सतनाम धरम हे निराला//गुरु घासी के संदेश हे //रचना के आर मार्कण्डेय//

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  • Опубликовано: 7 фев 2025
  • गायिका - सुशीला देवांगन//
    संयोजक - घासीराम घृतलहरे ग्राम कुची पलारी बलौदा बाजार //
    गीत - के आर मार्कण्डेय वरिष्ठ साहित्यकार एवं गीतकार कातुलबोड दुर्ग//छत्तीसगढ़//
    विडियो एडिटिंग एवं पोस्टर डिजाइन - यशवन्त सतनामी एवं यशदीप सोनबरसा //
    प्रस्तुतकर्ता - के आर मार्कण्डेय वरिष्ठ साहित्यकार एवं गीतकार//
    यूट्यूब चैनल
    Mor Geet Mor Sangeet//

Комментарии • 13

  • @RajaPardesiya-hf8yo
    @RajaPardesiya-hf8yo 4 месяца назад +1

    Jay jay satnam 🙏🙏🙏

  • @shambhooratnakarlive9764
    @shambhooratnakarlive9764 4 месяца назад +1

    सतनाम संदेश बहुत अच्छा लगीस हे जी 👌👌👌👌👌

  • @umaraman8119
    @umaraman8119 4 месяца назад +1

    Very nice jai satnam

  • @rameshwarkhatkar7457
    @rameshwarkhatkar7457 4 месяца назад +1

    जय सतनाम

  • @jitendrakumarkhute3118
    @jitendrakumarkhute3118 4 месяца назад +1

    बहुत सुन्दर प्रस्तुति

  • @s.bajpayee0542
    @s.bajpayee0542 4 месяца назад +1

    अति उत्तम 🙏🙏🙏🏳🏳🏳

  • @krishnarammarkande1493
    @krishnarammarkande1493 4 месяца назад +1

    ये गीत आपके चेनल पर अच्छा लगा। छात्रा‌ सुशीला‌ देवांगन ने स्वर दिया है।संयोजक घासी राम घृतलहरे जी कूची
    वाले हैं।

    • @yashwantsatnamimusic9458
      @yashwantsatnamimusic9458  4 месяца назад

      गायिका के नाम को स्मृति में लाने के लिए आभार//