पोलिस अधिकारी गौतम साहबकी कहाणी रोचक है इन कहाणी मे यह खुद एक इमानदार है और सबसे बडी बात इनसे भारत के इमानदार राजनेता अडवाणींजी की साथ मिली यह बात उनके लिये बहोत शक्ती मिलणे वाली थी
गौतम साहब की कहानी सुनकर एक साथ दिल खुश हो गया इस प्रकार का. व्यक्तित्व लाखों नहीं, अपितु करोड़ो मे भी मिलना ना मुमकीन है, ये बहुत बड़े साहस की कहानी है, है इन्होने सही कहा ईमानदारी मे तकलीफ तो होती है कभी कम कभी अधिक लेकिन बाद मे जो परिणाम आता है, वह बहुत अच्छा होता है, इन्होंने सूझभूझ से काम लिया, वर्ना कई बार जोश मे उल्टा बोला जाता है, गुस्से मे सामने गलत बोला जाता है, जिसमे हानी हो जाती है, लेकिन इनकी ईमानदारी पर ही इनको समय-समय पर अच्छे अधिकार्यो का साथ मिलता गया, एक बात और अच्छे व ईमानदार व्यक्तित्व आज भी है,प्रशांसन मे है, चाहे कम ही हो, लेकिन इनकी कहानी बहुत ही बड़े साहस से भरी है, इनको चरण छूकर प्रणाम, ये कहानी क्या इतिहास सुनाने के लिए आपका भी धन्यवाद,
एक आई.जी. बहुत बड़ी रेंक का अधिकारी होता है लेकिन गौतम साहब ने अपनी निड़रता और इमानदारी से ये साबित कर दिया है कि सच में कानून सब से सर्वोपरि है। आप जैसे अधिकारी लाखो में एक होते है। 🙏
वाकई में बहुत ही दिलचस्प और इमानदार पुलिस अधिकारी की सच्ची कहानी है एसे ऑफिसर और उस्मान भाई को नमस्कार जिन्होनें इमानदारी और सच्चाई को जीत बताई।बहुत_बहुत आभार _सोनाराम सियोल केकड़ , बाड्मेर (राज.)
बहुत सुंदर। इस घटना को पुलिस विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के संज्ञान में लाया जाए ताकि ईमानदार लोगो को प्रोत्साहन और बेईमान लोगों में डर का भाव पैदा किया जा सके। सैफी जी आपकी हर प्रस्तुति प्रेरणा और शिक्षा प्रद होती है और किसी को कुछ न कुछ सीखने को मिलता है।
🙏🙏बहुत बहुत धन्यवाद केके गौतम सर जी को 🌹🌹
आप की मधुर वाणी ओर देश की रक्षा को शत् शत् नमन्!
के के गोतम जी को साधुवाद । ऐसे लोगों से ही सत्य जीवित हैं । आपकी चैनल को शुभकामनाएं । सीपी सिंह
मुझे गौतम साहब के उपर गर्व है। उनकी माता जी ,पिता जी और परिवारजन को सादर नमन - जिन्होने इतने श्रेष्ठ संस्कार उनको प्रदान किये।
जय हिन्द महोदय, दिल से आपको सादर प्रणाम । ऐसे ईमानदार अधिकारी को एक बार फिर से सैल्यूट ।
गौतम जी को दिल से प्रणाम 🙏
पोलिस अधिकारी गौतम साहबकी कहाणी रोचक है इन कहाणी मे यह खुद एक इमानदार है और सबसे बडी बात इनसे भारत के इमानदार राजनेता अडवाणींजी की साथ मिली यह बात उनके लिये बहोत शक्ती मिलणे वाली थी
इस लड़ाई की जितनी तारीफ़ की जाय उतनी कम है. केके गौतम शाहिब को साधुवाद.
गौतम जी कोटि कोटि नमस्कार, ऐसे ईमानदार अफसरों की वज़ह से जनता सुरक्षित है
परम आदरणीय गौतम साहब ,पूरे तथ्य यथावत सुनने के बाद मुझे सत्य,संकल्प ,संघर्ष,पराक्रम वा विजय की प्रेरणादाई मूर्ति का दर्शन हुआ ।शत,शत नमन।
ऐसे बोल्ड और ईमानदार अफसर को हृदय से सादर प्रणाम करता हूं।
गौतम साहब की कहानी सुनकर एक साथ दिल खुश हो गया इस प्रकार का. व्यक्तित्व लाखों नहीं, अपितु करोड़ो मे भी मिलना ना मुमकीन है, ये बहुत बड़े साहस की कहानी है, है इन्होने सही कहा ईमानदारी मे तकलीफ तो होती है कभी कम कभी अधिक लेकिन बाद मे जो परिणाम आता है, वह बहुत अच्छा होता है, इन्होंने सूझभूझ से काम लिया, वर्ना कई बार जोश मे उल्टा बोला जाता है, गुस्से मे सामने गलत बोला जाता है, जिसमे हानी हो जाती है, लेकिन इनकी ईमानदारी पर ही इनको समय-समय पर अच्छे अधिकार्यो का साथ मिलता गया, एक बात और अच्छे व ईमानदार व्यक्तित्व आज भी है,प्रशांसन मे है, चाहे कम ही हो, लेकिन इनकी कहानी बहुत ही बड़े साहस से भरी है, इनको चरण छूकर प्रणाम, ये कहानी क्या इतिहास सुनाने के लिए आपका भी धन्यवाद,
एक आई.जी. बहुत बड़ी रेंक का अधिकारी होता है लेकिन गौतम साहब ने अपनी निड़रता और इमानदारी से ये साबित कर दिया है कि सच में कानून सब से सर्वोपरि है। आप जैसे अधिकारी लाखो में एक होते है। 🙏
गौतम sir को दिल से आभार सच्चाई की जीत हमेशा होती हैं💐💐💐💐
सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित कभी नहीं,,श्री सैफी जी आपको और आपके चैनल को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं,, ओम जय माई की
गौतम साहब को दिल से सैल्यूट ये आज के पुलिस अधिकारियों के लिए सुनना चाहिए ये तो पुलिसट्रेनिग सेंटर में दिखाने लायक है
गौतम सर जैसे अधिकारी और कर्मचारी हो तो ये देश स्वर्ग बन सकता है
बेहद प्रेरणादायक एवं दिलचस्प घटनाक्रम। ऐसे अधिकारी के माता पिता को भी नमन करते हैं सच्चाई के पथ पर चल कर रीयल हीरो का कार्य किया है।
वाकई में बहुत ही दिलचस्प और इमानदार पुलिस अधिकारी की सच्ची कहानी है एसे ऑफिसर और उस्मान भाई को नमस्कार जिन्होनें इमानदारी और सच्चाई को जीत बताई।बहुत_बहुत आभार _सोनाराम सियोल केकड़ , बाड्मेर (राज.)
बहुत सुंदर। इस घटना को पुलिस विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के संज्ञान में लाया जाए ताकि ईमानदार लोगो को प्रोत्साहन और बेईमान लोगों में डर का भाव पैदा किया जा सके। सैफी जी आपकी हर प्रस्तुति प्रेरणा और शिक्षा प्रद होती है और किसी को कुछ न कुछ सीखने को मिलता है।