आपको नमन है. आपने तत्वम् असि, अहं ब्रम्हास्मि, हरि ओम तत्त सत्त. की जो व्याख्या बहुत अच्छे ढंग से समझाया है. तू और मैं दो नहीँ एक ही हैँ. वह निराकार है. हमारी कामनाओं के कारण ही मरते हैँ और जन्मते हैँ. 100% सत्य है. गीता शास्त्र में यही कहा है. धन्यवाद ❤❤❤❤❤
कोई आना जाना नहीं है। निष्काम होने के बाद संपूर्ण आनंद प्राप्त हो जाता है। दुख प्रेशानी समाप्त हो जाता है। परम आनन्द प्राप्त करने का मार्ग है निष्काम भाव
Smaaj jo Kar sakta tha, Usne Kar diya 😀 Akhir mein esi Smaaj ney yeh bhi keh diya ki soorj (☀ ) bhi khatm ho jayega 😀 lekin saab kuch ke bare mein mera Kehna hai - is is is is................ 🙏🙏
Osho Guruji mere Ghar se 5 kilometre ki duri par the aur mai bahut chhoti thi muze Osho Guruji ke baare pata nhi tha aisa lagta inte karib rahkar mai mil nhi pai Guruji ko aapko bhi mai Guru manti isliye mai apke darshan karna chahati hu Krupa kare Guruji
Koti koti parnaam satguru ji ke charnu main. Main aap ke satsang main jurna chahata hoon. Kiya kohi satsang Jammu and Kashmir ye punjab main bhee hoota hay february month main.Kirpa kerke jankaari dain. Ji shri Ram
🙏🌹गुरूजी एक question है please बताने कि किरपा करए भागवत मै आता है सबसे पहले एक परमात्मा था wo भी निराकार था और एक दिन उसने सोचा एक से अनेक होने कि तो wo अनेक हो गया लेकिन निराकार परमात्मा के पास मन नहीं था तो उसने सोचा कैसे? मैं बड़ा परेशान हूँ इस के आंसर पाने के लिया. 🙏🌹
जो शब्दातीत वर्णनातीत रूपाती त जब साधक या भक्त चिन्मय सत्ता मे विलीन हो जाता है तब उसको ईश्वर के बारे मे चर्चा करने में कोई रस नही होता जो पाया है व बताया जा नही सकता इसलिये मौन हो नाही वह पसंत करता है जैसे बुद्ध को परमात्मा के बारे मे प्रश्न पूछे जाते है वह मौन हो जाते थे
मौन का इशारा है, ईश्वर कुछ नहीँ है, वह निराकार है. कोई नाम रूप नहीँ है तो उसके बारे में क्या बोलें? इसलिये मौन हो गए. खिचड़ी पक जाने के बाद खद खद की आवाज नहीँ आती.
@@girishchandra3836 मौन का मतलब है जो दिख रहा है वह ईश्वर है नही दिख रहा है वह भी ईश्वर है इसलिये स्वयम् ने जो जाना है अपनी साधना से जाना है जिसकी साधना ही नही है अष्टांग योग बी जिसने किया नही है उसको पता कर क्या फायदा इसलिये बुद्ध मौन हो गये
Jab kuch tha hi nahi to jo hua Anu ek bhi jisse sab bana vo kaha se aya usko kisne banaya ya vo kese kaha se bana aur jab man Kiya ane ka vo prakriti bhi to ishwer ki rachna hai vo kyu peda hui
कितने भी तेरे यात्रा करो मंदिर मंदिर दर्शन के लिए जाओ श्रीमद्भगवद्गीता ज्ञानेश्वरी एकनाथी भागवत हरिपाठ यह सब करने के बाद भी चिंता समस्या सुख या दुःख नही खतम होते एक जो तत्त्वदर्शी संत है सिर्फ उसका पूजन नामस्मरण उनको ही जगात जगदंबा और जगदीश दर्शन कर लो उसके बाद दिन पर दिन महिना पर महिना पाच वर्ष दश वर्ष 20 वर्ष तीस वर्ष अगर आप सद्गुरु ही परमात्मा आहे ऐसा जब दृढ विश्वास अखंड रहता है तो गुरुकृपा होगी द्रष्टा दृश्य दर्शन ज्ञाता ज्ञान ज्ञेय यह त्रिपुटी नही रहेगी तो आप चिन्मय सत्ता मे विलीन हो जायेंगे तब जाने का जानने का किसी को बताने का कोई मतलब नही रहता तब आप जीवनमुक्त संत हो सकते है सद्गुरु आपले शिष्य को शिष्य नही रहने देता वह अपने जैसा ही सद्गुरु बना देते है
आपको नमन है. आपने तत्वम् असि, अहं ब्रम्हास्मि, हरि ओम तत्त सत्त. की जो व्याख्या बहुत अच्छे ढंग से समझाया है. तू और मैं दो नहीँ एक ही हैँ. वह निराकार है. हमारी कामनाओं के कारण ही मरते हैँ और जन्मते हैँ. 100% सत्य है. गीता शास्त्र में यही कहा है. धन्यवाद ❤❤❤❤❤
Swami ji aapke pavitar charno me dasi ka sadar naman
❤❤ in sadguru ko bahut bahut pranam
ऐसा प्रतीत होता है जैसे साक्षात भगवान ओशो बोल रहे हैं🙏🙏🙏
@Abhishekh bilkul sahi kaha aapne 👍👍👍👍👌👌👌👌
पूज्य स्वामी जी सादर प्रणाम है।
Agyani ko nanoranjan lagega, aur gyani ko jeevan ka rahashya samajh me aayega. Naman hai shailendra ji aapko
Osho prem naman
कोई आना जाना नहीं है। निष्काम होने के बाद संपूर्ण आनंद प्राप्त हो जाता है। दुख प्रेशानी समाप्त हो जाता है। परम आनन्द प्राप्त करने का मार्ग है निष्काम भाव
OSHO PARANAM ❤️❤️❤️🌹🌹🌹
Total scientific baatein karey ho aap...🙏
Sadguru ji aapki aawaz bhaut mithi hai. Thank you ❤
Smaaj jo Kar sakta tha, Usne Kar diya 😀
Akhir mein esi Smaaj ney yeh bhi keh diya ki soorj (☀ ) bhi khatm ho jayega 😀
lekin saab kuch ke bare mein mera Kehna hai - is is is is................ 🙏🙏
वाह ! अध्यात्म की उच्चतम की व्याख्या !
sasgurudev ke charno me dhok pranam.🙏🏾🙏🏾🌹🌹🙏🏾🙏🏾
Ahobhaw pyare sadgurudev 🙏🙏💐 pranam naman🎊🎊
Ahobhav 🙏🙏🙏
Parnam Swami ji 🙏
Gurudev shree! ke shree charno me Mera koti koti naman!
Lekin,
Jaan Lene ke baad. .
Anubhaw Hone Ke Baad 😍🌷☺
Bhuta Bhut Dhanbad guru dev
17:56 sms
Aap ki jitni tarif ki jaye utni kum hai Pyare Guru ji.
🙏🙏🙏🙏🌷🌷🌷🌷
Praram sad guru dev
Osho Guruji mere Ghar se 5 kilometre ki duri par the aur mai bahut chhoti thi muze Osho Guruji ke baare pata nhi tha aisa lagta inte karib rahkar mai mil nhi pai Guruji ko aapko bhi mai Guru manti isliye mai apke darshan karna chahati hu Krupa kare Guruji
Ish saral Vani me samjhane ke liye , bahut bahut shukriya aur pranam
Naman sanguru ji.
Bhagwan ko koti koti pranam 🙏 naman 🙏🙏🙏🙏
Jai osho 🙏
Swami Ji Jay Ho aapke
बहुत बहुत धन्यवाद
🙏❤️ koti koti pranam ❤️🙏
Jay shree gurukrupa
Koti koti parnaam satguru ji ke charnu main.
Main aap ke satsang main jurna chahata hoon. Kiya kohi satsang Jammu and Kashmir ye punjab main bhee hoota hay february month main.Kirpa kerke jankaari dain.
Ji shri Ram
🙏🙏🙏🌹प्रणाम गुरूजी
प्रणाम
Sorry I spelled wrong, I mean parnam satguru ji. Very effective, deep heart wrenched voice.
❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Bhagawaan 🙏🙏❤️
Very nice
I love you guruji ❤🎉
best explanation ever❤
Janm or mrutyu.. Insan ke hath me he..
Waah
🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼Thanks a lot!!Phenomenal...
Namesta from nepal
Hou to meet u guru bar
Bahut sahi h aapki baate
🙏🙏🙏
🙏🏻 Guru Ji 🙏🏻🌹🌹🌹
Osho Naman.
🙏❤🌹
🙏🌹गुरूजी एक question है please बताने कि किरपा करए
भागवत मै आता है सबसे पहले एक परमात्मा था wo भी निराकार था और एक दिन उसने सोचा एक से अनेक होने कि तो wo अनेक हो गया लेकिन निराकार परमात्मा के पास मन नहीं था तो उसने सोचा कैसे?
मैं बड़ा परेशान हूँ इस के आंसर पाने के लिया. 🙏🌹
🌷
🙏🙏🙏🙏🙏
How to meet you!
Ryt
🙏🌹💐🌹🙏
🕉🙏🕉🙏🕉.
its great blessing to hear u❤🙏❤
❤❤❤
मैं स्वामी जी से कैसे मिल सकती हूं मु मिलना है
🙏🙏🌹🌹👏👏
❤🙏
That ki jagah their use kro to jyada samjhenge hart me
🙏🙏🌹🙇🌺
Yahi prasn mera hai
🙏🎊🛐💕
Sir Jo nature ka jinda process hai usko parmatma kahte hai.
Sir maine 27 sal tak osho..buddhko and kabir ko padha hai..Jana hai.
Where is आत्म-ज्ञान पाने का सरल तरीका क्या है? Question written in description?
Main pune asharam m aaya tha, kintu aapse mulakat kaise ho payegi😊
#murthal
Spiritual i q bahut kam hai kuch logo ki
में ध्यान में डूबकर गुम तो न हो जाऊंगा न,कल में ध्यान में गुम हो गया और बहुत डर लगा
Achi surubat h befikr rahe or sant bate sarir jo bhi karta h use karne de Apni Taraf se kuch na kare
Mujhe bhi koi dhyan batane ki kripa karen
Pehle kamna kese aai jb nishkam the
Osho ne kaha hai apke hirday me ha
जो शब्दातीत वर्णनातीत रूपाती त जब साधक या भक्त चिन्मय सत्ता मे विलीन हो जाता है तब उसको ईश्वर के बारे मे चर्चा करने में कोई रस नही होता जो पाया है व बताया जा नही सकता इसलिये मौन हो नाही वह पसंत करता है जैसे बुद्ध को परमात्मा के बारे मे प्रश्न पूछे जाते है वह मौन हो जाते थे
मौन का इशारा है, ईश्वर कुछ नहीँ है, वह निराकार है. कोई नाम रूप नहीँ है तो उसके बारे में क्या बोलें? इसलिये मौन हो गए. खिचड़ी पक जाने के बाद खद खद की आवाज नहीँ आती.
@@girishchandra3836 मौन का मतलब है जो दिख रहा है वह ईश्वर है नही दिख रहा है वह भी ईश्वर है इसलिये स्वयम् ने जो जाना है अपनी साधना से जाना है जिसकी साधना ही नही है अष्टांग योग बी जिसने किया नही है उसको पता कर क्या फायदा इसलिये बुद्ध मौन हो गये
Baki kuchh nahi hai wo jo hai hirday ke antartam tal me rahta hai uske liye humko bahut apki bat manni hogi mistek ke liye sorry ❤
Jab kuch tha hi nahi to jo hua Anu ek bhi jisse sab bana vo kaha se aya usko kisne banaya ya vo kese kaha se bana aur jab man Kiya ane ka vo prakriti bhi to ishwer ki rachna hai vo kyu peda hui
कितने भी तेरे यात्रा करो मंदिर मंदिर दर्शन के लिए जाओ श्रीमद्भगवद्गीता ज्ञानेश्वरी एकनाथी भागवत हरिपाठ यह सब करने के बाद भी चिंता समस्या सुख या दुःख नही खतम होते एक जो तत्त्वदर्शी संत है सिर्फ उसका पूजन नामस्मरण उनको ही जगात जगदंबा और जगदीश दर्शन कर लो उसके बाद दिन पर दिन महिना पर महिना पाच वर्ष दश वर्ष 20 वर्ष तीस वर्ष अगर आप सद्गुरु ही परमात्मा आहे ऐसा जब दृढ विश्वास अखंड रहता है तो गुरुकृपा होगी द्रष्टा दृश्य दर्शन ज्ञाता ज्ञान ज्ञेय यह त्रिपुटी नही रहेगी तो आप चिन्मय सत्ता मे विलीन हो जायेंगे तब जाने का जानने का किसी को बताने का कोई मतलब नही रहता तब आप जीवनमुक्त संत हो सकते है सद्गुरु आपले शिष्य को शिष्य नही रहने देता वह अपने जैसा ही सद्गुरु बना देते है
कुछ भी ऐसा नहीं बताया जो ब्रह्म को समझ सकें
ब्रम्ह को बोल कर बता कर ना ही समझा जा सकता है न ही समझाया जा सकता है
ब्रम्ह को बस अनुभव किया जा सकता है
आपको समझने में गलती हो गईं. ब्रम्ह के बारे में सब कुछ स्पष्ट कहा है. शुरुआत के प्रवचन को ध्यान से सुनियेगा. धन्यवाद
इस विडियो को मत देखो
Why
Pyare sadguru ahobhav Naman 🙏🙏💐♥️♥️
🙏🙏🙏
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