वेश्या - मुंशी प्रेमचंद की लिखी कहानी | Veshya - A Story by Munshi Premchand

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  • Опубликовано: 28 янв 2025

Комментарии • 4

  • @DKJain-lf1fv
    @DKJain-lf1fv 55 минут назад

    द्विविधा में दोनों गये
    माया मिली न राम .
    दयाशंकर न लीला को पा सका न माधुरी का हो सका . शराफ़त में छिपी प्रेम ' आकर्षण सौंदर्य पर मर मिटे होने का भाव छिपाना कठिन होता है . स्त्रियां सच्चाई पढ़ लेती हैं . लीला और माधुरी i दोनों ने दयाशंकर में छिपे भाव पढ़ लिये . पर भाग्य भी कोई चीज़ होती है . हतभाग हमेशा हतभागी ही रहता है .
    मानव - मन के हर एक कोने को पढ़ते वाले मुंशी प्रेमचंद की कहानी - वेश्या - गज़ब अंतर्द्वन्द्व की कहानी है . वाह .😊

  • @dharmsinghgodara862
    @dharmsinghgodara862 3 дня назад +1

    शिक्षा..त्याग.मनोभाव.परिस्थिती का बहुत ही सुंदर चित्रण सहज व सरल शब्दो में महान् लेखक प्रेमचंद जी ने किया है.हार्दिक श्रद्धााजलि.🎉😂

  • @physicsexpress5508
    @physicsexpress5508 13 дней назад +3

    Shakespeare ke paas bhi emotions aur reality ko expresss karne ka itna achchha tarika nahi hai mere according.
    Respect 🙏 for Premchand ji

  • @KartikPatel-j7l
    @KartikPatel-j7l 11 дней назад

    Very nice