7. नथ : इसे नथनी भी कहते हैं। नाक में चांदी का तार या लौंग पहना जरूरी होता है। इससे जहां सुंदरता बढ़ती हैं वहं बुध का दोष भी दूर होता है।
      8. गजरा : इसे वेणी या चूड़ा मणि भी कहते हैं। यह बालों में सुंदरता और सुगंध के लिए लगाया जाता है।
      9. मांग टीका : यह माथे के बीचोबीच पहना जाता है। यह विवाह के बाद शालीनता और सादगी से जीवन बिताने का प्रतीक है।
      10. झुमके : इसे कुंडल और बाली भी कहते हैं। कानों में स्वर्ण बाली या झुमके पनहने से राहु और केतु का दोष दूर होता है। यह इस बात का भी प्रतीक है कि ससुराल वालों की बुराई करने और सुनने से दूर रहना।
      11. बाजूबंद : यह सोने या चांदी का सुंदर सा कड़े की आकृति का जेवर रहता है जो बाजू में पहना जाता है। इससे परिवार के धन और समृद्धि की रक्षा होती है।
      12. कमरबंद : इसे तगड़ी भी कहते हैं। यह कमर में पहना जाता है। यह इस बात का प्रतीक है कि सुहागिन आप अपने घर की मालकिन है। यह साड़ी को संभालकर भी रखता है।
      13. बिछिया : इसे बिछुआ भी कहते हैं। यह पैरों के अंगुली में पहनी जाती है। यह सूर्य और शनि के दोष दूर करती है और यह इस बात का प्रतीक भी है कि सुहागिन अब हर समस्याओं का साहस के साथ सामना करेगी।
      14. पायल : इसे पाजेप भी कहते हैं। पायल और बिछिया दोनों ही चांदी की ही पहनते हैं।
      15. अंगूठी : विवाह के पूर्व यह मंगनी के दौरान पति अपनी पत्नी को पहनाता है।
      16. स्नान : श्रृंगारों का प्रथम चरण है स्नान। कोई भी और श्रृंगार करने से पूर्व नियम पूर्वक स्नान करते हैं। स्नान में शिकाकाई, भृंगराज, आंवला, उबटन और अन्य कई सामग्रियां मिलाते हैं। तब वस्त्र धारण करते हैं। दुल्हन हैं तो लाल रंग का लहंगा पहनती है, जिसमें हरे और पीले रंग का उपयोग भी होता।
      इसके अलावा आजकल नेलपेंट और लिपस्टिक का भी प्रचलन हो चला है। हालांकि पौराणिक समय में और भी कई तरह के 16 श्रृंगार होते थे जिसमें अधरों और नख का रंगना, तांबूल आदि कई और भी श्रृंगार की सामग्री शामिल थी।