कुमार विश्वास को सुनने के बाद और कुछ सुनने का मन नहीं करता हृदय तंत्री झंकृत हो जाती है जैसे आध्यात्मिक व्यक्तित्व वाले ईमानदार देश प्रेमी सुनने का मौका 1997 में महावीर जी कवि सम्मेलन में मिला उनको सुन कर मैं धन्य हो गया मैंने कुमार विश्वास के अधिकांश कवि सम्मेलन के वीडियो सुनने हैं महावीर जी और हिंडौन सिटी मैं भी 2004 से पहले वह आए थे बेमिसाल अद्भुत स्मरणीय कवि को मेरा नमन बृजेश कुमार गुप्ता हिंडौन सिटी
वाह रे सरस्वती पुत्र,आप ने हिन्दी को देश विदेश मे कितना सम्मान दिया इसके लिए आप को कोटि कोटि धन्यबाद। वैसे मैने आप को कयी जगह सुना और आगे भी सुनता रहूंगाः
मेरे पास शब्द नहीं है आपकी तारीफ करने के लिए आपको अपने बुजुर्गो से मां पिता गुरुओं से जो संस्कार शिक्षा ज्ञान आपको मिला और जीवन में जो भी खुद पढ़ कर ज्ञान प्राप्त किया । आपको सुनकर इतना आनंद और मार्गदर्शन मिला अतुलनीय है। हमारे अंदर सब कुछ है और हम दूसरों में ढूंढ रहे हैं कर्म नहीं करते भाग्य में नहीं है। मेहनत दूसरे करें मिल मेरे को जाए। आपको सुनकर फिर से जीवन में दोबारा चेतना लौट आई ।आप धन्य है कुमार विश्वास जी
कुमार विश्वास को सुनने की जरूरत भी इसीलिए पड़ रही है क्योंकि हम एजुकेशन ले रहे है लर्निंग नही । सर आपका हृदय की गहराइयों से आभार। आप हमारी पीढ़ी की प्रेरणा हैं♥
आपके उद्वबोधन को आज लगभग 56 वर्ष की आयु मैं सुन पाया काश जवानी के समय ऐसा उद्धबोधन सुना होता , ,जीवन जिया है पाया भी बहूत है , आगे की पीडी को सवार भी दिया हैं लेकिन आज आपको सुनने के बाद लगा कि जीवन मे कुछ भी नही किया ,आज ओर अभी से जीवन का लक्ष्य बदल दिया है । आपके उदबोधन के लिए कोटिशः नमन वंदन । भीखम बोथरा दिल्ली
जब सत्य के साथ और ईमानदारी से कर्म करते है तो उसका प्रभाव हमेशा रहता हैं। आज छात्र छात्राओं को आपके जैसे मार्गदर्शक की ही आवश्यकता है । एक बार और कहूंगा बहुत कम लोगो को मैं अपने जीवन मे आदरणीय जगह देता हूं और उसमें आप प्रमुख हैं।🙏
यह वीडियो सभी कॉलेज और स्कूल में दिखाना चाहिये ।। मैं ओशो और सदगुरु जग्गी वासुदेव को सुनता हूँ । भारत की देशना के बारे में यह बहुत सुंदर प्रवचन है। प्रणाम
डॉ कुमार जी आपको सादर प्रणाम आप तो समुन्द्र से भी गहरा है । आप के सामने मेरी क्या औकात , मानस भवन में दिया हुआ आपका भाषण हमारे शरीर के प्रत्येक अंग को छू गया।अगर मैं आपके भाषण का 1% भी अपने जीवन मे धारण कर लेता हु, तो मैं अपने आप को धन्य समझूंगा। इस युग के युग परिवर्तक "डॉ कुमार विश्वाश "जैसी बिभूति को हमारा तहे दिल से प्रणाम है।
कुमार विश्वास सर जी, कहना तो बहुत कुछ चाहता हूँ लेकिन कह नहीं पा रहा हूँ। बस इतना कह रहा हूँ कि आप ही भारत हैं, आप ही मेरे प्रतीक हैं, आप ही हम सबके प्रतीक हैं। मेरे संसार व ईश्वर के बीच आप हृदय हैं। मैं एक विद्यार्थी हूँ जो आपको पढ़ता रहता हूँ। सादर प्रणाम🙏🙏🙏⚘
आपको सुन कर निश्चित ही कई नए बेटे बेटियां,प्रीत में हारे नौजवान,ग़रीब,अशिक्षित,असफलता से निराश हर इक व्यक्तित्व अपने आप को भाग्यशाली समझेगा की उसने आपको सुना है। आप अद्भुत हैं।🙏
यह विडियो 5 बार देख चुका वा वा गुरूजी,, यह मेरा सौभाग्य है की मै आपके युग मे जी रहा हू ।।हिन्दी को आपने पुरे विश्व मे शुध्दता के साथ नई उच्चाई दी है इसके लिए यह देश आपका सदैव कर्तघ्य रहेगा।।।चरण स्पर्श।।।🙏🙏
आदरणीय मैं अभी तक आपको कवी और राजनीतिक समझ रहा था आज हृदय मै अत्यंत प्रेम और आदरणीय स्थान प्राप्त कर लिया है माँ सरस्वती ने आपकी वाणी मैं अमृत लगा दिया है आप नवयुवकों को सही से जागरुक करते रहें मेरी कामना है आप सभी भारतीयों को मार्गदर्शित करते रहे
जय हिंद सर मैंने अपनी लाइफ में एक ही बार में पूरा डेढ़ घंटे का ऐसा उत्कृष्ट मार्गदर्शन कभी पहले नहीं सुना मैं अभिभूत हुआ हूं आपकी इस बातों पर हम अपने जीवन में इस बातों को लाने की पूरी कोशिश करें गे Jai Hind
कुमार विश्वास जी ने पूरे विश्वास से सभी को समझाया। पूरे विश्वास से भारत दर्शन और इतिहास को भी सही तरीके से समझाया। मैं उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं।
आप जैसे महान विभुती को सुनकर मण प्रसन्न हुआ, हमारे देश की सनातन धर्म संस्कृति, परंपरा, भाषा,महान है, हमारे पुर्वज ऋषि मुनियों ने भारत और दुनिया को बहुत ही महत्वपूर्ण ज्ञान दिया है, कुमार विश्वास जी आप लोगों को युवा ओंको ज्ञान देकर बड़ा राष्ट्रवाद का काम कर रहे हो, वसुधैव कुटुम्बकम.. वन्दे मातरम्🙏🇮🇳आपको बहुत बहुत धन्यवाद🙏🌹🙏
ये मेरे ज्ञान की बहुत बड़ी कमी है कि मैं ये वीडियो आज देख पाया। इसके पहले ऐसा अलौलिक ज्ञान कैसे छूट गया। पर देर सही आज ही सुनने और समझने का मौका मिला। धन्यवाद ज्ञान और भारतीय संस्कृति को समझने का और बेहतर अवसर दिया।
डा0 कुमार विश्वास जी राम राम जी आप का यह मार्मिक उद्बोधन जो भी सुनेगा वह सभी के लिए बहुत ही प्रेरणा दायक हैं तथा सभी के लिए पथ प्रदर्शक एवं मार्गदर्शन का कार्य करेगा। भविष्य में भी इसी प्रकार भटकी हुई जनता को गाइड करते रहे। आपका ज्ञान अनुभव मैमोरी एव कार्य शैली बहुत ही प्रेरणा दायक हैं।
Kumar vishwas ji ki es speech ko poore desh mei sabhi TV channels Aur sabhi schools mei compulsory kr dikhana chaiye. Mai samajhta hoon esse Badh kr gyan kuch ho nhi sakta Aur esse Badh kr sach kuch ho nhi sakta jo kumar ji ne kaha h. Sir Aap par Hamesa maa saraswati ki kripa bani rahe.
जब मैंने स्नातक में हिन्दी भाषा का चयन किया था तो मेरे सहपाठियों ने मेरा उपहास उड़ाया था , कहा कि तुमको करना था तो अंग्रेजी भाषा का चयन करते क्या हिन्दी ले लिये।उस समय मैं बोली हिंदुस्तान की बेटी हूं हिंदी हमारी माँ है और हमें तो हक़ से हिन्दी भाषा का चयन करना चाहिए, चाहे देश कितना भी प्रगति करले लेकिन हमारी संस्कृति हमारी भाषा नही बदलेगी। और आज आपको देखके मुझे गर्व होता है कि हमने हिन्दी को चुना।
मै पंकज आप की इस बात से पूर्ण रूप से अपनी आत्मा के साथ सहयोग करता हूँ की इस मातृभाषा का अहोदा हमारे लिए हमारे लिए इस शरीर से भी बढकर है जैसे लोग अंग्रेजी को माध्य्म बनाकर चल रहे हैं ठीक उसी प्रकार हमे भी इसे अपनी जान से बढ कर प्रेम करना होगा और तभी हम इसे अपनी राष्ट्र भाषा का दर्जा दिल पाएंगे ।।।।जय हिंद।।।।
आप कहते हुए नही थके इसलिए मैं सुनते नही थका.... आप समझाते समझाते नही रुके मैं समझते समझते नही रुका... मैं क्या था अब से पहले अब जाना ये, आपको सुन कर खुद को पहचान सका.... . . .को हृदय से प्रणाम आपके,धन्यवाद 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
,रात के २:२० मिनट हो रहा पर विश्वास जी की बाते और सोच मुझे सोने नहीं दिया । आज मै अपने संस्कृति और देश पे बहुत गर्व हो रहा। दिल से धन्यवाद कुमार जी आपको
शुभम जी आपकी की पंक्तियां पढ़ कर डॉक्टर कलाम साहब के शब्द याद आते हैं सपने वह नहीं होते जो हम सोते हुए देखते हैं सपने वह होते हैं जो हमें सोने नहीं देते
ऐसा भी कुछ बचा है जिसके बारे में आपको पता न हो 😇 डारविन का सिद्धांत पता है तो शास्त्रों का भी ज्ञान है मतलब .............................. निशब्द । कमाल 👏👏👏👏😍😍😍😍
बहुत बहुत धन्यवाद आपका सर जी आपने कितने सरल भाषा में अनुवाद किया है,,हम बच्चों को जैसे बनाते हैं वो वैसे ही बनते हैं, 🙏🙏 आप की कही हुई बात को हम अपने जीवन में जरूर अपनाएंगें ,,,
नमस्कार श्रीमान जी, मैंने आज तक देश और हिंदी के लिए किसी भी वक्ता से इतना सुंदर ज्ञान नहीं सुना। आपको हर विषय में अद्भुत ज्ञान है और उसे बांटने की जो ललक है वह भी अद्भुत है प्रणाम है आपको । आपके व्यक्तित्व से बहुत कुछ सीखने को मिला और यह सब जीवन में ढालने का प्रयास करुंगा और जो ये कहता है कि हिंदी और भारत देश में क्या है उसे यह दिखाऊंगा। आपका बहुत धन्यवाद।
Main aksar apne dada aur abba se ramayana sunta tha kyun ki yhi unke abba aur dada ne unko sunaya hoga Prabhu ram se accha koi raja nahi naa hi unse accha koi beta Kumar vishwas ke bol me kamaal ka meetha pan hai pade assani se kaafi mushkil kaam bhi mukkammil kar jaate hai.. Uper wala unko aur kaamyabi de. Jai shri ram.
वास्तविकता में जीने का अनुभव निराला होता है। कुमार साहब मैंने पहले भी आपके कई वीडियो देखें है। लेकिन इस विडियो में आपके सम्बोधन ने दिल जीत लिया। 'कई बार कोशिश की आपसे मिलने की लेकिन आशा पूरी हो न सकी। काश मिल जाय पद रज आपकी जिसे मस्तक पर लगाकर गर्व कर सकूं" ए हिंदी के महानायक आपके चरण कमलों में कोटि-कोटि नमन।।। आपको गुरु की संज्ञा देने को मन की वाणी उत्साहित हैं। आज से आपको गुरु मान लिया है।
अद्भुत रचना भारत माता आप जैसे सपूत को पैदा करके गौरवान्वित हुई है हम सब भारतीयों के लिए आप एक गौरव गाथा आपने हिंदी तथा भारत माता का नाम कोली फुनिया अमेरिका तक पहुंचाया इसके लिए हम संपूर्ण हिंदी भाषी आपके आभारी है मुझे आपसे मिलने का य देखने का सौभाग्य नहीं मिला है फिर भी यूट्यूब पर आपको देखकर हम सदैव धन्य होते हैं
अपनो को अपनों से परिचित कराने वाले और साबित कर देने वाले डॉ. कुमार विश्वास की अपने धरा के प्रति जो प्रेम है, ऎसा व्यक्तित्व ही इस देश और भारत माता सच्चा सपूत है.
हमारी संस्कृति का बोध कराने के लिए नमन है आपको। जब जब मैं विचलित होता हु आपकी इस ज्ञान का सहारा लेता हूं आप हमेसा स्वस्थ रहे हमे जरूरत है आपके मार्ग दर्शन की
वा वा बहोत दिन बाद ईतना महत्वपूर्ण ज्ञान मिला, इंग्लिश तो जुतो के बराबर लगी,तृप्त हो गये आपकें अमृतवाणी से,हमें नाझ है अपने देश,अपनी भाषा,अपने पूर्वज,अपने संस्कार पे और खुद्द पे जो हमें इस भारत देश में जन्म दिया.
apki kavitaye hmesha dil ko chhune vali hoti insan kitna v dukhi q naa ho apke kavita sunte samay apne dukho ko bhi bhul jata h vastav me apki kavita man mohini h
जँहा न पहुंचे रवि वहाँ पहुंचे कवि। जहाँ न पहुंचे कवि वहाँ पहुंचे अनुभवी। आप मात्र कवि नही हो बल्कि अनुभव भी आपकी वाणी से प्रकट हो रहा है। मेरी कामना है कि आप अनुभव की ऊंचाइयों के साथ साथ अनुभव की गहराई तक पहुँचे।
बहुत सुंदर सर 👏👏 एकाग्रता और द्रन संकल्प ...दोनों को ही आप ने बहुत शानदार तरह से निभाया है अपने जीवन में ..इसीलिए आज आप का नाम विश्वास है ..जय हो ..👏👏👏🙂🙂🙂
आपकी कविता तो बराबर सुनता हूँ महाशय,परन्तु इस तरह का संबोधन पहली बार सुना,मन गदगद हो गया।श्री राम चरित्र मानस और भारतीय दर्शन पर आपकी चिंतन का मै कायल हो गया और कब एक घंटा बारह मिनट और बयालिस सेकंड बित गया और रात के बारह बजकर उन्नचालिस मिनट हो गया सो पता ही नही चला। आपसे मिल बातें करने की इच्छा हो रही है ,और आपसे जरूर मिलूँगा।इसी तरह देश के युवाओं को दिशा निर्देश देते रहें यही कामना है ।
कभी-कभी बड़ी पीड़ा होती है कि आप जैसा गुरु, कवि, प्रेरणास्रोत, उत्कृष्ट व्यक्तित्व भी राजनीति के ग़लत नाविका पे कैसे गमन कर सकता था. परन्तु अति उल्लास आप को वापस उसी प्रकाश स्तम्भ और मार्गदर्शक के रूप में पाकर. -आपका छात्र, प्रशंसक और स्नेही.🙏🙏
हिन्दी के इस सच्चे प्रेमी को हमारा प्रणाम है🙏🙏.......सर आपकी सबसे अच्छी बात यही लगती है कि आप हिन्दी का सम्मान बढ़ा रहे हैं,,,,जब आज के दौर में लोग हिन्दी और संस्कृत को तुच्छ दृष्टि से देखते हैं,,,पर आपने उसी हिन्दी का सम्मान बढ़ाया है,,,,,सर मैंने भी इसलिये संस्कृत को ही चुना है ,,,जब मैं हिन्दी और संस्कृत विषय का चयन कर रही थी तो मेरे साथ के लोग मुझसे मना कर रहे थे कि ये तू बकबास विषय ले रही है....पर मुझे अपनी मातृभाषा से प्रेम था ।। मैं आपकी बहुत बड़ी प्रसशंक हूँ 😊😊
Sabhi dharmo ki dharmik pustke shirf aur shirf achhi bate hi batati hai..... Wo to hm log hi hai jo apni ramayan uski quran iski bibal karte firate hai aur padhte kuchh nhi... Agar achhe se koi v dharmik pustak padhe to km se km man shudh to ho hi sakta hai
व्याख्यान के दौरान कुछ पढ़े लिखे लोगों की अभद्रता देखने को मिली (मंच पर बैठे श्रोतागणों का बीच में उठ कर जाना) जो भारतीय सभ्यता और संस्कृति के विरुद्ध है ।
हृदय की अनंत गहराइयों से आपके पूजनीय पिता श्री एवं महीयसी ममतामई माता श्री को प्रणाम करता हूं और वसंत पंचमी का दिन उस क्षण को कोटि-कोटि धन्यवाद देता हूं जिस क्षण आप इस पृथ्वी पर स्वतंत्र रूप से मां के गर्भनाल से अलग होकर हम जैसे अटेंशन कंचन किंचन अलगाव किंचन निर्बुद्धि प्राणियों में चेतना की भावना भर रहे हैं हे गुरुदेव मैं आपका एकलव्य हूं कि नहीं हूं यह मैं नहीं जानता परंतु आप मेरे द्रोणाचार्य हैं जब से होश संभाला है आपको ही सुनता आया हूं मैं जानता हूं मुझ जैसा भक्त बहुत सारे होंगे परंतु आपसे मैंने भक्ति का एक नया स्वरूप सीखा है एक नया मार्ग सीखा है मैं इसलिए भी सौभाग्यशाली हूं कालखंड के जिस क्षण में आपने इस पृथ्वी पर अपनी लीला रचाने के लिए अवतार लिया है उसी कालखंड में आदिशक्ति मां जगत जननी जगदंबा की कृपा से मेरी भी जीवात्मा इस पृथ्वी पर आई है पहले तो आपके दर्शन की इच्छा होती थी परंतु अब जब भी हृदय की अनंत गहराइयों में झांकता हूं आप स्वयं ही प्रकाश के तेज पुंज के बीचो-बीच मुझे स्वच्छंद दिखाई पड़ते हैं आप सत्य कहते हैं कवि अमर होता है मैं भी एकाग्रचित होकर आपके पदचिन्हों को निहारता हुआ उसी मार्ग पर चल रहा हूं जिस मार्ग पर आप स्वयं हैं यह मैंने इसलिए नहीं तय किया कि सफलता आपके साथ है बल्कि इसलिए तय किया कि बिना हिंदी उर्दू साहित्य मैं अधूरा हूं साहित्य के बिना मुझे सुकून नहीं मिलता परंतु हे गुरुदेव जैसा कि आपने अभी बताया मेरे मन में बहुत सारी जिज्ञासाएं उठती हैं...
इस video को मैने कई बार देखा है औऱ हर बार कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता है । न जाने कैसा जादू है kumar sir के आवाज़ मे जो मुझे हर बार अपनी ओर खींच लाते हैं । 🙏🙏🙏💕💖💕🙏🙏🙏
कुमार विश्वास जी कितनी बार रुलाओगे गौरवान्वित,मंत्रमुग्ध,आनंदित,भावविभोर कर के। मैं आपका शुक्रगुजार हूं आपने हमें हमारी संस्कृति से अवगत कराया है ।🤩🤩🤩🤩🤩🤩
हिंदी के इस बङे और उपदेशक कवि का आभार जो अपनी बेटी को अंग्रेजी माध्यम मे पढा कर हिंदी प्रेमियो को हिन्दी के विकास का संदेश देते हुए। चौकी के बात चौकी पर चौका में नहीं। पर उपदेश कुशल बहुतेरे! इस कवि को निजी उनन्नति के लिए नमन।
जब भी आप को सुनता हूं अभिभूत हो जाता हूं कुमार दादा! भगवान राम के जीवन चरित्र का आपने अदभुत वर्णन किया! आपके द्वारा बताएं गए सफलता के लिए आवश्यक तीन तत्व जिज्ञासा, धैर्य और एकाग्रता को इस पूरे अभिभाषण से सार रूप में ग्रहण कर रहा हूं! आपकी वाणी में विराजित मां वीणावादिनी को मेरा प्रणाम! 🙏
कुमार विश्वास को सुनने के बाद और कुछ सुनने का मन नहीं करता हृदय तंत्री झंकृत हो जाती है जैसे आध्यात्मिक व्यक्तित्व वाले ईमानदार देश प्रेमी सुनने का मौका 1997 में महावीर जी कवि सम्मेलन में मिला उनको सुन कर मैं धन्य हो गया मैंने कुमार विश्वास के अधिकांश कवि सम्मेलन के वीडियो सुनने हैं महावीर जी और हिंडौन सिटी मैं भी 2004 से पहले वह आए थे बेमिसाल अद्भुत स्मरणीय कवि को मेरा नमन बृजेश कुमार गुप्ता हिंडौन सिटी
माँ सस्वती के पुत्र हो...आप
आपके अंदर एक इंजीनियर छुपा हुआ है....
आपने हिंदी को दुनिया से परिचय कराया...
Love uu sir.....🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💜💜💜💜💜
वाह रे सरस्वती पुत्र,आप ने हिन्दी को देश विदेश मे कितना सम्मान दिया इसके लिए आप को कोटि कोटि धन्यबाद। वैसे मैने आप को कयी जगह सुना और आगे भी सुनता रहूंगाः
मेरे पास शब्द नहीं है आपकी तारीफ करने के लिए आपको अपने बुजुर्गो से मां पिता गुरुओं से जो संस्कार शिक्षा ज्ञान आपको मिला और जीवन में जो भी खुद पढ़ कर ज्ञान प्राप्त किया । आपको सुनकर इतना आनंद और मार्गदर्शन मिला अतुलनीय है। हमारे अंदर सब कुछ है और हम दूसरों में ढूंढ रहे हैं कर्म नहीं करते भाग्य में नहीं है। मेहनत दूसरे करें मिल मेरे को जाए। आपको सुनकर फिर से जीवन में दोबारा चेतना लौट आई ।आप धन्य है कुमार विश्वास जी
कुमार विश्वास को सुनने की जरूरत भी इसीलिए पड़ रही है क्योंकि हम एजुकेशन ले रहे है लर्निंग नही ।
सर आपका हृदय की गहराइयों से आभार। आप हमारी पीढ़ी की प्रेरणा हैं♥
राइट bro
Sir,apne bharat ki sanskriti yani village ki sanskaro ko sansar me mahatvpuran batane ka kam kar rahe hai .bahut achha kar rahe hai.
आपके उद्वबोधन को आज लगभग 56 वर्ष की आयु मैं सुन पाया काश जवानी के समय ऐसा उद्धबोधन सुना होता , ,जीवन जिया है पाया भी बहूत है , आगे की पीडी को सवार भी दिया हैं लेकिन आज आपको सुनने के बाद लगा कि जीवन मे कुछ भी नही किया ,आज ओर अभी से जीवन का लक्ष्य बदल दिया है ।
आपके उदबोधन के लिए कोटिशः नमन वंदन ।
भीखम बोथरा दिल्ली
जब सत्य के साथ और ईमानदारी से कर्म करते है तो उसका प्रभाव हमेशा रहता हैं। आज छात्र छात्राओं को आपके जैसे मार्गदर्शक की ही आवश्यकता है ।
एक बार और कहूंगा बहुत कम लोगो को मैं अपने जीवन मे आदरणीय जगह देता हूं और उसमें आप प्रमुख हैं।🙏
Aap jasa koi nahi
बहुत ही sargarbhit बाते बताई है श्री कुमार vishwasji ने
इस तरह के मोटीवेशनल स्पीच सभी यूनिवर्सिटीज मे होने चाहिए
यह वीडियो सभी कॉलेज और स्कूल में दिखाना चाहिये ।।
मैं ओशो और सदगुरु जग्गी वासुदेव को सुनता हूँ ।
भारत की देशना के बारे में यह बहुत सुंदर प्रवचन है।
प्रणाम
डॉ कुमार जी आपको सादर प्रणाम आप तो समुन्द्र से भी गहरा है । आप के सामने मेरी क्या औकात , मानस भवन में दिया हुआ आपका भाषण हमारे शरीर के प्रत्येक अंग को छू गया।अगर मैं आपके भाषण का 1% भी अपने जीवन मे धारण कर लेता हु, तो मैं अपने आप को धन्य समझूंगा। इस युग के युग परिवर्तक "डॉ कुमार विश्वाश "जैसी बिभूति को हमारा तहे दिल से प्रणाम है।
कुमार विश्वास सर जी, कहना तो बहुत कुछ चाहता हूँ लेकिन कह नहीं पा रहा हूँ। बस इतना कह रहा हूँ कि आप ही भारत हैं, आप ही मेरे प्रतीक हैं, आप ही हम सबके प्रतीक हैं। मेरे संसार व ईश्वर के बीच आप हृदय हैं। मैं एक विद्यार्थी हूँ जो आपको पढ़ता रहता हूँ। सादर प्रणाम🙏🙏🙏⚘
बहुत।ही।अचछे।वकता।और।विदवान।है।आप।जय।हो।आप।की।
आपको सुन कर निश्चित ही कई नए बेटे बेटियां,प्रीत में हारे नौजवान,ग़रीब,अशिक्षित,असफलता से निराश हर इक व्यक्तित्व अपने आप को भाग्यशाली समझेगा की उसने आपको सुना है।
आप अद्भुत हैं।🙏
यह विडियो 5 बार देख चुका वा वा गुरूजी,, यह मेरा सौभाग्य है की मै आपके युग मे जी रहा हू ।।हिन्दी को आपने पुरे विश्व मे शुध्दता के साथ नई उच्चाई दी है इसके लिए यह देश आपका सदैव कर्तघ्य रहेगा।।।चरण स्पर्श।।।🙏🙏
आदरणीय मैं अभी तक आपको कवी और राजनीतिक समझ रहा था आज हृदय मै अत्यंत प्रेम और आदरणीय स्थान प्राप्त कर लिया है माँ सरस्वती ने आपकी वाणी मैं अमृत लगा दिया है आप नवयुवकों को सही से जागरुक करते रहें मेरी कामना है आप सभी भारतीयों को मार्गदर्शित करते रहे
जय हिंद सर मैंने अपनी लाइफ में एक ही बार में पूरा डेढ़ घंटे का ऐसा उत्कृष्ट मार्गदर्शन कभी पहले नहीं सुना मैं अभिभूत हुआ हूं आपकी इस बातों पर हम अपने जीवन में इस बातों को लाने की पूरी कोशिश करें गे Jai Hind
सरजी नमस्कार, मी पोलीस (मराठी)हवालदार आहे. पण आपले भाषण ऐकल्यानंतर मन प्रसन्न होते.
Suraj singh
Same here ताई
कुमार विश्वास जी ने पूरे विश्वास से सभी को समझाया। पूरे विश्वास से भारत दर्शन और इतिहास को भी सही तरीके से समझाया। मैं उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं।
आप जैसे महान विभुती को सुनकर मण प्रसन्न हुआ, हमारे देश की सनातन धर्म संस्कृति, परंपरा, भाषा,महान है, हमारे पुर्वज ऋषि मुनियों ने भारत और दुनिया को बहुत ही महत्वपूर्ण ज्ञान दिया है, कुमार विश्वास जी आप लोगों को युवा ओंको ज्ञान देकर बड़ा राष्ट्रवाद का काम कर रहे हो, वसुधैव कुटुम्बकम.. वन्दे मातरम्🙏🇮🇳आपको बहुत बहुत धन्यवाद🙏🌹🙏
ये मेरे ज्ञान की बहुत बड़ी कमी है कि मैं ये वीडियो आज देख पाया। इसके पहले ऐसा अलौलिक ज्ञान कैसे छूट गया।
पर देर सही आज ही सुनने और समझने का मौका मिला।
धन्यवाद ज्ञान और भारतीय संस्कृति को समझने का और बेहतर अवसर दिया।
जिनकी शोभा है निष्काम,
उनके साथ आज की शाम !!
हिन्दी माँ पर है जिनका अटल विश्वास,
आये हैं हमारे धाम " डॉ.कुमार विश्वास !!
सबसे पहले आदरणीय डॉ कुमार विश्वास जी को प्रणाम करता हूं। आप जैसे व्यक्तियों की आज भारत माता को जरूरत है। बहुत सुंदर।
महान हैं सर आप जिसने नव युवाओ के दिल में हिंदी के लिए जगह बनाई आपकी बहुत आभारी हूँ जिनके दिल में हिंदी के लिए नफरत थी उनके दिल में जगह बनायी ।
विश्वास जी वास्तव में आप ज्ञान के पंडित है।
Sakshi Mishra djhfjsk
डा0 कुमार विश्वास जी
राम राम जी
आप का यह मार्मिक उद्बोधन जो भी सुनेगा वह सभी के लिए बहुत ही प्रेरणा दायक हैं तथा सभी के लिए पथ प्रदर्शक एवं मार्गदर्शन का कार्य करेगा। भविष्य में भी इसी प्रकार भटकी हुई जनता को गाइड करते रहे। आपका ज्ञान अनुभव मैमोरी एव कार्य शैली बहुत ही प्रेरणा दायक हैं।
Kumar vishwas ji ki es speech ko poore desh mei sabhi TV channels Aur sabhi schools mei compulsory kr dikhana chaiye. Mai samajhta hoon esse Badh kr gyan kuch ho nhi sakta Aur esse Badh kr sach kuch ho nhi sakta jo kumar ji ne kaha h. Sir Aap par Hamesa maa saraswati ki kripa bani rahe.
जब मैंने स्नातक में हिन्दी भाषा का चयन किया था तो मेरे सहपाठियों ने मेरा उपहास उड़ाया था , कहा कि तुमको करना था तो अंग्रेजी भाषा का चयन करते क्या हिन्दी ले लिये।उस समय मैं बोली हिंदुस्तान की बेटी हूं हिंदी हमारी माँ है और हमें तो हक़ से हिन्दी भाषा का चयन करना चाहिए, चाहे देश कितना भी प्रगति करले लेकिन हमारी संस्कृति हमारी भाषा नही बदलेगी। और आज आपको देखके मुझे गर्व होता है कि हमने हिन्दी को चुना।
आप को बहुत बहुत धन्वाद की आप ने हमारी माँ (हिंदी) को चुना।
Maine bhi hindi honours chuna hai..
मै पंकज आप की इस बात से पूर्ण रूप से अपनी आत्मा के साथ सहयोग करता हूँ की इस मातृभाषा का अहोदा हमारे लिए हमारे लिए इस शरीर से भी बढकर है जैसे लोग अंग्रेजी को माध्य्म बनाकर चल रहे हैं ठीक उसी प्रकार हमे भी इसे अपनी जान से बढ कर प्रेम करना होगा और तभी हम इसे अपनी राष्ट्र भाषा का दर्जा दिल पाएंगे
।।।।जय हिंद।।।।
अपनी भाषा पे हमे गर्व होना चाहिए हमे गर्व ह आने अपनी भाषा के साथ आये
अगर देश आगे ज रहा है तो इसमे भी कही न कही हमारी संस्कृति है।जो आज कल के Englishmen के समझ मे अभी भी नही आएगा...
आप कहते हुए नही थके
इसलिए मैं सुनते नही थका....
आप समझाते समझाते नही रुके
मैं समझते समझते नही रुका...
मैं क्या था अब से पहले अब जाना ये,
आपको सुन कर खुद को पहचान सका....
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.
.को हृदय से प्रणाम आपके,धन्यवाद
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
बुन्देली बोली बोलकर आपने,,,दिल खुश कर दिया,,,
,रात के २:२० मिनट हो रहा पर विश्वास जी की बाते और सोच मुझे सोने नहीं दिया ।
आज मै अपने संस्कृति और देश पे बहुत गर्व हो रहा। दिल से धन्यवाद कुमार जी आपको
Same here 2.24
शुभम जी आपकी की पंक्तियां पढ़ कर डॉक्टर कलाम साहब के शब्द याद आते हैं सपने वह नहीं होते जो हम सोते हुए देखते हैं सपने वह होते हैं जो हमें सोने नहीं देते
11:57 PM Mera time Bhai 😊😊😊
@@ManojSingh-eh6tn धन्यवाद सर ।🙏
@@Himalika601 ohh .great ..😊
1 घण्टा,12 मिनट, 42 सेकंड...जीवन का बेहतरीन पाठ पढ़ा गए आप...सचमुच लाज़वाब👌👌👌👍👍👍
Nice
Nice
सर आपने इस हिंदी मां को विश्व में बहुत बड़े स्थान पर पहुंचाया है।🙏🙏🙏🙏
8 bhi
बहुत ही सुन्दर तरीके से प्राचीन भारत की व्यवस्था को देखते हुए छात्रों को मोटिवेट किया है।
ज्यादा शब्द नहीं हैं मेरे पास आपकी तारीफ के लिए।
लेकिन मै आपको हिंदी का जगत गुरू मानता हूं।
मेरा प्रणाम स्वीकार हो।
शब्द नहीं है आपके लिए मेरा हर शब्द बोना है । बस एक ही बात कहु़गां हृदय से धन्यवाद।
ऐसा भी कुछ बचा है जिसके बारे में आपको पता न हो 😇 डारविन का सिद्धांत पता है तो शास्त्रों का भी ज्ञान है मतलब .............................. निशब्द ।
कमाल 👏👏👏👏😍😍😍😍
Adbhut or sarr gyan ka Bhandar..
Duniya ke hr vishay ka gyan... Hai guruji aap k pas
Nice
0
Wah sir aap to sacmuch mahan ho
Adbhut......Awishwashniye avam Akalpaniye.......Shri Kumar Vishwasji......
प्रेरणा मिलती है जब भी हम आप को सुनते है। भगवान से प्रार्थना है आप दीर्घायू हो जिससे हम दीर्घ काल तक आप के विचारों से पोषित फलित हों।
प्रखंड ज्ञानी व प्रखर वक्ता कुमार विश्वास।जरूर सुनें अद्भुत व्यख्यान।
"बड़ा मुश्किल है कोई यूँ वतन की जान हो जाये,
तुम्हें फैला दिया जाये तो हिंदुस्तान हो जाये "
ज़िंदाबाद सर । अशेष प्रणाम 🇫🇷
बहुत बहुत धन्यवाद आपका सर जी आपने कितने सरल भाषा में अनुवाद किया है,,हम बच्चों को जैसे बनाते हैं वो वैसे ही बनते हैं, 🙏🙏
आप की कही हुई बात को हम अपने जीवन में जरूर अपनाएंगें ,,,
नमस्कार श्रीमान जी,
मैंने आज तक देश और हिंदी के लिए किसी भी वक्ता से इतना सुंदर ज्ञान नहीं सुना। आपको हर विषय में अद्भुत ज्ञान है और उसे बांटने की जो ललक है वह भी अद्भुत है प्रणाम है आपको ।
आपके व्यक्तित्व से बहुत कुछ सीखने को मिला और यह सब जीवन में ढालने का प्रयास करुंगा और जो ये कहता है कि हिंदी और भारत देश में क्या है उसे यह दिखाऊंगा। आपका बहुत धन्यवाद।
न मैंने देखा ना तुमने देखा केवल उन कुमारों में विश्वास देखा🙏🙏
आप वास्तव मे एक महर्षि हैं आपके पास ज्ञान का अथाह भंडार हैं आपके मुखमंडल से निकाला हुआ एक एक शब्द सरल सौम्य एवं सुन्दर है बहुत सुन्दर 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼😍😍😍
बहुत अच्छा से समझाये
बहुत बहुत शुक्रिया
आप जैसे की ही जरूरत है देश मे 🙏🙏
Main aksar apne dada aur abba se ramayana sunta tha kyun ki yhi unke abba aur dada ne unko sunaya hoga
Prabhu ram se accha koi raja nahi naa hi unse accha koi beta
Kumar vishwas ke bol me kamaal ka meetha pan hai pade assani se kaafi mushkil kaam bhi mukkammil kar jaate hai.. Uper wala unko aur kaamyabi de.
Jai shri ram.
कुमार जी
आपको नमन
आपका वंदन और अभिनंदन
इसी तरह ज्ञान वर्ष करते रहिए
आप शतायु हो सदा सुखी जीवन हो आपका
वास्तविकता में जीने का अनुभव निराला होता है। कुमार साहब मैंने पहले भी आपके कई वीडियो देखें है। लेकिन इस विडियो में आपके सम्बोधन ने दिल जीत लिया। 'कई बार कोशिश की आपसे मिलने की लेकिन आशा पूरी हो न सकी। काश मिल जाय पद रज आपकी जिसे मस्तक पर लगाकर गर्व कर सकूं" ए हिंदी के महानायक आपके चरण कमलों में कोटि-कोटि नमन।।। आपको गुरु की संज्ञा देने को मन की वाणी उत्साहित हैं। आज से आपको गुरु मान लिया है।
आप हमारे देश की धरोहर है,माता सरस्वती की कृपा आप सदैव बनी रही,हिंदी मतलब कुमार विश्वास जी वर्तमान समय तो यही बोलता है🎉🎉
आप का भाषण सुनकर बहुत ही अच्छा लगा बहुत ही अच्छा आपके गले में मां सरस्वती विराजमान है बहुत-बहुत धन्यवाद आप
अद्भुत रचना भारत माता आप जैसे सपूत को पैदा करके गौरवान्वित हुई है हम सब भारतीयों के लिए आप एक गौरव गाथा आपने हिंदी तथा भारत माता का नाम कोली फुनिया अमेरिका तक पहुंचाया इसके लिए हम संपूर्ण हिंदी भाषी आपके आभारी है मुझे आपसे मिलने का य देखने का सौभाग्य नहीं मिला है फिर भी यूट्यूब पर आपको देखकर हम सदैव धन्य होते हैं
अपनो को अपनों से परिचित कराने वाले और साबित कर देने वाले डॉ. कुमार विश्वास की अपने धरा के प्रति जो प्रेम है, ऎसा व्यक्तित्व ही इस देश और भारत माता सच्चा सपूत है.
आप के लिए आप के ज्ञान के सामने मे पूरी तरह से नतमस्तक हू आप इस युग के दुसरे विवेकानंद जी हो आप को सादर प्रणाम
बहत ही हृदयस्परासी बात बोले सर. बिलकुल दिलको छू गई. आप जैसे महान व्यक्ति के भाषण सुनकर उस अकादेमी के युवा वर्ग के जीवन धन्य होगया.
हमारी संस्कृति का बोध कराने के लिए नमन है आपको। जब जब मैं विचलित होता हु आपकी इस ज्ञान का सहारा लेता हूं आप हमेसा स्वस्थ रहे हमे जरूरत है आपके मार्ग दर्शन की
अच्छा हुआ आपको राज्यसभा नही भेजा गया वरना आपको इतना खुला रूप में नही सुन पाता कोई! ❤️
खैर! #शुभकामनाएं😌
वा वा बहोत दिन बाद ईतना महत्वपूर्ण ज्ञान मिला, इंग्लिश तो जुतो के बराबर लगी,तृप्त हो गये आपकें अमृतवाणी से,हमें नाझ है अपने देश,अपनी भाषा,अपने पूर्वज,अपने संस्कार पे और खुद्द पे जो हमें इस भारत देश में जन्म दिया.
आधुनिक युग के चाणक्य और विवेकानन्द हो सर आप जो अपने गुणों और विचारों से भारत को वापस विश्वगुरु बनाने में सफल रहोंगे ।
Ise log keval sune na ispar vichar kare aur log uspar chalne ki koshish kare
अब कुमार जी सही रास्ते पर आ कर सनातन की कड़ी को जोड़ने का काम शुरू किये ।
धन्यवाद।।।।।।
जय सत्य सनातन।।।।
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s
अद्भुत श्रीमानजी । आप जैसा इमानदार नागरिक, नेता , लेखक देश को मिला सौभाग्य। मोदी जी अकेले हैं आप उनका साथ दे सकते हैं । एक से भले दो ।
जयहिंद
apki kavitaye hmesha dil ko chhune vali hoti insan kitna v dukhi q naa ho apke kavita sunte samay apne dukho ko bhi bhul jata h vastav me apki kavita man mohini h
कुमार जी जीतने की कला आप ने सिखाई अब काम हमारा है कि हम जीते कैसे
बहुत लोगों का भाषण सुना मगर आज तक किसी ने नहीं बताया फटी हुई कमीज को सीते हैं कैसे
नमन है ..युगप्रवर्तक कुमार सर को दिल से ...
अदभुत प्रेरणादायी !
सदैव सुनते आ रहे है और
जब तक श्वास है तब तक सुनते रहेगे आपको 🙏
आप जिस तरह से रामायण व अन्य पर अपनी भाषा से लोगों को समझाते हैं, बहुत अच्छा लगता हैं। सभी को अमल करने की जरूरत है।
जँहा न पहुंचे रवि वहाँ पहुंचे कवि।
जहाँ न पहुंचे कवि वहाँ पहुंचे अनुभवी।
आप मात्र कवि नही हो बल्कि अनुभव भी आपकी वाणी से प्रकट हो रहा है।
मेरी कामना है कि आप अनुभव की ऊंचाइयों के साथ साथ अनुभव की गहराई तक पहुँचे।
बहुत सुंदर सर 👏👏 एकाग्रता और द्रन संकल्प ...दोनों को ही आप ने बहुत शानदार तरह से निभाया है अपने जीवन में ..इसीलिए आज आप का नाम विश्वास है ..जय हो ..👏👏👏🙂🙂🙂
आपकी कविता तो बराबर सुनता हूँ महाशय,परन्तु इस तरह का संबोधन पहली बार सुना,मन गदगद हो गया।श्री राम चरित्र मानस और भारतीय दर्शन पर आपकी चिंतन का मै कायल हो गया और कब एक घंटा बारह मिनट और बयालिस सेकंड बित गया और रात के बारह बजकर उन्नचालिस मिनट हो गया सो पता ही नही चला। आपसे मिल बातें करने की इच्छा हो रही है ,और आपसे जरूर मिलूँगा।इसी तरह देश के युवाओं को दिशा निर्देश देते रहें यही कामना है ।
Ramji apko dirghayu karen apki baten sunkar bahut achchha lagta hai or gyanvardhak hoti hain 🙏
कभी-कभी बड़ी पीड़ा होती है कि आप जैसा गुरु, कवि, प्रेरणास्रोत, उत्कृष्ट व्यक्तित्व भी राजनीति के ग़लत नाविका पे कैसे गमन कर सकता था. परन्तु अति उल्लास आप को वापस उसी प्रकाश स्तम्भ और मार्गदर्शक के रूप में पाकर.
-आपका छात्र, प्रशंसक और स्नेही.🙏🙏
शानदार सर
आप जैसा कोई दूसरा नहीं है !
Very true bro
महान भारतीय संस्कृति से रूबरू करा रहे हैं आपको कोटि-कोटि प्रणाम
कुमार भाई भारत का भविष्य हैं.... ये अलग बात हैं की गलत जगह फसे हैं.... उनकी मेहनत के बदले उन्हे धोखा ही मिला हैं..
कौटिल्य अकादमी को बहोत बहोत बधाईयां ।
कुमार विश्वास जी ने पूरे भारत के ज्ञानचक्षु खोल दिये ।
जय हिंद
वंदेमातरम
हिन्दी के इस सच्चे प्रेमी को हमारा प्रणाम है🙏🙏.......सर आपकी सबसे अच्छी बात यही लगती है कि आप हिन्दी का सम्मान बढ़ा रहे हैं,,,,जब आज के दौर में लोग हिन्दी और संस्कृत को तुच्छ दृष्टि से देखते हैं,,,पर आपने उसी हिन्दी का सम्मान बढ़ाया है,,,,,सर मैंने भी इसलिये संस्कृत को ही चुना है ,,,जब मैं हिन्दी और संस्कृत विषय का चयन कर रही थी तो मेरे साथ के लोग मुझसे मना कर रहे थे कि ये तू बकबास विषय ले रही है....पर मुझे अपनी मातृभाषा से प्रेम था ।।
मैं आपकी बहुत बड़ी प्रसशंक हूँ 😊😊
कवियों के अंदर अथाह ज्ञान यही वो चीज है जो भारत को ओर मज़बूत बनाती है।
Meri Pehli purn padhi Jane wali dharmik pustak Ramayan hai.
Kai baar padh Chuka hu
बहुत खूब
Mere pyre bhi tumhare jaise log hi islam ki jan hai
Sabhi dharmo ki dharmik pustke shirf aur shirf achhi bate hi batati hai..... Wo to hm log hi hai jo apni ramayan uski quran iski bibal karte firate hai aur padhte kuchh nhi... Agar achhe se koi v dharmik pustak padhe to km se km man shudh to ho hi sakta hai
शानदार
इससे पता चलता है आपने कुरान भी पढ़ी होगी
हिंदी के राजकुमार को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं हमारे हिंदी को Google तक पहुंचाने विश्व तक पहुंचाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
अदभुत। मैं निःशब्द हूँ। बहुत ही प्रेरणआदायी बातें आपने बताइ धन्यवाद।
You tube पर मैंने पिछले 6-7 वर्षों में करीब-करीब 1500-2000 वीडिओज़ देखें होंगे और ये वीडियो सर्वश्रेष्ठ है। जय हो।।
कुमार विश्वास की जय हो।
बुनियादी बात कहने के लिये बहुत बहुत धन्यवाद ।
अब टेक्नोलॉजी ने हमें मौका दिया कि आप सभी की बात जन जन तक पहुँचे।
प्रणाम
व्याख्यान के दौरान कुछ पढ़े लिखे लोगों की अभद्रता देखने को मिली (मंच पर बैठे श्रोतागणों का बीच में उठ कर जाना) जो भारतीय सभ्यता और संस्कृति के विरुद्ध है ।
आपकी लंयबंध बोलने की समता भगवान बरकराह रखे
हृदय की अनंत गहराइयों से आपके पूजनीय पिता श्री एवं महीयसी ममतामई माता श्री को प्रणाम करता हूं और वसंत पंचमी का दिन उस क्षण को कोटि-कोटि धन्यवाद देता हूं जिस क्षण आप इस पृथ्वी पर स्वतंत्र रूप से मां के गर्भनाल से अलग होकर हम जैसे अटेंशन कंचन किंचन अलगाव किंचन निर्बुद्धि प्राणियों में चेतना की भावना भर रहे हैं हे गुरुदेव मैं आपका एकलव्य हूं कि नहीं हूं यह मैं नहीं जानता परंतु आप मेरे द्रोणाचार्य हैं जब से होश संभाला है आपको ही सुनता आया हूं मैं जानता हूं मुझ जैसा भक्त बहुत सारे होंगे परंतु आपसे मैंने भक्ति का एक नया स्वरूप सीखा है एक नया मार्ग सीखा है मैं इसलिए भी सौभाग्यशाली हूं कालखंड के जिस क्षण में आपने इस पृथ्वी पर अपनी लीला रचाने के लिए अवतार लिया है उसी कालखंड में आदिशक्ति मां जगत जननी जगदंबा की कृपा से मेरी भी जीवात्मा इस पृथ्वी पर आई है पहले तो आपके दर्शन की इच्छा होती थी परंतु अब जब भी हृदय की अनंत गहराइयों में झांकता हूं आप स्वयं ही प्रकाश के तेज पुंज के बीचो-बीच मुझे स्वच्छंद दिखाई पड़ते हैं आप सत्य कहते हैं कवि अमर होता है मैं भी एकाग्रचित होकर आपके पदचिन्हों को निहारता हुआ उसी मार्ग पर चल रहा हूं जिस मार्ग पर आप स्वयं हैं यह मैंने इसलिए नहीं तय किया कि सफलता आपके साथ है बल्कि इसलिए तय किया कि बिना हिंदी उर्दू साहित्य मैं अधूरा हूं साहित्य के बिना मुझे सुकून नहीं मिलता परंतु हे गुरुदेव जैसा कि आपने अभी बताया मेरे मन में बहुत सारी जिज्ञासाएं उठती हैं...
Katha murari bapu
Shukriya sir
Adam hauwa ka jo bat Kiya o galot
Hai .pahle proper knowledge Lena
Sahiye
Meri jindagi ka best motivational speech.
Love U sir.... में आपको 10 साल से सुनाता हूं......
आपकी हर कविता को सुनता हूँ....
आपकी कविता में बहुत प्यार मिलता है...
LoveU so much sir........
धन्यवाद साधुवाद आपको ।।।मेरा कवी कुमार विस्वास वापस देने को ।।।आपका सदा आभारी।।
इतना सुंदर आध्यात्मिक ज्ञान लाजबाब है
इस video को मैने कई बार देखा है औऱ हर बार कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता है ।
न जाने कैसा जादू है kumar sir के आवाज़ मे जो मुझे हर बार अपनी ओर खींच लाते हैं ।
🙏🙏🙏💕💖💕🙏🙏🙏
M
🔧
😂
🏡
अद्धभुत व्यकितत्व के धनी कुमार का खुमार जल्दी छा जाता है।👌
कुमार विश्वास जी कितनी बार रुलाओगे गौरवान्वित,मंत्रमुग्ध,आनंदित,भावविभोर कर के। मैं आपका शुक्रगुजार हूं आपने हमें हमारी संस्कृति से अवगत कराया है ।🤩🤩🤩🤩🤩🤩
आप को सुनना
हमेशा बेमिसाल होता है
Thank you sir
दिल से धन्यवाद सर् जी
Ek kavi he aisi soch rakh skta hai, Salute to you sir ji.
युवान विश्वास को मेरा प्रणाम 🙏
प्रणाम सर 10 जुलाई 2018 का यादगार दिन हमेशा याद रहेगा, धन्यवाद
हिंदी के आधुनिक "राष्ट्रकवि"
हिंदी को आज के दिन में विश्व के शिखर स्तर पर के जाने वाली महान विभूति को मेरा सादर नमन
ज्ञान का हस्तांतरण ही , ज्ञान को जीवित रखना है।
हृदय से नमन आप सबों को।
आप जीते जागते राष्ट्रपुरुष है ज्ञान के भंडार है सर ट्रक चलाते हुए आपकी कबिता सुन सुन कर ही थोड़ा ज्ञान लेने की कोशिश करता हूं..
Nice sir
हिंदी भाषा को दुनिया भर में एक नई शुरुआत तथा पहचान कराने वाले !!हिंदी नवयुग के तेजस्वी मर्यादा वाले कवि को कोटि कोटि प्रणाम🙏🙏🙏🙏👍👍👍👍
veri nice
Assam se Acha chand
हिंदी के इस बङे और उपदेशक कवि का आभार जो अपनी बेटी को अंग्रेजी माध्यम मे पढा कर हिंदी प्रेमियो को हिन्दी के विकास का संदेश देते हुए।
चौकी के बात चौकी पर चौका में नहीं।
पर उपदेश कुशल बहुतेरे!
इस कवि को निजी उनन्नति के लिए नमन।
Superb
Ye itani mehnat karte hain. Kavi hain, Rajnaitik aur bahut bade celebrity. Bhagvaan Ram inpe apni Kripa banaaye rakhen.
जैसे कोई पूजा में बैठ जाता है ध्यान में, वैसे ही मैं घंटे भर से सुनता रह गया। अद्भुत ज्ञान और समझ
कुमार विश्वासजी आप सही मायनेमे महान हो जी!
प्रणाम ओर धन्यवाद!
जब भी आप को सुनता हूं अभिभूत हो जाता हूं कुमार दादा! भगवान राम के जीवन चरित्र का आपने अदभुत वर्णन किया! आपके द्वारा बताएं गए सफलता के लिए आवश्यक तीन तत्व जिज्ञासा, धैर्य और एकाग्रता को इस पूरे अभिभाषण से सार रूप में ग्रहण कर रहा हूं! आपकी वाणी में विराजित मां वीणावादिनी को मेरा प्रणाम! 🙏