मरने के बाद स्वर्ग नर्क मिलेगा या 84 लाख योनियों में भटकना पड़ेगा क्या लिखा है शास्त्रों पुराणों में

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  • Опубликовано: 10 сен 2024
  • गीता में भगवान श्रीकृश्ण ने बताया है कि, मनुष्य को किस प्रकार से अपना कर्म करना चाहिये, ताकि शरीर त्यागने के बाद जीवात्मा को सीधे मोक्ष की प्राप्ति हो सके।
    वहीं शास्त्रों और पुराणों में हमें 84 लाख योनियों के अलावा स्वर्ग लोक और नर्क लोक की बात देखने को मिलती है।
    इसी वजह से अक्सर लोग कहते रहते है कि, सद्कर्म करों, क्योंकि मनुश्य जीवन बहुत ही मुश्किल से मिलता है नहीं तो नर्क में जाना पड़ेगा।
    परंतु, अब प्रश्न ये उठता है कि आखिर कैसे कोई एक जीवात्मा मरने के बाद 84 लाख बार जन्म ले सकती है?

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