हमारे सारे कार्य डेन्स बाॅडी के साथ ही हो रहें हैं! साथ में हमारी ईच्छाये,कामनायें और महसूस करना हैं! और ईतने पर ही हम अपने आप को पुर्ण मानव समझते हैं! पर हमें आध्यात्म में वाकई रुचि हैं तो हमें साधना के द्वारा उच्चतम स्तर याने अत्यंत सुक्ष्म तल पर पहुचना होगा! ईसके लिए हमारे सारे शरिरोंको पवित्र करना होगा! विचारों में शुद्धता लानी होगी! जागृत अवस्था से सुषुप्त अवस्था तक पहुचना होगा तभी हम फिजीकल, मेंटल के अलावा बाकी शरिरो को समझ सकते हैं! ऐसा मेरा मानना हैं!
The fine distinction that these bodies are detachable and have their clear roles to play in our personality that we know that we are , as yet, is very captivating. I will learn and go through more of your videos to understand this . Thank you so much 🙏
गुजरात के संत पू. श्री मोटा बारेमे तैयार करे। उनके दो आश्रम है। उसे मौन मंदीर कहते है। सुरतमे पु.श्रीमोटा का हरिॐ आश्रम, रांदेर पु. मोटाने 80 बुक लीखी है।
बाॅडी के स्तर अच्छे से समजाया धन्यवाद ❤🙏
हमारे सारे कार्य डेन्स बाॅडी के साथ ही हो रहें हैं! साथ में हमारी ईच्छाये,कामनायें और महसूस करना हैं! और ईतने पर ही हम अपने आप को पुर्ण मानव समझते हैं! पर हमें आध्यात्म में वाकई रुचि हैं तो हमें साधना के द्वारा उच्चतम स्तर याने अत्यंत सुक्ष्म तल पर पहुचना होगा! ईसके लिए हमारे सारे शरिरोंको पवित्र करना होगा! विचारों में शुद्धता लानी होगी! जागृत अवस्था से सुषुप्त अवस्था तक पहुचना होगा तभी हम फिजीकल, मेंटल के अलावा बाकी शरिरो को समझ सकते हैं! ऐसा मेरा मानना हैं!
परम महा शांति। 🙏🌹🌸🙏🌹🌸🙏🌹🌸🙏🌹🌸
Thanks a million times PMC Hindi.
Kindly explain ’Mental vs Causal Body’ more. 🙏 Thanks.
Sir aapka bahaut bahaut dhnywaad .jo aap ye vidya hmy bta thy hae .ab apny aap ko samjha pa rhi hu
Gratitude sir sadhuwad 🙏
Sir next vedio kb tk aa jaayga
I m waiting
The fine distinction that these bodies are detachable and have their clear roles to play in our personality that we know that we are , as yet, is very captivating. I will learn and go through more of your videos to understand this . Thank you so much 🙏
Thank you for such meaningful video, 🙏🙏 Gratitude
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🙏🙏
🙏
Thankyou so much sir
Consciousness kya h ?
Please please please explain
गुजरात के संत पू. श्री मोटा बारेमे तैयार करे।
उनके दो आश्रम है। उसे मौन मंदीर कहते है।
सुरतमे पु.श्रीमोटा का हरिॐ आश्रम, रांदेर
पु. मोटाने 80 बुक लीखी है।
Kya sanatan sanatan.hindu dharm