बहुत ही महत्वपूर्ण वीडियो आचार्य जी। खोज करने वालो के लिए यह वीडियो बहुत ही सहायक है , और उनके लिए भी जो गीता पुराण आदि शास्त्र पड़ लेते मन्दिर चले जाते है पूजा पाठ कर लेते है ओशो, कृष्णमूर्ति को और आज कल और आज के गुरुरो को सुन लेते है , अपने आप को धार्मिक ज्ञानी समझने लगते है और समझाते है हो गया . भले ही खुद के जीवन में वैराग्य ना आया हो अपने आप को भी धोखा देते है और दुसरो को भी खैर कहने का भाव ये है की - जो सत्य के परमात्मा के खोज में है उनके लिए वीडियो बहुत ही महत्तवपूर्ण, क्योंके सत्य के खोज से भटकाने वाले लोगो का भीड़ बहोत बड़ा है, और भीड़ को ना तो धर्म से कोई संबंध रहता न तो सत्य से ना ही परमात्मा से कोई संबंध रहता है बस ऐसे भीड़ मानसिकता के लोग धर्म अध्यात्म का सहारा ही इस लिए लेते है ताकि अपनी वासना को छिपा सके... तो वीडियो को शेयर करो ताकि भटके लोग थोड़ा विचार कर सके अपने आप को साक्षी भाव से देख सके
वैराग्य विषय पर बहुत सरल और सुबोध शब्दों में प्रकाश डाला आचार्य जी ❣️ स्त्री अन्न आदि भोगों से विरक्त कई सम्मान के लोभी भी हो जाते हैं पर लोकेषणा पर विजय प्राप्त करने वाला सच्चा वैरागी है ✨👌
लोकैषणा से मुक्त होना तो वास्तव में कठिन है। मैंने एक आर्यसमाज के आचार्य की प्रोफाइल देखी, उसमें उन्होंने लिखा है,'राज्यपाल से सम्मानित' इसका अर्थ लोकैषणा बाकी है
आचार्य जी जो लोग साधना करते मुक्ति के लिए,वो लोग स्त्री, अच्छा जन्म, धन,सांसारिक सुख नहीं चाहते उसमे दुख देखते हैं,उनको मुक्ति चाहिए उनको मुक्ति भी इसीलिए चहिए उनमें सुख है दुख नहीं है, मुक्ति मैं आत्मा जैसा चाहे वैसा सुख भोग सकता, क्या वो लोग बैरागी है क्योंकि वो भी तो मुक्ति की इच्छा करते है मुक्ति मैं सुख, आनंद देखते है प्रश्न मै कोई त्रुटि है तो क्षमा करे,और सुधार कर दीजिए
Thanks Shiva - Parvati is true God when come with body on this Earth, just you all human's body. but this time you all human have come with body, so this present time you all human is true figure of true Shiva Parvati, but you all are sleeping so you all are not seeing your self God in your self body, so you all human get Death without any Death from ancient time. You all come with me and enjoy your life with love to your all Man made socalled relationship. Here one God is always looking in every figure. You all come with me and you all see your own Truth in only your own figure and live always on this Earth without death. I know that who are real I but you all not know that who are real you. You all are true God so your death is impossible but you all are getting death from ancient time without death. You all come with me and made this world to true world where Death will be never come in your life by your thought only. If you all human is God then why you are doing murder to the name of man made so many naming or unnaming God . You all human have dead from ancient time in your thoughts. You all see your all thought and you all win your death.
वैराग्य बना है राग धातु से जिसका अर्थ है रंगना या रंग जाना। अतः इसका अर्थ हुआ मनुष्य जब अपने कर्म में इतना खो जाए कि उसे आस पास में क्या हो रहा है पता ही न चले, इस स्थिति का नाम वैराग्य है। यह हमारे जीवन में कभी न कभी होता ही है,परंतु सदा के लिए होने लगे इसीको योग कहेंगे। अर्थात् अपने कर्म को पूरी तन्मयता से करो तभी पूर्ण सफलता मिलेगी। इसका भगवान से कुछ लेना देना नही है।
आचार्य जी नमस्ते ,,, आर्य समाज की शक्ति क्या थी और आज क्या स्थिति है इससे आप भली भांति परिचित हैं,, कृपया अपना विचार बताए की क्या कुछ करना चाहिए और क्या कर सकते है ,,आर्य और आर्य समाज के पदाधिकारियों के कार्यों पर भी विचार रखे ,, आर्य समाजी आज इतने गैर जिम्मेदार इसलिए है कि उनको सिद्धांत पर घमंड हो गया है और वो सांसारिक वस्तुओं में लग कर आर्य समाज पर कोई काम नही हो रहा ,, मैं भी आर्य हु और मुझे बहुत चिंता होती है इन जैसे लोगो का कार्य देखकर ,, कृपया सुझाव और विचार रखे ,, एक समर्पित वीडियो बनाए इसपर 🙏🙏🙏
1947 के बाद आर्य समाज का पतन होना शुरू हो गए था क्योंकि इसके सदस्यों ने अपने बच्चों को आर्य नहीं बनाया ,मैकॉले शिष्य बनाया। वो तो भला हो इन्टरनेट का वरना इस संस्था के बारे मे पता ही न चलता।
Nmaskar acharya ji Hmare desh k mhan rishiyon orr vidwano dwara diya gya mool or sarvopari gyan sanskrit m uplabdh h.durbhagye se hmme sanskrit nhi aati.kripya hme sujhav de ki hindi m kaise smjhe.kya vedo orr sastro k hindi anuvado ko jyo ka tyo maan skte hnn
🙏aacharya ji main aapse kuchh sikhana chahta hun kuchh mere personal problem hai main kuchh puchna chahta hun please mujhe Ke sath Kaise baat karunga bataiye please aapka contact kuchh🙏
वैराग से मुक्ति बिल्कुल हो सकती है, ईशावास्यं इदं सर्वं यत् किञ्च जगत्यां जगत। तेन त्यक्तेन भुञ्जिथाः मा गृधः कस्य स्विद् धनम् ॥१॥ ये संसार ईश्वर द्वारा बनाया गया है, इस संसार का उपभोग करना चाहिए, लेकिन सिर्फ ये बात समझ कर की ये सब कुछ ईश्वर का ही है, हम केवल उपभोगता है
Guru ji namaste Mai bahut pareshan hu Ek visay Ko leke Mai poultry farm ka Kam karta hu Roji roti ke liye kuch toh karna padega Aap bataeye Sahi hai ya galat
सादर प्रणाम स्वीकार करें आचार्य जी ❤❤
प्रवेश द्वार खोलने में लगे हुए हैं, आचार्य जी
बधाई हो ❣️
Acharyji Ap bahut sundar aur sachhayi bathathe h pramanik roop se 🙏🙏🙏🕉🙏🙏🙏
*ओ३म्*
प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏🙏❤
जय सियाराम जी ❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏
Thaks aacharya bahut bahut dhnayvad aacharya ..
ओउम्
ओम् परनाम जयसत्य सनातन
First view
ओम
आपकी असली चेहरा विशाल भाई ने एक्सपोज़ कर दिया है।
Kon hai ye Vishal bhai !?
Guru ji Mai aapka Ananya bhakt hun
विवेक theory and वैराग्य practical 🚩💯
गुरूजी 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Guru ji ko Dandwat pranaam 🙏
🙏🙏
🙏
वैराग्य को लेकर मेरे कई सारे संशय इस वीडियो में दूर कर दिए आपने, अति उत्तम आचार्य जी
Namaste Acharya ji 🙏🙏
बहुत ही महत्वपूर्ण वीडियो आचार्य जी। खोज करने वालो के लिए यह वीडियो बहुत ही सहायक है ,
और उनके लिए भी जो गीता पुराण आदि शास्त्र पड़ लेते मन्दिर चले जाते है पूजा पाठ कर लेते है ओशो, कृष्णमूर्ति को और आज कल और आज के गुरुरो को सुन लेते है , अपने आप को धार्मिक ज्ञानी समझने लगते है
और समझाते है हो गया . भले ही खुद के जीवन में वैराग्य ना आया हो अपने आप को भी धोखा देते है और दुसरो को भी
खैर कहने का भाव ये है की - जो सत्य के परमात्मा के खोज में है उनके लिए वीडियो बहुत ही महत्तवपूर्ण, क्योंके सत्य के खोज से भटकाने वाले लोगो का भीड़ बहोत बड़ा है, और भीड़ को ना तो धर्म से कोई संबंध रहता न तो सत्य से ना ही परमात्मा से कोई संबंध रहता है बस ऐसे भीड़ मानसिकता के लोग धर्म अध्यात्म का सहारा ही इस लिए लेते है ताकि अपनी वासना को छिपा सके...
तो वीडियो को शेयर करो ताकि भटके लोग थोड़ा विचार कर सके अपने आप को साक्षी भाव से देख सके
अद्भुत वीडियो !!!
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सच्ची अध्यात्म की खोज करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए यह वीडियो नितांत आवश्यक है।
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✨❤️🙏❤️✨
सभी को जानकारी देने हेतु धन्यवाद आचार्य जी। फोन पर आपने यही बताया था पर अब पूर्ण संतुष्ट हु। एसे ही वीडियो बनाते रहिए।
हमारा सहयोग आपके साथ है। 🚩🚩🚩
ओउम् नमस्ते जी में हर रोज ध्यान में बैठता हु पहले तो जादा विचार आते थे लेकिन अब मुझे एक ही ध्यान केंद्रित करने की समता आ गयी है।
वैराग्य विषय पर बहुत सरल और सुबोध शब्दों में प्रकाश डाला आचार्य जी ❣️ स्त्री अन्न आदि भोगों से विरक्त कई सम्मान के लोभी भी हो जाते हैं पर लोकेषणा पर विजय प्राप्त करने वाला सच्चा वैरागी है ✨👌
Guruji pranam
आचार्य जी बहुत अच्छा विषय चुना है अपने और आपका प्रिय विषय भी🥰
Lakh o mai 1 app hon guruji 🙏😊
आचार्य जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद अपने बड़ी बारीकी से समझाया
👌
*वैराग्य चित्त की ही एक अवस्था है*
👌👌👌
आचार्य जी प्रणाम 🙏🙏🙏 अत्यंत ही महत्वपूर्ण विडियो
आसान नहीं है... पर अभ्यास के साथ हो जाते हैं
Next video ka intezar rahega 🙏🙂
Thanks
ओम् सादर नमस्ते आचार्य जी🙏
लोकैषणा से मुक्त होना तो वास्तव में कठिन है। मैंने एक आर्यसमाज के आचार्य की प्रोफाइल देखी, उसमें उन्होंने लिखा है,'राज्यपाल से सम्मानित'
इसका अर्थ लोकैषणा बाकी है
स्वामी विवेकानंद परिव्राजक ने ऐसा इसलिए लिखा है ताकि लोग उनसे जुड़े ,आज के लोग उन्हीं से आकर्षित होते हैं जिनके पास कोई पद आदि हो।
प्रणाम आचार्य जी। 🙏
Aap book likhiye acharya ji🙏
Salute You 👌
आचार्य जी जो लोग साधना करते मुक्ति के लिए,वो लोग स्त्री, अच्छा जन्म, धन,सांसारिक सुख नहीं चाहते उसमे दुख देखते हैं,उनको मुक्ति चाहिए उनको मुक्ति भी इसीलिए चहिए उनमें सुख है दुख नहीं है, मुक्ति मैं आत्मा जैसा चाहे वैसा सुख भोग सकता, क्या वो लोग बैरागी है क्योंकि वो भी तो मुक्ति की इच्छा करते है मुक्ति मैं सुख, आनंद देखते है
प्रश्न मै कोई त्रुटि है तो क्षमा करे,और सुधार कर दीजिए
गुरू जी प्रणाम आपका जितना भी वीडियो देखा हु सटीक और सही रास्ता बताया है 🙏🙏
आचार्य जी आपको कोटि कोटि नमन
🙏🙏🙏🙇🙇
Thanks Shiva - Parvati is true God when come with body on this Earth, just you all human's body. but this time you all human have come with body, so this present time you all human is true figure of true Shiva Parvati, but you all are sleeping so you all are not seeing your self God in your self body, so you all human get Death without any Death from ancient time. You all come with me and enjoy your life with love to your all Man made socalled relationship. Here one God is always looking in every figure. You all come with me and you all see your own Truth in only your own figure and live always on this Earth without death. I know that who are real I but you all not know that who are real you. You all are true God so your death is impossible but you all are getting death from ancient time without death. You all come with me and made this world to true world where Death will be never come in your life by your thought only. If you all human is God then why you are doing murder to the name of man made so many naming or unnaming God . You all human have dead from ancient time in your thoughts. You all see your all thought and you all win your death.
आचार्य जी एक वीडियो वेद की शाखाएं कितनी हैं और उसकी कितनी पाण्डुलिपियां अभी मिलती है और कितनी नष्ट हो गई है इस पर बनाएं आपका बहुत धन्यवाद।
ॐ
आचार्य जी नमस्ते
🙏🙏🙏🙏
ओ३म् सादर नमस्ते 🙏🏻🙏🏻 आचार्य जी।
Sadar namaste acharya ji🙏🙏❤
वैराग्य बना है राग धातु से जिसका अर्थ है रंगना या रंग जाना।
अतः इसका अर्थ हुआ मनुष्य जब अपने कर्म में इतना खो जाए कि उसे आस पास में क्या हो रहा है पता ही न चले, इस स्थिति का नाम वैराग्य है। यह हमारे जीवन में कभी न कभी होता ही है,परंतु सदा के लिए होने लगे इसीको योग कहेंगे। अर्थात् अपने कर्म को पूरी तन्मयता से करो तभी पूर्ण सफलता मिलेगी। इसका भगवान से कुछ लेना देना नही है।
🙏🕉🙏आचार्य जी 🙏प्रणाम 🙏🚩
Jai.ho
सबसे अच्छा विडियो
राग द्वेष धृणा तृष्णा से मुक्त होना ही वैराग्य है
इस विषय पे अगले वीडियो की प्रतीक्षा रहेगी🙏
great. upto the point you talked acharya ji. very true 🙌🙌
ओम् परनाम आचार्य जीं
सत्य
आचार्य जी नमस्ते ,,, आर्य समाज की शक्ति क्या थी और आज क्या स्थिति है इससे आप भली भांति परिचित हैं,, कृपया अपना विचार बताए की क्या कुछ करना चाहिए और क्या कर सकते है ,,आर्य और आर्य समाज के पदाधिकारियों के कार्यों पर भी विचार रखे ,, आर्य समाजी आज इतने गैर जिम्मेदार इसलिए है कि उनको सिद्धांत पर घमंड हो गया है और वो सांसारिक वस्तुओं में लग कर आर्य समाज पर कोई काम नही हो रहा ,, मैं भी आर्य हु और मुझे बहुत चिंता होती है इन जैसे लोगो का कार्य देखकर ,, कृपया सुझाव और विचार रखे ,, एक समर्पित वीडियो बनाए इसपर 🙏🙏🙏
1947 के बाद आर्य समाज का पतन होना शुरू हो गए था क्योंकि इसके सदस्यों ने अपने बच्चों को आर्य नहीं बनाया ,मैकॉले शिष्य बनाया। वो तो भला हो इन्टरनेट का वरना इस संस्था के बारे मे पता ही न चलता।
Nmaskar acharya ji
Hmare desh k mhan rishiyon orr vidwano dwara diya gya mool or sarvopari gyan sanskrit m uplabdh h.durbhagye se hmme sanskrit nhi aati.kripya hme sujhav de ki hindi m kaise smjhe.kya vedo orr sastro k hindi anuvado ko jyo ka tyo maan skte hnn
🚩🚩🙏🚩🚩
Bahut sundar 🙏 guruji
🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷
नमन गुरू जी 🙏🏻
Namskar Guru Ji🙏
Om namstye ji
अति उत्तम जानकारी
सादर नमस्ते आचार्य जी🙏🙏🙏🙏🙏
सादर प्रणाम आचार्य जी 🙏💐
जीवन के कठिन समय और ठोकरों से स्त्री-पुरुष अनुरागी से वितरागी बनते हैं क्या?
🙏aacharya ji main aapse kuchh sikhana chahta hun kuchh mere personal problem hai main kuchh puchna chahta hun please mujhe
Ke sath Kaise baat karunga bataiye please aapka contact kuchh🙏
वैराग्य की इस अवस्था को प्राप्त करने का मार्ग क्या है कृपया बताए
एक वीडियो आत्मा पर भी बनाइए आचार्य जी 🙏
Namaste guruji
ओउम नमस्ते जी
श्रग्वेद के मण्डल 9 सूक्त 86 मंत्र 27 में ईश्वर को तिसरे आयम पर बैठा बताया है कृपया समझने का प्रयास करें
Main bahut pareshan hun apni life se please mujhe kuchh marg darshan kijiye 🙏
Charan /gadhvi 6o ?
एक प्रश्न है: पुण्य करने से जो गौरव की भावना होती है क्या वो भी गलत है?
Ha, wo bhi galat hai.
@@user-cg7qr4qi4f kyu
एक विडियो विचार पर भी बनाये ?
Are you Arya samaji.
Yes. He is an Arya Samaji.
बैराग से मुक्ति हो सकती है
वैराग से मुक्ति बिल्कुल हो सकती है,
ईशावास्यं इदं सर्वं यत् किञ्च जगत्यां जगत।
तेन त्यक्तेन भुञ्जिथाः मा गृधः कस्य स्विद् धनम् ॥१॥
ये संसार ईश्वर द्वारा बनाया गया है, इस संसार का उपभोग करना चाहिए, लेकिन सिर्फ ये बात समझ कर की ये सब कुछ ईश्वर का ही है, हम केवल उपभोगता है
Guru ji namaste
Mai bahut pareshan hu
Ek visay Ko leke
Mai poultry farm ka Kam karta hu
Roji roti ke liye kuch toh karna padega
Aap bataeye Sahi hai ya galat
Galat
@@THEWINTERSOLDIER_01 sir jeene ke liye kya kare phir
@@ashishpatel3743 apne jeevan ke liye kisi doosre ke jeevan se khilvad karna sahi kaise ho skta hai ?
Sir Har jeev dusre jeev par nirbhar hai
Sir sabji pe bhi toh Dava spray hota hai kitne chote-chote jeev mar jate hai bechare
Aacharya aap apne naam ke baad Sharma kyon lagate hai jati soochak shabd
Aaap Acharya prashant ko jante hai?????
Ha bhai vo jante hain
App ne Keya chora haii apne jivaan mee, i know that you are very scare to answer that
Aacharya ji please apna number send kijiye bahut jaruri hai
🙏🙏🙏
ओ३म्
ओम
🙏
🙏🙏🙏
ओ३म्
🙏