|| अनहद नाद के साथ अंतर्यात्रा कैसे करें? || स्वामी शैलेंद्र सरस्वती ||

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  • Опубликовано: 24 ноя 2024

Комментарии • 293

  • @pardeepohekar1920
    @pardeepohekar1920 8 месяцев назад +5

    Dhanywad, Swamiji Thanks, Jay Jay Oshojl and Parisar.

  • @AnujKumar-p6o5s
    @AnujKumar-p6o5s 25 дней назад

    Naman❤❤❤

  • @narayinkrl6356
    @narayinkrl6356 10 месяцев назад +2

    नमन् ❤

  • @bandananeupanae5518
    @bandananeupanae5518 10 месяцев назад +2

    Naman guru dev

  • @shishirbhatnagar9041
    @shishirbhatnagar9041 Месяц назад +2

    He parbhu aap hi satya hain

  • @beliramtanwar4609
    @beliramtanwar4609 2 месяца назад +2

    Gurudev Ki Jai Ho Beli Ram Tanwar

  • @cslal1
    @cslal1 Год назад +5

    Koti Koti Naman !

  • @gurgurgur
    @gurgurgur 10 месяцев назад +3

    Sach khoj academy bhi deep meaning karti ha nad kay bhahkunth kay vo hindu Muslim sikh ko ack he manntay ha kabir ji ko deeply samja ha sach khoj academy nay sikhnay bhahut milta ha dhram singh shatri sant ha veer ras may boltay ha dar koe nahi Hindu Muslim sikh ko veer ras nu samjatay ha narmi say bat nahi kartay atma gyan par he nishana rakhtay ha sariri ko nahi daykhtay atma par he talwar jasa war kartay ha sariri atma different dikhnay lagti ha kamal ha ağır koe oun ko sunn sakay kirpa mago vivaki shatri ha bharat kay

  • @veenasharma9071
    @veenasharma9071 10 месяцев назад +2

    Very nice Jai guru ji

  • @vikaspatel8975
    @vikaspatel8975 2 месяца назад +1

    जैसे लग रहा है अपने भगवान ओशो की कमी पूर्ण कर दिया।
    बहुत ही सुन्दर आभार ❤❤

  • @rajendersingh-fb2dk
    @rajendersingh-fb2dk 11 месяцев назад +10

    जंगल में मोर नाचा किसने देखा , जिसने देखा , मैने देखा ,तुने देखा, उसने देखा , इसने देखा , जिसने भी देखा उसी ने जाना क्योंकि उस वक्त .समय वहां जो था वह अकेला ही होता है ,दुसरा कोई नहीं।। जय गुरूदेव।।

    • @gurgurgur
      @gurgurgur 10 месяцев назад +2

      Sach khoj academy say samjo deeply

  • @prakashchandradiwan4281
    @prakashchandradiwan4281 Год назад +20

    आत्मा को घंटे और शंख की आवाज की धुन पर सहस्त्रदल कमल से नीचे उतार कर दोनो आंखों के बीच मनुष्य शरीर मे बैठाया अब ऐसा गुरु चाहिए जो स्वयं उस स्थान तक साधना करके पहुंच गया हे , किताबी ज्ञान नहीं पहुंचा सकता या स्वयं प्रयास कर नहीं पहुंच सकते हे क्यों कि रास्ते मे नीलगिरी पर्वत जिस पर आत्मा को चढ़ने पर बार बार चींटी की तरह फिसल जाती हे फिर बंक नाल का रास्ता जो बड़ा ऊंचा नीचा तेडा बांका घुमाव दार हे अंधेरा भी मिलता हे जहा बड़े बड़े भुजंग,शेर,भालू आदि की फुफकार, दहाड़ सूनाई देती हे जो गोतम बुद्ध को सुनाईं पढी थी अगर पिछे पलट कर देख लिया तो पागल हो जायेगा, आगे अद्यामहाशकति का लोक हे जहां स्त्रिया हि स्त्रियां हे जो बेहद खूबसूरत हे बडे बड़े साधक यही रुक जाता हे उनको लै लिया साधना वही रुक जातीं हे लेकिन पूरा गुरु किया तो साथ मे रहता हे वो छोटे बच्चे की तरह खीच के लै जाता हे आगे ईश्वर का रुप दिखाई दैता हे ,,, परम प्रकाश रूप दिन राती नहीं कछु चाहिए दिया ग्रत बाती, मन्दिर मे यही चिन्ह रखा हे ऊपर घंटा नीचे शंख, सामने दीपक ,बीच मे देवता जो स्वयं ज्योति स्वरूप हे इन्हें ही ईश्वर, जगदीश, भगवान, तीर्थंकर,खूदा, गाड़, काल भगवान, त्रिलोकीनाथ मीरा ने श्याम सुंदर, गोस्वामी जी ने राम , गोविन्द, बांके बिहारी आदि नाम से सम्बोधित किया, झींगुर की आवाज़ तो बहुत नीचे की हे जब मन एकाग्र होने लगता हे सामने प्रातः काल जैसा थोड़ा थोडा उजाला जिसे झाकोडिया ग्रामीण भाषा मे बोला जाता दिखाई पड़ता है उसी समय सीटी, चिड़ियाओं की चहचहाहट, झींगुर, घुंघरु की तरह की आवाज सूनाई देती हे नींद मे आकाश मे ऊड रहे हे ऐसे स्वप्न आते हे बड़ा हल्का पन महसूस होता हे प्रश्ननता, आनन्द की अनुभूति होती हे मगर मुख्य पहुचाहुआ गुरु मिले, किताब या प्रवचनों से नहीं गुरु की दया का सहारा जरूरी हे ,, कलयुग केवल नाम आधारा,,, ये नाम वर्णनात्मक नहीं धुनातमक हे , रास्ता मंत्र, भैदी बताया ये गा। अभी हम उल्लू व चमगादड़ हे सूरज के बारे मे सून सकते हे आंख देने का काम व आंख साफ करने का काम रास्ते का भैदी गुरु करता हे,जय गुरु देव

    • @rohtashkumar1197
      @rohtashkumar1197 Год назад +1

      ❤ जय गुरुदेव ❤️🌹🙏🙏

    • @manojpatel-pq9js
      @manojpatel-pq9js 11 месяцев назад +1

      "जिंदा मत"
      "ज़िंदा है मत तो ज़िंदा हैं हम, वरना मुर्दों से तो संसार भरा है !"
      इस बात को समझना जरूरी है कि, जिन सम्प्रदायो के भीतर से अब उनकी जान निकल चुकी है यानी उस मत में किसी भी स्तर के प्रकट गुरु मौजूद नहीं हैं, वे मत और सम्प्रदाय मरी हुई देह के समान हैं जो कि अब किसी तरह जिंदा नहीं किये जा सकते हैं।
      जब तक कि उन मज़हबों और मतों के चलाने वाले आचार्य और उनके बताये अंतर अभ्यास को करने वाले गुरमुख अभ्यासी मौजूद रहे, वे सभी मत, मज़हब और सम्प्रदाय जिंदा रहे। पर जब वे अभ्यासी भी न रहे, तब वे मत भी जिंदा न रह सके।
      सो अपने वक़्त के पहुंचे हुए, पर अब आज के वक़्त में अंतर्ध्यान हो चुके सन्त और संत मार्गीय साध, महात्माओं के मत में शामिल हो कर भी अब कुछ हासिल नहीं हो सकता है। इस तरह पोथियों में सर खपाने और लकीरें पीटने से कोई भी अंतर में नहीं जाग सकता है। क्योंकि मत की जान 'अंतर्मुख अभ्यास' की असल रीत पोथियों में नहीं लिखी गयी है और ना ही लिखी जा सकती है और ना ही पोथियों को पढ़ कर यह रीत हासिल ही की जा सकती है। सो अब के वक़्त में लगभग सभी अनजान हैं, ....कुछ ही सचेत और कोई विरला ही सुजान है।
      भेष धारी या वाचक ज्ञानी गुरुओं से अंतर का भेद हासिल नहीं हो सकता है। अब जो जिंदा मत हो यानी जहां जीते जागते 'धुर के ज्ञाता और धुन के भेदी' गुरु प्रकट कार्यवाही करते हों, तो वहीं वह मत जिंदा है और उसी मत से जुड़ कर ही जीव का काज पूरा और सुफल हो सकता है।
      देखा कि भक्ति तो सभी कर रहे हैं,
      पर किसकी.... ?
      यह तो वे खुद भी नहीं जानते।
      इस तरह की गफलत भरी भक्ति से, जो कि जीव को हो चुके पिछले गुरुओं की स्वार्थ पूर्ण टेक के सिवा और कुछ नहीं दे सकती। झूठे अहंकार के निर्बुद्ध अंधकार में धकेल देती है। कोई एक पिछले गुरू को मान रहा है, तो कोई दूसरे गुरु को। इस तरह देखा गया है कि वक़्त गुरु के अंतर्ध्यान होने पर मत में फाड़ पड़ जाती है और टुकड़े होते रहे हैं। इस तरह की स्वार्थ पूर्ण कार्यवाहियों से मत कमज़ोर होता जाता है। मत का फैलाव ओर विस्तार तो खूब नजर आता है, पर सब झूठा और खोखला ही है। विचारों के इस विस्तार में जीव तो कहीं खो जाता है, पर सच्चा कुल मालिक कभी नहीं मिल पाता।
      सच्चे मालिक से मिलने की सच्ची चाह और लगन ही जीव को अपने वक़्त के वर्तमान सतगुरु पूरे की खोज के लिए प्रेरित कर सकती है, और करती है। इसके अलावा अगर कोई और मतलब, स्वार्थ या चाह भक्ति के पीछे प्रेरक है, तो काज हरगिज ना बनेगा, यह भक्ति सच्ची नहीं है।
      "भक्ति सच्ची चाहिए चाहे कच्ची होए"
      कुल मालिक दयाल हर्ष, प्रेम और आनंद रस का सोत-पोत है, और सुरत उसकी निज अंश और जात है। सुरत के उसी सच्चे प्रेम, आनंद और निज को प्राप्त करने के सच्चे जतन और सच्ची कार्यवाही का नाम ही परमारथी करनी और 'सच्चा परमार्थ' है।
      'सतगुरु स्वामी सदा सहाय'
      'सप्रेम राधास्वामी'
      --------------------------------------------------
      राधास्वामी हेरिटेज.
      www.radhasoamiheritage.org
      (परमपुरुष पूरणधनी समद हुज़ूर स्वामीजी महाराज के निज दैहिक अंशों व सन्तमत विश्वविद्यालय की स्थापना के प्रति प्रयासरत व समर्पित).

    • @manojpatel-pq9js
      @manojpatel-pq9js 11 месяцев назад

      "जिंदा मत"
      "ज़िंदा है मत तो ज़िंदा हैं हम, वरना मुर्दों से तो संसार भरा है !"
      इस बात को समझना जरूरी है कि, जिन सम्प्रदायो के भीतर से अब उनकी जान निकल चुकी है यानी उस मत में किसी भी स्तर के प्रकट गुरु मौजूद नहीं हैं, वे मत और सम्प्रदाय मरी हुई देह के समान हैं जो कि अब किसी तरह जिंदा नहीं किये जा सकते हैं।
      जब तक कि उन मज़हबों और मतों के चलाने वाले आचार्य और उनके बताये अंतर अभ्यास को करने वाले गुरमुख अभ्यासी मौजूद रहे, वे सभी मत, मज़हब और सम्प्रदाय जिंदा रहे। पर जब वे अभ्यासी भी न रहे, तब वे मत भी जिंदा न रह सके।
      सो अपने वक़्त के पहुंचे हुए, पर अब आज के वक़्त में अंतर्ध्यान हो चुके सन्त और संत मार्गीय साध, महात्माओं के मत में शामिल हो कर भी अब कुछ हासिल नहीं हो सकता है। इस तरह पोथियों में सर खपाने और लकीरें पीटने से कोई भी अंतर में नहीं जाग सकता है। क्योंकि मत की जान 'अंतर्मुख अभ्यास' की असल रीत पोथियों में नहीं लिखी गयी है और ना ही लिखी जा सकती है और ना ही पोथियों को पढ़ कर यह रीत हासिल ही की जा सकती है। सो अब के वक़्त में लगभग सभी अनजान हैं, ....कुछ ही सचेत और कोई विरला ही सुजान है।
      भेष धारी या वाचक ज्ञानी गुरुओं से अंतर का भेद हासिल नहीं हो सकता है। अब जो जिंदा मत हो यानी जहां जीते जागते 'धुर के ज्ञाता और धुन के भेदी' गुरु प्रकट कार्यवाही करते हों, तो वहीं वह मत जिंदा है और उसी मत से जुड़ कर ही जीव का काज पूरा और सुफल हो सकता है।
      देखा कि भक्ति तो सभी कर रहे हैं,
      पर किसकी.... ?
      यह तो वे खुद भी नहीं जानते।
      इस तरह की गफलत भरी भक्ति से, जो कि जीव को हो चुके पिछले गुरुओं की स्वार्थ पूर्ण टेक के सिवा और कुछ नहीं दे सकती। झूठे अहंकार के निर्बुद्ध अंधकार में धकेल देती है। कोई एक पिछले गुरू को मान रहा है, तो कोई दूसरे गुरु को। इस तरह देखा गया है कि वक़्त गुरु के अंतर्ध्यान होने पर मत में फाड़ पड़ जाती है और टुकड़े होते रहे हैं। इस तरह की स्वार्थ पूर्ण कार्यवाहियों से मत कमज़ोर होता जाता है। मत का फैलाव ओर विस्तार तो खूब नजर आता है, पर सब झूठा और खोखला ही है। विचारों के इस विस्तार में जीव तो कहीं खो जाता है, पर सच्चा कुल मालिक कभी नहीं मिल पाता।
      सच्चे मालिक से मिलने की सच्ची चाह और लगन ही जीव को अपने वक़्त के वर्तमान सतगुरु पूरे की खोज के लिए प्रेरित कर सकती है, और करती है। इसके अलावा अगर कोई और मतलब, स्वार्थ या चाह भक्ति के पीछे प्रेरक है, तो काज हरगिज ना बनेगा, यह भक्ति सच्ची नहीं है।
      "भक्ति सच्ची चाहिए चाहे कच्ची होए"
      कुल मालिक दयाल हर्ष, प्रेम और आनंद रस का सोत-पोत है, और सुरत उसकी निज अंश और जात है। सुरत के उसी सच्चे प्रेम, आनंद और निज को प्राप्त करने के सच्चे जतन और सच्ची कार्यवाही का नाम ही परमारथी करनी और 'सच्चा परमार्थ' है।
      'सतगुरु स्वामी सदा सहाय'
      'सप्रेम राधास्वामी'
      --------------------------------------------------
      राधास्वामी हेरिटेज.
      www.radhasoamiheritage.org
      (परमपुरुष पूरणधनी समद हुज़ूर स्वामीजी महाराज के निज दैहिक अंशों व सन्तमत विश्वविद्यालय की स्थापना के प्रति प्रयासरत व समर्पित).

    • @AdarshTripathi-p1f
      @AdarshTripathi-p1f 4 месяца назад

      अब गुरु को ही ज्ञान देंगे

    • @RameshKumarau23
      @RameshKumarau23 3 месяца назад +1

      🚫🚫🚫🚫🚫🚫🚫🚫🚫🚫🚫ये जो रामायण आपने लिखी है। ये सब आपका अनुभव नही है। सच्चा गुरु हमारे ही भीतर है, जैसी हमारी सोच है, जैसी हमारी कामना है, भीतर का गुरु आपको वैसा ही रास्ता दिखाता है। ये मेरा निजी अनुभव है।

  • @ritanshukumarpathak2000
    @ritanshukumarpathak2000 Месяц назад

    🙏 Har ❤️ har 🙏 Mahadev 🙏❤️

  • @surendrashahi1050
    @surendrashahi1050 Год назад +9

    बहुत सुंदर विष्लेषण। आपको कोटि कोटि प्रणाम।

  • @Kanta-oi7lj
    @Kanta-oi7lj 11 месяцев назад +5

    शत् शत् नमन स्वामी जी 🙏🙏🙏🙏🙏

  • @susheeladagar3921
    @susheeladagar3921 Год назад +10

    हृदय से आभार , बहुत बढ़िया जानकारी दी आपने🙏🙏

  • @bhaveshmawar5131
    @bhaveshmawar5131 Год назад +5

    समर्थ सतगुरु हरि की जय 🙏🌹🙏🌹🙏

  • @CharanjeetGahir
    @CharanjeetGahir Месяц назад

    Swami Ji is talking all valid things, high respect to him. To know more about his teaching, you can also read the meaning of Guru Nanak Dev Ji's Shabad "मन तू ज्योति स्वरूप है
    अपना मूल पहचान"

  • @ranibhagchandani2156
    @ranibhagchandani2156 Год назад +2

    Satnam sakhi

  • @PriyankaSingh-oz1eo
    @PriyankaSingh-oz1eo 3 месяца назад

    सत गुरु देव ओशो के पावन चरणों में सत सत नमन प्रणाम करती हूं सत गुरु देव मां जी के पावन चरणों में सत सत नमन प्रणाम करती हूं जय ओशो ❤❤❤

  • @glbadhan8305
    @glbadhan8305 11 месяцев назад +3

    बहुत सुंदर और स्पष्ट प्रवचन जी। प्रणाम।

  • @user-rr5qy2hh5h
    @user-rr5qy2hh5h Год назад +2

    Osho naman❤joy satsang joy hind

  • @chitrasaini2094
    @chitrasaini2094 9 месяцев назад +2

    Sat sat namn svami ji esi dhun ko suti rahti hun lekin ek andhera hai thanks rasta thekhane ke liy thanks namsty

  • @Aseekaroftruth
    @Aseekaroftruth 27 дней назад

    नाद को सुनना कोई साधना नहीं है, कोई जीवन भर सुनता रहे l इससे कोई गति नहीं होती है l परम सत्य नाद का भी साक्षी है l आजकल नाद और प्रकाश के नाम पर बहुत लोगों को भरमाया जा रहा है l स्वामी परमानंद गिरी जी वेदांत के प्रमुख जानकार और अनुभूति संपन्न व्यक्ति हैं l

  • @dineshpandey522
    @dineshpandey522 Год назад +7

    चरणों में नमन

  • @zavermaster7000
    @zavermaster7000 11 месяцев назад +1

    Are you very great, Saheb Bandagi 🙏🙏🙏

  • @lalitkumarjain8344
    @lalitkumarjain8344 Год назад +1

    PRANAM BABA

  • @nirmaldassuryavanshi4393
    @nirmaldassuryavanshi4393 Год назад +1

    Samarth gurdeo charno me koti koti Naman 👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

  • @ramchandrasubedi4243
    @ramchandrasubedi4243 Год назад +5

    ❤ pal pal Namastute pyare Satgurudev ! ❤

  • @suryaprakash-dk3cw
    @suryaprakash-dk3cw 10 месяцев назад +1

    Osho naman

  • @BidyadharSeth-r6f
    @BidyadharSeth-r6f 7 месяцев назад +2

    Hari om

  • @ashoksadafale566
    @ashoksadafale566 10 месяцев назад +2

    अहोभाव के साथ ओशो नमन

  • @HariOm-cm7pr
    @HariOm-cm7pr Год назад +6

    आपका कोटि कोटि शुकराना करती हूं आपने अनहद के बाद क्या करना है सब अच्छी तरह से समझा दिया है मिल के एक हो जाना है साक्षी भाव को भी छोड़ देना है बहुत अच्छी तरह से समझा दिया आपने सफर पूरा कर दिया आपका कोटि कोटि आभार

    • @gurwindersinghgssidhu2936
      @gurwindersinghgssidhu2936 5 месяцев назад

      यह सब कैसे करें हमे बैठकर पहले किआ करना है पूरा डिटेल से बताए भाई।

    • @AdarshTripathi-p1f
      @AdarshTripathi-p1f 4 месяца назад

      आपने सुन लिया क्या 😂😂😂

  • @tikam6982
    @tikam6982 6 месяцев назад +1

    बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय सादर वंदन

  • @chirag0110
    @chirag0110 Месяц назад

    अनहद नाद:-🔔 मन की मौत ‌...

  • @AnitaSharma-vm3ox
    @AnitaSharma-vm3ox 10 месяцев назад +1

    धन्यवाद स्वामी जी 🌹🙏

  • @ravijain7321
    @ravijain7321 3 месяца назад

    Parnam Swami ji 🙏

  • @chandrakantbhaithakar5952
    @chandrakantbhaithakar5952 Год назад +1

    Om osho naman chhote babake chharnome koti koti danvant pranam namskar ahobhav dhanyavad mere prabhu

  • @Ranjitabiswas886
    @Ranjitabiswas886 7 месяцев назад +1

    Dhanyvad prabhu 🌹🙏

  • @manishagala9280
    @manishagala9280 Год назад +4

    Vandan prabhu 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼

  • @vishnuprasadpaudyal7182
    @vishnuprasadpaudyal7182 10 месяцев назад +1

    नमन और अनंत अहोभाव स्वामीजी ,जय गुरुदेव

  • @Shashi.Jaiswal
    @Shashi.Jaiswal 2 месяца назад

    Jai Osho 🎉

  • @gbraut5554
    @gbraut5554 Год назад +1

    Ahobhaw Swami jee

  • @unknownmiracles8
    @unknownmiracles8 10 месяцев назад +1

    Jai ho sadguru ko naman deeply gratitude thankyou love you thankyou 🙏🙏🏼🙏🏿🙏🏼🌃🙏🌞🪄⭐💐

  • @RamMilan-pz6bd
    @RamMilan-pz6bd 6 месяцев назад +1

    बहुत बहुत आभार जी

  • @prakashjaiswal6891
    @prakashjaiswal6891 Год назад +13

    अद्भुत प्रवचन स्वामी जी का बिल्कुल ओशो के करीब

    • @modimodi3660
      @modimodi3660 Год назад +1

      यह डुप्लीकेट OSHO है 😂😂😂😂😂😂
      OSHO के जरा भी करीब नही है ।
      OSHO तो OSHO ही है

    • @KaranbirSingh-w7z
      @KaranbirSingh-w7z 9 месяцев назад

      ਅਸਲੀ ਹੈ ਤਾ ਸਾਹਮਣੇ ਪਰਗਟ ਹੋਵੋ ਜੀ ਕਿਉ ਖੁਜਲੀ ਹੋ ਰਹੀ ਹੈ ਗੰਦੇ ਹਿਰਦੇ ਵਾਲੇ ਜੀ

    • @AdarshTripathi-p1f
      @AdarshTripathi-p1f 4 месяца назад

      उनके तो भाई ही हैं

    • @AdarshTripathi-p1f
      @AdarshTripathi-p1f 4 месяца назад

      ​@@modimodi3660तुमको कैसे पता दिमाग की बत्ती जलाऊं क्या

    • @modimodi3660
      @modimodi3660 4 месяца назад

      @@AdarshTripathi-p1f पहले OSHO को ध्यान से सुन लो समज लो ..... दिमाग की बत्ती अपने आप जल जाएगी .....

  • @rashpalchand4471
    @rashpalchand4471 Год назад +3

    आप का बहुत बहुत धन्यवाद जी।

  • @RupchandJambhulkar
    @RupchandJambhulkar 8 месяцев назад +1

    Dhanyvad

  • @Vision_Of_Realities
    @Vision_Of_Realities Год назад +3

    Jai Gurudev 🌺🙏🐚

  • @ParmarNileshBhai-w1i
    @ParmarNileshBhai-w1i Год назад +2

    OSHO PARMAR 💓💓💓

  • @kalpeshpatel-wc2dm
    @kalpeshpatel-wc2dm 3 месяца назад

    🙏🏻 Jay Maharaj 🕉️ Jay Osho 🕉️🇮🇳

  • @laxmangirigoswami5279
    @laxmangirigoswami5279 Год назад +1

    Very good like me guruji Om namo narayana

  • @Sardarasingh-s7d
    @Sardarasingh-s7d 10 месяцев назад +1

    Right❤

  • @himanshibansalvlog4230
    @himanshibansalvlog4230 3 месяца назад +1

    Wow🙏🙏🥰baba ji

  • @bandananeupanae5518
    @bandananeupanae5518 Год назад +1

    Pranam swami ji

  • @vidushisingh9736
    @vidushisingh9736 Год назад +4

    Great thinking Great personality Great words 👏 👍 👌 🙌 😀 🙏 👏

  • @vinayakgraphics8188
    @vinayakgraphics8188 5 месяцев назад

    धन्यवाद! आपने हे शिव सही मार्गदर्शन किया 🙏

  • @simplifiedmathsandscience8495
    @simplifiedmathsandscience8495 Год назад +1

    Great swami ji sat sat pranam

  • @kirpalsingh5157
    @kirpalsingh5157 2 месяца назад

    Namo Budhhay.

  • @rashpalchand4471
    @rashpalchand4471 Год назад +4

    आप के बताने का तरीका बड़ा सुंदर लग रहा है।

  • @Madhu-x5c
    @Madhu-x5c 3 месяца назад

    Koti koti pranam Acharya ji

  • @shilpajain6769
    @shilpajain6769 9 месяцев назад +2

    🙏🙏🙏🌸🌸🌸

  • @subhashmehta8783
    @subhashmehta8783 4 месяца назад

    Naman Gurudev ❤

  • @pragatigarge9893
    @pragatigarge9893 Год назад +3

    बहुत सुंदर व्याख्या, कोटि कोटि नमन मास्टर ओशो

    • @modimodi3660
      @modimodi3660 Год назад

      यह डुप्लीकेट OSHO है

  • @nishisaharan2631
    @nishisaharan2631 Год назад +1

    SHUKRANA SHUKRANA SHUKRANA AAPJI SADGURU JI KA.....🙏🙏🙏🙏🧚‍♂️🧚‍♂️🧚‍♂️🧚‍♂️🧚‍♂️🧚‍♂️🧚‍♂️

  • @lekhnathbhusal1636
    @lekhnathbhusal1636 Год назад +1

    Parnam Gurudav ji🙏🙏🙏

  • @riteshsenpai6572
    @riteshsenpai6572 3 месяца назад

    Only true guru can give the divine naam

  • @UpdeshKharaud
    @UpdeshKharaud Год назад +1

    Ek Ou-An-Kaar Satgur Prasaad 🙏🙏🙏🌹!!

  • @surenderprasadyadav9911
    @surenderprasadyadav9911 10 месяцев назад +2

    Bahut achhi baat hai. 3 saal se mujhe continue Jhingur ki aawaz aati rahti hai...sspp

    • @Amandeep-yw4tw
      @Amandeep-yw4tw 2 дня назад

      Test krwae sabhi dr kya kehte ap meditation krte thee

  • @krishanchahar1704
    @krishanchahar1704 Год назад +48

    बहुत सुन्दर, नई बात पता चली, अनहद नाद सुन रहा था, अब आगे का रास्ता मिला, अब साक्षी को भी छोड़ना है। बहुत बहुत आभार ❤

    • @JassiSingh-ct9pv
      @JassiSingh-ct9pv Год назад +6

      Kida di awaz ha anhad di veer ji❤❤

    • @Neo07070
      @Neo07070 Год назад +7

      @@JassiSingh-ct9pv ऐसी आवाज जो, कहीं भी, किसी भी जगह सुनायी देती है, continuous, लगातार चलती है, ear ringing jaisa.
      झींगुर या अलग अलग आवाज जैसी होती है पर लगातार वो चलती रहती है.
      किसी गुरु से जुडे और साधना करे.. 👍👍

    • @JassiSingh-ct9pv
      @JassiSingh-ct9pv Год назад

      @@Neo07070 muja sunyi diti ha bahi par eska fyada kya ha reply

    • @mandakinirecipes8621
      @mandakinirecipes8621 Год назад +9

      आप ओशो का "जिन खोजा तिन पाइयाँ" का सोलहवां प्रवचन सुनेंगे तो आपको समझ मे आयेगा की अनहद नाद मे लिन नही होना है बल्कि उसके प्रति साक्षीभाव रखना है।

    • @SureshlalKukreja-fd6oq
      @SureshlalKukreja-fd6oq Год назад

      ​@@Neo070700

  • @premghalay1356
    @premghalay1356 Год назад +4

    Jai sadguru ji 🙏🙏🙏🙏

  • @shilasalunke2616
    @shilasalunke2616 Год назад +2

    Koti koti Dhanyawaad Guruji 🌿🙏🌻

  • @mshankarprasaddora9832
    @mshankarprasaddora9832 Год назад +3

    Nice description. Thanks a lot.

  • @PawanSharma-un3pz
    @PawanSharma-un3pz Год назад +2

    Parnaam gurudev 🙏🙏🙏

  • @NirmalaPatil-w2z
    @NirmalaPatil-w2z Год назад +1

    Bahut achchhi bat batai aapne

    • @nirmaldassuryavanshi4393
      @nirmaldassuryavanshi4393 Год назад

      Samarth Gudeo Charno me koti koti Naman 👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

  • @kumarosho2903
    @kumarosho2903 Год назад +1

    Osho Naman.

  • @virenderjain6666
    @virenderjain6666 3 месяца назад

    Your speech is very fruit full.

  • @LalitasVani
    @LalitasVani 3 месяца назад

    प्रणाम सदगुरु 🎉

  • @pujadey8684
    @pujadey8684 Год назад +2

    अहोभाव 🥰🙏🥰❤️🌹🙏

  • @PankajKumar-gd2ke
    @PankajKumar-gd2ke Год назад +1

    Love 💕💕💕💕💕💕💕

  • @bhupinderkaur3770
    @bhupinderkaur3770 10 месяцев назад +1

    🙏🙏🙏🙏🎉🎉

  • @jeevanmahajan
    @jeevanmahajan 3 месяца назад

    कोटी कोटी ऋणी हू.... आगे का अंतिम रास्ता आपने बता दिया

  • @divinehealing542
    @divinehealing542 11 месяцев назад +1

    Thank you

  • @RakeshKumar-dl4mo
    @RakeshKumar-dl4mo Год назад +4

    ❤i like it❤❤❤❤

  • @k.kpareek6285
    @k.kpareek6285 5 месяцев назад

    बाबा मुझे तो यह सुनते सुनते नींद आ जाती है!

    • @chirag0110
      @chirag0110 Месяц назад

      आपको नींद नहीं आती
      मन को नींद आ जाती है।।।

  • @Davindersingh-pd6eh
    @Davindersingh-pd6eh Год назад +1

    Vaheguru ji ❤❤

  • @NareshKumar-d6e5g
    @NareshKumar-d6e5g Год назад +1

    ❤❤❤ u prabhu

  • @rajivpradhan9218
    @rajivpradhan9218 Год назад +1

    🙏🏻🌼Shree Sadgurudev Bhagwan ki Jai🌼🙏🏻🙂

  • @ramakantchoudhary9998
    @ramakantchoudhary9998 11 месяцев назад +1

    Excellent

  • @namratapremy4831
    @namratapremy4831 Год назад +1

    नमन है आपको

  • @architecturestudio169
    @architecturestudio169 Год назад +1

    Great

  • @nitasood7027
    @nitasood7027 Год назад +1

    Very nice,thnx

  • @sapnachahal2513
    @sapnachahal2513 2 месяца назад

    🌼🙌🙌🙌🌼

  • @VivekKumar-fg8hr
    @VivekKumar-fg8hr 10 месяцев назад +1

    Sir mai ek bar ratri me dhyan ke liye apne bistar par baitha pehla Anubhav nirvichar dusra Anubhav poore shareer me Vidyut upar ki or uthi teesra Anubhav oorja ka ek dhmaka hua panchva Anubhav itna prakash mere oopar barsa jaise brahmand ki sari oorja mere upar barsi aisa laga mai swyam prakash ho gya hoon par jab maine peeche mud kar dekha to peeche aisa virat andhkar mujhe apna shareer nhi dikhai diya mujhe laga ki kahi meri mirtu to nhi ho jayegi jaise hi is bhay ne mujhe pakda ki achank meri akhen khul gyi par kya aap mera margdarshan Kar sakte jo mai our aage tak dhyan me ja sakoon. Ye itna virat Anubhav hai ki shayad mai poore jivan bhar bhi likhta rahoon par us Anubhav ki vyakhya nhi kar sakta

  • @vmanik9890
    @vmanik9890 Год назад +7

    प्रणाम स्वामीजी 🙏🙏ओशो जी के जिस प्रवचन कि चर्चा आपने अंत में कि है कृपया उससे सम्बंधित वीडियो डालने कि कृपा कीजिए. ऐसे लग रहा है जैसे कि कहीं कुछ जानने कि उत्सुकता है और वह बाधित हो गई इसलिए कृपा करें.

    • @AdarshTripathi-p1f
      @AdarshTripathi-p1f 4 месяца назад

      जीसस ने कहा है कि आंख हो तो देख लो और कान हो तो सुन लो

  • @vashingbhairbatta
    @vashingbhairbatta 11 месяцев назад +1

    ❤❤

  • @padmadi7432
    @padmadi7432 Год назад +3

    Pranaam Swami ji 🙏🙏💐

  • @HiteshPatel-he8kr
    @HiteshPatel-he8kr Год назад +3

    🙏🙏💐❤️❤️

  • @sonu.gujjar
    @sonu.gujjar Год назад +2

  • @khyaliramrathore6070
    @khyaliramrathore6070 10 месяцев назад +1

    बाह रे नक़लची बंदर।